खेल: भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट मैच का वेन्यू बदल दिया गया है। बॉर्डर-गवास्कर ट्रॉफी का तीसरा मुकाबला धर्मशाला की जगह इंदौर में खेला जाएगा। दरअसल, हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन ने पूरे आउटफील्ड का फिर से तैयार किया है। लेकिन उसके बाद यहां पर कोई टेस्ट मैच नहीं खेला गया, जिसे सबसे बड़ी परेशानी की वजह समझा जा रहा है। इसे देखते हुए बीसीसीआई ने धर्मशाला में खेले जाने टेस्ट मैच को इंदौर के होलकर इंदौर के होल्कर स्टेडियम में शिफ्ट कर दिया है।
खेल: क्रिकेट जगत में कई ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जो सिलेक्टर्स की नज़र से दूर थे। IPL में मौका मिलते ही इन खिलाड़ियों ने ना सिर्फ अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाया, बल्कि लीग टूर्नामेंट में दुनिया के बड़े से बड़े खिलाड़ी इनकी परफॉर्मेंस देखकर हैरान हैं। इन खिलाड़ियों में सबसे ऊपर नाम आता है यशस्वी जायसवाल और तिलक वर्मा। लेकिन ऐसा नहीं है कि इन दो प्लेयर्स ने ही IPL में अपनी धाग जमाई है, बल्कि कई चौकाने वाले प्लेयर्स भी हैं, जिनका रिटेन भी बड़े खिलाड़ियों की तुलना में बहुत ही कम था। लेकिन इन्होंने ना सिर्फ अपनी टीम को चौकाने वाली जीत दिलाई बल्कि अपनी लगातार परफॉर्मेंस से सबको हैरानी में डाल दिया है। भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज ने दावा किया है कि ये खिलाड़ी आने वाले दो साल में भारतीय टीम में शामिल हो सकते हैं। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है ईशान किसन का, ईशान ने पंजाब के खिलाफ़ 41 बॉल पर 75 रन की पारी खेलकर शानदार जीत दिलाई थी। इस लिस्ट में दूसरा नाम है जीतेश शर्मा का। जीतेश पंजाब के लिए खेल रहे हैं, इन्होंने 27 बॉल पर 49 रन की धमाकेदार पारी खेली थी। जिसकी मदद से पंजाब एक बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रहा। इस लिस्ट में बुलंदशहर के लोकल ब्वॉय रिंकू सिंह का भी नाम है, रिंकू कोलकाता की तरफ से खेल रहे हैं।
भारतीय क्रिकेटर ईशान किशन के रणजी में ना खेलने पर BCCI भड़का। साउथ अफ्रीका दौरे के बीच में रेस्ट लेकर टीम से बाहर हुए ईशान की वापसी नहीं हो पाई, जिससे BCCI नाखुश है.
