Noida: भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में बसपा सांसद दानिश अली को उग्रवादी और आतंकवादी कहने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में नोएडा मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंप कर भाजपा सांसद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन कार्रवाई की मांग की
नोएडा मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने मुस्लिम राजपूत वेलफेयर एसोसिएशन के महानगर नोएडा के अध्यक्ष कुँवर बिलाल बर्नी के नेतृत्व में राष्ट्रपति को नगर मजिस्ट्रेट नोएडा के माध्यम से ज्ञापन सौंपा।
भाजपा सांसद ने संसद की गरिमा को किया तार-तार
राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन में लिखा गया है कि ' भाजपा सांसद के द्वारा जो गालियां साँसद कुँवर दानिश अली को दी गई। इस प्रकार की सड़क छाप दुर्व्यवहार और 75 सालों से जिन शब्दों को संसद में कहने से परहेज़ किया जा रहा था, वह झिझक भी अब समाप्त कर ही दी गई। देश की जनता को इस प्रकार के गाली गलौज देने से ठेस पहुँची है।
आजीवन चुनाव लड़ने पर लगाई जाए पाबंदी
इस ज्ञापन के माध्यम से अपील करते है कि भाजपा साँसद रमेश विधुड़ी को संसद से बर्खास्त करते हुए उनको आजीवन विधायक व साँसद के चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाई जाए।ज्ञापन में मांग की गई है कि साँसद कुँवर दानिश अली को जेड प्लस सुरक्षा दी जाए।
इन लोगों ने मिलकर दिया ज्ञापन
ज्ञापन सौंपने वाले इस प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से कुँवर बिलाल बर्नी, सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष दीपक विग, सपा उपाध्यक्ष शकील सैफी, मोहम्मद तस्लीम, तनवीर हुसैन, नुरू -उल- हसन अंसारी, कुँवर हारून हयात, अब्दुल गफ़्फ़ार, मुन्ना आलम, क़रार हुसैन,साहिल चौधरी,मोहम्मद सद्दाम,अब्दुल हमीद,शमीम अहमद, मोहम्मद शफ़ीक़, मुनाजिर, इमरान अंसारी,मोहम्मद जकी सिद्दीकी, मोहम्मद सलीम समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
Noida: भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में बसपा सांसद दानिश को लेकर दिए गए बयान का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब नोएडा के भारतीय जनता पार्टी की अल्पसंख्यक मोर्चे की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉक्टर जीनत अंसारी ने अपने ही पार्टी के सांसद रमेश भदोही पर हमला बोला है। जीनत अंसारी ने भाजपा सांसद पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नाम चिट्ठी लिखी है।
सांसद आपसी भाईचारे को खत्म करने पर तुले
बता दें कि डॉक्टर जीनात अंसारी काफी समय से भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय कार्यकर्ता रही हैं। डॉक्टर जीनत अंसारी भारतीय जनता पार्टी की अल्पसंख्यक मोर्चा की नोएडा महानगर अध्यक्ष भी रही हैं. वर्तमान में भाजपा में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं। जीनत अंसारी ने कहा कि आपसी भाईचारे को खत्म किया जा रहा है। रमेश बिधूड़ी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को पार्टी से तुरंत बाहर कर देना चाहिए जो भाजपा की विचारधारा को धूमिल करने का काम कर रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री की विचारधारा को प्रभावित कर रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री सभी को एकजुट करने में लगे हुए हैं। वहीं भाजपा का एक ही सांसद आपसी भाईचारे को खत्म करने में लगा है।
पीएम मोदी से रमेश बिधूड़ी को पार्टी से निकालने का अनुरोध
बीते दिनों संसद भवन में बसपा के सांसद दानिश अली के खिलाफ रमेश बिधूड़ी ने टिप्पणी की थी। इसके बाद अब भाजपा की सीनियर नेता डॉक्टर जीना अंसारी ने अपनी ही पार्टी के सांसद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही प्रधानमंत्री से भी अनुरोध किया है कि ऐसे लोगों को पार्टी से तुरंत बाहर किया जाए।
Lucknow: पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने आगामी लोकसभा चुनाव से अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। रविवार को हुई मीटिंग में मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किया। अब मायावती की गैर मौजूदगी में अब आकाश आनंद ही बसपा की कमान संभालेंगे। मायावती ने कुछ महीने पहले ही आकाश आनंद को बसपा का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाया था। आकाश को बसपा ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में हुए चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। आकाश आनंद ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में कई चुनावी रैलियां भी की थी।
संगठन को मजबूत करेंगे आनंद
बहुजन समाज पार्टी के नेता उदयवीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मायावती ने आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। पार्टी नेताओं की मीटिंग में मायावती ने कहा कि उनके न रहने पर आकाश आनंद बसपा की कमान संभालेंगे। जिन राज्यों में बसपा का संगठन कमजोर है, वहां भी आकाश आनंद पार्टी को मजबूती देने के लिए काम करेंगे। मायावती ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक में कहा कि सभी लोग लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। गठबंधन से पार्टी को नुकसान होता है।
जानें कौन हैं मायावती के भतीजे आकाश आनंद
बता दें कि आकाश आनंद बसपा मुखिया मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं।आकाश आनंद ने लंदन से एमबीए की पढ़ाई की है। मायावती के साथ आकाश आनंद पहली बार साल 2017 में सहारनरपुर में बसपा की एक रैली में नजर आए थे। पिछले 6 सालों से आकाश की बसपा में सक्रियता बढ़ी है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बसपा के स्टार प्रचारकों की सूची में आकाश आनंद का नाम दूसरे स्थान पर था। आकाश आनंद को विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कैडर को तैयार करने के लिए गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पार्टी संगठन के पुनर्गठन का काम भी सौंपा गया है।
22 जनवरी को श्री राम लला मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद से अयोध्या में अब तक 19 लाख से ज्यादा दर्शनार्थी आ चुके हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में एक बयान दिया था, जिसपर अखिलेश यादव ने अपना रुख साफ किया है.
