मैनपुरी सीट पर फिर होगा सपा का कब्जा या लहराएगा भगवा, जानें मैनपुरी सीट का सियासी समीकरण

लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण की दंगल शुरू हो चुका है। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 मई को यूपी की 10 सीटों पर मतदान होना है। तो वहीं यूपी की सबसे हॉट सीट कही जाने वाली मैनपुरी लोकसभा सीट पर भी तीसरे चरण में चुनाव होने है। इस सीट पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पत्नी डिंपल यादव को चुनाव मैदान उतरा है। वहीं, बीजेपी ने इस सीट से दिग्गज नेता जयवीर सिंह को अपना प्रत्याशी चुना है। इस बार सपा और कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही हैं। वहीं, रालोद इस बार एनडीए के तहत बीजेपी का हिस्सा है। आपको बता दें कि यूपी की मैनपुरी सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है। मैनपुरी को मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि भी कहा जाता है। साल 2022 में मुलायम के देहांत के बाद उपचुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव यहां से सांसद चुनी गई थी।

1996 के लोकसभा चुनाव से इस सीट पर सपा का कब्जा
मैनपुरी को सपा का गढ़ का कहा जाता है। 1996 के लोकसभा चुनाव से इस सीट पर सपा का कब्जा है. मुलायम सिंह यादव लगातार पांच बार इस सीट से सांसद चुनकर आये है। 2022 में मुलायम के निधन के बाद डिंपल यादव यहां से चुनाव लड़ी और जीत हासिल की। ये सीट सपा की सबसे सुरक्षित सीटों में से एक है इसलिए डिंपल यादव को मैनपुरी से चुनाव लड़ाया जा रहा है। तो वहीं बीजेपी प्रत्याशी जयवीर सिंह वर्तमान समय में मैनपुरी सदर विधानसभा से विधायक हैं। साथ ही जयवीर सिंह सीएम योगी के खास भी हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने इस सीट को जीतकर बीजेपी के खाते में डाला था। जिसके बाद उनका यूपी की राजनीति में कद बढ़ गया है। जयवीर की सीट के ओबीसी और ठाकुर वोट बैंक में मजबूत पकड़ है। वह तीसरी बार विधायक बने हैं।

मैनपुरी का सियासी समीकरण

मैनपुरी लोकसभा सीट पर कुल 17 लाख से ज्यादा वोटर हैं। आंकड़ों पर नजर डाले तो यहां 4.25 लाख से अधिक वोट यादव समुदाय का हैं। इस सीट पर करीब 3.25 लाख शाक्य समाज और 1.20 लाख ब्राह्मण वोटर हैं। इसके अलावा सीट पर 50 हजार से ज्यादा मुस्लिम और एक लाख से ज्यादा लोधी वोटर हैं। इस सीट पर बीजेपी पार्टी का अभी तक सांसद नहीं चुना गया है। तो अब देखना होगा कि सपा एक बार फिर अपना गढ़ बचाने में कामयाब होती है या इस सीट पर भी भगवा लहराते हुए मन मसोस के अपनी आंखों से देखती रहती है।  

By Super Admin | April 27, 2024 | 0 Comments

तीसरे चरण में योगी सरकार के इन 'नगीनों' की होगी अग्निपरीक्षा, जानें कौन कितना पावरफुल, किसकी होगी इस बार 'बत्तीगुल' ?

तीसरे चरण के लिए सात मई को वोटिंग होगी। लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 94 सीटों पर मतदान है। इनमें से 10 सीटें उत्तर प्रदेश की भी हैं। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर 100 उम्मीदवार मैदान में है। तीसरा चरण कई मंत्रियों की साख का भी इम्तिहान लेगा। भले ही यह लोकसभा का चुनाव हो लेकिन इस बार केंद्र के साथ ही राज्य सरकार के मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। तो वहीं इस चरण में सपा के उम्मीदवारों के साथ-साथ मुलायम परिवार के लोगों की भी अग्निपरीक्षा है। मोदी सरकार के मंत्री एसपी सिंह बघेल खुद मैदान में है तो योगी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह और अनूप वाल्मीकि को तीसरे चरण में परीक्षा से गुजरना होगा। इसके अलावा योगी सरकार के सात मंत्रियों पर अपने इलाके की सीटों पर बीजेपी को जिताने की टॉस्क है।

