New delhi: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम बुधवार की सुबह से तलाशी ले रही है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह कार्रवाई क्यों हो रही है। इस कार्रवाई पर आम आदमी पार्टी में भाजपा सरकार पर हमला बोला है।
आप सांसद संजय सिंह के पिता ने कहा कि विभाग अपना काम कर रहा है हम उनका सहयोग करेंगे। मैं उसे समय का इंतजार करूंगा जब उन्हें मंजूरी मिलेगी।
ताइवान नहीं जा पाए संजय सिंह
बता दें कि मंगलवार को ही दो आरोपी ईडी के सरकारी गवाह बने है, जिनमे दिनेश अरोड़ा संजय सिंह का करीबी था। वही संजय सिंह को मंगलवार रात को ताइवान जाना था। लेकिन उन्हें इस यात्रा के लिए पॉलिटिकल क्लीयरेंस नहीं दिया गया। जिसकी वजह से संजय सिंह ताइवान नहीं जा पाए।
संजय सिंह ने ईडी और केंद्र सरकार पर बोला था हमला
बता दे कि हाल ही में संजय सिंह ने केंद्र सरकार और एड़ी पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि शराब घोटाले को लेकर पिछले 1 साल से एड़ी लगातार छानबीन कर रही है। अधिकारी कभी कहते हैं 100 करोड़ का घोटाला है, तो कभी हजारों करोड़ों का बताते हैं। संजय सिंह ने कहा था कि जो घोटाला दिल्ली के अंदर हुआ ही नहीं उसकी वीडियो जांच कर रही है गवाहों को डरा धमकाकर स्टेटमेंट लिखवा रही है।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट का एक मूर्ति घर खरीदारों का धरना स्थल बन गया है। रजिस्ट्री और घर की मांग को लेकर 43वें हफ्ते भी घर खरीदारों ने प्रदर्शन किया। इससे पहले शनिवार को सोशल मीडिया पर घर खरीदारों ने आंदोलन चलाया था जो जबरदस्त हिट रहा था। #KabHogiRegistry #KabMilegaApnaGhar के साथ हजारों घर खरीदारों ने ट्वीट किया। थोड़ी देर में ही #KabHogiRegistry पूरे देश में ट्रेंड करने लगा।
नेफोवा ने सड़क से लेकर सीएम योगी तक रखी मांगें
नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया, सड़क, मुख्यमंत्री से मुलाकात, केंद्रीय मंत्री से मुलाक़ात, अमिताभ कांत कमेटी के सामने घर खरीदारों का सुझाव रखना सहित कई तरीकों से नेफोवा ने घर खरीदारों की मांगों को सामने रखा है। सरकार को अब और वक्त नहीं लेना चाहिए और घर खरीदारों को राहत देनी होगी।
जल्द घर खरीदारों को राहत दी जाए
आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे महेश यादव, दीपक गुप्ता, दिनेश कुमार, शिव सुथार, भूषण, पुरुषोत्तम, रितेश श्रीवास्तव, सुभाष चौहान, आशुतोष, सीवी सिंह, मनीष, डीके शर्मा, चेतन सहित कई सोसायटियों के घर खरीदारों ने कहा, सबसे ज्यादा घर खरीदारों को लूटा गया है। चुनाव में सब नेता वोट मांगने आते हैं और बाद में भूल जाते हैं। उन्होंने अपील की कि जल्द से जल्द घर खरीदारों को राहत दी जाए।
Noida: आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह की ED द्वारा गिरफ्तारी से आम जनमानस में भारी रोष है। यह कार्रवाई, मोदी-अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ इंडिया की मजबूत आवाज संजय सिंह कि आवाज को दबाने की साजिश है। संजय सिंह की गिरफ्तारी से नाराज कार्यकर्ताओं ने पिछले दिनों में यूपी सहित पूरे देश भर में विरोध प्रदर्शन किया। यह बातें रविवार को आम आदमी पार्टी के जिला प्रभारी सी एम चौहान ने कही।
ED की रेड में चली संजय सिंह के घर कुछ नहीं मिला
सीएम चौहान ने कहा, 2024 में मोदी इंडिया गठबंधन से चुनाव हार रहे हैं। इसी बौखलाहट में इंडिया की मजबूत आवाज संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है। फर्जी शराब घोटाले के मुख्य अभियुक्तों ने 14 बार ईडी को बयान दिए। लेकिन उन बयानों में कभी संजय सिंह का नाम नहीं लिया। सांसद संजय सिंह कोई अंजान व्यक्ति नहीं है, क्या अभियुक्त को इतनी बार बयान देते हुए सांसद संजय सिंह का नाम याद नही आया? अचानक से ईडी द्वारा अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. अभियुक्त से सांसद संजय सिंह के खिलाफ बयान दिलवाया गया। महीने भर के अंदर अभियुक्त को जमानत मिल गई और ईडी ने उसकी जमानत का कोई विरोध नहीं किया.जमानत के कुछ दिन बाद ही उसको सरकारी गवाह बना दिया गया. 12 घंटे ईडी की रेड चली जिसमे सांसद संजय सिंह के घर का कोना कोना छान मारा फिर भी कुछ नहीं मिला इसके बावजूद गिरफ्तार किया।