दुनियाभर में टी20 लीग खेली जाती है जिसमें खिलाड़ी जमकर पैसा कमाते हैं, लेकिन भारत में ऐसा नहीं होता है। यहां पर खिलाड़ियों को आईपीएल के अलावा किसी दूसरे लीग में खेलने की इजाजत नहीं होती है। भारत के ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट या किसी और फॉर्मेट से ज्यादा आईपीएल अच्छा लगता है, क्योंकि इसमें अच्छा पैसा मिलता है। इसके लिए खिलाड़ी महीनों तैयारियों करते हैं, लेकिन अब BCCI ने ऐसे खिलाड़ियों पर लगाम लगाने के लिए एक नया फरमान जारी कर दिया है।
BCCI खिलाड़ियों पर सख्त
बीसीसीआई का खिलाड़ियों के लिए कहना है कि खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी जरूर खेलनी चाहिए और जो अनफिट खिलाड़ी है उनको राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में जाकर रिहैब कराना चाहिए। रणजी ट्राफी में खेलने के लिए अगले कुछ दिनों में सभी खिलाड़ियों को बीसीसीआई सूचित कर देगा। जो खिलाड़ी किसी नेशनल ड्यूटी पर है या अनफिट हैं, या रीहैब से गुजर रहे हैं, सिर्फ उनको ही रणजी ट्राफी खेलने के लिए छूट दी जाएगी।
ईशान किशन पर BCCI की सख्ती
बता दें कि हाल ही में भारतीय विकेट कीपर ईशान किशन के रणजी में ना खेलने पर जमकर बवाल हुआ था। दरअसल ईशान को रणजी में खेलने की जगह बड़ौदा में अपने आईपीएल कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ प्रैक्टिस करते देखा गया था। साउथ अफ्रीका दौरे के बीच में रेस्ट लेकर वह टीम से बाहर हो गए थे, तब से उनकी वापसी नहीं हो पाई थी।
ईशान के इस रवैये पर कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि यदि ईशान को वापस आना है तो पहले उनको रणजी खेलना पड़ेगा। इसके बाद झारखंड की टीम कई रणजी मैचों में उतरी, लेकिन ईशान एक बार नहीं दिखाई दिए। ठीक वैसा ही रवैया हार्दिक पंड्या का भी रणजी ट्राफी को लेकर है। हार्दिक पांड्या वर्ल्ड कप 2023 के बीच में चोटिल होने के कारण बाहर हो गए थे। तब से उनकी रिकवरी की कई वीडियोज सामने आ चुके हैं, और अब आईपीएल से उनकी वापसी की खबर आ रही है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वह सालों से नहीं दिखे हैं।
क्रिकेटर केएल राहुल ने कुछ दिन पहले वीडियो शेयर करने पर BCCI भड़क गया, बोला फिट नहीं हैं तो बैटिंग का वीडियो क्यों शेयर किया इससे गलत सिग्नल मिलता है।
भारतीय क्रिकेट टीम के जाने माने खिलाड़ी केएल राहुल के तीसरे टेस्ट से बाहर होने पर BCCI ने कई सवाल उठाए हैं। बोर्ड के अधिकारीयों ने इस पर कहा है कि केएल राहुल अगर फिट नहीं हैं तो वह सोशल मीडिया में अपनी बैटिंग का वीडियो क्यों पोस्ट कर रहे हैं, इस तरह से वह बोर्ड को गलत सिग्नल दे रहे हैं।
टीम इंडिया के दमदार बैटर राहुल को इंजरी के कारण इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए थे। उनको आखिरी 3 टेस्ट के स्क्वॉड में शामिल किया गया, लेकिन बीते सोमवार को BCCI ने बताया कि राहुल फिट नहीं हैं और वह तीसरा टेस्ट मैच नहीं खेल पाएंगे।
राहुल के इलाज में मेडिकल टीम की गलती
BCCI ऑफिशियल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'अगर BCCI मेडिकल टीम को पता था कि राहुल की चोट गंभीर है तो उन्होंने राहुल को स्क्वॉड में शामिल करने की छूट दी ही क्यों? और खिलाड़ी इंस्टाग्राम स्टोरी पर अपनी बैटिंग की वीडियो पोस्ट कर गलत सिग्नल क्यों भेज रहे हैं?'