2019 के चुनाव में इन 10 सीटों में से बीजेपी ने 8 सीटें जीतीं
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 10 सीट पर चुनाव है। जिसमें हाथरस, संभल, आगरा, फतेहपुर सीकरी, मैनपुरी, फिरोजाबाद, बदायूं, आवंला, बरेली और एटा सीट शामिल है। 2019 के चुनाव में इन 10 सीटों में से बीजेपी ने 8 सीटें जीती थी जबकि सपा सिर्फ दो सीटें ही जीत सकी थी। बसपा और सपा इस बार अलग-अलग चुनावी मैदान में है, लेकिन कांग्रेस और सपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार रखे हैं तो इंडिया गठबंधन के तहत एक सीट पर कांग्रेस और 9 सीट पर सपा चुनाव लड़ रही है। बसपा ने सभी 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन बरेली सीट के उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया है। इसके चलते बसपा तीसरी फेज में 9 सीटों पर चुनावी मैदान में है। इस चरण में आगरा और हाथरस सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है तो बाकी सीटें अनरिजर्वड है।

आगरा में मोदी सरकार के एक तो योगी सरकार के दो मंत्री मैदान में
तीसरे चरण में मोदी सरकार के मंत्री एसपी सिंह बघेल की अग्निपरीक्षा है। आगरा सुरक्षित लोकसभा सीट से एसपी सिंह बघेल लगातार दूसरी बार चुनावी मैदान में है। बघेल का मुकाबला सपा के सुरेश चंद कर्दम और बसपा की पूजा अमरोही से है। सपा प्रत्याशी सुरेश चंद कर्दम जूता कारोबारी हैं जो वर्ष 2000 में आगरा से महापौर का चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं पूजा अमरोही कांग्रेस नेता सत्या बहन की पुत्री हैं। इस तरह से तीसरे चरण में एसपी बघेल की परीक्षा होनी है। उनके साथ-साथ योगी सरकार के दो मंत्रियों की साख भी दांव पर है। योगी सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय को भी इस चरण में अपना राजनीतिक कौशल साबित करना होगा. आगरा लोकसभा इलाके के तहत आने वाले आगरा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से उपाध्याय बीजेपी विधायक हैं। विधायक और मंत्री होने के नाते लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को जिताने का जिम्मा उनके कंधों पर है। आगरा के निवासी होने के नाते योगी सरकार के नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति की साख भी आगरा सीट के चुनावी नतीजे से जुड़ी है। योगी सरकार के दोनों मंत्रियों को आगरा लोकसभा सीट से बीजेपी को जिताकर खुद को साबित करने की है।

मैनपुरी और हाथरस में भी तीखी टक्कर
मैनपुरी सीट से सपा की डिंपल यादव के खिलाफ बीजेपी से योगी सरकार के मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं। जयवीर सिंह मैनपुरी सदर सीट से बीजेपी के विधायक हैं। सपा अपने गठन के बाद से लगातार मैनपुरी सीट जीतती आ रही है। 1996 से लेकर अभी तक सपा मैनपुरी में नहीं हारी है। इस बार बीजेपी ने जयवीर सिंह को उतारा है, जो योगी सरकार के कद्दावर मंत्री माने जाते हैं और ठाकुर समुदाय से आते हैं। लेकिन डिंपल यादव के सामने उनकी दाल गलना आसान नहीं है। वहीं हाथरस लोकसभा सीट पर बीजेपी से चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे अनूप वाल्मीकि योगी सरकार में मंत्री हैं। जो कि अलीगढ़ के खैर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। बीजेपी ने इस बार उन्हें हाथरस सीट अपने मौजूदा सांसद का टिकट काटकर दिया है। हाथरस में अनूप वाल्मीकि का मुकाबला सपा के जसवीर वाल्मीकि और बसपा के हेमबाबू धनगर से है। ग्राम प्रधान से विधायक और फिर राज्य मंत्री तक का सफर तय करने वाले अनूप वाल्मीकि के लिए हाथरस सीट को बचाए रखने की चुनौती है। बीजेपी के लिए यह सीट काफी मजबूत मानी जाता रही है। ऐसे में अनूप वाल्मीकि को विधायकी के बाद संसदीय सीट जीतने की चुनौती है।

