Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट का एक मूर्ति घर खरीदारों का धरना स्थल बन गया है। रजिस्ट्री और घर की मांग को लेकर 43वें हफ्ते भी घर खरीदारों ने प्रदर्शन किया। इससे पहले शनिवार को सोशल मीडिया पर घर खरीदारों ने आंदोलन चलाया था जो जबरदस्त हिट रहा था। #KabHogiRegistry #KabMilegaApnaGhar के साथ हजारों घर खरीदारों ने ट्वीट किया। थोड़ी देर में ही #KabHogiRegistry पूरे देश में ट्रेंड करने लगा।
नेफोवा ने सड़क से लेकर सीएम योगी तक रखी मांगें
नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया, सड़क, मुख्यमंत्री से मुलाकात, केंद्रीय मंत्री से मुलाक़ात, अमिताभ कांत कमेटी के सामने घर खरीदारों का सुझाव रखना सहित कई तरीकों से नेफोवा ने घर खरीदारों की मांगों को सामने रखा है। सरकार को अब और वक्त नहीं लेना चाहिए और घर खरीदारों को राहत देनी होगी।
जल्द घर खरीदारों को राहत दी जाए
आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे महेश यादव, दीपक गुप्ता, दिनेश कुमार, शिव सुथार, भूषण, पुरुषोत्तम, रितेश श्रीवास्तव, सुभाष चौहान, आशुतोष, सीवी सिंह, मनीष, डीके शर्मा, चेतन सहित कई सोसायटियों के घर खरीदारों ने कहा, सबसे ज्यादा घर खरीदारों को लूटा गया है। चुनाव में सब नेता वोट मांगने आते हैं और बाद में भूल जाते हैं। उन्होंने अपील की कि जल्द से जल्द घर खरीदारों को राहत दी जाए।
Noida: लाखों घर खरीदने वालों और बिल्डरों की समस्याओं का हल निकालने के लिए गठित अमिताभ कांत समिति की रिपोर्ट अब उत्तर प्रदेश में भी लागू होगी। मंगलवार को यूपी कैबिनेट के बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसी के साथ नोएडा-एनसीआर के 2.40 लाख फ्लैट आवंटियों की न केवल रजिस्ट्री होगी बल्कि बिल्डर की लापरवाही की वजह से प्राधिकरणों द्वारा लगाई गई पेनाल्टी भी माफ होगी। इस फैसले से केवल यूपी के ही लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये के रीयल इस्टेट प्रोजेक्ट्स की राह की बाधाएं खत्म होंगी।
पहले चरण में 1 लाख फ्लैट खरीदारों को मिलेगी राहत
अमिताभ कांत समिति की संस्तुति के आधार पर बिल्डरों को छूट देने के बाद अब नोएडा और ग्रेनो के करीब एक लाख फ्लैट खरीदारों को तुरंत राहत मिलेगी। पहले चरण में फ्लैटों के निर्माण और कब्जे के अलावा रजिस्ट्री हो पाएगी। हालांकि इसके लिए बिल्डरों को छूट के बाद बकाये की राशि चुकानी होगी। दूसरे चरण में एक लाख से अधिक फ्लैट खरीदारों को चरणबद्ध तरीके से राहत मिलेगी। क्योंकि इनके मामले अभी कोर्ट और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में फंसे हुए हैं।
बिल्डरों को ब्याज में मिलेगी छूट
बता दें कि सरकार की ओर से बिल्डरों को 14 अगस्त 2013 से 19 अगस्त 2015 तक और एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2022 तक की कोविड की अवधि को जीरो पीरियड घोषित किया गया है। इस अवधि के लिए बिल्डरों को ब्याज से छूट मिलेगी। इसके अलावा उनको दंडात्मक ब्याज से मुक्ति मिलेगी। बिल्डरों को बकाये का 25 प्रतिशत तुरंत जमा कराने के बाद ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (ओसी) मिलना शुरू हो जाएगा। बाकी 75 प्रतिशत राशि तीन साल में जमा करनी होगी। इस तरह से बिल्डरों को बकाये से पूरी मुक्ति मिल जाएगी और फ्लैट खरीदारों को वर्षों का सपना पूरा होने का रास्ता खुल जाएगा।
नोएडा में 118 प्रोजेक्ट
