Greater Noida: यमुना प्राधिकरण के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन का आठवें दिन भी धरना जारी रहा। धरने की अध्यक्षता धर्मपाल सिंह डेरीन एवं संचालन मास्टर तेजपाल सिंह नीमका ने किया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा यमुना प्राधिकरण ने घोषणा की थी 15 अक्टूबर से किसानों को 64.7 % का मुआवजा वितरण किया जाएगा। लेकिन धरातल पर कोई भी कार्य नहीं हुआ। 21 अक्टूबर को होने वाली महापंचायत को लेकर गांव-गांव जाकर मीटिंग की जा रही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान पहुंच सके। इस महापंचायत में चौधरी राकेश टिकैत भी मौजूद रहेंगे।
किसानों के साथ धोखा कर रहा प्राधिकरण
जिला अध्यक्ष रॉबिन नागर ने कहा कि प्राधिकरण किसानों के साथ धोखा कर रहा है। आज नीमका ,खाजपुर गांव के सैकड़ो किसान धरने पर समर्थन देने पहुंचे हैं, इनका भारतीय किसान यूनियन धन्यवाद देती है। उन्होंने कहा कि यमुना प्राधिकरण भोले वाले किसानों को बरगला रहा है। नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट के तीसरे चरण के किसानों के गांव के सर्वे के नाम पर धोखा हो रहा है। जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा।
प्राधिकरण में अधिकारी और बिल्डर घोटाले कर रहे
जिला मीडिया प्रभारी सुनील प्रधान ने कहा कि प्रदेश सरकार एवं तीनों प्राधिकरण किसानों के कोई भी कार्य नहीं कर रहे हैं, जिससे किसान बहुत ज्यादा परेशान है। सरकार एवं प्राधिकरण सिर्फ अख़बारों में प्रकाशन कर देते हैं, हम बहुत अच्छे कार्य कर रहे हैं। लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं है, सिर्फ दिखावा है। किसी भी गांव एवं सेक्टर के दौरा अधिकारी नहीं करते, सिर्फ मन की बात चलती है। प्राधिकरण में अधिकारी एवं बिल्डर घोटाले पर घोटाले कर रहे हैं।
धरने पर ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर मटरू नागर अमित जैलदार सचिन कसाना इंद्रजीत कसाना महेश खटाना योगेश भाटी सोनू मुखिया भगत सिंह तुगलपुर बिरजू सिंह नीरज कुमार राजू चौहान प्रदीप कुमार सिंह महिपाल सिंह अमित डेढा अशोक पंडित जी नीरज कुमार सिंह रविंद्र चौहान राजेश शर्मा लखमीचंद मनोज सोनू सिंह राकेश मिस्त्री विजेंद्र बाबर इंद्रपाल शर्मा नानू सिंह सुभाष डालचंद योगेश राजू शर्मा सतीश प्रियांशु जयंती प्रसाद गोपाल सिंह रविंद्र चौधरी समयबीर सोनू ममूरा सचिन नागर पीतम नागर सुरेंद्र ढाक बेली भाटी सुरज नागर विनोद पंडित सरपंच बलजीत तुगलपुर राजपाल सिंह अमरपाल मास्टर विजयपाल दरोगा महेंद्र सिंह रविंद्र प्रधान गिरीश कुमार विनोद अजय जितेंद्र रविंदर नेता सुनील पीलवान बेगराज प्रधान धर्मपाल स्वामी शक्ति सिंह अजीत गैराठी शरीफ इंद्रीश तुगलपुर अरविंद लोहिया मोहियापुर आदि सैकड़ो किसान मौजूद रहे।
Greater Noida: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) 21 अक्टूबर यानि कल से ग्रेटर नोएडा में रहेंगे। ग्रेटर नोएडा में जीरो प्वाइंट पर चल रहे किसानों के धरना स्थल पर राकेश टिकैत एक महा पंचायत को संबोधित करेंगे। किसान नेताओं ने घोषणा की है कि 21 अक्टूबर को किसानों का हल्ला बोल कार्यक्रम होगा। किसानों के हल्ला बोल कार्यक्रम के मंच से किसान नेता राकेश टिकैत अपने खास अंदाज में दहाड़ते हुए नजर आएंगे।
कल से किसानों का हल्ला-बोल
ग्रेटर नोएडा में किसान पिछले 12 दिन से जीरो प्वाइंट पर धरना दे रहे हैं। धरना दे रहे किसान नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना क्षेत्र के किसानों की एक दर्जन से अधिक मांगें पूरी करने की मांग कर रहे हैं। जीरो पॉइंट पर चल रहे धरने के 12 वें दिन भारतीय किसान यूनियन के एनसीआर अध्यक्ष मटरू नागर ने बताया कल होने वाली महापंचायत में भारी संख्या में किसान पहुंचने वाले हैं। किसानों की मांगों में मुआवजे से लेकर आबादी के प्लॉट तक की अनेक मांगें शामिल हैं। 12 दिन तक उनकी मांग न सुने जाने पर किसानों ने 21 अक्टूबर 2023 को हल्ला बोल कार्यक्रम की घोषणा की है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर किसानों का धरना जारी है। आज किसानों के बीच किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत खुद ट्रैक्टर चलाकर किसानों के धरने के बीच पहुंचे।
