GREATER NOIDA: देविका गोल्ड होम्ज़ सोसाइटी में अव्यवस्थाओं का अंबार है। आलम ये है कि सोसाइटी में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं। यहां बारिश के समय बेसमेंट में पानी भर जाता है। साथ ही बिल्डर द्वारा रजिस्ट्री भी अब तक नहीं की गई है। जिसे लेकर शुक्रवार को नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान की अगुवाई में देविका गोल्ड होम सोसाइटी के लोगों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ से मिलकर इसकी जानकारी दी।
सोसाइटी में फैली अव्यवस्थाओं से लोग परेशान
सोसाइटी में मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं, जिसे लेकर लोगों का खासी नाराजगी है। इसके अलावा रजिस्ट्री लोगों के बड़ी सिरदर्दी बनी हुई है। लोगों की शिकायत पर सीईओ रवि कुमार एनजी ने ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव को निर्देश दिया कि जल्द इस मामले का संज्ञान लिया जाए और बिल्डर को इस संबंध में नोटिए भेजने को भी सीईओ ने कहा। साथ ही सीईओ ने आश्वासन दिया कि जल्द बिल्डर-बायर्स की मीटिंग कर समस्या का निराकरण कराया जाएगा।
मेंटिनेंस के बाद भी सुविधा नहीं
सोसाइटी निवासी दीपक दुबे ने बताया कि वो यहां पर पिछले 4 साल से रह रहे हैं। लेकिन बिल्डर ने जो भी सुविधाएं देने का वादा किया था, उसे नहीं दी जा रही हैं। जबकि मेंटिनेंस का रकम बराबर बिल्डर वसूल रहा है। यहां तक कि लोगों ने बिल्डर पर अनदेखी का आरोप लगाया, जिससे जर्जर हो रही बिल्डिंग से कभी भी हादसा हो सकता है।
सोसाइटी में क्या-क्या हैं समस्याएं?
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी में एक बार फिर सफाई कर्मियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी में गंदगी का अंबार लग गया है, जिसकी वजह से यहां रहने वाले लोगों को परेशानी आ रही है। दरअसल, बिल्डर द्वारा पिछले तीन महीनों से सफाई कर्मियों को वेतन नहीं दिया गया है। वेतन न मिलने के कारण दो दिन से सफाईकर्मी हड़ताल पर हैं। रविवार को दूसरे दिन भी सोसाइटी कूड़ा नहीं उठने से यहां रहने वाले लोगों का बुरा हाल है। घर और बाहर बदबू से भर गया है।
9 महीने में तीसरी बार हड़ताल
बता दें कि बिल्डर और मेंटेनेंस टीम की लापरवाही की वजह से पिछले नौ महीनों में यह तीसरी बार हड़ताल हुई है। पहले भी गार्ड्स और सफाई कर्मी भुगतान न होने के कारण हड़ताल पर जा चुके हैं। इस सोसाइटी में रहने वाले लोग पहले ही बंद एसटीपी, पार्किंग सुरक्षा सफाई आदि को लेकर संबंधित विभागों से कई बार गुहार लगा चुके हैं। अब सफाई कर्मियों के हड़ताल पर जाने से यहां की स्थिति और बदतर हो गई है।
सोसाइटी के लोगों में आक्रोश
देविका वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकुल मिश्रा , आनंद सिंह, आशीष कुलकर्णी अमित सिंह, एम एस रावत, चंदन तिवारी, रिद्धिमा द्विवेदी , वर्षा मिश्रा आदि ने बताया कि आए दिन समस्याओं के कारण निवासियों में भारी आक्रोश है।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी की हालत बदतर हो गई है। लगातार 6 दिन से सफाई कर्मियों की हड़ताल से सोसाइटी में कचरे का अंबार लग गया है और दुर्गंध आने लगी है। इससे परेशान सोसाइटी के लोगों ने बुधवार को मेंटेनेंस ऑफिस में कूड़ा डालना शुरू कर दिया है।
बिल्डर ने 4 महीने से नहीं दिया वेतन
बता दें कि बिल्डर द्वारा 4 महीने से वेतन न देने के कारण काम छोड़कर सफाई कर्मी हड़ताल कर रहे हैं। जिसकी वजह से लोगों के घर के अदर और बाहर कूड़ा जमा हो गया। इससे परेशान और आक्रोशित लोगों ने स्टेट मैनेजर कार्यालय में कूड़ा फेंकना शुरू कर दिया है।
