ग्रेटर नोएडा: बिना रजिस्ट्री के फ्लैट खरीदारों को पजेशन देने वाले बिल्डर्स के ख़िलाफ प्राधिकरण कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ऐसे बिल्डरों को ज़ल्द नोटिस जारी करने जा रहा है। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने इसके निर्देश भी दे दिए हैं।
कई सोसायटी में बिना रजिस्ट्री दे दिया पजेशन
ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ऐसे कई बिल्डर प्रोजेक्ट हैं, जिनमें रजिस्ट्री के बिना ही खरीदार रहने लगे हैं। प्राधिकरण का बकाया जमा न होने के कारण ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट नहीं ले पा रहे। जब तक प्राधिकरण का बकाया रहेगा और ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट नहीं मिल जाता, तब तक फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं हो सकेगी। बिना रजिस्ट्री के फ्लैट खरीदार भले ही रहने लगे हैं, लेकिन उनको मालिकाना हक तब तक नहीं मिलेगा जब तक फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं हो जाती। बिल्डर खरीदारों को अनधिकृत तरीके से पजेशन देकर अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं।
प्रोजेक्ट का करवाया जा रहा सर्वे
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने बताया कि फ्लैट के लिए अपनी गाढ़ी कमाई लगाने वाले खरीदारों को इस आने वाली मुसीबत से बचाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्यूरी एंड ब्राउन से प्रोजेक्टवार सर्वे करा है। एजेंसी अब तक दो दर्जन से अधिक परियोजनाओं का सर्वे कर चुकी है। इनमें से कुछ प्रोजेक्टों में खरीदार बिना रजिस्ट्री के रह रहे हैं।
आवंटन भी हो सकता है निरस्त
सीईओ रितु माहेश्वरी के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। सीईओ ने बिल्डर विभाग को ऐसे सभी प्रोजेक्ट के बिल्डर्स को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही बकाया धनराशि न देने और प्रोजेक्ट को पूरा न करने वाले बिल्डर्स के आवंटन निरस्त करने के निर्देश दिए हैं। यानी जिन बिल्डर्स ने अभी तक प्रोजेक्ट को नहीं बनाया है, उनके आवंटन अब निरस्त कर दिए जाएंगे। खाली एरिया को प्राधिकरण अपने कब्जे में ले लेगा।
NOIDA: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कई ऐसी सोसायटी है, जहां खरीददारों ने रकम तो अदा कर दी है लेकिन उनके फ्लैट की अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई है। अब ऐसा नहीं है, जल्द ही ऐसे खरीददारों के फ्लैट की रजिस्ट्री होगी।
IRP की नियुक्ति
लॉजिक्स इंफ्रास्टक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने सेक्टर-137 में लॉजिक्स ब्लॉसम काउंटी प्रोजेक्ट का निर्माण किया था। यहां करीब 1500 खरीददार अपने फ्लैट की रजिस्ट्री का इंतजार कर रहे हैं। परियोजना में IRP की नियुक्ति कर दी गई है। अब खरीददारों के रजिस्ट्री का रास्ता साफ होने की उम्मीद है। ऐसे में जिन खरीददारों की अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई है, उन्हें अपना डिटेल IRP के पोर्टल पर अपलोड़ करना होगा।
अब तक 450 खरीदारों की रजिस्ट्री
लॉजिक्स काउंटी में कुल मिलाकर 2459 फ्लैट में से दो हजार फ्लैट में खरीददार रह रहे हैं। इनमें से करीब 450 फ्लैट की रजिस्ट्री हुई है। जबकि 1500 खरीददारों को अभी भी रजिस्ट्री करवानी है। इस प्रोजेक्ट में साल 2018 तक रजिस्ट्री हुई है।
ये बिल्डर भी हुए हैं दिवालिया
लॉजिक्स ब्लॉसम के अलावा करीब एक दर्जन से अधिक बिल्डर पहले ही दिवालिया हो चुके हैं। जिसमें सुपरटेक की इकोविलेज-1 सोसायटी भी शामिल है। इसके अलावा अजनारा के 7 प्रोजेक्ट भी शामिल हैं।
Noida: देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी द गौड़ ग्रुप ने बहुप्रतीक्षित यूपी टी20 लीग में गोरखपुर लायन्स फ्रैंचाइज़ के अधिग्रहण की घोषणा की है। यह साझेदारी क्षेत्र में खेल एवं सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने के लिए की गई है.
