भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला 7 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा। टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में 3-1 से आगे है। इस मैच में अगर टीम इंडिया जीत हासिल कर लेती है तो वह सीरीज को 4-1 से अपने नाम कर लेगी। इस दौरान 112 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में ऐसा चौथी बार होगा जब कोई टीम 5 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला हारने के बाद सीरीज को 4-1 से अपने नाम कर ले।
112 साल बाद ऐसा करने वाली तीसरी टीम होगी इंडिया
वहीं सीरीज पर कब्ज़ा जमाने के बाद अब भारतीय टीम के रणबांकुरों की नज़र इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में खेले जाने वाले आखिरी टेस्ट मुकाबले को जीतने की ओर है। वहीं दूसरी ओर इस जीत के साथ ही एक और रिकॉर्ड भारतीय टीम के नाम हो जाएगा। आप भी सोच रहे होंगे कि अब हम किस रिकॉर्ड की बात कर रहे हैं। दरअसल अगर टीम इंडिया धर्मशाला में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट जीत जाती है तो वो पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 112 साल बाद ऐसा करने वाली तीसरी टीम बन जाएगी जिसने पांच मैचों की सीरीज का पहला मैच हारने के बाद बाकी बचे चारों मुकाबले जीते हों। टेस्ट इतिहास की बात करें तो अब तक ऐसा तीन बार हो चुका है जिसमे दो बार ऑस्ट्रेलिया ने साल 1897 - 1898 और 1901 - 1902 में किया है और इंग्लैंड ने 1912 में ऐसा कारनामा किया था।
देवदत्त पडिक्कल का डेब्यू पक्का!
धर्मशाला टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ युवा और खूंखार लेफ्ट हैंड ओपनर देवदत्त पडिक्कल को डेब्यू करने का मौका मिल सकता है। उन्हें आउट ऑफ फॉर्म रजत पाटीदार की जगह अंतिम 11 में शामिल किया जा सकता है। देवदत्त पडिक्कल अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने मौजूदा रणजी सीजन में रनों का अंबार लगाया है। वहीं पिछले रणजी ट्रॉफी के मुकाबलों की बात करें तो देवदत्त पडिक्कल ने 4 में से 3 रणजी ट्रॉफी के मुकाबलों में शतक जड़ा है जबकि एक में अर्धशतक ठोका है।
कौन हैं देवदत्त पडिक्कल ?
आपको बता दें कि 23 साल के देवदत्त पडिक्कल ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में अब तक 31 मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 53 पारियों में 44 की एवरेज से 2227 रन ठोके हैं। उन्होंने फर्स्ट क्लास करियर में कुल 6 शतक और 12 अर्धशतक ठोके हैं। इसके अलावा देवदत्त पडिक्कल को आईपीएल का भी अच्छा अनुभव है। उन्होंने आईपीएल में अब तक 57 मुकाबले खेले हैं, जिसमें पडिक्कल ने 1 शतक और 9 अर्धशतक के बूते 1521 रन बनाए हैं। बता दें कि देवदत्त पडिक्कल भारतीय टीम के लिए 2 टी20 भी खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 38 रन बनाए हैं।
भारत और इंग्लैण्ड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच धर्मशाला में खेला जा रहा है। वहीं अब ऐसा लग रहा है कि टीम इंडिया जब भी मैदान पर उतरेगी कोई ना कोई रिकॉर्ड जरूर तोड़ेगी। ऐसा ही कुछ धर्मशाला टेस्ट में भी देखने को मिला है। जहां भारतीय टीम के कुलदीप यादव ने में शानदार बॉलिंग करते हुए अपने टेस्ट करियर के 50 विकेट पूरे कर लिए हैं। इसके साथ ही उनके नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज हो गया।
टेस्ट करियर के 50 विकेट पूरे
मैच की शुरूआत में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया है। इस दौरान कुलदीप ने वह कर दिखाया है, जो 100 सालों में नहीं हुआ है। धर्मशाला टेस्ट में कुलदीप यादव ने अंग्रेजों के छक्के तो छुड़ा ही दिए साथ ही शानदार बॉलिंग करते हुए एक खास मुकाम भी हासिल कर लिया है। कुलदीप ने टेस्ट करियर के 50 विकेट पूरे कर लिए हैं। कुलदीप पिछले 100 सालों में सबसे कम गेंदें फेंककर 50 विकेट लेने के मामले में पहले नंबर पर आ गए हैं। वे भारतीय गेंदबाजों की लिस्ट में टॉप पर पहुंच गए हैं। कुलदीप ने 1871 गेंदें फेंककर 50 विकेट पूरे किए हैं।
सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में 43वीं रैंक
वहीं अगर भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट पर एक नजर डालें तो कुलदीप 43वीं रैंकिंग पर हैं। जबकि इस मामले में अनिल कुंबले टॉप पर हैं। कुंबले ने 132 टेस्ट मैचों में 619 विकेट लिए थे। वहीं रविचंद्रन अश्विन दूसरे नंबर पर हैं। अश्विन ने अब तक 100 मुकाबलों में 507 विकेट लिए हैं।वहीं कपिल देव तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 131 मैचों में 434 विकेट लिए हैं।
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