जानकारी के मुताबिक नोएडा में कुल 118 परियोजनाएं हैं। इनमें से 24 में किसी तरह का बकाया नहीं है। बची हुई 87 परियोजनाओं में बिल्डरों को डिफॉल्टर घोषित किया गया है। इनमें से 14 परियोजनाएं अलग-अलग कोर्ट में हैं। वहीं, 17 परियोजनाएं एनसीएलटी में हैं। 26 परियोजनाएं अधूरी तो 30 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। पहले चरण में नोएडा की 56 परियोजनाओं के 31,700 फ्लैट खरीदारों को फायदा होगा। इनमें से अधूरी परियोजनाओं के 25 हजार और पूरी हो चुकी परियोजनाओं के 6700 खरीदार शामिल हैं। इन परियोजनाओं पर प्राधिकरण का 7800 करोड़ रुपये बकाया हैं। बकाये में करीब 1800-1900 करोड़ की छूट को हटा दें तो बिल्डरों से बाकी बचे हुए पैसे जमा कराने के बाद फ्लैटों की रजिस्ट्री और कब्जे की कवायद की जा सकेगी।
ग्रेटर नोएडा में 191 प्रोजेक्ट
इसी तरह से ग्रेनो में कुल 191 परियोजनाएं हैं। इनमें से 50 परियोजनाओं पर एक बकाया नहीं है। 124 परियोजनाओं के बिल्डरों को डिफॉल्टर श्रेणी में रखा गया है। इनमें से 28 परियोजनाएं अलग-अलग कोर्ट और एनसीएलटी में हैं। इनमें से बाकी बची 96 परियोजनाओं के करीब 68 हजार फ्लैट खरीदारों को तुरंत राहत मिलेगी। हालांकि इन बिल्डरों पर प्राधिकरण का 5568 करोड़ का बकाया है। अगर छूट की राशि घटा दें तो करीब 4200 करोड़ रुपये बचते हैं, जिसे नियम के तहत चुकाना होगा।
आम्रपाली के रुके हुए पांच प्रोजेक्ट में तेजी से काम चल रहा है। अब एनबीसीसी (NBCC) की तरफ से 13500 फ्लैट बनाए जाएंगे। इन फ्लैट की बिक्री 6 हजार रुपये प्रति स्कवायर फीट की दर से की जाएगी। बाजार की कीमत से ये 20 से 25 प्रतिशत तक कम है.
Greater Noida West: अगर आपको ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अपना सपनों का आशियाना बनाना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है। अब जल्द ही आपका ये सपना पूरा होने वाला है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित आम्रपाली के पांच प्रॉजेक्टों के तहत अब जल्द ही 13 हजार अतिरिक्त फ्लैट बनने हैं और फिर तीन महीने बाद नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन यानी की (NBCC) की ओर से इन फ्लैट के लिए बुकिंग भी शुरू कर दी जाएगी.
इतने सस्ते होंगे फ्लैट
फ्लैट को तैयार करने के लिए 25-30 महीने में इन्हें तैयार करने का टारगेट रखा जाएगा. फिर 6 हजार स्क्वॉयर फुट के रेट से इन फ्लैटों की बुकिंग शुरू होगी. इसके लिए डीपीआर बनाने का काम तेजी से चल रहा है. एनबीसीसी के अधिकारियों के अनुसार, मार्केट में अन्य बिल्डर प्रॉजेक्टों की अपेक्षा करीब 20-25 प्रतिशत कम रेट पर आम्रपाली के फ्लैटों में बुकिंग की जाएगी, जो पुराने फंसे हुए प्रॉजेक्ट हैं, उनमें काम की स्पीड अब और बढ़ जाएगी। ताकि मार्च 2025 तक उन सभी फंसे हुए प्रॉजेक्टों को पूरा करने का टारगेट पूरा हो सके.
13 हजार नए फ्लैट भी होंगे तैयार
आपको बता दें कि, लगातार पांच साल तक कोर्ट रिसीवर द्वारा पैरवी करने के बाद ग्रेनो वेस्ट स्थित पांच प्रॉजेक्टों में अतिरिक्त फ्लोर एरिया रेश्यो (FAR) की मंजूरी अभी पिछले दिनों ही हो गई थी. इसके तहत 13 हजार नए फ्लैट बनेंगे. इतना ही नहीं बल्कि नोएडा-ग्रेनो के सभी फंसे हुए प्रॉजेक्टों में एनबीसीसी को 38 हजार फ्लैट तैयार करने थे. 38 हजार पुराने फंसे हुए और 13 हजार नए प्लैट, यानी कुल 51 हजार फ्लैट अब एनबीसीसी पूरे करेगी.
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