प्राधिकरण और प्रशासन पर साधा निशाना
पिछले 13 दिनों से किसान ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर अपनी कई मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। किसानों का जोश और बढ़ गया, जब उनके बीच उनके नेता राकेश टिकैत पहुंचे। किसानों ने जोरशोर से राकेश टिकैत का स्वागत किया। जिसके बाद राकेश टिकैत ने प्राधिकरण और प्रशासन पर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने प्राधिकरण पर कई आरोप लगाए। राकेश टिकैत ने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी किसानों की बात नहीं सुन रहे हैं। लेकिन उनको किसानों की बात सुननी पड़ेगी।
जमीन पर पहले किसानों का हक- टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि प्राधिकरण के अफसर अपनी मनमानी कर रहे हैं। जबकि यहां की जमीन पर पहले किसानों का हक है, ना कि प्राधिकरण का। इसलिए प्रशासन और प्राधिकरण को किसानों की बात सुननी पड़ेगी।
'अफसर बैठकर सुने किसानों की मांग'
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की जमीन एयरपोर्ट में जा रही है। कई किसान ऐसे भी हैं, जिनके पास अब जमीन नहीं बची। राकेश टिकैत बोले अधिकारियों के पास तो कई मकान हैं लेकिन जिनकी जमीन जा रही है, वो अब बेघर हो रहे हैं। ऐसे में कलेक्टर, कमिश्नर और प्राधिकरण के अफसरों को बैठकर किसानों की बात सुननी चाहिए। जिससे किसान परेशान ना हो।
Greater Noida: स्थानीय लोगों से टोल लेने के विरोध में किसानों ने जेवर टोल प्लाजा पर जमकर हंगामा किया। किसानों के विरोध को देखते हुए टोल प्लाजा पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई।
"किसानों को परेशान करते हैं टोल कर्मी''
किसान नेता मोहित नागर का आरोप है कि जिनकी जमीन पर शहर बसा है, उनसे भी टोल कर्मी टोल रहे हैं जो पूरी तरह से गलत है। एक किसान का आरोप है कि आए दिन टोल को लेकर प्लाजा पर विवाद होता है। किसानों से जबरन टोल वसूला जा रहा है। किसानों से टोल वसूलने के विरोध में भारतीय किसान सभा का जेवर यमुना टोल पर विरोध देखने को मिला।
किसानों की जिला प्रशासन की चेतावनी
टोल प्लाजा पर टोल वसूले जाने के विरोध किसानों ने जेवर टोल प्लाजा पर हल्ला बोला। इस दौरान किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द जिला प्रशासन इस मसले का समाधान नहीं निकलाता तो किसान नेता बड़ी स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
गौतमबुद्ध नगर के किसान अपनी कई मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जिला प्रशासन के स्तर से सुनवाई नहीं होने पर किसान आज महापंचायत करने जा रहे हैं। जिसके बाद किसानों के दिल्ली कूच करने की संभावना है। अब किसानों की महापंचाय को देखते हुए जिले भर में धारा-144 लागू कर दी गई है।
Noida: अपनी तमाम मांगों को लेकर गौतमबुद्ध नगर के किसान लगातार आंदोलित है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर धरने पर बैठे किसान बुधवार को महापंचायत करेंगे। यहां से 8 फरवरी को किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। किसान यूनियन अपनी मांगों के लिए गुरुवार यानि 8 फरवरी को दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं। किसान जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके पहले गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट ने सीआरपीसी (CRPC) की धारा-144 के तहत 7 और 8 फरवरी को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सख्त पाबंदी लगा दी है। इसके साथ ही कई मार्गों पर डाइवर्जन की ट्रैफिक एडवाइजरी जारी दी गई है।
धारा-144 लागू