फतेहपुर सीकरी के साथ-साथ आगरा सीट भी बनी चुनौती
फतेहपुर सीकरी सीट पर बीजेपी के राज कुमार चाहर का मुकाबला कांग्रेस के रामनाथ सिकरवार और बसपा के राम निवास शर्मा के बीच माना जा रहा है। योगी सरकार में महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। बेबी रानी फतेहपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले आगरा ग्रामीण क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं। महिला कल्याण मंत्री होने के नाते भाजपा की उनसे यह अपेक्षा होगी कि वह आधी आबादी के बीच पार्टी के जनाधार को मजबूती देंगी। इसके अलावा बीजेपी की जाटव चेहरा मानी जाती है, जिसके चलते दलितों के बड़े वोटबैंक जाटव समाज को भी साधने की है। फतेहपुर सीकरी के साथ-साथ आगरा सीट पर दलित वोटों को बीजेपी के पक्ष में लामबंद करने की चुनौती है।

आंवला सीट पर होगा त्रिकोणीय मुकाबला
आंवला लोकसभा सीट पर बीजेपी के दो बार से सांसद धर्मेंद्र कश्यप की साख दांव पर है। बीजेपी ने एक बार फिर से उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है। जिनका मुकाबला बसपा के आबिद अली और सपा ने नीरज मौर्य के बीच है। इस त्रिकोणीय मुकाबले में योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह की प्रतिष्ठा भी जुड़ी है। राज्य सरकार में पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह आंवला विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक हैं। जो कि आंवला लोकसभा सीट का हिस्सा है। क्षेत्रीय विधायक और मंत्री के रूप में लोकसभा चुनाव में वह आंवला सीट पर बीजेपी की जीत दिलाने के लिए मशक्कत करनी होगी.

संभल सीट पर बीजेपी को जीत मिलना काफी अहम
बात करें संभल लोकसभा सीट की तो 2019 में सपा के शफीकुर्रहमान बर्क ने जीत दर्ज की थी, लेकिन उनके निधन के बाद सपा ने उनके पोते जियाउर्रहमान को प्रत्याशी बनाया है। सपा से जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ बीजेपी से परमेश्वर लाल सैनी और बसपा से शौलत अली चुनाव मैदान में हैं। बीजेपी यह सीट 2014 में जीती थी, लेकिन पिछले चुनाव में हार गई है। संभल सीट पर योगी सरकार की माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। गुलाब देवी इस लोकसभा सीट के चंदौसी विधानसभा क्षेत्र की विधायक हैं। इस तरह संभल सीट पर बीजेपी को जीत दिलाने का टॉस्क है।

अरुण सक्सेना पर बीजेपी के छत्रपाल गंगवार को जिताने का जिम्मा
बरेली लोकसभा सीट पर सपा के प्रवीण कुमार ऐरन और बीजेपी के छत्रपाल सिंह गंगवार के बीच सीधा मुकाबला है। बसपा प्रत्याशी छोटेलाल गंगवार का पर्चा निरस्त हो गया है। बीजेपी ने अपने दिग्गज नेता संतोष गंगवार का टिकट काटकर छत्रपाल गंगवार को उतारा है। जो 2022 के विधानसभा चुनाव में बहेड़ी सीट से चुनाव हार गए थे। बरेली विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक और राज्य सरकार में वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना के लिए भी तीसरा चरण कम प्रतिष्ठापरक नहीं है। सक्सेना को अपनी राजनीतिक कौशल को साबित करने के लिए बीजेपी के छत्रपाल गंगवार को जिताने का जिम्मा है।

कल्याण सिंह के बेटे-पोते की प्रतिष्ठा भी दांव पर
एटा लोकसभा सीट पर बीजेपी ने कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह पर एक बार फिर भरोसा जताया है। राजवीर के खिलाफ सपा ने देवेश शाक्य और बसपा ने मोहम्मद इरफान पर दांव खेला है। कल्याण सिंह के बेटे और पोते दोनों की परीक्षा तीसरे चरण के चुनाव में होनी है। राजवीर सिंह के बेटे संदीप सिंह यूपी की योगी सरकार में मंत्री है। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह तीसरे चरण में एटा लोकसभा सीट पर जीत की तिकड़ी लगाने के इरादे से चुनाव मैदान में हैं और उनके पुत्र बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह इस लोकसभा सीट के पड़ोस के अतरौली विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। इस तरह पुत्र होने के नाते संदीप सिंह की प्रतिष्ठा भी पिता के चुनाव से जुड़ी है।