ED भाजपा के दबाव में कर रही काम
सीएम चौहान ने कहा ईडी भाजपा के दबाव में काम कर रही है, इसलिए सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार करने से पहले समन तक नही भेजा। संजय सिंह लगातार मोदी अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ते रहे हैं और उन्होंने अडानी के घोटालों के साक्ष्य ईडी के सामने प्रस्तुत करे। लेकिन ईडी ने अडानी के खिलाफ कार्यवाही न करते हुए मोदी के दबाव में आकर संजय सिंह को ही गिरफ्तार करवा दिया।
गरीबो और किसानों की आवाज उठाते रहे हैं सांसद संजय सिंह
जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र जादौन ने कहा कि संजय सिंह ने मणिपुर हिंसा में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने जैसे जघन्य अपराध के खिलाफ सदन में आवाज उठाई तो उन्हे राज्य सभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। सांसद संजय सिंह लगातार दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों व समाज के कमज़ोर वर्गो की आवाज लगातार उठाते रहे हैं और सरकार से सवाल पूछते रहे हैं। संजय सिंह ने समय समय पर किसानों के हितों की रक्षा के लिए, युवाओं के रोजगार के लिए , पुरानी पेंशन की बहाली के लिए महिलाओं की सुरक्षा के लिए देश में बढ़ती मंहगाई के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक आवाज उठाते रहे हैं।
सांसद संजय सिंह के खिलाफ यह पूरा मामला फर्जी
जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र जादौन ने कहा, सांसद संजय सिंह के खिलाफ ये पूरा मामला फर्जी, बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित है हम लोग इससे डरने वाले नही हैं। पूरा देश सांसद संजय सिंह के साथ खड़ा है। मोदी की तानाशाही से डरने वाले नही हैं। इस तानाशाही के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। प्रेसवार्ता के दौरान जिला महासचिव राकेश अवाना,जिला प्रवक्ता राहुल सेठ,जिला उपाध्यक्ष प्रवीन धीमान,जतन भाटी, गजेंद्र चौधरी, ध्रुव साहनी सिंगराज सिंह मौजूद रहे।
Noida: आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी से नाराज कार्यकर्ताओं ने शनिवार को जनपद गौतम बुद्ध नगर सहित प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। गौतम बुद्ध नगर में कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह जादौन के नेतृत्व सूरजपुर जिला मुख्यालय प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन दिया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह जादौन ने कहा कि आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह की ED द्वारा गिरफ्तारी से आम जनमानस में भारी रोष है। यह कार्रवाई मोदी-अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ इंडिया की मजबूत आवाज संजय सिंह को दबाने की साजिश है। 2024 में मोदी इंडिया गठबंधन से चुनाव हार रहे हैं। इसी बौखलाहट में इंडिया की मजबूत आवाज संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
सांसद संजय सिंह के खिलाफ यह पूरा मामला फर्जी
जादौन ने कहा कि फर्जी शराब घोटाले के मुख्य अभियुक्तों ने 14 बार ईडी को बयान दिए लेकिन उन बयानों में कभी संजय सिंह का नाम नही लिया। सांसद संजय सिंह कोई अंजान व्यक्ति नहीं है। क्या अभियुक्त को इतनी बार बयान देते हुए सांसद संजय सिंह का नाम याद नही आया ? अचानक से ईडी द्वारा अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त से सांसद संजय सिंह के खिलाफ बयान दिलवाया गया। महीने भर के अंदर अभियुक्त को जमानत मिल गई और ईडी ने उसकी जमानत का कोई विरोध नहीं किया। जमानत के कुछ दिन बाद ही उसको सरकारी गवाह बना दिया गया। 12 घंटे ईडी की रेड चली जिसमे सांसद संजय सिंह के घर का कोना कोना छान मारा फिर भी कुछ नहीं मिला इसके बावजूद गिरफ्तार किया।
भाजपा के दबाव में काम कर रही ईडी