सोसाइटी के लोगों की नहीं हो रही कहीं सुनवाई
वहीं, स्टेट मैनेजर भी गायब है। सोसाइटी को लोगों ने बिल्डर के मुख्य कार्यालय और स्टेट मैनेजर संपर्क किया लेकिन कोई भी फोन नहीं उठाया। वहीं, अब सोसाइटी के लोगों को संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा सताने लगा है। लोगों ने संबंधित विभागों से X पोस्ट के माध्यम से गुहार लगाई है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने से लोगों भारी रोष व्याप्त है ।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सेक्टर- 1 के प्लांट 6C पर स्थित देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी के सैकड़ों निवासियों ने अपने भूखण्ड पर अप्रूव्ड मैप के अनुसार पिछले गेट से लेकर मुख्य गेट तक पैदल मार्च करते हुए प्रदर्शन किया। जानकारी के अनुसार देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी ने फेस टू के दूसरे टावर बनाने के लिए एक गैरकानूनी एग्रीमेंट के तहत बचा हुआ भूखंड ट्राइडेंट बिल्डर को दे दिया। जिसके बारे में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को कोई सूचना नहीं है। साथ ही यहां के निवासियों द्वारा शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
सोसाइटी अध्यक्ष ने बिल्डर पर लगाए आरोप
देविका सोशल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अनुराग खरे के अनुसार यह भूखड़ 2010 में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी को आवंटित किया था जिस पर उसने इस प्रोजेक्ट के फेस वन के 6 टावर बना दिए परंतु फेस टू के दूसरे टावर बनाने के लिए उसने एक गैरकानूनी एग्रीमेंट के तहत बचा हुआ भूखंड ट्राइडेंट बिल्डर को दे दिया। इसके बारे में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कोई सूचना नही है। ट्रिडेंट बिल्डर इस बचे हुए भूखण्ड पर निर्माण कर रहा है और अपने बायर्स को गुमराह कर रहा है कि उसका देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी से कोई लेना-देने नहीं है। जबकि इस पूरे भूखण्ड का ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा अप्रूव्ड मैप एक ही है। इस भूखड के दो टुकड़े नहीं किए जा सकते हैं। उसके बावजूद ट्रिडेंट बिल्डर बीच में दीवार खड़ी करके दोनों प्रोजेक्ट को अलग-अलग कर रहा है।
मुख्य सड़क तक जाने से लोगों को किया जा रहा वंचित
सोसाइटी के निवासी वीके शर्मा के अनुसार जब हमने 2010 में यह प्रोजेक्ट खरीदा था तब कहा गया था कि हमारा मुख्य गेट मुख्य सड़क की ओर होगा और पिछला गेट पीछे की ओर होगा । परंतु अब हमें मुख्य सड़क तक आने-जाने से वंचित किया जा रहा है जो कि गलत है।
आंख मूंदकर बैठे GNIDA के अधिकारी
एक अन्य निवासी आशीष आनंद के अनुसार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण मे कंप्लेंट करने के बावजूद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया है। उन्होंने आरटीआई के जवाब में लिखकर दिया है कि हमारे रिकॉर्ड में यह भूखंड देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी के नाम पर है। इस पर ट्रिडेंट बिल्डर का कोई भी हिस्सा नहीं है।
नेफोवा के अध्यक्ष ने भी लोगों का किया समर्थन
इस मौके पर नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी के निवासियों का समर्थन करने पहुंचे उन्होंने कहा ’कि बिल्डर ने गलत किया है पूरी नेफोवा टीम निवासियों के आवाज को पुरजोर तरीके से हर वाजिब मंच पर उठाएगी।’