By Super Admin | April 30, 2024 | 0 Comments

कोविड वैक्सीन को लेकर डिंपल यादव का बड़ा बयान, बीजेपी पर लगा दिया ये बड़ा आरोप जानें

आज इटावा जनपद की जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी ने इंडिया गठबंधन कार्यकर्ता सम्मेलन रखा था। जिसमें मैनपुरी लोकसभा प्रत्याशी डिंपल यादव अपने चाचा राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव के साथ लोगों से वोट देने की अपील की। वहीं जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाला मलजनी गांव ने डिंपल यादव ने वैक्सीन को लेकर अपना पक्ष रखा।

वैक्सीन रिपोर्ट दबाने की अब चलेगी कवायद- डिंपल
कोविड वैक्सीन को लेकर साइड इफेक्ट सामने आए हैं। समाजवादी पार्टी की लोकसभा मैनपुरी प्रत्याशी डिंपल यादव ने भाजपा सरकार को रिपोर्ट भेजते हुए कहा है "कि जो भी वैक्सीन की रिपोर्ट आई है कहीं ना कहीं रिपोर्ट को दबाने की कवायद चलेगी तो समझती हूं जो भी इस तरीके की रिपोर्ट हो रही है देश में लगातार भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। देश में लगातार महिलाओं पर होने वाले जघन्य अपराध बढ़ रहे है। भूखमरी बढ़ रही है हमारा देश लगातार बेरोजगारी में बढ़ रहा है। तो समझती हूं जो ये वैक्सीन वाली बात आई है कहीं ना कहीं ये दर्शाती है कि भाजपा ने वैक्सीन वाली कंपनी से तीन सौ करोड़ का चंदा लिया था,और कही न कही चंदा लेने के बाद वैक्सीन लगाने की अनुमति दी गई थी। आज हम देख रहे की गांव-गांव, शहर-शहर जब ये सुनने में आता है कि 30 साल के उमर के बच्चे या 40 साल उम्र के लोग अकाल मृत्यु से मर रहे जैसे कि दिल का दौरा पड़ता जा रहा है या ब्रेन हेमरेज हो जाएगा। कहीं ना कहीं यह वैक्सीन लगाने की ही वजह से समझ में आ रहा है कि इस तरह की घटनाएं घटित हो रही है।"

"लोगों ने कहा कि हम पर दबाव है कि वैक्सीन लगवाइए"
वैक्सीन लगाने को बीजेपी ने कहा था अब उसके परिणाम का श्रेय कौन लेगा इस सवाल पर डिंपल यादव ने कहा "कि मैं समझती हूं जिन-जिन लोगों की आज मृत्यु हुई है। दिल के दौरे या फिर ब्रेन स्टोक की वजह से वो युवा थे, मैं समझती हूं। भाजपा के लोग इन्हें मुआवजा दें। क्योंकि आप लोगों की वजह से इतने लोगों ने वैक्सीन लगवाई और न जाने कितने सरकारी लोगों ने कितने मेडिकल स्टाफ सपोर्टिंग स्टाफ को वैक्सीन लगाई गई लोगों ने कहा कि हम वैक्सीन नहीं लगाना चाहते लेकिन हम पर दबाव है कि वैक्सीन लगाइए। तभी आप नौकरी कर पाएंगे नहीं तो आपको नौकरी निकाल दिया जाएगा।"

"इनकी मानसिकता है कि विपक्ष को समाप्त कर दें"
स्वतंत्र देव के बयान जिसमें उन्होंने कहा "कि विपक्ष समाप्त हो रहा है" जिस पर डिंपल यादव ने कहा "कि इनकी मानसिकता है कि विपक्ष को समाप्त कर दें। देश में लोकतंत्र संविधान को समाप्त कर दें। जिससे कि अपने हिसाब से और जैसा चाहे देश को चलाएं।"

By Super Admin | April 30, 2024 | 0 Comments

जिनके परिवार नहीं है, वो क्या जाने परिवार की भावनाएं... डिंपल यादव का भाजपा पर तंज

