बांग्लादेश हिंसाः 20 साल तक राजनीतिक ऊंचाइयों पर राज करने के बाद शेख हसीना के सत्ता पतन की कहानी

कई दिनों से बांग्लादेश में चल रहा आंदोलन अब उग्र हो चला है, हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा है। बेकाबू आंदोलनकारियों के आगे कानून-व्यवस्था ने लगभग दम तोड़ दिया है। राजधानी ढाका हुड़दंगियों के हवाले हो चुकी है और प्रधानमंत्री निवास में अराजकता के निशान चारों ओर दिखाई दे रहे हैं। गृहमंत्री का घर आग के हवाले हो चुका है और सत्ताधारी पार्टी के दफ्तर को जला दिया गया है।, प्रदर्शनकारियों ने बांग्‍लादेश के निर्माता और शेख हसीना के पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति को भी तोड़ दिया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना को कई दिनों पहले ही यह समझ आ गया था कि देश की कमान उनके हाथों से निकल चुकी है। सोमवार को वो अपना विदाई भाषण दे ही रहीं थीं कि अचानक आंदोलनकारी वहां पहुंच गए और हसीना को जान बचाकर भागना पड़ा। उधर, ढाका में सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने लोगों से शांति बहाली की अपील की है। बांग्लादेश अखबार प्रोथोम आलो के मुताबिक,  प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्‍तीफा देने के बाद बहन रेहाना संग मिलिट्री हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गईं।

सिर्फ 45 मिनट हैं आपके पास... सेना प्रमुख का अल्टीमेटम
बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना ने सोमवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। पूर्व पीएम इस्तीफा देने के बाद अब सुरक्षित जगह पर चली गई हैं। इससे पहले सेना ने शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया था, जिसके बाद उन्होंने जल्दबाजी में राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वहीं, शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद हजारों प्रदर्शनकारियों ने उनके सरकारी आवास पर धावा बोल दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कई प्रदर्शनकारी उनके आवास से महंगे गिफ्ट और कई तरह के सामान अपने हाथों में लिए हुए नजर आ रहे हैं।

अंतरिम सरकार चलाएगी देशः सेना प्रमुख
शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद गहराई राजनीतिक संकट पर सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अब अंतरिम सरकार ही देश चलाएगी। उन्होंने बताया कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद एक बैठक की गई, जिसमें सेना के साथ चर्चा में मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

हिंसक प्रदर्शन में 300 से अधिक लोगों की मौत
उल्लेखनीय है कि कि देश में लंबे समय से जारी हिंसक प्रदर्शन में अब तक 300 से अधिक लोग मारे गए हैं। पिछले महीने के आखिर में शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन छात्रों और पुलिस के बीच हुई तीखी झड़प में तबदील हो गया है। रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 लोग मारे गए और 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए।

By Super Admin | August 06, 2024 | 0 Comments

Hot Categories

2
1
1