दिल्ली-एनसीआर के इस ग्रुप के लिए खेल नया क्षेत्र नहीं है, वे पहले से खेलों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार की बुनियादी सुविधाओं के विकास में सहयोग प्रदान करते रहे हैं। उनके इन्हीं प्रयासों में शानदार गौर सिटी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण भी शामिल है। 18 एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस कॉम्प्लेक्स को गौड़ सिटी के निवासियों द्वारा खूब पसंद किया जाता है। गोरखपुर टीम यूपी टी20 लीग में हिस्सा लेने वाली छह टीमों में से एक है, उनके अलावा लीग में नोएडा, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और मेरठ टीमें भी शामिल होंगी।
20 अगस्त 2023 को आयोजित उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेस सम्मेलन में इस उल्लेखनीय विकास की घोषणा की गई. यूपी टी20 लीग 30 अगस्त 2023 को अपने पहले सीज़न के लिए तैयार है, जिसकी फाइनल एवं क्लोज़िंग सेरेमनी 16 सितम्बर 2023 को होगी। यह लीग यूपी के प्रतिभाशाली युवाओं को लीग में हिस्सा लेकर क्रिकेट के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का मौका प्रदान करेगी।
मनोज ने रवि किशन का जताया आभार
चेयरमैन एवं एमडी मनोज गौड़ ने इसके लिए सांसद रवि किशन के प्रति आभार व्यक्त किया. मनोज गौड़ ने कहा ‘‘यूपी टी20 लीग में गोरखपुर लायन्स का अधिग्रहण गौर्स ग्रुप के लिए महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से हमें क्रिकेट प्रेमियों के साथ जुड़ने और समुदाय के लिए कुछ करने का मौका मिलेगा। हम एक ऐसी टीम का निर्माण करना चाहते हैं जो रुदहाड़ेगा गोरखपुर और टीम के एंथम ‘जीत के जाएंगे’ के जोश के साथ गोरखपुर की भावना को दर्शाती है। हम निर्भीकता और बहादुरी के साथ खेलने और हर जीत का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं।
टीम की जर्सी और एंथम गीत जारी
गोरखपुर लायन्स टीम की जर्सी, लोगो और एंथम ‘जीत के जाएंगे’ तथा 20 सदस्य के स्क्वैड का अनावरण गुरूवार 24 अगस्त 2023 को ग्रेटर नोएडा के गौड़ सिटी स्थित होटल में हुआ। टीम अपने बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ यूपी टी20 लीग में शानदार प्रदर्शन के लिए तैयार है। रोस्टर में जाने माने खिलाड़ी ध्रुव चंद जुरेल और मोहसीन खान शामिल हैं जो पहले से आईपीएल और डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा परफोमेन्स दे चुके हैं।
गोरखपुर लायन्स के 20 खिलाड़ियों के में ये शामिल
धु्रव चंद जुरेल, मोहसीन खान, समीर चौधरी, शिवम शर्मा, अभिषेक गोस्वामी, सिद्धार्ध यादव, यशोवर्धन सिंह, विजय कुमार, करण चौधरी, अंकित चौधरी, सुनीत कुमार, ऋषभ बंसल, देवांश चतुर्वेदी, कार्तिकेय सिंह, अब्दुल रहमान, अंशुमन पाण्डेय, अंकित राठी, ऋषभ राय, विवेक कुमार, पुनीत गुप्ता।
Greater noida west: जिंदगी भर की कमाई लगाकर अपना फ्लैट खरीदने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। फ्लैट की बुकिंग के समय बिल्डर ने सुविधा देने का वादा किया था लेकिन हकीकत इसके बिलकुल विपरीत निकली। अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-16 में बने केेेबीनोस अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने बिल्डर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
बिल्डर के खिलाफ सोसाइटी के लोगों ने दिया धरना
अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने बिल्डर के विरोध में धरना देकर मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने की मांग की है।इस दौरान सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने एकजुट होकर बिल्डर के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की और बिल्डर मनमानी करने का आरोप लगाया।
