ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को किसानों ने दी चेतावनी, मांगें नहीं मानने पर करेंगे बड़ा आंदोलन


Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसान सभा द्वारा चलाए जा रहे महापड़ाव को आज पूरे 100 दिन हो गए हैं. किसानों को अभी भी अपनी समस्याओं के समाधान का इंतजार है। धरने के आज 100वें दिन अध्यक्षता जगदीश नंबरदार ने व संचालन सतीश यादव ने किया।

सरकार किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही


किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने बताया कि धरने के 100 दिन गुजर जाने के बाद भी किसानो की समस्याएं जस की तस हैं। किसानों के चार प्रमुख मुद्दे जिनमें सभी किसानों को 10% विकसित प्लॉट, प्रभावित परिवारों के युवाओं को रोजगार, भूमिहीनों के लिए 40 वर्ग मीटर का प्लॉट व नए भूमि अधिग्रहण को लागू करना है। इन प्रमुख मुद्दों का हमको अभी तक कोई संतोषजनक जवाब ना ही तो जनप्रतिनिधियों द्वारा और ना ही प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा दिया जा रहा है। इतने लंबे समय से किसान धरना दे रहे हैं लेकिन सरकार किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है. अगर सरकार ने किसानों के मुद्दों को जल्द हल नहीं किया तो आने वाले चुनाव में भाजपा को इसकी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ेगी।


किसान परिवार से एक व्यक्ति को मिले रोजगार
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नगर ने बताया कि 2 दिन पहले हमारे युवाओं ने रोजगार की मांग को लेकर जोरदार तरीका से प्रदर्शन किया था. इस जिले के अंदर बेरोजगारी का आंकड़ा इतना बड़ा है की किसानों को अपनी जीविका चलाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. सभी प्रभावित किसान परिवार से एक व्यक्ति को प्राथमिकता के तौर पर रोजगार उपलब्ध कराया जाए।


प्राधिकरण भ्रष्टाचार का अड्डा बना
किसान सभा के सचिव जगबीर नंबरदार ने बताया कि प्राधिकरण भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है और जब किसान भ्रष्टाचार के विरुद्ध मांग उठाते हैं तो दिखाए मात्रा के लिए कार्यवाही या की जाती हैं परंतु प्राधिकरण के अंदर अभी भी वही ढाक के तीन पात है किसान अपने कार्यों के लिए धक्के खा रहे हैं उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। किसान अलग-अलग दफ्तर में धक्के खाते हैं उनके लिए अलग से विंडो सिस्टम होना चाहिए और किस की सभी समस्याओं का निदान एक ही खिड़की से होना चाहिए।


40 वर्ग मीटर का प्लॉट देने की मांग
किसान संदीप भाटी का कहना है कि हमारे भूमिहीनों के सामने जीवन यापन करने का संकट है उनके परिवार बढ़ रहे हैं लेकिन उनके पास बहुत छोटे-छोटे घर हैं। क्योंकि वह लोग भूमिहीन थे तो उन पर बेचने के लिए जमीन नहीं है. वह किसानों की जमीनों पर ही गुजर बसर करते थे. उनके लिए प्राधिकरण को 40 वर्ग मीटर का प्लॉट प्रत्येक बालिग परिवार को दिया जाए।


बिना मुद्दा हल हुए हटेंगे नहीं


सतीश यादव ने बताया कि आज भारत के महान क्रांतिकारी राजगुरु की जयंती पर हमारे धरने को 100 दिन पूरे हुए हैं, यह गजब का सहयोग है. जब तक हमारे सारे मुद्दे हल नहीं हो जाएंगे हम यहां से अपने घर नहीं जाएंगे. चाहे हमें अपने प्राण ही न्योछावर क्यों न करने पड़े। किसान निशांत रावल ने कहा कि दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में किसान सभा का राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है हमारे धरने से सैकड़ो की संख्या में किसान राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए गए हैं, जिसमें बड़ी मात्रा में महिलाएं भी शामिल है।
आज के धरने में मुख्य रूप से सूबेदार ब्रह्मपाल नरेंद्र भाटी इंद्रजीत कसाना निरंकार सिंह अजय पाल भाटी हरेंद्र खड़ी सुरेश यादव संजय नगर चतर सिंह लाजपत राय शर्मा अमित यादव यतेंद्र मैनेजर वीरान नेताजी रंगलाल भाटी राजवीरी देवी सुरेंद्र यादव हरकेश रेखा पूनम विमला शिमला अनीता सुनीता सहित हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे।