Uttar Pradesh: लखनऊ में बुधवार के दिन विधानसभा सत्र को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी लोकसभा चुनाव के एजेंडा को सेट करते हुए कहा कि जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण ने दुर्योधन से पांडवों के लिए पांच गांव मांगे थे, उसी तरह हमने (बहुसंख्यक समाज) यहां सिर्फ तीन स्थान (अयोध्या, मथुरा, काशी) की बात की थी। ये तीनों ईश्वर के अवतरण की धरती हैं, लेकिन एक जिद थी और उसमें राजनीतिक तड़के और वोट बैंक की प्रवृत्ति ने विवाद खड़ा कर दिया.
क्या बोले अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की बातों का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा है कि, "सीएम संविधान से बंधे हैं। उन्हें ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए जो सीएम के तौर पर ली गई उनकी शपथ के मुताबिक न हो। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि कौरव कौन हैं और पांडव कौन हैं?… कौरव संख्या में अधिक थे… बीजेपी कहती है कि वह दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी हैं… हमने महाभारत में पढ़ा है कि जिनके पास सबसे बड़ी सेना थी वे कौरव थे। जीत उनकी होगी जिनके पक्ष में भगवान हैं।"
समाजवादी पार्टी के नेता इस वक्त बीजेपी को रोकने के लिए पूरी मशक्कत कर रहें हैं. इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने कांग्रेस का लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दस सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है. सपा से नाराज चल रहे जयंत चौधरी के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को अखिलेश के पार्टी के नेताओं ने खारिज करते हुए कहा है कि जयंत चौधरी गठबंधन का हिस्सा हैं और उनके साथ मजबूती से खड़े होकर लोकसभा के चुनाव में बीजेपी का विरोध करेंगे.
सीएम ने विपक्ष को लेकर कही ये बात
बुधवार को विधानसभा में सीएम ने बयान देते हुए कहा कि, "दुर्योधन ने कहा था कि सुई की नोक के बराबर जगह नहीं दूंगा तो महाभारत होना ही था। यहां भी वोट बैंक के लिए हमारी संस्कृति और आस्था को रौंदने वाले आक्रांताओं का महिमामंडन किया गया, जिसे अब देश स्वीकार नहीं करेगा."
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के साथ-साथ काशी और मथुरा की बात कर तीन स्थानों को सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्रवाद के मुद्दे से जोड़कर आने वाले समय के लिए महत्वपूर्ण विषय बताया है.