पार्किंग अभी तक नहीं किया गया एलॉट
लोगों का आरोप है कि बिल्डर किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं दे रहा है। सोसाइटी में ना तो पार्क है ना ही पार्किंग की सुविधा है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि पार्किंग तो बनी है लेकिन या अभी तक किसी को अलॉट नहीं हुई इसके अलावा पार्किंग की रखरखाव न होने के कारण यहां घास फूस उगे हैं इसके साथ ही यहां जंगली जानवर आते जाते रहते हैं जिससे लोगों को भय रहता है। पार्किंग आलॉट नहीं किया गया जिसके चलते लोग सोसाइटी स्ट्रीट पर कार पार्क करने को मजबूर हैं। लोगों ने आरोप लगाया अभी तक बिल्डर ने ओसी तक नहीं जारी किया है। सोसाइटी में पार्क और पार्किंग के अलावा स्विमिंग पूल भी बना है लेकिन यहाँ भी हाल बेहाल है।
5 साल में ही जर्जर हुई बिल्डिंग
लोगों ने बताया कि बिल्डर रामकुमार द्वारा इस प्रोजेक्ट का काम साल 2012 शुरू किया गया था। इसके बाद साल 2018 में लोगों को फ्लैट का हैंडओवर मिलना शुरू हुआ। अब करीब 5 साल में ही बिल्डिंग जर्जर हालत में पहुंच चुकी है बिल्डिंग की हालत देखकर ऐसा लगता है कि यह बरसों पुराना है। केबनोज सोसायटी के अध्यक्ष अजय तोमर ने बताया कि अपार्टमेंट में 605 फ्लैट बनी हुई है जबकि अभी तक 105 को ही आवंटित हुए हैं उन्होंने बताया कि सोसाइटी में लगी लिफ्ट भी ठीक से कम नहीं करती है। बिल्डर से बार-बार कहने पर भी सही नहीं कराया गया। इसके अलावा इस सोसाइटी में बिजली व्यवस्था भी नहीं ठीक है। दिन भर में कई बार बिजली गुल हो जाती है।वही लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है, जिसकी वजह से फ्लैट में रहना दूभर हो जाता है।
कई बार शिकायत पर भी बिल्डर ने नहीं सुनी
अजय तोमर ने बताया कि अपार्टमेंट की समस्या को लेकर बिल्डर को कई बार मौखिक और लिखित रूप से शिकायत की गई है इसके बावजूद भी बिल्डर द्वारा अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की। समिति का प्रतिनिधिमंडल भी बिल्डर से मिलकर अपनी समस्याओं को रख चुका है लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है इसके अलावा रेरा को भी सोसाइटी की समस्याओं के बारे में अवगत कराकर बिल्डर को निर्देश देने का अनुरोध किया जा चुका है।
साफ सफाई की भी नहीं उचित व्यवस्था
सोसाइटी के लोगों ने बताया कि परिसर में मैनहोल खुले हुए हैं, जिसके वजह से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है इसके साथ ही अपार्टमेंट परिसर में साफ सफाई का भी अभाव है। अपार्टमेंट परिसर में चूहा बिल्ली और सांप जैसे जानवर घूमते रहते हैं।
वही बिल्डर की ओर से कहा गया है कि यहां के रहने वाले लोग मेंटेनेंस नहीं दे रहे हैं।जिसकी वजह से सुविधाओं को सुचारू रूप से करना मुश्किल हो रहा है।
Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित रक्षा एडेला हाउसिंग सोसायटी के लोगों ने शुक्रवार की रात को हंगामा किया। दरअसल, सोसाइटी में बिजली गुल होने के बाद पावर बैकअप की सुविधा नहीं है। इसी वजह से लाइट कट होने के बाद लिफ्ट में तीन लोग फंस गए। इसी मुद्दे को लेकर निवासियों ने हंगामा
।
पावर बैकअप की सुविधा नहीं
सोसाइटी के लोगों ने बताया कि शुक्रवार की रात को अचानक बिजली गुल हो गई। शहर की सभी हाउसिंग सोसाइटी में बिजली कट होने के बाद पावर बैकअप की सुविधा है। लेकिन रक्षा एडेला हाउसिंग सोसाइटी में पावर बैकअप की सुविधा नहीं है। ऐसे में अगर बिजली चली जाती है तो सब कुछ बंद हो जाता है। जिसकी वजह से बहुत परेशानी हो रही है। रक्षा एडेला हाउसिंग सोसायटी के लोगों ने बताया कि बिजली चले जाने के बाद लिफ्ट में तीन लोग फंस गए और परेशानी बढ़ने लगी। हालांकि कुछ देर बाद लिफ्ट से लोगों को निकाला गया।