जादौन ने कहा कि ईडी भाजपा के दबाव में काम कर रही है। इस लिए सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार करने से पहले सम्मन तक नही भेजा। संजय सिंह लगातार मोदी अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ते रहे है और उन्होंने अडानी के घोटालों के साक्ष्य ईडी के सामने प्रस्तुत करे। लेकिन ईडी ने अडानी के खिलाफ कार्यवाही न करते हुए मोदी के दबाव में आकर संजय सिंह को ही गिरफ्तार करवा दिया।
तानाशाही के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
जादौन ने कहा कि संजय सिंह ने मणिपुर हिंसा में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने जैसे जघन्य अपराध के खिलाफ सदन में आवाज उठाई तो उन्हे राज्य सभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। सांसद संजय सिंह लगातार दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यको व समाज के कमज़ोर वर्गो की आवाज लगातार उठाते रहे है और सरकार से सवाल पूछते रहे है। संजय सिंह ने समय समय पर किसानों के हितों की रक्षा के लिए , युवाओं के रोजगार के लिए , पुरानी पेंशन की बहाली के लिए महिलाओं की सुरक्षा के लिए देश में बढ़ती मंहगाई के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक आवाज उठाते रहे हैं। संजय सिंह के खिलाफ ये पूरा मामला फर्जी, बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित है हम लोग इससे डरने वाले नही हैं.पूरा देश सांसद संजय सिंह के साथ खड़ा है मोदी की तानाशाही से डरने वाले नही हैं। इस तानाशाही के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
प्रदर्शन में ये हुए शामिल
प्रदर्शन में जिला महासचिव राकेश अवाना, जिला प्रवक्ता राहुल सेठ,जिला उपाध्यक्ष प्रवीन धीमान, जिला उपाध्यक्ष मनोज यादव जिला उपाध्यक्ष नवीन भाटी कोषाध्यक्ष अनिल चेची जिला सचिव जीतू गुर्जर जिला सचिव विक्की भाटी श्रम प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष नरेश प्रजापति यूथ विंग जिला अध्यक्ष विक्रांत लोहिया ओबीसी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष प्रमोद भाटी दीप्ति वर्मा डॉक्टर ज्योति सिंह रिशियांत कटियार अफजल चौधरी अमर सिंह चौहान संजय चेची एडवोकेट विवेक शर्मा नितिन प्रजापति पंडित उमेश गौतम ललित लोहिया,गजेंद्र चौधरी सहित बड़ी संख्या पार्टी कार्यकर्ताओं मौजूद रहे।
अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य ने कई बड़ी बाते करते हुए प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी को फिर से लोकसभा में बहुमत दिलाने की बात को दोहराया. विपक्षी पार्टियों पर भी जमकर बरसे उपमुख्यमंत्री.
Lucknow: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत की। उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक की अगुवाई में बनाई गई ज्वाइनिंग कमेटी के सदस्याता अभियान में केशव प्रसाद मौर्य ने बीजेपी में शामिल हो रहे लोगों से कहा कि बात करने से ज्यादा अब काम करने का समय है. बीजेपी साल 2017 से ही नारा दे रही है कि 100 प्रतिशत वोट शेयर में 60% बीजेपी के हिस्से में है और बचे 40% में बंटवारा है और उस बंटवारे में भी उनका हिस्सा है.
लोकसभा 2024 के लिए तैयारी
डीएम सीएम ने कार्यकर्ताओं से बूथ लेवल पर जाकर मेहनत करने का निर्देश दिया। और कहा इस बार का उनका लक्ष्य लोकसभा की सभी 80 सिटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों को जीताने का होना चाहिए. भाषण में उप-मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि देश में 2014 से जो सरकार बनी है, वो गरीबों की सरकार है. युवाओं के उज्जवल भविष्य, महिलाओं के सशक्तिकरण और किसानों के उत्थान के लिए कार्यरत है.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आम जनता को भी उनका फर्ज याद दिलाते हुए बीजेपी को वोट देने की बात कही और आश्वासन दिया की केंद्र की मोदी सरकार लोगों के हितों के लिए निरंतर काम करती रहेगी. सदस्यता कार्यक्रम में उप-मुख्यमंत्री ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश महामंत्री अमर पाल मौर्य और अन्य सदस्यों का अभिवादन भी किया.
