New Dellhi: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव को लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में बड़ी राहत मिली है। तेजस्वी यादव, लालू यादव और राबड़ी देवी बुधववारर को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होकर जमानत लेने पहुंचे । लालू का परिवार विशेष सीबीआई जज गीतांजलि गोयल की कोर्ट में पेश हुए। राउज एवेन्यू कोर्ट ने 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर तीनों को जमानत दे दी है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी।
गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा 3 जुलाई को दाखिल की गई दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर 23 सितंबर को संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को समन जारी कर 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। कोर्ट ने तेजस्वी के अलावा लालू यादव और राबड़ी देवी सहितसभी 17 आरोपियों को भी समन जारी किया था।
उल्लेखनीय है कि 22 सितंबर को सीबीआई ने कोर्ट को बताया था कि केंद्र सरकार से मामले में आरोपपी रेलवे के तीन पूर्व अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मिल गई है। इससे पहले 12 सितंबर को जांच एजेंसी ने कोर्ट को पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमा चलाने की केंद्र सरकार से अनुमति मिलने की जानकारी दी थी। सीबीआइ ने तीन जुलाई को दायर दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पश्चिम मध्य रेलवे (डब्ल्यूसीआर) के तत्कालीन जीएम, डब्ल्यूसीआर के दो सीपीओ सहित 17 लोगों को आरोपित बनाया है।
New Delhi: दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के 42 वें संस्करण में उत्तर प्रदेश पवेलियन में यूपी दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण किया। उत्तर प्रदेश पवेलियन प्रगति मैदान में हॉल नंबर दो पर दर्शाया गया है। इसमें प्रदेश के विभिन्न प्राधिकरणों के स्टाल भी लगाये गये है। जिसमें यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक प्राधिकरण द्वारा भी स्टाल लगाया गया है। मुख्य सचिव डीएस मिश्रा ने यमुना प्राधिकरण स्टाल का जायजा लिया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह द्वारा मुख्य सचिव को प्राधिकरण की योजनायों से अवगत कराया गया। मुख्य सचिव ने प्राधिकरण के प्रयाशों की प्रसंशा की गयी।
6 वर्षों के औद्योगिक विकास को किया गया प्रदर्शित
प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने मुंख्यमंत्री को बताया कि 6 वर्षों के औद्योगिक विकास, अवस्थापना विकास सहित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, पॉड टैक्सी, फ़िल्म सिटी, डेटा सेंटर पार्क आदि अन्य योजनाओं को प्रदर्शित किया गया है। प्राधिकरण के स्टाल पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, yeida फ़िल्म सिटी प्रोजेक्ट, मेडिकल ड्वाइसेज पार्क, लॉजिस्टिक पार्क, अपेरल पार्क, टॉय पार्क सहित विभिन्न योजनावों की प्रगति को दर्शाया गया है।
सीईओ ने सीएम योगी योजनाओं के बारे में दी जानकारी
मुख्यमंत्री बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की एफ़डीआई योजना के अंतर्गत पहला आवंटन यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण द्वारा डेटा सेंटर पार्क योजना के अंतर्गत किया गया है। प्राधिकरण द्वारा सिफ़ी इंफ़िनिट स्पेसेस लिकिटेड को डेटा सेंटर के निर्माण के लिए भूखंड का आवंटन किया गया है। डेटा सेंटर पार्क में 02 आवंटन कर दिये गये है। शीघ्र ही अवशेष भूखंडों के आवंटन की नयी योजना जारी की जायेगी। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सीएम को बताया कि प्राधिकरण की गिल्म सिटी परियोजना तथा पॉड टैक्सी योजना की इंटरनेशनल बिड निकाली गयी थी। जिसमे बिड कि अंतिम तिथि 30.11.2023 को नियत है। इस दौरान अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल सिंह, विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र भाटिया, स्टाफ़ ऑफिसर नंदकिशोर सुन्दरियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