किसानों की महापंचायत से पहले गौतमबुद्ध नगर में धारा-144 लागू कर दी गई है। किसानों ने दिल्ली के संसद भवन के घेराव करने की चेतावनी भी दी है। किसानों की महापंचायत और दिल्ली मार्च को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर पुलिस अलर्ट हो गई है। यहां पर 7 और 8 फरवरी को सख्त पाबंदी लागू कर दी गई है।
कई जगहों पर ट्रैफिक डायवर्जन
कई मार्गों पर डाइवर्जन की ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है। महापंचायत में शामिल होने के लिए किसान अपने ट्रैक्टर और निजी वाहनों से ग्रेटर-नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर पहुंचेंगे। किसानों की बड़ी संख्या में पहुंचने पर यातायात व्यवस्था चरमरा सकती है। जिसके चलते जिले में ट्रैफिक एडवायजरी जारी की गई है। दादरी, तिलपता, सूरजपुर, सिरसा, रामपुर-फतेहपुर, 130 मीटर एवं ग्रेटर-नोएडा के अन्य मार्गो पर ट्रैफिक का डायवर्जन किया जाएगा।
कब से प्रदर्शन कर रहे किसान
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसान यूनियन लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले साल दिसंबर महीने से किसान जिले भर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। विकास प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले बढ़े हुए मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर किसान आंदोलित हैं। इसी के मद्देनजर किसान समूहों ने अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए बुधवार को 'किसान महापंचायत' और गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में संसद तक विरोध मार्च का आह्वान किया है।
Greater Noida: आज किसान अपनी मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सामने महापंचायत कर रहे हैं। पिछले 124 दिन के धरने के बाद क्षेत्र के प्रभावित 55 गांवों के किसान भी इस महापंचायत में शामिल हुए हैं। किसान नेता का कहना है कि जो भी हमारी मांग है उसके प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। लेकिन सरकार ने अभी तक किसानों की मांग पर फाइनल निर्णय नहीं लिया है। अब अपनी मांग नहीं पूरी होते देख नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे हैं।
मांगों को क्यों नहीं मान रही सरकार: किसान नेता जगवीर
किसान नेता जगवीर ने बताया कि उनकी दो मांगों को प्राधिकरण की तरफ से मान कर इसकी संस्तुति के लिए प्रदेश सरकार को भेजा है। लेकिन अभी तक उस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जिससे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों में नाराजगी है। किसानों की पहली मांग है कि सभी प्रभावित किसानों को 10 फीसदी विकसित भूखंड दिया जाए और दूसरी मांग नए भूमि अधिग्रहण का लाभ सभी किसानों को देने की है। इसमें वो भी किसान हैं जिन्होंने अपनी जमीन सीधे रजिस्ट्री के माध्यम दी है। किसान नेताओं की मांग है कि उन्हें भी परियोजना प्रभावित किसान माना जाए। इसी मांगों को जल्द से जल्द मनवाने के लिए किसान लगातार धरनारत हैं।
कल करेंगे दिल्ली कूचः रूपेश वर्मा
किसान नेता रूपेश वर्मा ने बताया कि 8 फरवरी को गौतमबुद्ध नगर के किसान संसद भवन का घेराव करने के लिए जाएंगे। किसानों की मांग है कि पिछले तीस साल से उनके प्लाट नहीं दिये गये हैं। किसानों की जमीन का 10 फीसदी हिस्सा प्राधिकरण को विकसित करके देना है। रूपेश वर्मा ने कहा कि किसान प्लाट को विकसित करने के लिए विकास शुल्क भी दे रहे हैं तो उनकी जमीन को विकसित करके क्यों नहीं दिया जा रहा है। रूपेश वर्मा ने सीधे-सीधे प्राधिकरण पर बेइमानी करने का आरोप लगाया है।
कल किसान करेंगे ट्रैक्टर रैली
किसान नेता रूपेश वर्मा ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर के किसानों के साथ लगातार बेइमानी की जा रही है। जो दो प्रस्ताव सरकार के पास भेजे गये हैं। उन पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब किसान नेताओं का कहना है कि लखनऊ तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए किसान दिल्ली भी जाने को तैयार हैं।
