लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों के लिए 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, अंडमान निकोबार, जम्मू और कश्मीर, लक्षद्वीप, पुडुचेरी में मतदान कराया जाएगा. पहले चरण में इन राज्यों में 102 सीटों पर मतदान होगा.
पहले चरण में 21 राज्यों में वोट डाले जाएंगे
पहले चरण में जिन 21 राज्यों में वोट डाले जाएंगे उसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ राज्य की सीटें भी शामिल हैं। इस चरण में उत्तर प्रदेश की 8, बिहार की 4, पश्चिम बंगाल की 3, राजस्थान की 12, मध्य प्रदेश की 6, उत्तराखंड की 5, असम की 4, मेघालय की 2, मणिपुर की 2, छत्तीसगढ़ की 1, अरुणाचल की 2, महाराष्ट्र की 5, तमिलनाडु की 39, मिजोरम की 1, नागालैंड की 1, सिक्किम की एक, त्रिपुरा की एक, अंडमान एंड निकोबार की 1, जम्मू-कश्मीर की 1, लक्षद्वीप की 1, पुडुचेरी की 1 सीट पर वोट डाले जाएंगे.
यूपी की 8 सीटों पर होगी वोटिंग
उत्तर प्रदेश की जिन 8 सीटों पर मतदान होने वाले हैं उनमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत सीट शामिल हैं. सहारनपुर से राघव लखनपाल एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं. वहीं, पीलीभीत सीट से इस बार योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट मिला है. वहीं, कैराना से बीजेपी ने प्रदीप चौधरी को मैदान में उतारा है. वहीं मुजफ्फरनगर में बीजेपी ने दो बार से लगातार सांसद संजीव बालियान को मैदान में उतारा है.बिजनौर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी आरएलडी के उम्मीदवार चंदन चौहान को उम्मीदवार बनाया है.नगीना लोकसभा सीट से बीजेपी ने ओम कुमार को उम्मीदवार बनाया है.मुरादाबाद निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी ने सरवेश सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है और रामपुर लोकसभा सीट से बीजेपी ने घनश्याम लोधी को टिकट दिया है.
पहले चरण में बिहार की चार सीटों पर चुनाव
पहले चरण में बिहार की चार सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इन चार सीटों में औरंगाबाद, गया, जमुई और नवादा सीट शामिल है. जमुई से एलजेपी (रामविलास) के अरुण भारती मैदान में हैं. अरुण भारती पार्टी सुप्रीमो चिराग पासवान के बहनोई हैं. वहीं, औरंगाबाद सीट पर बीजेपी ने सुशील कुमार सिंह को टिकट दिया है. इनका मुकाबला राजद के अभय कुमार सिन्हा से है.
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की इन सीटों पर चुनाव
पहले चरण के मध्य प्रदेश की छह लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इन छह सीटों में छिंदवाड़ा, बालाघाट, जबलपुर, मंडला, सीधी, और शहडोल सीट शामिल है. छिंदवाड़ा को मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ का गढ़ भी कहा जाता है. छिंदवाड़ा में कांग्रेस ने कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को मैदान में उतारा है. यहां से बीजेपी ने विवेक बंटी साहू को टिकट दिया है. वहीं, महाराष्ट्र की जिन छह सीटों पर वोट डाले जाएंगे उसमें गढ़चिरौली, चिमूर, रामटेक, चंद्रपुर, भंडारा-गोंदिया, नागपुर सीट शामिल है.
तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर वोट डाले जाएंगे
वहीं, पहले चरण के मतदान में तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस बार के चुनाव में बीजेपी दक्षिण के राज्यों खासकर तमिलनाडु में अपना फोकस बढ़ा दिया है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक कई बार तमिलनाडु का दौरा कर चुके हैं. तमिलनाडु की 39 सीटों में नीलगिरी, कोयंबटूर, पोलाची, डिंडीगुल, करूर, तिरुचिरापल्ली, पेरम्बलूर, तिरुवल्लुर, चेन्नई उत्तर, चेन्नई दक्षिण, चेन्नई सेंट्रल, नागपट्टिनम, तंजावुर, शिवगंगा, मदुरै, थेनी, श्रीपेरंबदूर, कांचीपुरम, अराक्कोनम, वेल्लोर, कृष्णागिरी, तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी, धर्मपुरी, तिरुवन्नामलाई, अरणी, विलुप्पुरम, कल्लाकुरिची, सलेम, नामक्कल, इरोड, तिरुप्पुर, कुड्डालोर, चिदंबरम, मयिलादुथुराई, विरुधुनगर, रामनाथपुरम, थूथुकुडी और तेनकासी सीट शामिल है.
सावन माह में 22 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा से पहले यूपी पुलिस ने एक ऐसा फरमान जारी कर दिया है, जिससे मुसलिम समाज में आक्रोश फैल गया है। इसके साथ ही विपक्ष भी विरोध पर उतर आया है। दरअसल, मुज्जफरनगर के एसपी ने कांवड़ मार्ग की सभी दुकानों पर मालिकों का नाम लिखने का आदेश जारी किया है। एसपी ने सभी दुकानदारों को निर्देश दिया था कि वो अपनी-अपनी दुकानों पर प्रोपराइटर या फिर काम करने वालों का नाम जरूर लिखें, जिससे कांवड़ियों में किसी प्रकार का कोई कंफ्यूजन न हो।
मुजफ्फरनगर में 240 किमी कांवड़ मार्ग
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा का करीब 240 किलोमीटर का रूट पड़ता है। कावड़ मेले के दौरान शिव भक्त कावड़िए हरिद्वार हर की पौड़ी से गंगाजल उठाकर मुजफ्फरनगर से होते हुए अपने-अपने गंतव्य की ओर जाते हैं। इसी जिले से होते हुए कांवड़िए हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और यूपी के अलग-अलग जिलों में जाते हैं। इसी को लेकर एसएसपी ने निर्देश दिया था। पुलिस के निर्देश के बाद दुकानदारों ने अपने-अपने नाम के साथ किस चीज की दुकान है, उसका नाम लिखकर पोस्टर लगाने शुरू कर दिए हैं। किसी ने ठेले पर आरिफ आम वाला तो किसी ने निसार फल वाला की पर्ची लिखकर टांग ली है।
मुजफ्फरनगर के एसएसपी का आदेश
मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बुधवार को कहा था कि जिले में 240 किलोमीटर का कांवड़ मार्ग है तो इसमें जितनी भी खाने-पीने की दुकानें हैं। होटल, ढाबे या ठेले से कांवड़ियां अपनी खाद्य सामग्री खरीद सकते हैं। उन सबको निर्देश दिए गए हैं कि अपने प्रोपराइटर या काम करने वालों के नाम जरूर लिखें। ताकि किसी प्रकार का कोई कंफ्यूजन किसी भी कावड़िया के अंदर ना रहे और ऐसी स्थिति न बने, जिससे कहीं कोई आरोप-प्रत्यारोप हो और बाद में कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो।
औवैसी ने फरमान को बताया हिटलरशाही
एसएसपी के इस निर्देश को लेकर AIMIM चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भड़क उठे हैं. उन्होंने 'X' पर लिखा, " उत्तर प्रदेश पुलिस के आदेश के अनुसार अब हर खाने वाली दुकान या ठेले के मालिक को अपना नाम बोर्ड पर लगाना होगा ताकि कोई कांवड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से कुछ न खरीद ले. इसे दक्षिण अफ्रीका में अपारथाइड कहा जाता था और हिटलर की जर्मनी में इसका नाम 'Judenboycott' था."
ऐसे आदेश सामाजिक अपराधः अखिलेश
वहीं, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विरोध जताते हुए एक्स पर लिखा है कि … और जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उसके नाम से क्या पता चलेगा? माननीय न्यायालय स्वत: संज्ञान ले और ऐसे प्रशासन के पीछे के शासन तक की मंशा की जाँच करवाकर, उचित दंडात्मक कार्रवाई करे। ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं, जो सौहार्द के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं।
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