बता दें कि कुछ दिनों पहले राहुल ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर अपनी बैटिंग का वीडियो शेयर किया था। इस पर BCCI अधिकारी का कहना है कि राहुल के वीडियो शेयर करने से लगता है कि वह खेलने के लिए फिट हैं।
राहुल की सेहत में है काफी सुधार
बीते शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी 3 टेस्ट के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया गया था। राहुल के साथ दूसरा टेस्ट नहीं खेलने वाले रवींद्र जडेजा को भी स्क्वॉड में जगह मिल गई है। लेकिन BCCI ने कहा है कि दोनों की फिटनेस रिपोर्ट आने के बाद ही उनको मैच में खेलने दिया जाएगा।
अब सोमवार को BCCI ने बताया कि राहुल को तीसरे टेस्ट मैच से बाहर कर दिया गया हैं। वह काफी जल्दी रिकवर हो जाएंगे और अभी वह 90%फिट हो चुके हैं और बेंगलुरु में रहकर NCA की निगरानी में रिकवरी करेंगे।
डेब्यू कर सकते हैं सरफराज
बता दें कि केएल राहुल के बाहर होने के बाद अब ये क्लीयर हो गया है कि तीसरे टेस्ट में सरफराज खान या देवदत्त पड्डिकल डेब्यू करने वाले हैं। तो वहीं दूसरे टेस्ट में डेब्यू करने वाले रजत पाटीदार नंबर-4पर उतरेंगे और श्रेयस अय्यर के बाहर होने के बाद नंबर-5 में सरफराज या पड्डिकल में से किसी एक को मौका दिया जाएगा।
BCCI ने खिलाड़ियों के मनमाने रवैये को खत्म करने के लिए एक नया नियम बनाया है इसके तहत खिलाडियों के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य कर दिया है। जिसके बाद कई खिलाड़ियों के करियर पर संकट मंडरा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स में तो इस बात का दावा किया जा रहा है कि लगातार ईशान किशन BCCI के नियमों की अनदेखी कर रहे थे जिसके चलते ऐसा फैसला जय शाह ने लिया. जिसने कई दिग्गज खिलाड़ियों को भी टेंशन में डाल दिया है. ऐसे में ये भी जानते है कि आखिर BCCI ने अचानक ये नियम क्यों बनाया है.
'बहानेबाजी नहीं होगी खिलाड़ियों की बर्दाश्त'
दरअसल IPL दुनिया की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली क्रिकेट लीग है और यहां खेलने पर प्लेयर्स को पैसा और शोहरत दोनों मिलती हैं। आईपीएल में खेलकर कई स्टार क्रिकेटर ने अपना करियर बनाया है। जिसके कारण खिलाड़ी फिट होने का बाद भी घरेलू क्रिकेट में खेलना पसंद नहीं करते हैं। निस कारण से BCCI ने ये फैसला लिया है जिसके अनुसार भारतीय टीम की ओर से खेलने वाले सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ियों को अब रेड बॉल क्रिकेट खेलना ही होगा और BCCI इसके लिए कोई भी बहानेबाजी बर्दाश्त नहीं करेगी। फिर चाहे वो स्टार खिलाड़ी, विराट कोहली या मोहम्मद शमी ही क्यों ना हों।
जय शाह ने सेलेक्टर्स, कोच, कैप्टन को दिए पावर
BCCI सचिव जय शाह ने राजकोट टेस्ट मैच से पहले ही इस बात का ऐलान कर दिया था। जय शाह ने कहा "कि भारत के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों को घरेलू सर्किट में अनिवार्य रूप से रेड बॉल क्रिकेट खेलना होगा" बीसीसीआई इसके लिए कोई बहाना बर्दाश्त नहीं करेगा।" साथ ही कहा "कि अगर कोई खिलाड़ी टीम मैनजेमेंट द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने से इनकार करता है, तो चीफ सेलेक्टर्स के चेयरमैन को खुद ही फैसला लेने की छूट दी जाएगी और यदि सेलेक्टर्स के चेयरमैन (अजीत अगरकर), आपके कोच (राहुल द्रविड़) और आपके कप्तान (रोहित शर्मा) इसके लिए कह रहे हैं तो आपको रेड बॉल से क्रिकेट खेलना होगा।"
केवल IPL में खेलने वाले खिलाडियों को कड़ा संदेश