Greater Noida: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक दिवसीय दौरे पर नोएडा पहुंच रहे हैं। सीएम योगी के ग्रेटर नोएडा दौरे को नोएडा पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस ने मेट्रो स्टेशन व मार्केट में संदिग्ध लोगों से की पूछताछ के साथ वाहनों की चेकिंग की । भीड़भाड़ वाले इलाके व मेट्रो स्टेशन पर पुलिस के साथ डॉग स्क्वायड टीम भी मौजूद हैं। इसके अलावा तीन पीएससी कंपनी को तैनात किया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ लगभग साढ़े 11 बजे बैनेट यूनिवर्सिटी पहुंचेंगे। 12:30 से GBU में तीनो प्राधिकरणों की करेंगे समीक्षा बैठक करें। इसके अलावा सीएम लॉ एंड ऑर्डर को लेकर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह और DM मनीष कुमार वर्मा के साथ भी बैठक करेंगे । तकरीबन 3 घंटे ज़िले में मुख्यमंत्री रहेंगे।
Bihar: 27 जनवरी के बाद बिहार की सियासत में आए भूचाल के बाद जेडीयू और भाजपा के गठबंधन की सरकार तो बिहार में बहाल हो गई मगर एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ| अपने महागठबंधन के साथी राजद (आर.जे.डी) को छोड़कर नीतीश कुमार फिर एक बार अपने पुराने साथी बीजेपी के साथ बिहार लोकसभा चुनाव से एक साल पहले ही एनडीए की सरकार बनाकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर फिर काबिज हो गए|
राज्यपाल के सामने ली शपथ
28 जनवरी को बिहार के राज्यपाल-श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की उपस्थिती में नीतीश कुमार ने अपने गठबंधन के साथियों के साथ 9वीं बार संविधान की शपथ लेते हुए राज्य के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला| उनके साथ-साथ भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उप-मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेते हुए 28 जनवरी को बिहार में फिर एक बार नई सरकार का गठन किया|
एक सप्ताह बाद मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार
सामान्य प्रशासन, निगरानी, निर्वाचन और गृह विभाग समेत कुल छह विभागों को नीतीश कुमार ने अपने अधिकार क्षेत्र में रखा| डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त, वाणिज्य-कर, पंचायती राज, स्वास्थ समेत कई अन्य विभागों की जिम्मेदारी दी गई तो वहीं डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को शिक्षा, जल संसाधन, भवन निर्माण, खान एवं भूतत्व के साथ अन्य विभाग मिला है|
बजट सत्र में बहुमत साबित करने की चुनौती
विधानसभा के पटल पर बजट सत्र के दौरान नीतीश कुमार पर बहुमत साबीत करने की चुनौती खड़ी हो गई है. जो पहले फरवरी को 'वोट ऑफ कॉफिडेन्स' पड़ने वाला था उसकी तारीक बढ़ाकर 12 फरवरी कर दी गई है. 12 तारीक को ही विधानसभा के नए सभापति का भी चुनाव होना है, जिस पद पर अभी आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी हैं, माना जा रहा है कि एनडीए इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है.
मंत्रिमंडल में कौन-कौन
विजय कुमार चौधरी को संसदीय कार्य मंत्री बनाया गया है, विजेन्द्र प्रसाद यादव को ऊर्जा मंत्रालय और ग्रामिण कार्य मंत्री बनाया गया है, डॉ. प्रेम कुमार को सहकारिता एवं आपदा प्रबंधन मत्री नियुक्त किया गया है, श्रवन कुमार को ग्रामिण विकास और समाज कलयाण के महकमे की जिम्मेदारी दी गई है तो वहीं पर संतोष कुमार सुमन और सुमित कुमार सिंह के बीच सूचना प्रौवैधिकी और विज्ञान मंत्रालय का बंटवारा किया गया है.
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह दिल्ली आबकारी नीति (2021-22) के घोटाले में 4 अक्टूबर, 2023 को हुए थे गिरफ्तार.