बिल्डर ने हमसे झूठे वादे किए
इसके बाद यहां के लोगों ने बिल्डर की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि लाखों रुपए देकर यहां पर घर खरीदा है, बिल्डर ने हमसे झूठे वादे किए हैं। यहां मूलभूत सुविधा नहीं दी जाती है. इसके अलावा न ही किसी समस्या का समाधान होता है। वहीं, हंगामा को बढ़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरीके से लोगों को शांत कराया।
बिल्डर के खिलाफ की शिकायत
बिसरख थाना प्रभारी अनिल राजपूत ने बताया कि रक्षा एडेला हाउसिंग सोसाइटी में शुक्रवार रात को बिजली बिल हो गई थी। बिल्डर की तरफ से पावर बैकअप नहीं लगाया गया है। ऐसे में बिजली कट हो जाने की वजह से निवासियों को समस्या हुई। जिस समय सोसाइटी में बिजली कट हुई, उस समय लिफ्ट में करीब तीन लोग फंसे हुए थे। इसी वजह से लोगों ने बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया। हालांकि लोगों को समझकर शांत किया गया। इस मामले में सोसाइटी के लोगों ने बिल्डर के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। जिसके आधार पर आगे की कार्वराई की जा रही है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बसने का सपना देख रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। यूपी रेरा ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रुकी हुई एलिगेंट विले आवासीय परियोजना को पूरे करने की मंजूरी दे दी है। यूपी रेेरा ने बिल्डरों को आदेश दिया है कि खरीदाारों की सहमति के बाद परियोजना पूरी करनी है। परियोजना पूरा होने के बाद फिर 12 महीना में ही सारा काम खत्म करना होगा। बता दे, इस परियोजना को पूरा करने में करीब 90 करोड रुपए खर्च होंगे।
जानकारी के मुताबिक नोएडा एक्सटेंशन के सेक्टर 10 जून 4 में एजेंट मिले आवासीय परियोजना है। मैसेज सर्च एलिगेंट इंफोकों प्राइवेट लिमिटेड ने इस परियोजना के तीन फेज को वर्ष 2017 में अप रेरा में रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन तय समय में यह परियोजना पूरी नहीं हो पाई।
बता दें कि फेज वन का अगस्त 2018, फेस 3 फरवरी 2019 और फेक 4 जुलाई 2019 को पंजीकरण खत्म हो गया था। रेरा से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 761 फ्लैट का काम अधूरा है।
बताने की फेज वन में करीब 75%, फेस 3 में 76%, 4 में 60% काम पूरा हुआ है। वही अभी तक 686 लोगों को फ्लाइट बेचा जा चुका है। इस परियोजना से 761 परिवार प्रभावित है।
Greater Noida: घर खरीदारों ने रविवार को 42 वें सप्ताह भी प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की। बड़ी संख्या में घर खरीदार एक एक जगह जमा हुए और सरकार से रजिस्ट्री जल्द शुरु करवाने और रुके प्रोजेक्ट के काम की शुरुआत की मांग की। नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा है कि अगर हमारी मांगों की इसी तरह अनदेखी की गई तो मजबूरी में अथॉरिटी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि लगातार सरकार के सामने हम अपनी बात रखते रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने निराश हैं।
हर रविवार जारी रहेगा आंदोलन
आंदोलन कर रहे योगेश देवगन, राजकुमार, समीर भारद्वाज, संजय साह, रोहित मिश्रा, रंजना भारद्वाज, अनुपमा मिश्रा, शशि रंजन कुमार, अनिल रात्रा, विभूति चौरसिया का कहना है कि आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से हर रविवार को तब तक जारी रहेगा। जब तक घरों की रजिस्ट्री और पज़ेशन शुरु नहीं हो जाते। सरकार ने कहा था कि अमिताभ कांत कमेटी की सिफ़ारिशों पर अमल करेंगे। अब रिपोर्ट आ गई फिर क्यों देरी की जा रही है।