यूपी के लोकसभा चुनाव पर लोगों की नज़र
आने वाले लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर पड़ने वाले मतदान पर देशभर के लोगों की नज़र होने वाली है. क्योंकी, बीजेपी सभी 80 लोकसभी सीट पर अपने प्रत्याशी खड़े करेगी और महागठबंधन भी इस बार सीटों का बटवारा करके बीजेपी को यूपी में रोकने की पूरी कोशिश में लगी है.
चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने एक याचिका लगाई थी। इसमें दोनों दलों ने मेयर चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर चुनाव अधिकारी का वायरल वीडियो सबूत के तौर पर पेश किया था। वहीं चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सुनवाई के दौरान बैलेट पेपर खराब करने पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताई है। मुख्य न्यायाधीश ने चुनाव के बैलेट पेपर तलब किए और मतगणना का वीडियो भी मांगा। इस दौरान SC में रिटर्निंग ऑफिसर रहे अनिल मसीह ने माना कि उन्होंने बैलेट पेपर पर निशान लगाया था। अब इस मामले की अगली सुनवाई 20 फरवरी को दोपहर 2 बजे होगी।
रिटर्निंग ऑफिसर से SC का जवाब-तलब
चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले की सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह से पूछा "कि आप कैमरे को देख कर बैलेट पेपर क्या लिख रहे थे? मसीह ने जवाब दिया "कि मैं लिख नहीं रहा था, नंबरिंग कर रहा था।" सीजेआई ने कहा कि वीडियो में साफ है कि आप बैलेट में एक्स मार्क कर रहे थे।" मसीह ने कहा "कि मैं यह तय कर रहा था कि संबंधित बैलेट किसका है। इसी बीच आप के काउंसलर बैलेट पेपर लेकर भागने लगे जिसको चंडीगढ़ पुलिस ने बचाया।"
रिटर्निंग अफसर पर मुकदमा चलाने की बात
CJI ने कहा "कि आप बैलेट पेपर पर साइन कर सकते हैं, लेकिन आप एक्स मार्क क्यों कर रहे थे? ऐसा कौन सा नियम है? आप मान रहे हैं कि आपने एक्स मार्क किया। इनके खिलाफ तो मुकदमा चलाया जाना चाहिए।" इस पर रिटर्निंग ऑफिसर ने कहा "कि लोग कैमरा-कैमरा चिल्ला रहे थे, इसलिए मैंने उधर देखा।" इस पर सीजेआई ने कहा कि रिटर्निंग ऑफिसर को किसी भी दल से जुड़ा नहीं होना चाहिए।" सुप्रीम कोर्ट ने कहा "कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को हम बुला रहे हैं। कल इस पर सुनवाई करेंगे।" साथ ही सीजेआई ने निर्देश दिया "कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल बैलेट पेपर हमारे पास किसी अधिकारी को नियुक्त कर भेजे।"
सपा और कांग्रेस के बाद लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच भी गठबंधन का ऐलान हो गया है। दोनों पार्टियों के बीच दिल्ली, गुजरात, गोवा, चंड़ीगढ़ और हरियाणा में सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति बन गई है। जिसकी घोषणा शनिवार सुबह आधिकारिक तौर पर INDIA गठबंधन के तहत दोनों पार्टियों ने मिलकर इन राज्यों में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
दिल्ली की 7 सीटों में 4 AAP को मिलीं
गठबंधन के ऐलान के साथ ही इस बात का भी ऐलान कर दिया गया है कि किस पार्टी के हिस्से में कौन सी सीच आई है। INDIA गठबंधन के तहत दिल्ली की कुल 7 लोकसभा सीटों में से 3 पर कांग्रेस और 4 पर AAP चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है। इसके तहत दक्षिणी, उत्तर-पूर्वी, नई दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली पर AAP के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। जबकि चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली और उत्तरी दिल्ली की सीट पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारेगी।
पंजाब में AAP और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ेगी
आप और कांग्रेस की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेस में जानकारी देते हुए बताया गया कि पंजाब में AAP और कांग्रेस पार्टी दोनों अलग-अलग चुनाव लड़ेगी। जबकि गोवा की दोनों लोकसभा सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। इसके तहत गुजरात की 26 सीटों में से 2 सीटों (भरूच और भावनगर) पर AAP, जबकि बाकी 24 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। हरियाणा की 10 सीटों में कांग्रेस 9 और AAP 1 (कुरुक्षेत्र) पर चुनाव लड़ेगी, जबकि केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की एक सीट पर भी कांग्रेस चुनाव लड़ेगी।