Lucknow: बसपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बसपा के किसी भी दल से गठबंधन नहीं करने की बार-बार स्पष्ट घोषणा के बावजूद आए-दिन गठबंधन संबंधी अफवाह फैलाई जा रही है। इससे साबित होता है कि बसपा के बिना कुछ पार्टियों की सही से दाल गलने वाली नहीं है।
अपने लोगों का हित ही सर्वोपरि
बसपा के लिए अपने लोगों का हित ही सर्वोपरि है। लिहाजा सर्वसमाज के खासकर गरीबों, शोषितों एवं उपेक्षितों के हित व कल्याण के मद्देनजर बसपा का देश भर में अपने लोगों के तन, मन, धन के सहारे अकेले अपने बलबूते पर लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला अटल है। उन्होंने लोगों से ऐसी अफवाहों से सावधान रहने के लिए आगाह भी किया है।
बता दें कि कांग्रेस ने बसपा के साथ गठबंधन की संभावनाएं पर नए सिरे से बात करने की बात कही थी। यूपी कांग्रेस से जुड़े नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि इंडिया गठबंधन के साथ बीएसपी भी आ जाए। हालांकि मायावती पहले ही अकेले चुनाव लड़ने की बात कह चुकी थीं।
आगामी लोकसभा चुनाव का सियासी संग्राम शुरू हो चुका है। हर पार्टी इस बार सत्ता में आने के लिए जी-तोड़ मेहनत करने के लिए तैयार है। बीजेपी ने गौतमबुद्ध नगर से लोकसभा चुनाव-2024 के लिए डॉ. महेश शर्मा का नाम घोषित किया गया है। डॉ. महेश शर्मा को बीजेपी ने तीसरी बार अपना प्रत्याशी बनाया है। क्या इस बार बीजेपी एक बार फिर इस सीट पर बाजी मारेगी या फिर इस बार इंडिया अलांयस का कोई सिपाही इस सीट पर अपनी पकड़ बनाने में सफल होगा। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तक चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया है। गौतमबुद्ध नगर की लोकसभा सीट काफी अहम मानी जाती है।
2009 में गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का गठन हुआ
2009 में गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का गठन हुआ था। वहीं परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद नोएडा, सिकंदराबाद, दादरी, जेवर और खुर्जा विधानसभा को इस लोकसभा सीट में जोड़ा गया था। गौतमबुद्ध नगर की एक खास बात यह है कि यह जिला बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती का गृह जनपद है। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर पहली बार साल 2009 में चुनाव हुए थे, इसमें बीएसपी के सुरेंद्र सिंह नागर जीते थे। वहीं, भाजपा उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा दूसरे पायदान पर रहे थे।
गौतमबुद्ध नगर की राजनीति में किन जातियों का दबदबा
आपको बता दें कि इस लोकसभा सीट पर गुर्जर, ठाकुर, दलित, मुसलमान और ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है और इन्हीं जातियों के वोटर्स यहां की किस्मत तय करते हैं। गौतमबुद्ध नगर के करीब 23 लाख वोटरों में से करीब-करीब 16 लाख वोटर गावों में रहते हैं। इनमें से करीब 4 से 4.5 लाख के करीब वोटर ठाकुर हैं। वहीं, ब्राह्मणों के वोटरों की तादाद भी तकरीबन 4 लाख है। मुस्लिमों की संख्या साढ़े तीन लाख, गुर्जरों की संख्या 3.5 से 4 लाख है। वहीं, दलित वोटरों की संख्या 3.5 लाख है। बाकी 3 लाख वोटर अन्य में शामिल हैं।
साल 2019 में बीजेपी के डॉ. महेश शर्मा ने जीत दर्ज की थी
साल 2019 में गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर 11 अप्रैल को चुनाव हुए थे। इस बार भी ऐसी उम्मीद जताई है कि चुनाव आयोग अप्रैल या मई के महीने में ही चुनाव करवा सकता है। वहीं इस लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी के अलावा अभी तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। बीजेपी ने तीसरी बार गौतमबुद्ध नगर लोकसभा चुनाव के लिए इस सीट पर महेश शर्मा को टिकट दिया है। 2019 में भी इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा ने जीत हासिल की थी। उनको कुल 8,30,812 वोट मिले थे। उनका वोट प्रतिशत तकरीबन 60 फीसदी रहा था। वहीं बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी सतबीर नागर को 4,93,890 वोट मिले थे। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के डॉ. अरविंद कुमार सिंह रहे थे जिनको 42077 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
जहां एक ओर सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं तो वहीं दूसरी ओर बसपा के सांसद अपनी पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं। दरअसल बसपा सांसद संगीता आजाद सोमवार को भाजपा में शामिल हो गईं। संगीता आजाद रायबरेली की लालगंज लोकसभा सीट से बसपा की सांसद हैं। सांसद संगीता आजाद ने दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ली है। साथ ही उनके पति पूर्व विधायक आजाद अरिमर्दन भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस दौरान उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे।
"संगीता आज खुद को सही मायनों में आजाद मान रही होंगी "
