New Delhi: राजेंद्र नगर के राव आईएएस स्टडी सेंटर में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया था। इस हादसे में तीन छात्रों की मौत हो गई है। इस हादसे के बाद सियासत भी तेज हो गई है। कोचिंग सेंटर पर कार्रवाई की मां होने लगी है। हालांकि इस हादसे के पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि शनिवार को तेज बारिश हुई और बाहर मुख्य सड़क पर पानी भरने लगा था। देखते ही देखते सड़क पर करीब चार फीट तक पानी जमा हो गया। इस दौरान मुख्य रोड से गाड़ियां गुजरीं तो स्टडी सेंटर का स्लाइडिंग डोर टूट गया था। इस समय बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में करीब 35 छात्र-छात्राएं थे।
पानी में करंट उतरने से हुआ हादसा
पानी स्टडी सेंटर की पार्किंग में घुसा और नीचे बेसमेंट में जाने लगा। शुरु में छात्रों को लगा कि थोड़ा बहुत पानी है, लेकिन पानी की रफ्तार बहुत तेज होने से छात्र घबरा गए। इसी समय कुछ स्पार्किंग हुई और स्टडी सेंटर की बत्ती गुल हो गई। अंधेरा होते ही मौके पर चीख पुकार मच गई। छात्र टेबल पर चढ़ गए। वहीं, बेसमेंट का दरवाजा भी बायोमैट्रिक था, जिसे खोलने में दिक्कत हुई। बाद में शीशे के दरवाजे को तोड़कर छात्र निकले। लेकिन निकलते-निकलते 17-18 छात्र बेसमेंट की सीढि़यों के पास फंस गए थे। सूचना मिलने के बाद बचाव दल ने पहले नीचे उतरकर बाद में रस्सियों की मदद से उनको निकाला।
गंदा और काला पानी की वजह से रेस्कयू में हुई दिक्कत
दमकल विभाग के डिविजनल ऑफिसर मनोज कुमार शर्मा के मुताबिक, मेन गेट टूटते ही पानी तेजी से बेसमेंट में घुसा और छात्र पैनिक हो गए। पानी में करंट के डर से टेबल पर चढ़ गए। अंधेरा होने पर छात्र अंदर ही भटक गए थे। बेसमेंट में लाइब्रेरी के अलग-अलग केबिन बने थे। ऐसे में छात्र अंधेरा और रास्ता न होने के कारण वहीं फंस गए थे। करीब 14 छात्रों को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मामूली चोटें लगीं। उन्होंने बताया कि शुरुआत में दो छात्राओं का शव निकाला। इसके बाद करीब एक बजे जेएनयू के छात्र नेविन का शव पानी से बाहर निकाला गया था। अधिकारियों के मुताबिक पांच मिनट के भीतर ही करीब 10-11 फीट गहरे बेसमेंट में पानी भर चुका था। पानी गंदा और काला होने की वजह से गोता लगाने में भी दिक्कत हो रही थी।
हादसे का वीडियो आया सामने
वहीं, हादसे का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें दिख रहा है कि सड़क पर चार फुट से ज्यादा पानी भरा है। इस पानी से कुछ ठेले वाले और बाइक वाले वहां से निकल रहे हैं। इस बीच हरे रंग की एक बड़ी गाड़ी वहां से गुजरती है तो पानी की लहर उठती है और स्टडी सेंटर का गेट गिर जाता है। गेट के गिरते ही सड़क पर मौजूद पानी किसी बांध के टूटने की तरह अंदर जाता हुआ दिख रहा है।
स्टडी सेंटर की फायर एनओसी रद्द
वहीं, हादसे के बाद राव आईएएस की फायर एनओसी को रद्द कर दिया है। दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि इमारत की छानबीन के बाद फायर एनओसी दी गई थी। लेकिन मालिक ने एनओसी नियमों का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में लाइब्रेरी बना दी और हादसा हुआ। फायर एनओसी को वापस लेकर कानूनी कार्रवाई के लिए लिखा गया है।
उपराज्यपाल ने दिए जांच के आदेश
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। डिवीजनल कमिश्नर से मंगलवार तक जांच पूरी कर रिपोर्ट मांगी है। उपराज्यपाल ने संबंधित एजेंसी, विभाग के साथ कोचिंग सेंटर को भी दोषी बताते हुए आप सरकार पर भी निशाना साधा।
पांच आरोपी गिरफ्तार
राव आईएएस स्टडी सेंटर में हुए हादसे के मामले में पांच और लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें कार चालक भी शामिल है, जो बारिश के दौरान तेज रफ्तार कार लेकर गया था। इसके अलावा बेसमेंट का मालिक भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अदालत ने दोनों आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद राव आईएएस कोचिंग के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बिल्डिंग मैनेजमेंट, ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करने वाले निगमकर्मियों और अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।
दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित IAS कोचिंग सेंटर में पानी भरने से शनिवार शाम तीन छात्रों की डूबकर हुई मौत का मामला राज्यसभा में भी उठा। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कोचिंग एक फलता-फूलता उद्योग बन गया है, जिसमें अच्छे रिटर्न मिलते हैं। उन्होंने राज्यसभा में इस मामले पर चर्चा की अनुमति देते हुए कोचिंग सेंटरों द्वारा छात्रों से वसूली जाने वाली मोटी रकम का भी जिक्र किया। उन्होंने कोचिंग कल्चर का जिक्र गैस चैंबर से करते हुए कहा कि एक तरफ देश में नए-नए अवसर बढ़ रहे हैं। वहीं, कोचिंग कल्चर एक गैस चैंबर से कम नहीं है। इस मामले में एक ऐसे दृष्टिकोण की जरूरत है, जो इस समस्या से निपटने में मददगार हो।
हम नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर, छात्र ने CJI चंद्रचूड़ को लिखा पत्र
वहीं, एक छात्र ने सीजेआई चंद्रचूड़ को पत्र लिख कर कार्रवाई की मांग की है। पत्र में छात्र ने कहा है कि वह दिल्ली में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। छात्र अविनाश दुबे ने सीजेआई को लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया है कि वह दिल्ली में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। पत्र में छात्र ने सीजेआई चंद्रचूड़ से तीन साथी छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के साथ-साथ अन्य छात्रों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा की भी मांग की है।
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October 05, 2024