Greater Noida West वैसे तो अपने आप में समस्याओं का अंबार है। यहां ज्यादातर सोसायटी में कुछ ना कुछ समस्याएं बनी रहती है। जिसे लेकर सोसायटी में रहने वाले लोग आए दिन प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। लेकिन इसमें से कुछ ऐसे बिल्डर हैं, जहां समस्याओं का अंबार है। इसी में से एक है ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-एक में स्थित देविका गोल्ड होम्स, यहां पर रहने वाले सोसायटी निवासी बिल्डर के मनमाने रवैये से परेशान हैं। बिल्डर के मनमाने रवैये से परेशान सोसायटी निवासी बुधवार को प्राधिकरण कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर बिल्डर के मनमाने रवैये के खिलाफ सोसायटी निवासियों ने नारेबाजी की। इसके बाद प्रदर्शन करने पहुंचे सोसायटी निवासी जीएम प्लानिंग नीलू सहगल के सामने भी अपनी समस्याओं को रखा।
प्राधिकरण के सामने प्रदर्शन
देविका गोल्ड होम्ज बिल्डर के मनमाने रवैये के खिलाफ और सोसायटी में फैली अनियमितताओं को लेकर यहां रहने वाले लोग प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन कर बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी की। इसके अलावा प्राधिकरण के अधिकारियों से भी उनकी मांगों को सुनने की अपील की। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे देविका सोशल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अनुराग खरे ने बताया कि उन्होंने पिछले दो साल में तीन बार अलग-अलग पत्रों के माध्यम से अपनी समस्याओं को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों के सामने रखा है। लेकिन अभी तक उनकी यहां पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि बिल्डर के मनमाने रवैये के खिलाफ अब सोसायटी निवासी आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं।
बिल्डर ने प्लॉट के किये दो टुकड़े
अनुराग खरे ने बताया कि देविका गोल्ड होम्स में जब लोगों ने फ्लैट खरीदा था, तब इसका डिजायन कुछ और था लेकिन जब लोग यहां आकर बस गये, ज्यादातर फ्लैट बिक गये तो बिल्डर ने अपनी जमीन एक बड़ा हिस्सा दूसरे बिल्डर को दे दिया। अनुराग खरे ने बताया कि बिल्डर के इस रवैये के खिलाफ आरटीआई लगाकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से सवाल भी किये गये थे, जिसके जवाब में प्राधिकरण की तरफ से बताया गया कि उनके रिकॉर्ड में सब ठीक है, भूमि देविका बिल्डर के ही नाम है।
दूसरे बिल्डर ने बीच में बनाई दीवार
अनुराग खरे ने बताया कि देविका बिल्डर ने अपनी लगभग आधी जमीन पर ट्राइडेंट को सोसायटी बनाने का अधिकार दिया है। जिसके बाद से ट्राइडेंट बिल्डर ने बीच में एक दीवार खड़ी कर दी है और जिस हिस्से पर ट्राइडेंट फ्लैट बना रहा है उसे वो अपना फ्लैट बताकर लोगों को बेच रहा है। अब देविका गोल्ड होम्स में रहने वाले लोगों के सामने समस्या ये है कि ये सोसायटी बेहद सकरी हो गई है। यहां पर अब कम जगह होने के चलते जो कुछ भी खरीददारों को फ्लैट बेचते वक्त बताया गया था, उसमें से कुछ भी नहीं बनाया जा सका है। अनुराग खरे ने बताया कि जो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के रिकॉर्ड में दोनों प्रोजेक्ट एक हैं, तो बीच में दीवार क्यों बनाया गया है। अनुराग खरे के मुताबिक देविका गोल्ड होम्स का मेन गेट उस तरफ है, जहां बिल्डर नई बिल्डिंग बना रहा है।
कई बार प्रदर्शन के बाद भी नहीं बनी बात