Dimple yadav: सपा की मैनपुरी लोकसभा सीट से उम्मीदवार डिंपल यादव मंगलवार को इटावा पहुंचीं। इस दौरान वह जसवंतनगर विधानसभा में 'इंडिया' गठबंधन के कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुईं। यहां उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी और सीएम योगी पर जमकर निशाना साधा। डिंपल यादव ने कहा कि जिनके परिवार नहीं है, वो क्या जाने परिवार की भावनाएं।

झूठ और लूट की सरकार भाजपा

सपा प्रत्याशी और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने आज तक सिर्फ और सिर्फ जनता को लूटा है। झूठे वादे करके बीजेपी सत्ता में आई, लेकिन भाजपा झूठ और लूट की सरकार है। अग्निवीर जैसी योजना लाकर देश और राष्ट्र को नीचा दिखाने का काम किया गया है। आज हर वर्ग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। ऐसी सरकार को हटाना सबका उत्तरदायित्व है।

बहुत चालाकी से लड़ना होगा चुनाव

डिंपल यादव ने पीएम मोदी और सीएम योगी का नाम लिए बिना कहा कि जसवंतनगर हमारा परिवार हैं। हम अपने परिवार के लिए कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन जिनका परिवार नहीं है, वो यह बात नहीं समझेंगे कि परिवार का रिश्ता और भावना का रिश्ता क्या होता है? हमें यह चुनाव बहुत बारीकी और चालाकी से लड़ना है, ताकि देश का भला हो सके।

By Super Admin | April 23, 2024 | 0 Comments

पहले चाचा शिवपाल का लिया डिंपल यादव ने आशीर्वाद, फिर किया धुआं-धार प्रचार, बढ़ा दी बीजेपी की मुश्किलें

नेता जी की विरासत में मिली सीट को संभाल रही डिंपल यादव ने चुनाव-प्रचार तेज कर दिया है. लगातार वो लोगों के बीच पहुंचकर वोट देने की अपील कर रही है. इसी क्रम में मैनपुरी में आयोजित INDIA गठबंधन के कार्यक्रम में डिंपल यादव ने हिस्सा लिया. जहां उनका एक अलग अंदाज देखने को मिला. डिंपल ने पहले शिवपाल यादव के पैर छुए फिर मोदी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उन पर निशाना साधा.

बीजेपी सरकार पर बरसीं डिंपल यादव


डिंपल यादव ने कहा कि भाजपा झूठ और लूट की सरकार है. हर वर्ग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा हहै. अग्निवीर जैसी योजना लाकर देश और राष्ट्र को कहीं न कहीं नीचा दिखाने का काम किया है. अग्निवीर जैसी योजना केवल 4 साल रोजगार देने के लिए है. ऐसी सरकार को हटाना सबका उत्तरदायित्व है. उन्होंने जसवंतनगर के लोगों से कहा कि आप सब हमारा परिवार हैं. ऐसे लोग जिनका परिवार नहीं है वो यह बात नहीं समझेंगे कि परिवार का रिश्ता और भावना का रिश्ता क्या होता है? हमें यह चुनाव बहुत बारीकी और चालाकी से लड़ना है.

सपा के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे


मैनपुरी लोकसभा प्रत्याशी डिंपल यादव के साथ मंच पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव अंशुल, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य बब्लू, कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष मलखान सिंह यादव, पूर्व प्रत्याशी विधानसभा सर्वेश शाक्य, महामंत्री वीरू भदौरिया, जसवंतनगर सपा नगर अध्यक्ष राहुल गुप्ता, रामवीर यादव, आलोक दीक्षित समेत समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे.

By Super Admin | April 23, 2024 | 0 Comments

चुनाव प्रचार के आखिरी दिन डिंपल यादव ने किया धुआंधार प्रचार, BJP सरकार पर लगाए ये गंभीर आरोप

लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का चुनावी शोर थम गया है। 12 राज्यों के 93 लोकसभा सीटों के लिए 7 मई को वोट डाले जाएंगे। जिसमें असम की 4, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की 7, कर्नाटक की 14, गोवा की 2, गुजरात की 25, मध्य प्रदेश की 9, महाराष्ट्र की 11, उत्तर प्रदेश की 10, बंगाल की 4, दमन और दीव की 2, और जम्मू-कश्मीर की एक सीट शामिल है। हालांकि प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी से लेकर सभी दलों ने ताकत झोंकी। मैनपुरी में भी बीती रात अखिलेश संग रोड शो के बाद डिंपल यादव ने आज फिर धुआंधार प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने समाजवादी रोड शो के बाद हुए बवाल पर भी बयान दिया।