BCCI के इस नये नियम के ऐलान के साथ ही ईशान किशन, कुणाल पंड्या और दीपक चाहर जैसे खिलाडियों को जो सीधे आईपीएल खेलने के लिए उतरते हैं उनको एक स्पष्ट संदेश मिल गया है कि उनको भी अपनी घरेलू टीमों के लिए खेलना होगा। वहीं BCCI के इस नियम की सराहना भी होनी चाहिए क्योंकि डोमेस्टिक रेड बॉल क्रिकेट से स्टार खिलाड़ियों का मोह भी खत्म होता जा रहा है।
NCA की सलाह के अनुसार ही होती हैं चीजें
जय शाह ने इस दौरान यह भी कहा "कि यह बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट अकादमी की गाइडेंस के अनुसार होना था, एनसीए से हमें जो भी सलाह मिलती है। उसी के अनुसार चीजें होती हैं।" साथ ही जय शाह ने कहा "कि मान लीजिए किसी खिलाड़ी की बॉडी व्हाइट और रेड बॉल क्रिकेट को संभालने में सक्षम नहीं है, फिर हम जबरन खिलाड़ी पर कुछ भी थोपना नहीं चाहते हैं। यह नियम यह उन पर लागू होता है, जो फिट और यंग हैं। हम किसी के नखरे को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह संदेश सभी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों के लिए है।"
खिलाड़ियों की सेहत और उनका फिट रहना सबसे ज्यादा जरूरी होता है। आए दिन खेलते समय लगने वाली चोटों से जहां एक ओर खिलाड़ियों को लंबे समय के लिए मैदान से दूर रहना पड़ता है। तो वहीं दूसरी ओर टीम को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। ऐसा ही एक झटका एख बाक फिर भारतीय टीम को लगा है। जिसकी वजह से स्टार पेसर मोहम्मद शमी लंबे वक्त के लिए टीम से बाहर हो गए हैं। दरअसल मोहम्मद शमी को एंकल इंजरी के कारण क्रिकेट से लंबे समय के लिए दूर हो गए हैं। शमी को इसके चलते सर्जरी करानी पड़ेगी। भारतीय पेसर इस कारण आईपीएल 2024 में भी नहीं खेल पायेंगे। यह भारतीय टीम के साथ-साथ गुजरात टाइटंस के लिए मुश्किल बढ़ाने वाली बात है।
ब्रिटेन में होगी एंकल इंजरी की सर्जरी
33 साल के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी वर्ल्ड कप फाइनल 2023 के बाद से ही भारत के लिए एक भी मैच नहीं खेले हैं। पहले माना गया कि उन्हें रेस्ट दिया गया है। लेकिन जब दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी शमी का नाम टीम में नहीं दिखा तब चोट की पुष्ट हुई। वहीं सूत्रों की मानें तो मोहम्मद शमी के बाएं एंकल में चोट है। यह चोट गंभीर है और इसकी ब्रिटेन में सर्जरी करानी होगी। मोहम्मद शमी का चोटिल होना भारत की टी20 वर्ल्ड कप की उम्मीदों को भी प्रभावित कर सकता है। हालांकि, वर्ल्ड कप में अभी काफी वक्त है, लेकिन शमी की चोट के बारे में भी ऐसा कोई अपडेट नहीं है कि वे कब तक फिट होंगे।
IPL 2024 में नहीं खेल पाएंगे शमी
मोहम्मद शमी की चोट टीम इंडिया के अलावा गुजरात टाइटंस के लिए भी बड़ा झटका है। शमी अब आईपीएल 2024 में नहीं खेल पाएंगे। गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पंड्या ट्रेड के जरिये पहले ही मुंबई इंडियंस पहुंच चुके हैं। अब मोहम्मद शमी के चोटिल होने से टीम की बॉलिंग लाइनअप भी कमजोर हो गई है।
BCCI ने अभी कुछ दिन पहले ही सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट खिलाड़ियों के लिए घरेलू रेड बॉल टूर्नामेंट में अनिवार्य रूप से खेलने का नियम बनाया था लेकिन बीसीसीआई के इस पैंतरे से खिलाड़ियों को कुछ खास असर नहीं पड़ा। जिसके बाद बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट में एक और बड़े बदलाव की तैयारी में जुट गई है। दरअसल भारतीय क्रिकेट बोर्ड अब कैश रिच टी-20 टूर्नामेंट आईपीएल से ठीक पहले एक और बड़ा फैसला लेने वाली है।
टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ियों की चांदी
रिपोर्ट्स की मानें बीसीसीआई टेस्ट मैच की फीस बढ़ाने का विचार कर रही है, जिससे प्लेयर्स क्रिकेट के सबसे पुराने और लंबे फॉर्मेट के प्रति आकर्षित हो और पहले से ज्यादा फोकस करें। सूत्रों की मानें तो बोर्ड ने विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन द्वारा टीम मैनेजमेंट के निर्देश को नजरअंदाज कर अगले महीने से शुरू हो रहे आईपीएल की तैयारी का विकल्प चुनने के मद्देनजर वेतन संरचना को फिर से तैयार करने का फैसला किया गया है।
एक कैलेंडर ईयर में सभी टेस्ट सीरीज खेलने पर मिलेगा ईनाम
नए फीस मॉडल के अनुसार यदि कोई एक कैलेंडर ईयर में सभी टेस्ट सीरीज खेलता है, तो उसका सालाना कॉन्ट्रेक्ट बढ़ाने के अलावा, अतिरिक्त पुरस्कार दिया जाना जायेगा। इस फैसले का एकमात्र मकसद यह सुनिश्चित करना है कि खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा रेड बॉल क्रिकेट खेले। यह टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए एक एक्स्ट्रा लाभ की तरह होगा। नए पारिश्रमिक मॉडल को मंजूरी मिलने पर आईपीएल सीजन के बाद लागू किया जाएगा। फिलहाल बीसीसीआई उस अतिरिक्त बोनस पर काम कर रहा है जो एक खिलाड़ी को एक सीजन में सभी टेस्ट सीरीज खेलने पर मिलेगा। वर्तमान में, बीसीसीआई प्रति टेस्ट मैच फीस के रूप में 15 लाख रुपये, प्रति वनडे 6 लाख रुपये और टी-20 अंतरराष्ट्रीय के लिए 3 लाख रुपये का भुगतान करता है।
भारतीय खिलाड़ियों के मनमाने रवैये को लेकर बीसीसीआई काफी वक्त से चिंतित थी। वहीं अब बीसीसीआई ने एक ऐसा कदम उठाया है। जिससे अपनी मनमानी कर रहे खिलाड़ियों के पैरों तले जमीन खिसक गई है। बीसीसीआई ने अपनी मनमानी कर रहे खिलाड़ियों को सबक सिखाने के लिए उन्हें एक जोरदार झटका दिया है। दरअसल BCCI ने अपने सालाना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान कर दिया है। जिसमें से ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को सीधे बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जिससे अब इन खिलाड़ियों को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ेगा।
BCCI कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में होती हैं 4 कैटेगरी
आपको बता दें कि BCCI द्वारा जारी की जाने वाली कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में 4 कैटेगरी होती हैं। जिनमें से ए प्लस (A+) कैटेगरी में 7 करोड़, ए में 5, बी में 3 और सबसे नीचे सी कैटेगरी में 1 करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं। इन सभी कैटेगरी में प्लेयर्स को शामिल करने के कुछ नियम भी हैं। A+ में ऐसे खिलाड़ियों को रखा जाता है, जो तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20) में खेलते हैं।
किस खिलाड़ी को मिली कौन सी कैटेगरी
बीसीसीआई ने ग्रेड ए+ कैटेगरी में रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा को रखा है। वहीं ए कैटेगरी में आर अश्विन, मो. शमी, मो. सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल और हार्दिक पंड्या को रखा गया है। बी कैटेगरी में सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और यशस्वी जायसवाल को रखा गया है। जबकि सी कैटेगरी में रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, शार्दुल ठाकुर, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, जितेश शर्मा, वॉशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, केएस भरत, प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान और रजत पाटीदार को रखा गया है। तो वहीं फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट में आकाश दीप, विजयकुमार विशाक, उमरान मलिक, यश दयाल और विद्वत कावेरप्पा को शामिल किया गया है।