By Super Admin | August 25, 2023 | 0 Comments

धरना दे रहे किसान अपने खून से लिखेंगे पीएम मोदी को पत्र, जानिए क्या है इनकी समस्या

Greater noida: एनटीपीसी के खिलाफ धरना दे रहे किसान देश के प्रधानमंत्री के अपने खून से पत्र लिखने का एलान किया है।

311 दिन से लगातार धरना जारी

दादरी एनटीपीसी के खिलाफ लगातार 311वे दिन भी किसानो का धरना प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान किसान नेता सुखबीर खलीफा ने 27 अगस्त को अपनी मंगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खून से पत्र लिखने का एलान किया।उन्होंने कहा कि अभी तक किसानों की समस्याओं का समाधन नहीं हो सका है।इसलिए ऐसा निर्णय लिया है।

एनटीपीसी से गाँवों का पानी हो रहा खराब

किसान नेता ने कहा कि एनटीपीसी से आस पास के गावों का पानी खराब हो चुका है। जिसकी वजह से लोगों को खतरनाक बीमारी हो रही है।इसीलिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन कोई सुनाने वाला नहीं है।

27 अगस्त को लिखेंगे पत्र

किसान नेता ने कहा कि 27 अगस्त को धरना स्थल पर किसान बड़ी संख्या में पहुँचकर अपने खून से पीएम मोदी को चिट्ठी लिखेंगे। जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक धरना जारी रहेगा।

By Super Admin | August 26, 2023 | 0 Comments

किसानों का एलान, 12 सितंबर को प्राधिकरण का दोनों गेट बंद करेंगे


Greatr Noida: किसानों का धरना प्राधिकरण पर 111वें दिन भी जारी रहा. अपने मुद्दों का अभी तक हल नहीं होने पर किसानों में भारी आक्रोश है. किसान ने अपने मुद्दों के प्रति प्राधिकरण की हीला हवाली को देखते हुए निर्णय लिया है कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेटों को जब तक बंद रखेंगे.

आंदोलन में कोई ढिलाई बरतने के मूड में नहीं
धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि 12 सितंबर की तैयारी के लिए हमने गांव-गांव में मीटिंगों का दौर शुरू कर दिया है. इसके लिए चार टीमों का गठन किया गया है. युवाओं, महिलाओं, भूमिहीनों और एक किसान सभा की मुख्य टीम अपने-अपने स्तर पर प्रत्येक गांव में मीटिंग कर गांव कमेटियों का गठन कर रहे हैं. इसके साथ ही 12 सितंबर को प्राधिकरण पर बड़ी संख्या में पहुंचने का आवाहन कर रहे हैं. उस दिन प्राधिकरण के दोनों गेटो को बंद कर आर पार की लड़ाई की जाएगी. अब आंदोलन में कोई ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है।

डबल इंजन की सरकार किसानों और मजदूरों का कर रही शोषण

वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यह डबल इंजन की सरकार किसानों और मजदूरों का वोट तो लेना चाहती है. लेकिन उनके मुद्दे हल करना नहीं चाहती है। जिले के अंदर तीनों प्राधिकरणों पर लंबे समय से किसानों के आंदोलन चल रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सदन के अंदर किसानों के आंदोलन से संबंधित प्रश्न उठाया था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन सवालों का जवाब देना भी उचित नहीं समझा. किसानों की पीड़ा जायज है और उन्हें उनका अधिकार मिलना ही चाहिए। समाजवादी पार्टी किसानों के साथ है. समय-समय पर समाजवादी पार्टी की तरफ से प्रतिनिधिमंडल भी किसानों के मध्य पहुंचकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुआ है हम बहुत जल्दी ही अखिलेश यादव से मुलाकात कर उन्हें धरने पर बुलाने के लिए समय लेंगे।

