Noida: इन दिनों सोशल मीडिया एक जरिया बन गया, जिससे हम अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ जुड़ सकते है. साथ ही कई नए-नए लोगों से दोस्ती भी कर सकते हैं. लेकिन कभी-कभी यहीं दोस्ती भारी भी पड़ सकती है. जी हां ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के जिले नोएडा से सामने आया है. यहां थाना सेक्टर-58 पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. टीम ने फेसबुक के जरिए धोखाधडी कर पैसे कमाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. साथ ही महिला सहित 4 बदमाशों को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से धोखाधडी कर 14,500 रूपये और घटना में प्रयुक्त 6 मोबाइल फोन भी बरामद किया हैं.
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, नोएडा के सेक्टर-58 थाने में 28 मार्च को एक तहरीर दी गई थी. जिसमें कहा गया था कि उसकी फेसबुक पर नागर परी नाम की लडकी से दोस्ती हुई. उस लडकी ने 14 मार्च को उसे मिलने के लिए सेक्टर 62 स्थित एक निजी अस्पताल के पास बुलाया. जब वह लडकी के बताए गए स्थान पर पहुंचा तो पहले से ही एक लडकी और दो लडके मिले. उन्होंने धोखाधडी कर मेरा मोबाइल ले लिया और फिर तीनों ने मारपीट शुरू कर दी. इतना ही नहीं बल्कि भय दिखाकर ग्राहक सेवा केंन्द्र के खाते में 17,120 रूपये ट्रांसफर कर लिए.
पुलिस ने किया घटना का खुलासा
वहीं, जैसे ही घटना की जानकारी पुलिस को लगी तो उन्होंने मुकदमा दर्ज कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी. इसी कड़ी में 28 मार्च को टीम ने फेसबुक के माध्यम से धोखाधडी कर मौत का भय दिखाकर पैसे लेने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया. साथ ही एक महिला सहित बदमाशों को गिरफ्तार किया गया हैं.
गिरफ्तार लोगों के नाम
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए बदमाशों का नाम अभिषेक शर्मा, फिरोज, शशीपाल, और शिवानी, जिन्हें नोएडा के गोल चक्कर सैक्टर-62 से गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से धोखाधडी से कमाए गए कुल 14,500 रूपये और घटना में प्रयुक्त 06 मोबाइल फोन बरामद किए गए है.
लोकसभा का चुनावी रण तैयार हो चुका है। 19 अप्रैल से शुरू हो रहे लोकसभा चुनाव 2024 के लिए हर पार्टी ने अपनी कमर कस ली है। 7 चरणों में होने वाले आम चुनावों के लिए प्रत्याशियों के नामांकन प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ ढोल-नगाड़ों की थाप पर लोगों का अभिवादन स्वीकारते हुए नामांकन कर रहे हैं। बीजेपी से महेश शर्मा, सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार महेंद्र नागर हैं तो बसपा ने राजेंद्र सोलंकी को मैदान में उतारा है। वहीं गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट की तीनों पार्टियों के प्रत्याशी धरातल यानी फील्ड पर तो खूब जोर शोर से लोगों से समर्थन मांग रहे हैं लेकिन ये सोशल मीडिया का युग है। क्या सोशल मीडिया पर भी इन प्रत्याशियों की पकड़ इतनी ही मजबूत है आइए जानते हैं।
डॉ. महेश शर्मा सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक पर काफी एक्टिव
बीजेपी प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा की बात करें तो इनके फेसबुक अकाउंट में 2 मिलियन फॉलोवर हैं। साथ ही इनका फेसबुक अकाउंट हर मिनट अपडेट भी किया जाता है। इनके फेसबुक अकाउंट में इनके हर दिन की रैलियों की जानकारी होती है। साथ ही इनका फेसबुक अकाउंट जनसंपर्क और रैलियों की तस्वीरों से भरा पड़ा है। डॉ. महेश शर्मा बाकी प्रत्याशियों से ज्यादा सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं। देखा जाए तो सोशल मीडिया पर डॉ. महेश शर्मा की अच्छी पकड़ है। वहीं बात करें सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी महेंद्र नागर की तो इनके फेसबुक अकाउंट में केवल 12 हजार फॉलोवर है। इनका फेसबुक पेज मार्च 2016 में बनाया गया था लेकिन फेसबुक पर महेंद्र नागर काफी एक्टिव नहीं हैं ये तो साफ है। वहीं बात करें बसपा प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी की तो फेसबुक पर ये बिल्कुल फिसड्डी हैं। जहां तक फ्रेंड्स की बात करें तो इनके फेसबुक पर 4.8Kफ्रेंड्स हैं और 11 फरवरी के बाद से इनका ये अकाउंट एक बार भी अपडेट नहीं हुआ है।
सोशल मीडिया एक्स पर भी डॉ. महेश शर्मा ने मारी बाजी
सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर वर्तमान में एक्स की बात करें तो डॉक्टर महेश शर्मा के एक्स पर 277.5K फॉलोवर हैं और इस अकाउंट को समय-समय पर अपडेट किया जाता है। जिससे प्रत्याशी की हर जानकारी जनता तक आसानी से पहुंच सके। देखा जाए तो यहां पर भी डॉक्टर महेश शर्मा ने बाजी मार ली है और बाकी दोनों प्रत्याशी इस रेस में उनसे काफी पीछे हैं। वहीं बात करें सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी महेंद्र नागर की तो इनके एक्स पर 2402 फॉलोवर हैं। इनका ये अकाउंट भी फेसबुक की तरह घंटों में अपडेट होता है। यहां पर भी महेंद्र नागर काफी एक्टिव नहीं हैं। वहीं बात करें बसपा प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी की तो इनका एक्स पर हाल फेसबुक से भी बुरा है। इन्होंने मार्च 2024 में ही एक्स पर अकाउंट बनाया है। इस अकाउंट पर इनके मात्र 202 फॉलोवर ही मौजूद हैं। वहीं इस अकाउंट का हाल इनके फेसबुक अकाउंट से बेहतर है इनका फेसबुक अकाउंट 11 फरवरी से अपडेट नहीं हुआ तो इस अकाउंट को 5 अप्रैल को आखिरी बार अपडेट किया गया है।
क्या सोशल मीडिया से दोस्ती दिला पाएगी डॉ. शर्मा को जीत
वहीं देखा जाए ये दौर ऐसा है जहां छोटे बच्चों से लेकर बड़ों सबके हाथ में और कुछ हो ना हो मोबाइल फोन जरूर मौजूद होता है। फॉलोवर के मामले में तो डॉक्टर महेश शर्मा हर प्लेटफॉर्म पर आगे हैं कहीं ऐसा ना हो कि बाकी प्रत्याशियों की सोशल मीडिया से बेरुखी इनकी हार का सबब बन जाए और महेश शर्मा जीत की हैट्रिक लगाते हुए दौड़ में सबसे आगे निकल जाएं।
नोएडा की थाना साइबर क्राइम पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने ऑनलाइन महिला से धोखाधड़ी कर 9 लाख 60 हजार रुपये ऐंठने वाले अभियुक्त को धर दबोचा है. थाना साइबर क्राइम पुलिस ने अभियुक्त आसिफ अली पुत्र अफसर अली को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. पीड़ित की सूचना पर पुलिस ने आईटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई को अंजाम दिया है. इसके साथ ही मिले सबूतों के आधार पर आईपीसी धारा 468 की भी बढ़ोत्तरी की गई है. बता दें कि आरोपी ने सोशल मीडिया फेसबुक द्वारा महिला से दोस्ती कर उसके द्वारा भारत भेजे गए गिफ्ट को मुंबई कस्टम द्वारा पकड़े जाने और कस्टम ड्यूटी अदा करने के नाम पर धोखाधड़ी की गई.
ऐसे देते थे ठगी की घटना को अंजाम
अभियुक्त ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी मुलाकात रवि नाम के लड़के से जनपद सहारनपुर में एक होटल में आते-जाते हुई थी. युवक ने खुद को जनपद गाजियाबाद का निवासी बताया था. उस वक्त मुझे कुछ पैसों की सख्त जरूरत थी मैंने रवि से अपनी बात शेयर की. तो रवि ने मुझे बताया कि तुम अपना एक बैंक खाता खुलवा लो. जिसमें सरकारी धन आएगा, उसमें से 30 प्रतिशत कमीशन तुम्हारा रहेगा और शेष मुझे दे देना. जिस पर मैंने अपने आधार कार्ड में अपने पिताजी के स्थान पर अपने दादा का नाम एडिट करवा कर बैंक खाता खुलवा दिया और फिर उस खाते में पैसे आए थे. जिसका कमिशन मुझे रवि ने दिया था. मैंने अपने दो-तीन आधार कार्ड अलग-अलग पते पर बनवा रखे हैं. जिससे पुलिस मुझे पकड़ न सके.
सोशल मीडिया पर आजकल लोग अपनी हर बात शेयर करना पसंद करते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के मेरठ से फेसबुक के जरिए एक प्रोफेसर की जान बच गई है। जो रेलवे लाइन पर आत्महत्या करने जा रहा था।
फेसबुक अलर्ट ने बचाई जान, देखिए लाइव का वीडियो
फेसबुक अलर्ट ने मेरठ में एक प्रोफेसर की जान बचा ली। प्रोफेसर अपनी पत्नी के मायके जाने से परेशान होकर फेसबुक लाइव के दौरान ट्रेन से कटने जा रहा था। अमेरिका के कैलिफोर्निया में फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा हेडक्वार्टर से इसको लेकर यूपी हेडक्वार्टर में अलर्ट भेजा गया।
7 मिनट में बची जान
जिसके बाद पुलिस मुख्यालय लखनऊ से मोबाइल की लोकेशन ट्रेस हुई। पुलिस ने 7 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचकर प्रोफेसर को बचा लिया। मामला मेरठ शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक, प्रोफेसर शहर के एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाते हैं। प्रोफेसर ने पूछताछ में पुलिस को बताया- पत्नी से कुछ अनबन हुई थी। इसके बाद वह मायके चली गई और वापस नहीं आ रही थी। इसके चलते वो ट्रेन से कटने जा रहे थे।
मोबाइल नंबर के आधार पर लाइव लोकेशन निकाली
एसपी सिटी मेरठ आयुष विक्रम सिंह ने आगे बताया कि SO सदर बाजार शशांक द्विवेदी ने फेसबुक लाइव आए प्रोफेसर के बारे में जानकारी जुटाई। पता चला कि वह सिविल लाइन क्षेत्र में रहते हैं। उन्होंने सिविल लाइन थाना प्रभारी को फोन किया और प्रोफेसर के घरवालों को सूचना देने को कहा। साथ ही उनसे सिटी रेलवे स्टेशन टीम को भेजने को कहा। थोड़ी देर में पुलिस स्टेशन पहुंच गई। GRP के जवान भी पहुंच गए। लेकिन, प्रोफेसर वहां नहीं मिले। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर लाइव लोकेशन निकाली तो वह परतापुर की निकली। परतापुर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने प्रोफेसर को कॉल कर समझाया कि ऐसा न करें। थोड़ी देर तक प्रोफेसर को बातों में उलझाए रखा, इतने में पुलिस उनके पास पहुंच गई।
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