बीजेपी की साजिश बेनकाब- डिंपल यादव

मैनपुरी में सपाइयों के हुड़दंग और रोड शो के बाद हुए बवाल पर डिंपल यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग घबरा गए है, इसीलिए इन लोगों ने साजिश करी है। मुझे पूरा भरोसा है कि मैनपुरी के लोग परिवर्तन को समर्थन देंगे। अगर तोड़फोड़ हुई है, तो हम भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई करेंगे। मुझे पूरा भरोसा है कि किसी के ऊपर भी अन्याय नहीं होगा। हमारे पास भी रिकॉर्डिंग है की तोड़फोड़ किसने की है। इसके आगे उन्होंने कहा कि सारे भ्रष्टाचारी सारे माफ़िया प्रगति के लोग भाजपा में है।

संविधान बचाने की है लड़ाई- डिंपल यादव

डिंपल यादव ने प्रचार के दौरान कहा कि ये लड़ाई संविधान को बचाने की लड़ाई है और जनता भी समझ चुकी है। लोगों को समझाना पड़ेगा या लड़ाई हमारे हक और न्याय की लड़ाई है, जो बड़ी मुश्किलों से हमें मिली है और उसे खत्म करने की कोशिश भाजपा कर रही है। वही संविधान में अधिकार दिया है। आंदोलन करने का लेकिन भारतीय जनता पार्टी डरती है। आंदोलनकारी से इसलिए किसान भाइयों को दिल्ली में नहीं जाने दिया घुसने नहीं दिया और उनके ऊपर रबर बुलेट की गोलियां चलाई, आंसू गैस के गोले फेंके। वहीं, किसान भाइयों के ऊपर कितना अत्याचार किया है ये हम सबने देखा है।

By Super Admin | May 05, 2024 | 0 Comments

'रामनगरी' नहीं, अबकी 'इत्रनगरी' हुई गंदी, डिंपल यादव के 'राइट हैंड' ने किया महिला संग गंदा काम, अब पुलिस का सामने आया ये बयान !

भले ही समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सत्ता में नहीं आ सके हों. मगर ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनावों की यूपी में मिली जीत उनके और उनके कार्यकर्ताओं के सिर चढ़ कर बोल रही है. दरअसल कन्नौज पुलिस ने समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव को नाबालिग से दुष्कर्म के प्रयास के आरोपों में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने रविवार रात नवाब सिंह यादव के डिग्री कॉलेज से नवाब सिंह को गिरफ्तार किया है. इस मामले में पुलिस पॉक्सो एक्ट समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए पीड़िता को मेडिकल के लिए भेज दिया गया है. मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.

पीड़िता अपनी बुआ के साथ गई थी सपा नेता से नौकरी मांगने
जानकारी के मुताबिक तिर्वा क्षेत्र निवासी पीड़िता अपनी बुआ के साथ नौकरी मांगने के लिए नवाब सिंह यादव के चंदन सिंह डिग्री कॉलेज गई थी. बुआ का आरोप है कि नवाब सिंह ने मेडिकल कॉलेज में नौकरी दिलवाने की बात कही थी. बुआ का कहना है वह थोड़ी देर के लिए मौके से हटी तो नवाब सिंह ने भतीजी से रेप का प्रयास किया. जैसे ही वह पहुंची तो इसका विरोध किया और 112 डायल कर पुलिस बुलाई. जिसके बाद देर रात मौके पर पहुंची पुलिस ने नवाब सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया.

पॉक्सो एक्ट में मुकदमा किया गया दर्ज
नवाब सिंह यादव की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही सोमवार सुबह कोतवाली में समर्थकों की भीड़ जुट गई. जिसके बाद पुलिस ने सभी को समझाकर वहां से हटाया. जानकारी के मुताबिक गिरफ्तारी के दौरान एसपी अमित कुमार आनंद खुद मौजूद रहे. एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि रविवार रत करीब डेढ़ बजे 112 पर सूचना मिली थी. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी नवाब सिंह को हिरासत में मिला. पीड़िता की तहरीर पर सुसंगत धाराओं और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. मामले में अग्रिम कार्रवाई जारी है.