इन खिलाड़ियों की बीसीसीआई ने कहा बाय-बाय
वहीं इससे पहले जारी किए गए कॉन्ट्रैक्ट में श्रेयस को B और ईशान को C कैटेगरी में रखा गया था। तब श्रेयस को सालाना 3 और ईशान को 1 करोड़ रुपये मिल रहे थे। मगर अब उन्हें इतने करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इन दोनों के अलावा ए ग्रेड से ऋषभ पंत, अक्षर पटेल को नुकसान हुआ। इन दोनों को बी कैटेगरी में रखा गया है। जबकि बी कैटेगरी से चेतेश्वर पुजारा को बाहर किया गया। सी कैटेगरी से उमेश यादव, शिखर धवन, दीपक हुड्डा और युजवेंद्र चहल की छुट्टी हुई है।
C ग्रेड में शामिल होने का मिल सकता है चांस
वहीं बीसीसीआई ने अपनी प्रेस रिलीज में साफ कहा है कि जो भी प्लेयर 1 अक्टूबर 2023 से 30 सितंबर 2024 सीजन के दौरान 3 टेस्ट या 8 वनडे या फिर 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलता है, तो उसे C ग्रेड में शामिल कर लिया जाएगा। इसका मतलब है कि स्टार विकेटकीपर ध्रुव जुरेल और धाकड़ बल्लेबाज सरफराज खान के पास अब भी C ग्रेड में शामिल होने का मौका है। आपको बता दें कि ध्रुव जुरेल और सरफराज खान ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 2 टेस्ट मैच खेल लिए हैं। यदि वो सीरीज का आखिरी यानी धर्मशाला टेस्ट मैच खेलते हैं, तो उन्हें सी कैटेगरी में शामिल किया जा सकता है।
BCCI ने अपने सालाना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान कर दिया है। जिसमें से ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को सीधे बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बीसीसीआई के इस नए कॉन्ट्रैक्ट में जहां कई युवा खिलाड़ियों को जगह दी गई है। तो वहीं बीसीसीआई के इस नए नियम से सरफराज खान और ध्रुव जुरेल को भी एक खास नियम से एंट्री मिल सकती है। साल 2023-24 के लिए जारी इस कॉन्ट्रैक्ट में अभी 30 खिलाड़ियों को जगह मिली है। लेकिन बीसीसीआई ने उसके अलावा भी कुछ नामों के प्रस्ताव रखे जाने की जानकारी दी है। साथ ही बोर्ड ने एक खास नियम भी बनाया है। इसके तहत सरफराज खान और ध्रुव जुरेल जैसे खिलाड़ियों को भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में एंट्री मिल जाएगी। अभी तक इन दोनों खिलाड़ियों ने दो-दो टेस्ट मैच खेले हैं।
कैसे मिलेगा खिलाड़ियों को सी ग्रेड में शामिल होने का चांस
बीसीसीआई ने अपनी प्रेस रिलीज में साफ कहा है कि जो भी प्लेयर 1 अक्टूबर 2023 से 30 सितंबर 2024 सीजन के दौरान 3 टेस्ट या 8 वनडे या फिर 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलता है, तो उसे C ग्रेड में शामिल कर लिया जाएगा। इसका मतलब है कि स्टार विकेटकीपर ध्रुव जुरेल और धाकड़ बल्लेबाज सरफराज खान के पास अब भी C ग्रेड में शामिल होने का मौका है। आपको बता दें कि ध्रुव जुरेल और सरफराज खान ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 2 टेस्ट मैच खेल लिए हैं। यदि वो सीरीज का आखिरी यानी धर्मशाला टेस्ट मैच खेलते हैं, तो उन्हें सी कैटेगरी में शामिल किया जा सकता है। अभी सी ग्रेड में बीसीसीआई ने 15 खिलाड़ियों को जगह दी है। इस ग्रेड के खिलाड़ियों को सालाना 1 करोड़ रुपए मिलते हैं।
इन युवा खिलाड़ियों की चमकी किस्मत