मुद्दे हल होने तक लड़ते रहेंगे, हम थकने वाले नहीं
किसान सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि सत्ता हमारी ताकत को तोलना चाहती है, उन्हें यह भूल है कि हम थक जाएंगे। हम इस देश के भूमिपुत्र हैं हमारे खून में थकना नहीं लिखा, हम जब तक लड़ते रहेंगे जब तक हमारे मुद्दे हल नहीं हो जाते या हमारे शरीर से हमारे प्राण नहीं निकल जाते।
किसान सभा के जिला सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि 12 सितंबर की तैयारी के लिए सरधना से विधायक अतुल प्रधान सभी प्रभावित गांवों में सभाएं करेंगे। इसकी शुरुआत 6 तारीख से की जाएगी। जितने भी जिले के प्रभावित गांव हैं, उन सभी गांव में अतुल प्रधान अपने स्तर पर सभाएं करेंगे और लोगों से 12 तारीख के लिए बड़ी संख्या में आने का आवाहन करेंगे। अतुल प्रधान पूर्व में भी किसानों के धरने पर आते रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक किसानों के मुद्दे हल नहीं हो जाते मैं शांति से बैठने वाला नहीं हूं। वहीं, महिला समिति की टीम ने रोजा याकूबपुर गांव में मीटिंग कर महिला समिति का गठन किया.

By Super Admin | September 05, 2023 | 0 Comments

किसानों ने प्राधिकरण को बंद करने के लिए 'डेरा डालो, घेरा डालो' की रणनीति बनाई


Greater Noida: किसान सभा का धरना प्रदर्शन 116वें दिन प्राधिकरण के खिलाफ जारी रहा। धरना स्थल पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा 12 सितंबर को डेरा डालो, घेरा डालो प्रोग्राम के तहत प्राधिकरण को बंद किया जाएगा. जिसके लिए महिलाओं नौजवानों किसानों और भूमिहीनों की चार टीम क्षेत्र में प्रचार कार्य में लगी हैं।


किसान सभा के युवा नेता मोहित नागर ने कहा कि नौजवान पूरी तरह संगठित हैं और 12 सितंबर को हजारों की संख्या में प्राधिकरण पर डेरा डालकर प्राधिकरण को बंद करने का कार्य करेंगे। प्रशांत भाटी ने कहा कि घंघोला गांव में पुस्तकालय स्थल पर नौजवानों की बैठक की गई। जिसमें बड़ी संख्या में नौजवान उपस्थित रहे उपस्थित नौजवानों ने 12 सितंबर के आंदोलन में बड़ी संख्या में आने का वादा किया।


अभय भाटी ने कहा कि लड़ाई आर पार की है, मुद्दों को हल करके ही दम लेंगे। हमारे क्षेत्र के प्रतिनिधियों में कोई दम नहीं है। उन्होंने आज तक किसानों की किसी भी समस्या को प्राथमिकता पर नहीं लिया है। न ही कभी उसके लिए कोई आवाज उठाई है, जो कुछ भी हुआ है वह संगठित किसानों के प्रयासों से ही संभव हुआ है। इस बार भी हम अपने संगठन और एकता के दम पर ही सफलता प्राप्त करेंगे।


किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि पूर्व में जितने भी आंदोलन हुए हैं, वह सब किसानों के संगठित प्रयास का नतीजा थे। जो कुछ भी आज तक हासिल हुआ है वह भी किसानों के संगठित आंदोलन का नतीजा है। किसान सभा हमेशा अपना आंदोलन अपने संगठन लोगों के दम पर करती है। आंदोलन ऐतिहासिक है, जिसमें सैकड़ो लोग रोज धरना स्थल पर आ रहे हैं ।12 तारीख को डेरा डालो घेरा डालो प्रोग्राम में हजारों किसान हिस्सा लेंगे।

By Super Admin | September 10, 2023 | 0 Comments