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी कार्यालय पर करेंगे प्रदर्शन
आंदोलन में लगातार शामिल हो रहे सुधांशु किशोर, ज्योति जायसवाल, शशि भूषण, पुरुषोत्तम, आशुतोष, आयोग, विकास जोशी, दिनकर पांडे, बिपिन प्रसाद, गंगेश कुमार, दीपक भटनागर, डॉ सुहैल ख़ान, मनीष, राकेश झा सहित कई घर ख़रीदारों का कहना है कि सरकार इस मुद्दे को इतने समय से क्यों लटका रही है? सरकार को समस्या समाधान के लिए हमने तमाम उपाय भी सामने रखें, फिर भी कुछ होता नहीं दिख रहा है। अगर सरकार ने मांगें नहीं मानी तो ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के दफ़्तर पर भी बड़ी संख्या में प्रदर्शन करने ज़रूर जाएंगे। इन प्रोजेक्ट के खरीदार प्रदर्शन में हुए शामिल विरोध प्रदर्शन में इको विलेज 1, इको विलेज 2, इको विलेज 3, आरसिटी रेजिंसी पार्क, अजनारा होम्स, कासा ग्रीन्स वन, ऐपेक्स गोल्फ एवेन्यू, एक्वा गार्डन, संस्कृति, यूनिटेक यनिवर्ल्ड सहित कई प्रोजेक्ट के घर ख़रीदारों शामिल हुए।
Greater Noida West: अजनारा होम्स के सामने सड़कों के बीच लगे पेड़ों को लगातार काटे जा रहे हैं। जबकि शासन-प्रशासन की तरफ से उस पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। ये कहना है ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-16बी स्थित अजनारा होम्स के निवासियों का। पेड़ों के काटे जाने का अजनारा होम्स सोसाइटी निवासियों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन भी किया।
'बिना अनुमति पेड़ काट रहा बिल्डर'
जानकारी के मुताबिक अजनारा होम्स के सामने गुलशन आवानते बिल्डर निर्माण कार्य कर रहा है। लोगों का आरोप है कि कंस्ट्रक्शन कार्य में लगे ट्रक और कैंटर के आने जाने में पेड़ों के चलते परेशानी होती है। इसलिए बिल्डर ने सड़कों के बीच में लगे पेड़ों को कटवा दिया। पेड़ों के कट जाने से इलाके में धूल और पॉल्यूशन तेजी से फैल रहा है। इससे नाराज लोगों ने सड़क पर उतर कर पेड़ काटे जाने का विरोध किया।
'प्राधिकरण के अफसरों को नहीं है जानकारी'
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इस मामले को लेकर प्राधिकरण से कार्रवाई की मांग की। लोगों का कहना है कि प्राधिकरण के अफसर भी पेड़ काटने की खबर से अनजान हैं। अब जब लोगों ने इसका विरोध करना शुरू किया तो बिल्डर ने नए प्लांट को लगवाने की बात कही। जिस पर लोगों का कहना है कि एक बार पेड़ को काट देने के बाद नए पौधे को लगाने और उसके बड़े होने तक लंबा वक्त लगता है। तब तक क्या लोग पॉल्यूशन झेलकर बीमार होते रहें।
'प्राधिकरण और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड में दर्ज करवाई शिकायत'
एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि इस घटना के बारे में प्राधिकरण से लेकर उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तक से की जा चुकी है। साथ ही आरटीआई लगाकर जवाब भी मांगा गया है। आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के मुताबिक कंस्ट्रक्शन के लिए भी गाइडलाइन बनाई गई है। बिल्डर लगातार इस बात का भी ख्याल नहीं रख रहे हैं। लोगों का आरोप है कि मिस्ट मशीन भी सही तरीके से काम नहीं कर रही है। जिससे कंस्ट्रक्शन के चलते उड़ रही धूल सीधे लोगों के फ्लैट में जा रही है।