आशीष आनंद, हिमांशु सक्सेना, अनुराग राय, जनक राज कंबोज ने बताया कि हमने 14 फरवरी 2024 को भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पत्र के माध्यम से सूचित किया था। लेकिन उस पर धरातल पर अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। अभिषेक जैन, राजेंद्र कुमार, दया मिश्रा, पीयूष, दीपक कुमार ने बताया कि इससे पहले भी वो 25 फरवरी 2024 को ट्राइडेंट बिल्डर के ऑफिस के बाहर धरना दे चुके हैं। इसके बाद भी दोनों बिल्डर अपने मनमाने रवैये पर अड़े हैं।
देविका गोल्ड होम्स में ये भी हैं समस्याएं
देविका गोल्ड होम्स में समस्याओं का अंबार है। नाउ नोएडा की टीम ने भी यहां जाकर ग्राउंड रिपोर्ट किया था और यहां की समस्याओं को जिम्मेदार अधिकारियों के सामने उठाया था। यहां कंस्ट्रक्शन क्वालिटी के अलावा, पार्किंग में पानी भरने की समस्या, मेंटीनेंस जैसी अहम दिक्कतें हैं। बारिश के मौसम में तो पार्किंग में वाहन तक पार्क नहीं किया जा सकता। इसके अलावा स्वीमिंग पूल, और पार्क भी जर्जर हालात में हैं। वहीं देविका गोल्ड होम्स की समस्याओं को सोसायटी निवासियों ने सीईओ रवि कुमार एनजी के सामने रखा तो उन्होंने पूरे मामले को सुनने के बाद अधिकारियों को तत्काल इस पर एक्शन लेने की बात कही।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ले रहे हैं फ्लैट तो इसे भी देखें
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की नाक के नीचे नियमों का उल्लंघन हो रहा है और प्राधिकरण आंख मूद कर बैठा है। दरअसल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में देविका गोल्ड होम्ज़ प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ शिकायत की गई है। प्राधिकरण में दिए गए पत्र में जीएनआईडी और देविका गोल्ड होम्ज़ प्राइवेट लिमिटेड के बीच हस्ताक्षरित लीज डीड के नियमों और शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। प्राधिकरण द्वारा देविका गोल्ड होम्ज़ निवासी के हित आवंटित भूमि पर नियम का उल्लंघन और अतिक्रमण हो रहा है। जबकि इस संबंध में सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा की अदालत में मामला भी दायर किया गया है।
क्या लिखा है शिकायती पत्र में?
शिकायती पत्र में लिखा गया है "कि GNIDA ने दिसंबर 2010 में देविका गोल्ड होमज़ प्राइवेट लिमिटेड को सेक्टर-1 ग्रेटर नोएडा वेस्ट में GH 06c पर 30000 वर्ग मीटर का प्लॉट आवंटित किया था। मानचित्र में कई बार संशोधन किया गया था बिल्डर द्वारा और अंतिम मानचित्र 13.12.2018 को जीएनआईडीए द्वारा अनुमोदित किया गया था। मेसर्स देविका गोल्ड होम्ज़ प्राइवेट लिमिटेड ने 16976.746 वर्ग मीटर की इस भूमि पर 6 टावरों का निर्माण किया। और शेष 13022.72 वर्ग मीटर भूमि जो लगभग 26.86 प्रतिशत है, दूसरे बिल्डर मेसर्स ट्राइडेंट इंफ्रा होम्स प्राइवेट लिमिटेड को बेच दी गई। उस जमीन पर अब ट्राइडेंट इंफ्रा होम्स "ट्राइडेंट रेसो" नाम से अपना प्रोजेक्ट बना रही है। वह 13 दिसंबर 2018 को जीएनआईडीए द्वारा अनुमोदित मानचित्र के अनुसार निर्माण कर रहा है, ट्राइडेंट रेसो/ट्राइडेंट इंफ्रा होम्स ने जीएनआईडीए के साथ हस्ताक्षरित उस गैरकानूनी विकास समझौते और लीज डीड की शर्तों का उल्लंघन किया है और एमएपी के अनुसार देविका गोल्ड होम्ज़ को अनुमतियां दी गई हैं। साथ ही देविका गोल्ड होम्ज़ के निवासियों के लिए भूमि के सामने विकास समझौते में यह कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है कि ट्राइडेंट रेसो/ट्राइडेंट इंफ्रा होम्स को भूमि के सामने के गेट से देविका गोल्ड होम्ज़ के निवासियों के प्रवेश और निकास को स्थायी रूप से अवरुद्ध करने का अधिकार है।"