राउज एवेन्यू कोर्ट का फैसला
Delhi: मंगलवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने AAP (आम आदमी पार्टी) के नेता संजय सिंह की याचिका पर फिर से एक बार सुनवाई करते हुए उनको राज्यसभा के सांसद के रूप में शपथ लेने की अनुमति दे दी है. 8 या 9 फरवरी को पुलिस हिरासत में संजय सिंह संसद जाकर शपथ ग्रहण करेंगे।
संसद में शपथ लेने की दूसरी कोशिश
5 फरवरी को किन्ही कारणों के चलते जब संजय सिंह सांसद पद की शपथ नहीं ले पाए तो कोर्ट ने इस मुद्दे की समीक्षा करते हुए फिर से आप के नेता को मौका देते हुए शपथ ग्रहण करने की अनुमति देते हुए नई तारीख का ऐलान किया. कोर्ट के विशेष न्यायाधीश एम.के नागपाल ने दिल्ली आबकारी घोटाले में आरोपित संजय सिंह के आवेदन को मानते हुए जेल अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिकारियों की मौजूदगी में राज्यसभा सचिवालय के पदाधिकारियों से संवाद स्थापित कर संजय सिंह को शपथ दिलवाएं.
आबकारी नीति (2021-22) घोटाले में गिरफ्तार
2021-2022 में दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति को लागू किया था। जिसको संदेहास्पद पाकर दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस को इजजात देते हुए संजय सिंह को गिरफ्तार कर जांच को पूरा करने के आदेश दिऐ थे. संजय सिंह के वकील ने पिछले ही हफ्ते दिल्ली हाईकोर्ट में नियमित जमानत याचिका दायर की थी। जिसके उपर कोर्ट ने अपना फैसला अभी सुरक्षित रखा है. हालांकी राउज एवेन्यू कोर्ट ने आप नेता संजय सिंह की सांसद शपथ ग्रहण अनुमति याचिका को मंजूरी दे दी है, अब देखना ये है कि किस दिन आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह राज्यसभा में शपथ ग्रहण करने जाते हैं.
Noida: सेक्टर 62 स्थित रजत विहार सी ब्लॉक में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में " मन की बात" पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक जी शमिल हुए।भाजपा के नारों के साथ उप मुख्यमंत्री का सोसायटी निवासियों ने स्वागत किया।
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक निवासियों से संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल में भाजपा सरकार ने पूरी संलिप्तता के साथ काम किया गया। इसी के साथ उन्होंने प्रदेश के विकास के मुद्दे , शिक्षा , खेल और अन्य मुद्दे पर चर्चा की। आगामी लोकसभा चुनाव पर भाजपा को प्रदेष में पूर्ण बहुमत के साथ जिताने का अपील किया। इसी दौरान आयोजक भाजपा के सरस्वती शिशु मंडल के महामंत्री अमित नागपाल, अभिषेक शर्मा, मोहम्मद रिजवी, अभय देव, ऋतुराज, गोपाल शर्मा और अन्य भाजपा कार्यकर्ता, सोसाइटी निवासी मौजूद थे।
कर्नाटक की हुबली-धारवाड़ नगर निगम के कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। जो कि कर्नाटक की सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी के बीच टकराव का ताजा मुद्दा बन गया है. कांग्रेस नेता की बेटी 23 साल की नेहा हिरेमठ मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के फर्स्ट इयर की छात्रा थी और हुबली के कॉलेज में पढ़ती थी. फयाज खोंडुनाईक नाम का लड़का पहले उसका क्लासमेट था. उसी ने नेहा पर सात बार चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, नेहा पर कई बार चाकू से हमला करने वाले फैयाज ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि दोनों के बीच रिलेशन था, लेकिन नेहा पिछले कुछ समय से उससे बचने की कोशिश कर रही थी.
कांग्रेस पार्षद के बयान से बढ़ी सरकार की परेशानी
वहीं दूसरी ओर कर्नाटक सरकार की परेशानी इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि नेहा के पार्षद पिता ने भी इस अपराध को 'लव जिहाद' बताया है. कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमठ ने दावा किया "कि आरोपी ने लंबे समय से साजिश रची रखी थी या तो उसे फंसाने या उसे मार डालने की योजना बनाई थी. वे उसे धमकी दे रहे थे. हालांकि, लड़की ने उनकी धमकियों पर ध्यान नहीं दिया." उन्होंने कहा, "मेरी बेटी के साथ जो हुआ उसे पूरे राज्य और देश ने देखा. अगर वे कहते हैं कि यह पर्सनल है तो इसमें पर्सनल क्या है? क्या वे मेरे रिश्तेदार हैं?"