Noida: सेक्टर-120 आरजी रेजीडेंसी वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले फ्लैटों खरीदार सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। इसके साथ सोसाइटी में बैनर लगाया है कि बिल्डर से हमारा हक दिलाएं। बचे फ्लैटों की रजिस्ट्री कराएं, तभी वोट मांगने आएं। सोसाइटी के लोगों ने सोमवार को आरजी कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स पर धरना देकर सरकार और प्रशासन से मांगे पूरी करने की गुहार लगाई।
वर्षों से मूलभूत सुविधाओं का अभाव
सोसाइटी में रहने वालों लोगों को कहना है कि सोसाइटी में 500 से अधिक रजिस्ट्री लंबित है। बिल्डर के पास 7.5 करोड़ के अलावा क्लब, स्वीमिंग पूल, कम्यूनिटी हॉल आदि की सुविधाओं की मांग कई वर्षों से की जा रही है। सोसाइटी के एओए अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने बताया कि वर्षों से लंबित रजिस्ट्री एवं बिल्डर के प्रोजेक्ट से संबंधित लंबित मामलों को उजागर करने के लिए धरना शुरू किया गया है।
आंदोलन की दी चेतावनी
वहीं, सोसाइटी के सचिव अशोक बिंदलिस ने कहा कि बिल्डर के खिलाफ जल्द ही कानूनी लड़ाई लड़ने के साथ साथ बड़े आंदोलनों के जरिए सरकार और प्रशासन तक अपनी बात पहुंचानी पड़ेगी। उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बिल्डर की नाकामियों को नए टावरों के नए खरीदारों के सामने उजागर करते हुए सचेत रहने को कहा।
सोसाइटी के सभी गेटों पर लगाए बैनर
सोसाइटी के लोगों ने कहा कि इसी उद्देश्य से सोसाइटी के सभी गेटों पर इस तरह के बैनर लगाया गया है। बिल्डर और प्राधिकरण के खिलाफ गांधी जयंती पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया। सोसाइटी निवासियों का कहना है कि 155 करोड़ के डिफॉल्ट के बाद भी नए टावरों की एफएआर की अनुमति प्राधिकरण के साथ मिलीभगत का नतीजा है। धरने में बोर्ड मेंबर शैलेंद्र यादव, शिव अवस्थी, रजनी अग्रवाल और अविनाश अरुण मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस बाबत आरजी ग्रुप मीडिया प्रभारी कविता चावला ने बताया कि प्राधिकरण से भी लगातार बात हो रही है और उम्मीद है कि बची हुई रजिस्ट्रियों का रास्ता जल्दी खुल जाएगा।
Greater Noida: सुप्रीम कोर्ट के रोक के बावजूद ग्रेनो वेस्ट में अवैध निर्माण जारी है। शाहबेरी गांव में अवैध रूप से दुकानों का निर्माण कराने पर मेसर्स गणेश इंफाटेक के बिल्डर दिल्ली के आदर्श नगर के सचिन कंसल और बीटा-एक सेक्टर के अतुल जिंदल पर केस दर्ज हुआ है।
5 साल पहले 2 मकान गिरने से 9 लोगों की हुई थी मौत
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक नाजिम खान ने बिसरख कोतवाली में केस दर्ज कराया है। आरोप लगाया है कि प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में शाहबेरी गांव आता है। सुप्रीम कोर्ट ने यहां निर्माण पर रोक लगाई हुई है। इसके बावजूद प्राधिकरण की बिना अनुमति के सचिन और अतुल अवैध रूप से दुकानों का निर्माण कर रहे हैं। अवैध निर्माण करने से कई बार रोका गया है, इसके बावजूद भी नहीं माने। बता दें कि शाहबेरी गांव में पांच साल पहले दो अवैध भवन गिरने से 9 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद यहां 90 से अधिक अवैध निर्माण के केस दर्ज हो चुके हैं। कई बिल्डर व अन्य आरोपियों को गैंगस्टर आदि के केस में जेल भी भेजा जा चुका है। बिरसख थाने में दर्ज एफआईआर में आरोपियों पर लैंडयूज बदलकर अवैध निर्माण करने का आरोप लगाया गया है।
जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सीईओ रवि कुमार ने बताया कि यदि किसी अधिकारी ने इस तरह की गड़बड़ी कराते हुए लैंड यूज बदलवाया है। यदि इसमें किसी अधिकारी की संलिप्तता पाई जाएगी तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022