शहरीकरण के लिए दी जाती है 20 फीसदी जमीन- किसान नेता
किसान नेता रूपेश वर्मा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि लगातार किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। नया कानून एक जनवरी साल 2024 से लागू है। जबकि शहरीकरण के लिए जहां भी जमीन ली जाती है, वहां 20 फीसदी जमीन किसान को विकसित करके वापस की जाती है और दूसरी सबसे बड़ी मांग है रोजगार। उन्होंने कहा कि हर बालिग सदस्य को रोजगार देना होता है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में चार गुना रोजगार देना पड़ता है। इन सभी लाभों से गौतमबुद्ध नगर के किसानों को वंचित रखा गया है।
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सामने बड़ी संख्या में महिला और पुरूष किसान धरने के लिए पहुंचे हैं। किसान आज अपनी मांगों को लेकर महापंचायत कर रहे हैं। इस महापंचायत में आगे की रणनीति पर फैसला लेंगे। जिसमें दिल्ली में संसद भवन घेरने की तैयारी भी शामिल है। किसानों की संख्या को देखते हुए प्राधिकरण के सामने बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
गौतमबुद्ध नगर के किसान अपनी मांगों को लेकर आज दिल्ली कूच कर रहे हैं। किसान अलग-अलग रास्तों से डीएनडी की ओर पहुंच रहे हैं। जिससे पूरे नोएडा में जाम लग गया है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कल ही पूरे गौतमबुद्ध नगर में धारा-144 लागू कर दिया गया था।
Noida: नोएडा, ग्रेटर नोएडा के सैकड़ों गांवों के किसान आज दिल्ली में संसद भवन के सामने विरोध प्रदर्शन करने पहुंचने वाले हैं। किसानों के प्रदर्शन के चलते नोएडा और दिल्ली में कई मार्गों पर यातायात प्रभावित हुआ है। नोएडा की सड़कों पर सुबह से ही जाम की स्थिति बन गई। जगह-जगह रूट को पुलिस ने डायवर्ट किया है। किसी तरह की कहीं अनहोनी ना हो, इसे लेकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में धारा-144 लागू कर दी गई है। साथ ही नोएडा में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के साथ रूट का भी डायवर्जन किया गया है।
कई सड़के बंद
किसानों के दिल्ली कूच से नोएडा और ग्रेटर नोएडा की कई सड़कों पर जाम लग गया है। किसानों के दिल्ली कूच से पहले ही नोएडा की कई सड़कों पर जाम लग गया। लोगों को किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो इसके लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने सुबह 11 बजे से देर शाम तक इन रूट पर ट्रैफिक को रोक दिया है। जिसमें सेक्टर-एक से सेक्टर-6 पुलिस चौकी तक, संदीप पेपर मिल से हरौला तक ट्रैफिक का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। रजनीगंधा चौक, सेक्टर-6 चौकी चौक, झुंडपुरा चौक, सेक्टर-8, सेक्टर-10, सेक्टर-11, सेक्टर-112 चौक, हरौला चौक से आवश्यकतानुसार यातायात का डायवर्जन किया गया है। डीसीपी ट्रैफिक अनिल यादव ने बताया कि आपातकालीन वाहनों को डायवर्जन के दौरान सुरक्षित गंतव्य की ओर भेजा जाएगा। किसी भी तरह की यातायात असुविधा उत्पन्न होने पर हेल्पलाइन नंबर 9971009001 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
इस रूट का करें इस्तेमाल
एक्सप्रेस-वे से ट्रैफिक डायवर्जन
नोएडा से किसानों के दिल्ली कूच के मद्देनजर यमुना एक्सप्रेस-वे और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर मालवाहक वाहनों के नो एंटी के समय में परिवर्तन किया गया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, वृहस्पतिवार सुबह सात बजे से रात साढ़े दस बजे तक तक एंट्री प्रतिबंधित रहेगी।
यहां पर भी बढ़ाई गई सुरक्षा
किसानों के विरोध मार्च को देखते हुए दिल्ली-नोएडा और चिल्ला बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। यहां पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है, जो हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं।
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