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित देविका गोल्ड होम्स सोसायटी में मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। सोसायटी के सफाई कर्मचारी पिछले चार दिनों से चार महीने की बकाया सैलरी न मिलने को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं। सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर बैठने की वजह से निवासी परेशान है लेकिन बिल्डर और मेंटेनेंस कंपनी निवासियों की सुनने को तैयार नहीं है।
सोसायटी में मूलभूत सुविधाओं की है समस्या
देविका गोल्ड होम्स सोसायटी के निवासियों का कहना है कि पिछले 5 सालों से निवासी मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं। जिसमें क्लब, स्विमिंग पूल, सिक्योरिटी, कैमरा, सफाई, रख-रखाव, सीपेज और भी समस्याएं शामिल हैं। निवासी सभी संबंधित विभागों में कई बार शिकायत कर चुके हैं। साथ ही बिल्डर को लेटर लिख चुके हैं और धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। लेकिन इस सब के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सुनवाई तो दूर की बात है बिल्डर निवासियों के साथ कोई बातचीत भी नहीं कर रहा है।
निवासियों को सता रहा दुर्घटना का डर
देविका गोल्ड होम्स सोसायटी में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। जिसको लेकर निवासी बेहद परेशान है। देविका गोल्ड होम्स सोसायटी निवासी दीपक दुबे ने बताया कि ‘हम लोग हर तरह का प्रयास करके अब थक रहे हैं क्योंकि कहीं कोई सुनने वाला नहीं है। सोसायटी में पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से और बीच से रास्ता बंद होने से दमकल विभाग की गाड़ी प्रवेश नहीं कर सकती है। ऐसे में अगर कोई बड़ी घटना होती है, तो कौन जिम्मेदारी लेगा। इस संदर्भ में सीएफओ को भी शिकायती पत्र लिखा गया, लेकिन लगभग एक सप्ताह बीतने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं है। इन सभी समस्याओं से निवासियों में बहुत आक्रोश और घटना दुर्घटना को लेकर भय का माहौल है’।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की देविका गोल्ड हॉम्ज सोसाइटी में समस्याओं का अंत होने का नाम नहीं ले रहा है। सोसाइटी में रहने वाले लोग बिल्डर से बहुत परेशान हैं। इसी को लेकर शनिवार को देविका गोल्ड होम्स सोसायटी के निवासियों ने बिल्डर के मेंटेनेंस ऑफिस पर धरना दिया। पुलिस को मध्यस्थ के लिए बुलाया गया, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला।
गंदगी और बदबू से जीना दूभर
सोसाइटी के लोगों को कहना है कि बिल्डर सोसाइटी में लगी सिक्योरिटी का एजेंसी और सफाई कर्मचारियों को समय से सैलरी नहीं देता है। जिसकी वजह से सोसाइटी में कभी सिक्योरिटी गार्ड हड़ताल पर चले जाते हैं कभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाते हैं। सफाई कर्मियों की हड़ताल की वजह से सोसाइटी में गंदगी का अंबार लग जाता है और बदबू से सोसायटी निवासियों का जीना दूभर हो जाता है।
प्राधिकरण से शिकायत पर नहीं हुआ समस्या का समाधान
पिछले कई वर्षों से सोसाइटी निवासी बिल्डर से बात कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में सीईओ रवि कुमार से मीटिंग की। ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव से कई बार मीटिंग की। बिल्डर को बुलाकर मीटिंग्स आफ मिनट बनाए गए लेकिन उसका जवाब भी बिल्डर ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को नहीं दिया।
कहीं भी नहीं हो रही सुनवाई