बीजेपी प्रत्याशी प्रह्लाद जोशी ने लव जिहाद एंगल होने का संदेश जताया
मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री और धारवाड़ लोकसभा से बीजेपी उम्मीदवार प्रह्लाद जोशी ने घटना के पीछे लव जिहाद एंगल होने का संदेश जताया है. बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में कर्नाटक में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो गई है. उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की राजनीति और एक "विशेष समुदाय" के साथ विशेष व्यवहार बंद करने की अपील की. हालांकि, गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि अभी तक कोई "लव जिहाद" एंगल नहीं है.
बीजेपी हमें धमकाने की कोशिश कर रही- डीके शिवकुमार
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी हमें धमकाने की कोशिश कर रही है. कर्नाटक में कानून व्यवस्था सबसे अच्छी है. वे वोटर्स को बताना चाहते हैं कि राज्य में राज्यपाल शासन लगाने जा रहे हैं. आर अशोक (बीजेपी नेता और विपक्ष के नेता) गोपनीय तरीके से यही कोशिश कर रहे हैं, इसलिए यह सब नाटक कर रहे हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सकते. यह असंभव है.
लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण की वोटिंग सात मई को होनी है। इस चरण में उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, असम, गुजरात और पश्चिम बंगाल सहित 13 राज्यों की 94 सीटों पर मतदान होना है। वहीं इस चरण में कई दिग्गजों की अग्निपरीक्षा भी होनी है। इस वजह से भी ये चरण काफी अहम है। अमित शाह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मनसुख मांडविया, एसपी सिंह बघेल, सुप्रिया सुले सहित तमाम उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। वहीं कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को भी मिलेगा, जहां लड़ाई बेहद रोचक हो गई है। जानकारों की मानें तो तीसरे चरण के चुनाव में जीत का परचम फहराने वाला सत्ता की बागडोर भी संभाल सकता है। इस कारण से भी तीसरा फेज काफी अहम माना जा रहा है।
दूसरी बार गांधीनगर सीट पर किस्मत आजमा रहे शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक बार फिर से गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। पिछली बार इसी सीट से वो जीतकर सांसद बने थे, लेकिन इस बार उनका सामना कांग्रेस की प्रत्याशी सोनल पटेल से है। गांधीनगर सीट बीजेपी का मजबूत गढ़ मानी जाती है और अमित शाह के पहले लालकृष्ण आडवाणी यहां से सांसद चुने जाते रहे हैं। अमित शाह 2019 में पहली बार गांधीनगर सीट से लोकसभा चुनाव मैदान में उतरे थे और जीतकर सांसद बने थे। अब दूसरी बार किस्मत आजमा रहे हैं।
गुना सीट पर अपनी वापसी की आस में ज्योतिरादित्य सिंधिया
अपने पुराने गढ़ गुना लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इस बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। इस बार सिंधिया बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। तब वे चुनाव हार गए थे। बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर सिंधिया की इस बार कोशिश अपनी वापसी के लिए है। सिंधिया का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी यादवेंद्र सिंह यादव से है। यादवेंद्र यादव बीजेपी में थे और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में शामिल हुए थे।
मनसुख मांडविया और ललित भाई वसोया में कांटे की टक्कर