संगीता आजाद के भाजपा में शामिल होने पर भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने कहा "कि संगीता आजाद सही मायनों में आज खुद को आजाद मान रही होंगी। अब वह पीएम मोदी के नेतृत्व में काम करने आईं हैं।"
SC की अधिवक्ता सीमा कुशवाहा भी भाजपा में शामिल
आपको बता दें कि इस दौरान सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सीमा कुशवाहा भी भाजपा में शामिल हुईं। सीमा कुशवाहा ने वर्षों तक निर्भया कांड में निर्भया की मां की वकील के रूप में सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ा था। पार्टी में शामिल होने के बाद बीएसपी सांसद संगीता आजाद, पार्टी नेता आजाद अरिमर्दन और सुप्रीम कोर्ट की वकील सीमा कुशवाहा ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।
Amroha: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी के अमरोहा से बसपा के सांसद दानिश अली बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। बसपा सुप्रीमो द्वारा अनुशासनहीनता को लेकर पिछले दिनों दानिश अली को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। तब से ही दानिश अली नाराज चल रहे थे। अब चुनाव से पहले कांग्रेस का दामन थाम लिया है। दानिश अली अब कांग्रेस के टिकट पर अमरोहा से फिर चुनाव लड़ना चाह रहे हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता लाल सिंह ने भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया। दोनों को ही दिल्ली में पवन खेड़ा ने पार्टी में शामिल कराया।
मायावती ने दानिश अली को क्यों किया निलंबित
बता दें कि दानिश अन्य पार्टियों के नेताओं से तो गले मिलते थे लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात तो दूर सोशल मीडिया पर भी बसपा सुप्रीमो से कोई वास्ता नहीं रखते थे। यही वजह है कि शनिवार को बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्देश पर पार्टी ने दानिश अली को निलंबित कर दिया। बहुजन समाज पार्टी के अपने ही नेता पार्टी से दगा कर रहे हैं। इसका खामियाजा उन नेताओं को भी भुगतना पड़ रहा है और असर पार्टी पर भी खूब पड़ रहा है।
Noida: गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर दबदबा रखने वाली बहुजन समाज पार्टी ने इस बार पूर्व विधायक ठाकुर राजेंद्र सोलंकी पर दांव खेला है। हालांकि अभी तक बसपा की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, भाजपा ने डॉ. महेश शर्मा को हैट्रिक लगाने मैदान में पहले ही उतार चुकी है। समाजवादी पार्टी इस सीट पर दो बार उम्मीदवारों की घोषणा की है। फिलहाल अभी सपा से राहुल अवाना मैदान में हैं। आइए जानते हैं कि कभी बसपा के झोली में रही यह सीट आखिर हाथ से फिसलती रही। क्या इस बार भी टक्कर दे पाएगी।
नोएडा सीट पर पहली बार बसपा के सांसद बने थे महेंद्र नागर
बता दें कि परिसीमन के बाद खुर्जा (सुरक्षित) सीट से बदलकर जब 2008 गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट सामान्य हुई तो बसपा के टिकट पर ही यहां से सुरेंद्र सिंह नागर सांसद बने थे। इसके बाद नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा के बाहरी वोटरों के कारण इस सीट पर भाजपा का दबदबा कायम होता गया। इसलिए भाजपा ने फिर सांसद डॉ. महेश शर्मा पर भरोसा जताया है।
लगातार दो बार दूसरे नंबर पर रहे बसपा प्रत्याशी
बता दें कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा को 31.08 प्रतिशत मत ही मिले थे। जबकि सुरेंद्र नागर ने 33.24 प्रतिशत मत हासिल कर 15,709 मतों से जीतकर सांसद बने थे। इसके बाद 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा के महेश शर्मा 50 प्रतिशत वोट पाकर सांसद बने। इसके बाद 2019 में 59.64 प्रतिशत पाकर फिर से महेश शर्मा जीते। इस चुनाव में महेश शर्मा ने बसपा प्रत्याशी सतवीर नागर को 3,36,922 वोटों से हराया था। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. अरविन्द कुमार सिंह सिर्फ 42,077 यानि 3.02 वोट ही मिले थे।
Gautam Buddh Nagar: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी-अपनी कमर कस ली है. इसी को लेकर बीएसपी ने अपनी पहली लिस्ट भी जारी कर दी है. बीएसपी ने पश्चिमी यूपी की 16 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. पार्टी ने गौतम बुद्ध नगर से राजेंद्र सिंह सोलंकी पर भरोसा जताया है. चलिए एक नजर बीएसपी की पहली लिस्ट पर डालते हैं.
बीएसपी ने जारी की 16 उम्मीदवारों की लिस्ट
सहारनपुर से माजिद अली, कैराना से श्रीपाल सिंह प्रत्याशी।
मुजफ्फरनगर से दारा सिंह प्रजापति, बिजनौर से विजेंद्र सिंह।
नगीना से सुरेंद्र पाल सिंह, मुरादाबाद से इरफान सैफी प्रत्याशी।
रामपुर जिशान खां, संभल से शौलत अली बीएसपी प्रत्याशी।
अमरोहा से मुजाहिद हुसैन, मेरठ से देववृत्त त्यागी प्रत्याशी।
बागपत प्रवीण बंसल, गौतमबुद्ध नगर से राजेंद्र सिंह सोलंकी।
बुलंदशहर से गिरीश चंद्र जाटव, आंवला से आबिद अली प्रत्याशी।
पीलीभीत अनीस अहमद खां उर्फ फूलबाबू बीएसपी प्रत्याशी।
शाहजहांपुर से डॉक्टर दोदराम वर्मा बीएसपी के प्रत्याशी।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022