सोसाइटी निवासी दीपक दुबे ने बताया कि बिसरख पुलिस इंस्पेक्टर अरविंद सिंह से मुलाकात कर सोसाइटी के हालात के बारे में उनको भी अवगत कराया। सोसाइटी की हालत बहुत ही खराब है। प्राधिकरण, अधिकारी और न ही बिल्डर सुन रहा है। फायर नॉर्म्स का उलंघन बिल्डर कर रहा है।
सोसाइटी का आधा हिस्सा बेच दिया
सोसाइटी निवासी आंनद ने बताया ट्राइडेंट इंफ्रास्ट्रक्चर को बिल्डर ने सोसाइटी का आधा पार्ट बेच दिया। जबकि हमने फ्लैट लिया था। एक ही सोसाइटी थी, आगे गेट था। अब सोसाइटी में एक ही गेट है। अनागिनित समस्याएं है। सोसाइटी में जिसकी वजह से हजारों निवासी धरना प्रदर्शन करने के लिए विवश होते हैं ।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट रविवार को धरना स्थली बन गया। दर्जनों सोसाइटियों में मूलभूत सुविधाओं और समस्याओं को लेकर बिल्डर के खिला धरना प्रदर्शन किया। इसी कड़ी में देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी में निवासियों ने बिल्डर की सद्बुद्धि के लिए सुंदर काण्ड पाठ का आयोजन कर विरोध जताया। सोसाइटी के लोगों ने 3 घंटे पाठ किया।
समस्याओं से निजात पाने की प्रार्थना की
सोसाइटी के लोगों ने सोसाइटी में मूलभूत सुविधाओं, रजिस्ट्री, गंदगी, सीपेज, एसटीपी, फायर, क्लब, पार्क, सोसाइटी के अंदर चारों तरफ रोड, आदि की समस्या व्याप्त है। इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए सुंदर काण्ड पाठ करके प्रार्थना की।
सुंदर काण्ड पाठ में आनंद सिंह, अनुराग राय, गीता खरे, मुकुल मिश्रा, रोहित जायसवाल, कंबोज जी, राजेंद्र जी, इंद्रजीत घोष, दया मिश्रा, चंद्रशेखर गुप्ता, कमल थापा, श्रीस पांडे, शिवानंद पाढ़ी , अभिषेक सिंह, सुरेश रावत, मनीष चतुर्वेदी, शशांक अग्रवाल, दिनेश चौहान, अतुल शर्मा, शीश पाल , दीपक कुमार, गौतम विश्वकर्मा, कैलाश शर्मा, आकाश सक्सेना, आनंद कुमार आदि निवासियों ने भाग लिया।
धरने के बाद भी बिल्डर ने नहीं की मीटिंग
इसके पहले शनिवार को भी निवासियों ने मेंटेनेंस ऑफिस के बाहर धरना दिया था। पुलिस की मध्यस्थता के बाद धरना खत्म हुआ था। पुलिस ने बिल्डर और निवासियों के बीच एक मीटिंग करने के लिए मेंटेनेंस के अधिकारियों को का था। बिल्डर के ढुलमुल रवैया से सभी निवासी परेशान है। निवासियों का आरोप है बिल्डर हमेशा झूठ बोलता है, कभी कोई काम नहीं कराता है।
Greater West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर 1 में स्थित देविका गोल्ड होम्ज़ सोसाइटी के निवासियों ने मूलभूत सुविधाएं न मिलने के कारण ग्रेनो प्राधिकरण में मीटिंग हुई। लेकिन कोई समाधान नहीं होने पर नाराज निवासियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को नोटिस भेजा है। सोसाइटी निवासियों ने लिफ्ट सुचारू रूप से काम न करना, पार्क में पानी भरा होना, टावर में सीलन, बेसमेंट में कूड़ा जमा होना, बेसमेंट में पानी भरा होना, क्लब का खस्तल होना, मानचित्र में बदलाव आदि समस्याएं हैं, जो सांलों से हल नहीं हो रही हैं। सोसाइटी के लोगों का कहना है कि देविका सोसायटी लगभग 5 साल पुरानी है। लेकिन भवन, सुविधाएं और रखरखाव की स्थिति बद से बदतर हो गई है। इन समस्याओं को लेकर घर खरीदारों द्वारा प्राधिकरण कार्यालय सहित विभिन्न उपयुक्त प्रवर्तन प्राधिकरणों को कई बार शिकायत पत्र दिए गए थे।
मीटिंग में तय होने के बाद हल नहीं हुई समस्या