बीजेपी नेताओं के साथ घूम रहा नेता- सपा प्रवक्ता
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने कन्नौज की घटना पर कहा कि जिस नेता पर आरोप लगे हैं. वह नेता समाजवादी पार्टी से कई साल पहले ही अपना रिश्ता तोड़ चुका है. क्या यह बात सच नहीं है कि कन्नौज के भाजपा नेताओं के साथ ही पिछले कई सालों से वह नेता घूम और टहल रहा है. भारतीय जनता पार्टी खुद को बचाने के लिए हर जगह समाजवादी पार्टी में कमी ढूंढ लेती है. जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने मुकदमे वापस ले लिए तो यह सरकार न्याय की बात कैसे करती है. यही नहीं भारतीय जनता पार्टी की सरकार को आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई से किसने रोका है?

By Super Admin | August 12, 2024 | 0 Comments

तिरुपति मंदिर प्रसाद के बाद अब मथुरा के पेड़े पर उठे सवाल, डिंपल यादव ने दिया ये बड़ा बयान !

आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में भक्तों के प्रसाद में मिलावट के बाद अब मथुरा के पेड़े जैसी मिठाई भी शक के घेरे में हैं. दरअसल यूपी की मैनपुरी सीट से सपा सांसद डिंपल यादव ने मथुरा के खोया को जांचने की मांग उठाई है. सपा सांसद डिंपल यादव ने इस तरह की मिलावट को 'बहुत गंभीर' मामला बताते हुए कहा है कि मथुरा में बिक रहे 'खोया' में भी मिलावट की खबरें सामने आई हैं. इसकी भी जांच होनी चाहिए

खाद्य विभाग लापरवाह और चुप- डिंपल
सपा सांसद डिंपल यादव 'जन जागरण संविधान बचाओ साइकिल यात्रा' के दौरान मीडिया से मुखातिब हुई. इस दौरान डिंपल ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी की मिलावट के बारे में पूछे गए एक सवाल पर अपनी बात रखते हुए कहा कि यह 'बहुत गंभीर' मामला है. इसकी वजह से भक्तों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. सरकार को इसकी जांच करानी चाहिए और दोषियों को सजा देनी चाहिए. ऐसी खबरें भी सामने आई हैं कि मथुरा में मिलावटी खोया बेचा जा रहा है. बीजेपी सरकार को दोनों ही मामलों को गंभीरता से लेते हुए जांच करानी चाहिए.’ वहीं मैनपुरी सांसद डिंपल यादव ने आरोप लगाते हुए ये भी कहा है कि ‘खाद्य विभाग की विफलता के कारण मिलावटी पदार्थ और तेल लोगों के लिए बहुत गंभीर बीमारियों का कारण बन रहे हैं. जिस पर खाद्य विभाग लापरवाह और चुप है.’ आपको बता दें कि यूपी में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने परीक्षण के लिए मथुरा के प्रमुख मंदिरों से प्रसाद के 13 नमूने एकत्र किए हैं.

तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट के मामले में कंपनी को नोटिस जारी
तिरुपति मंदिर में लड्डू में मिलावट के आरोपों के मद्देनजर FSSAI ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम को कथित रूप से घटिया घी की आपूर्ति करने के लिए तमिलनाडु स्थित एक कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. FSSAI द्वारा भेजे गए नोटिस में खाद्य नियामक ने 'ए आर डेरी फूड प्राइवेट लिमिटेड' से पूछा है कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक विनियमन 2011 के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए कंपनी का केंद्रीय लाइसेंस निलंबित क्यों न कर दिया जाए. नोटिस के अनुसार एफएसएसएआई ने कहा है कि FSSAI को मंगलागिरी (आंध्र प्रदेश) स्थित 'प्रिवेंटिव मेडिसिन संस्थान' के निदेशक से जानकारी मिली है कि डिंडीगुल स्थित एआर डेरी फूड प्राइवेट लिमिटेड पिछले 4 सालों से तिरुमला तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति कर रही है.

By Super Admin | September 24, 2024 | 0 Comments

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