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया की अग्नि परीक्षा होनी है। मांडविया गुजरात की पोरबंदर संसदीय सीट से चुनावी मैदान में हैं और उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी ललित भाई वसोया से है। पोरबंदर लोकसभा सीट पर बीजेपी की मजबूत सीटों में से है और लगातार जीत दर्ज कर रही है, लेकिन इस बार कांटे की टक्कर मानी जा रही है।
मंत्री एसपी सिंह बघेल की तीसरे फेज में अग्नि परीक्षा
मोदी सरकार में मंत्री एसपी सिंह बघेल का इम्तिहान तीसरे चरण में होना है. एसपी बघेल दूसरी आगरा सुरक्षित सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं। तो सपा से सुरेश चंद्र कदम किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि बसपा से पूजा अमरोही ने उतरकर त्रिकोणीय बना दिया है। पूजा अमरोही कांग्रेस नेता सत्या बहन की पुत्री हैं। दलित बहुल इस सीट पर बसपा कभी चुनाव नहीं जीत सकी है, लेकिन दूसरे नंबर पर हमेशा रही है। इस बार पूजा अमरोही ने इस मुकाबले को रोचक बना दिया है।
सुप्रिया सुले के सामने अपनी सीट बचाए रखने की चुनौती
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में शरद पवार के परिवार की अग्निपरीक्षा होनी है। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले अपनी परंपरागत बारामती सीट से तीसरी बार उतरी हैं। सुले के सामने अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार चुनाव लड़ रही हैं। एनसीपी में दो फाड़ होने के बाद शरद पवार और अजित पवार दो अलग गुटों में बंट गए हैं। ऐसे में सुप्रिया सुले अपनी सीट को बचाए रखने की चुनौती है।
20 साल बाद लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरे शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और प्रदेश बीजेपी के दिग्गज नेता शिवराज सिंह चौहान इस बार विदिशा लोकसभा सीट से मैदान में है। उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप भानु शर्मा से है। शिवराज सिंह 20 साल बाद लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरे हैं। इससे पहले 2005 तक इस सीट से सांसद रहे हैं। बीजेपी ने अब उन्हें केंद्रीय राजनीति में लाने का फैसला किया है, तो विदिशा सीट पर फिर से उतारा है।
मुलायम सिंह की सियासी विरासत संभालने उतरीं डिंपल यादव
मैनपुरी लोकसभा सीट पर मुलायम सिंह यादव की सियासी विरासत संभालने के लिए अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनावी मैदान में हैं। इस सीट पर बीजेपी ने जयवीर सिंह को उतारा है, तो बसपा से शिव प्रसाद यादव किस्मत आजमा रहे हैं। 1996 से यह सीट सपा जीत रही है। मोदी लहर में भी यह सीट सपा जीतने में कामयाब रही। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उपचुनाव में डिंपल यादव मैदान में उतरी थीं और जीत दर्ज की थी। बीजेपी ने इस बार ठाकुर और बसपा ने यादव कार्ड खेलकर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कवायद की है।
मुलायम परिवार के दो नेताओं का टेस्ट भी तीसरे फेज में
इसके साथ मुलायम परिवार के दो नेताओं का टेस्ट भी इसी चरण में होना है। बदायूं सीट से शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव और फिरोजाबाद सीट से रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव चुनावी मैदान में उतरे हैं। 2019 में सपा ने दोनों ही सीटों को गंवा दिया था, लेकिन इस बार कांटे की लड़ाई है। ऐसे में देखना है कि क्या इस बार मुलायम परिवार अपनी सीटें बचा पाएगा?
राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं। 1991 में दिग्विजय इस सीट से चुनावी मैदान में उतरकर भारी मतों से जीत दर्ज की थी। राजगढ़ उनकी परंपरागत सीट रही है, जिसके चलते कांग्रेस ने दिग्विजय पर दांव खेला है। इस बार उनका मुकाबला बीजेपी के रोडमल नागर से है। मोदी लहर में बीजेपी ने इस सीट पर मजबूती से अपना कब्जा जमा रखा है, लेकिन दिग्विजय सिंह के उतरने से मुकाबला रोचक हो गया है।
New Delhi: मोदी सरकार 3.0 के शपथ ग्रहण के बाद सोमवार को सीएम योगी आदित्यानाथ ने दिल्ली में अमित शाह, नितिन गडकरी समेत कई नेताओं से मुलाकात की और बधाई दी। वहीं, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ की मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं। सूत्रों के मुताबिक मोदी कैबिनेट की पहली बैठक से पहले हुई इस मुलाकात में यूपी के लोकसभा चुनाव परिणाम को लेकर सीएम योगी और वरिष्ठ नेताओं के बीच चर्चा हुई है।
सिर्फ 33 सीटों पर सिमटी भाजपा
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से बीजेपी को 33 सीटें जीतने में कामयाब हो पाई हैं। भाजपा की सहयोगी रालोद ने दो व अपना दल ने एक सीट जीती है। जबकि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की झोली में 37 सीटें गई हैं। वहीं, सपा के साथ गठबंधन में लड़ी कांग्रेस को भी 3 सीटें मिली हैं। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के उम्मीदवार चंद्रशेखर आजाद अपनी सीट से जीतने में सफल रहे हैं। वहीं, 2014 की तरह बसपा का इस बार भी शून्य पर ही रह गई है।
केंद्र सरकार के 7 मंत्री हार गए चुनाव
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से लगातार तीसरी बार जीत गए हैं, जबकि राहुल गांधी ने रायबरेली और अखिलेश यादव ने कन्नौज से जीत हासिल की है। वहीं, केंद्र सरकार के सात मंत्री भी चुनाव हार गए हैं। जिसमें स्मृति ईरानी भी शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा ने अपने 47 सांसदों को फिर से टिकट दिया था, इनमें से 26 हार गए हैं।
ओडिशा के अगले मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। 24 सालों बाद ओडिशा में सत्ता बदलने वाली भारतीय जनता पार्टी ने ओडिशा के अगले मुख्यमंत्री का चयन कर लिया है। मोहन चरण मांझी को ओडिशा का अगला मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। यूपी-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ की तरह ही ओडिशा में भी बीजेपी ने एक सीएम और दो डिप्टी सीएम वाला फॉर्मूला लागू किया है। ओडिशा में भी दो डिप्टी सीएम होंगे, जिनमें से एक महिला हैं। पार्वती फरीदा और केवी सिंह देव राज्य के डिप्टी सीएम होंगे। ओडिशा में बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह होगा। बता दें कि ओडिशा के सीएम के चयन के लिए भाजपा आलाकमान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। मोहन चरण मांझी ने इस बार विधानसभा चुनाव में क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। ये पहली बार नहीं है, जब उन्होंने इस सीट से जीत हासिल की हो। इससे पहले भी तीन बार वे क्योंझर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और जीते हैं।
कौन हैं मोहन चरण मांझी?
2024 के ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेता मोहन चरण मांझी ने बीजू जनता दल (BJD) की मीना माझी को 11,577 मतों के अंतर से हराकर क्योंझर विधानसभा सीट से जीत हासिल की है। 52 साल के मोहन चरण मांझी चार बार के विधायक हैं। उन्होंने साल 2000 से 2009 के दौरान दो बार क्योंझर का प्रतिनिधित्व भी किया। इसके बाद मोहन चरण मांझी साल 2019 में बीजेपी के टिकट पर क्योंझर से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी।
मोहन चरण मांझी का राजनीतिक सफर
मोहन चरण मांझी का जन्म 6 जनवरी 1972 को ओडिशा के क्योंझर में हुआ। वह अनुसूचित जनजाति से आते हैं और उन्होंने डॉ. प्रियंका मरांडी से शादी की है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत सरपंच के रूप में 1997 में की थी और वे साल 2000 तक इस पद पर बने रहे। इसके बाद उन्होंने साल 2000 में पहली बार विधायक का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। बीजेपी ने उन्हें राज्य आदिवासी मोर्चा का सचिव भी बनाया। इसके अलावा वह राज्य एसटी मोर्चा के महासचिव और 2005 से 2009 तक सरकारी उप मुख्य सचेतक भी रहे हैं।
मोहन चरण मांझी होंगे ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री
बता दें दि मोहन चरण मांझी ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री होंगे, जब उन्होंने पहली बार विधानसभा का चुनाव जीता था, तब नवीन पटनायक ने राज्य के मुख्यमंत्री की कमान संभाली थी। 24 साल के लंबे अंतराल के बाद साल 2024 में हुए ओडिशा विधानसभा में बीजेडी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में राज्य की 147 सीटों में से 78 पर जीत हासिल की है।वहीं, बीजेडी को 51 सीटों, कांग्रेस को 14 और अन्य के खाते में चार सीटें आई हैं।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022