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में इस संदर्भ दिनांक 19 अक्टूबर 2023 से अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बिल्डर, डेवलपर्स के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई। मिनट्स ऑफ मीटिंग भी बना। प्राधिकरण की बैठक में मौजूदा मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई और जीएनआईडीए के कुछ महत्वपूर्ण अधिकारियों और डेवलपर्स द्वारा हल करने के लिए समय सीमा के साथ जिम्मेदारियां तय की गईं। इनमें से सभी ने अपने-अपने काम पूरा होने के बाद जीएनआईडीए और संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों को सूचित करते हुए समयसीमा का पालन करने पर सहमति व्यक्त की। लेकिन पीड़ित घर खरीदारों के लिए निराशा की बात यह रही कि अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बिल्डर ने इन निर्देशों को दरकिनार कर दिया। पूरी तरह से ठंडी प्रतिक्रिया मिली।
बिल्डर घर खरीदारों को कर रहा परेशान
सोसाइटी निवासी दीपक दुबे ने बताया कि अधिकारियों और बिल्डर द्वारा फ्लैट निवासियों को जानबूझकर नजरअंदाज किया जाता है और पीड़ित घर खरीदारों को परेशान किया जाता है। अन्य उपायों का सहारा लेने के लिए मजबूर किया जाता है। वर्तमान में सोसाइटी की हालत जर्जर है और आपदा प्रतीक्षा कर रही है, कोई भी दुर्घटना हो सकती है। ऐसा होने पर जान-माल या दोनों का नुकसान हो सकता है। इस कानूनी नोटिस के साथ हम जीएनआईडीए से अनुरोध है कि वह हाल ही में निर्धारित जीएनआईडीए नीति के अनुसार तुरंत संरचनात्मक ऑडिट कराए, ताकि संपूर्ण परियोजना की संरचनात्मक मजबूती का पुनर्मूल्यांकन किया जा सके।
डेवलपर ने निवेशकों को फर्जी तरीकों से किया था आकर्षित
डेवलपर द्वारा परियोजना के शुभारंभ के समय इस परियोजना में निवेश करने के लिए अनजान घर खरीदारों को प्रेरित करने के लिए प्रकाशित ब्रोशर, स्वीकृत भवन और मानचित्र योजना और जमीन पर भौतिक निर्माण के बीच एक गंभीर विसंगति/उल्लंघन है। इन उल्लंघनों की गहन जांच की जानी चाहिए क्योंकि कैसे डेवलपर ने अत्यधिक खतरनाक और घटिया निर्माण पर CC/OC प्राप्त करने के लिए GNIDA को गुमराह किया, जिसके परिणामस्वरूप निर्दोष घर खरीदार जल्दबाजी में अपने परिवारों के साथ अधूरे प्रोजेक्ट में चले गए और इस भूखंड के लिए लीज डीड के सभी हितधारकों की मिलीभगत के कारण भविष्य में कोई उम्मीद नहीं बची।
बिल्डर ने पूरे नहीं किए अपने वादे
सोसाइटी निवासी के एडवोकेट केके सिंह ने बताया कि देविका गोल्ड होमस के फ्लैट बायर्स हमारे पास आए थे और हमने सोसाइटी जाकर भी देखा सोसाइटी में काफी खामियां हैं। बिल्डर ने फ्लैट बेचते समय जो फ्लैट खरीदारों से वादे किए थे, उनमें ज्यादातर वादे पूरे नहीं किए गए। जिसकी वजह से निवासी बहुत बुरी स्थिति में सोसाइटी में रहने के लिए मजबूर हैं। जिसके लिए हमने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को नोटिस भेज कर इस और उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए कहा है। क्योंकि असल में मलिक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ही है।
12 साल बिल्डर और अथॉरिटी के चक्कर लगाने को मजबूर
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ज्यादातर सोसाइटियों में यही हाल है और पिछले 12 वर्षों से सोसाइटी निवासी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और बिल्डर के ऑफिस के चक्कर लगाकर परेशान है। हर रविवार को अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए धरना प्रदर्शन करते हैं, जिसका नतीजा यह होता है की उल्टा पुलिस उनको ही शांति भंग का नोटिस भेज देती है। इस तरह कहीं सुनवाई नहीं होती और फ्लैट निवासी अपने आप को ठगा महसूस करते हैं। आखिर हम लोग जाए तो जाएं कहां।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022