बीसीसीआई ने पहली बार 10 युवा खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह दी है और अगर हम ये कहें कि बीसीसीआई के इस फैसले ने इन खिलाड़ियों की चांदी हो गई है, तो ये गलत नहीं होगा। बीसीसीआई ने ग्रेड सी में रिंकू सिंह, यशस्वी जायसवाल, ऋतुराज गायकवाड़, रजत पाटीदार, जीतेश शर्मा, रवि बिश्नोई, शिवम दुबे, तिलक वर्मा, केएस भरत, मुकेश कुमार को शामिल किया है।
बीसीसीआई ने कल ही अपना सालाना अनुबंध जारी किया है। बीसीसीआई का यह अनुबंध 1 अक्टूबर 2023 से 30 सितंबर 2024 तक के लिए है। बीसीसीआई ने जहां इस नए अनुबंध में कई युवा खिलाड़ियों को शामिल किया है। तो वहीं दूसरी ओर कई ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिन्हें बीसीसीआई ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अगर बात करें उन खिलाड़ियों की जिन्हें बीसीसीआई ने बाहर किया है। तो तकरीबन 7 खिलाड़ी शामिल हैं जिन्हें बाहर किया गया है। इन खिलाड़ियों में ईशान और श्रेयस के अलावा अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, दीपक हुड्डा और उमेश यादव शामिल हैं। इनमें से शिखर धवन को छोड़कर बाकी के 6 खिलाड़ियों ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच पिछले साल यानी 2023 में खेला था।
बाहर किए गए खिलाड़ी पहले किस ग्रेड में शामिल थे?
श्रेयस अय्यर ग्रेड बी में शामिल थे जबकि ईशान के पास ग्रेड सी का कॉन्ट्रेक्ट था, यानी श्रेयस को सालाना 3 करोड़ और ईशान को 1 करोड़ का नुकसान हुआ है। ईशान ने अपना पिछला इंटरनेशनल मैच 28 नवंबर 2023 को टी20 के तौर पर खेला था, जबकि श्रेयस ने आखिरी टेस्ट मैच इसी साल 5 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापत्तनम में खेला था। श्रेयस ने वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में शतक जड़ा था जबकि एक वर्ल्ड कप एडिशन में मिडिल ऑर्डर में 500 प्लस रन जुटाने वाले पहले भारतीय बने थे। साथ ही कई सीरीज में वह टीम के उप कप्तान रह चुके हैं।
चेतेश्वर पुजारा के लिए खतरे की घंटी
टीम इंडिया की नई दीवार माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने भी अपना ग्रेड बी कॉन्ट्रेक्ट खो दिया है। पुजारा इस समय रणजी ट्रॉफी में खेल रहे हैं। वह रणजी में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। बावजूद इसके उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया। दाएं हाथ के बल्लेबाज पुजारा 103 टेस्ट और 5 वनडे खेल चुके हैं। वहीं लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को भी ग्रेड सी कॉन्ट्रेक्ट से हाथ धोना पड़ा है और चहल लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे हैं।
ऑलराउंडरों से भी छीन लिया गया कॉन्ट्रेक्ट
वहीं टीम इंडिया से बाहर किए गए ओपनर शिखर धवन और ऑलराउंडर दीपक हुड्डा से भी ग्रेड सी कॉन्ट्रेक्ट छीन लिया गया है। धवन लंबे समय से टीम इंडिया से दूर हैं और उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2022 में खेला था। जबकि दीपक हुड्डा ने 2021-22 में खूब नाम कमाया था। टी20 में शतक जड़ने वाले इस खिलाड़ी को टी20 टीम में लगातार रखा जा रहा था, लेकिन खराब फॉर्म के चलते इन्हें टीम से ड्रॉप किया गया और अब इन्होंने अपना कॉन्ट्रेक्ट भी गंवा दिया है। अनुभवी तेज गेंदबाज उमेश यादव पिछले कुछ साल से सिर्फ टेस्ट टीम का हिस्सा हुआ करते थे, लेकिन अब उन्हें भी कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया गया है। उमेश के पास ग्रेड बी का कॉन्ट्रेक्ट था।बीसीसीआई के इस फैसले से फैंस खासा नाराज नजर आ रहे हैं।
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October 05, 2024