’दोनों पार्टियां एकजुट होकर लड़ेंगी चुनाव’
प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान AAP नेता संदीप पाठक ने कहा ’कि वर्तमान में केंद्र की भाजपा सरकार ने लोकतंत्र के सामने कई चुनौतियों खड़ी कर दी हैं। जिनसे निपटने के लिए AAP-कांग्रेस ने एक साथ लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर लंबी चर्चा हुई और इसके बाद ही सीट बंटवारे पर यह अंतिम सहमति बनी है। दोनों ही पार्टियां एकजुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और भाजपा को हराएंगी।’
NDIA के लिए आ रहीं खुशखबरी
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन INDIA के लिए धीरे-धीरे कई राज्यों से खुशखबरी आ रही है। उत्तर प्रदेश के बाद दिल्ली, गुजरात, हरियाणा और गोवा जैसे राज्यों सीट बंटवारे को लेकर पार्टियों के बीच सहमति बन गई है। महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी INDIA गठबंधन की उम्मीद नजर आ रही है, लेकिन पश्चिम बंगाल में अभी संशय बकरार है। इसके अलावा तेलंगाना, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में गठबंधन के शामिल पार्टियां एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ सकती हैं।
देश में लोकसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। तो वहीं दूसरी तरफ चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। दरअसल आम आदमी पार्टी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दिल्ली में बने आप के दफ्तर को खाली करने का कोर्ट ने आदेश दे दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने राउज एवेन्यू कोर्ट को आवंटित जमीन पर पार्टी का दफ्तर बनाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा ’कि आम आदमी पार्टी का दफ्तर हाईकोर्ट के लिए आवंटित जमीन पर बना है। इसलिए इसे खाली करना होगा। देश में इस वक्त लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। इसलिए पार्टी को अतिरिक्त मोहलत दी जा रही है। आम आदमी पार्टी 15 जून तक अपने कार्यालय को खाली कर दे।’
कोर्ट ने लोकसभा चुनावों के चलते दिया अतिरिक्त समय
कोर्ट ने मामले में आगे कहा ’कि पार्टी अपने कार्यालय को दूसरी जगह शिफ्ट कर दे। इसके लिए वो भूमि और विकास कार्यालय से संपर्क करें।’ साथ ही कोर्ट ने भूमि और विकास कार्यालय को भी निर्देश दिया है ’कि वो चार हफ्ते के अंदर फैसला लेकर बता दें।’
दिल्ली हाईकोर्ट भी जता चुकी है मामले पर नाराजगी
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने अपना दफ्तर जिस प्लॉट पर बनाया है वो राउज एवेन्यू की है। उस प्लॉट को दिल्ली हाईकोर्ट को आवंटित किया गया था। इससे पहले 14 फरवरी को सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने इस मामले पर नाराजगी जाहिर की थी। कोर्ट ने पहले भी कहा था ’कि कैसे कोई भी राजनीतिक पार्टी जमीन पर कब्जा कर सकती है। पार्टी को ये जमीन वापिस करनी होगी।’ उसके बाद अब सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी को 15 जून तक की मोहलत दे दी है।
दिल्ली शराब घोटाले का मामला आम आदमी पार्टी के गले की फांस बनता जा रहा है। मामले में आप सांसद संजय सिंह और दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहले ही जेल में हैं। ऐसे में अब सीएम केजरीवाल पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटकती दिखाई दे रही है। दिल्ली हाईकोर्ट की ओर से सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की याचिका खारिज होने के बाद देर शाम उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही सीएम केजरीवाल के आवास पर देर शाम ईडी की टीम सर्च वारंट लेकर पहुंची थी। सूत्रों के मुताबिक टीम ने उनके बंगले की तलाशी भी ली है।
कैसे फंसे सीएम अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 2 नवंबर 2023 को पहला समन भेजा था। ये समन प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जारी किया गया था। वहीं ईडी की ओर से जारी की गई चार्जशीट में आरोप है 'कि जब एक्साइज पॉलिसी 2021-2022 तैयारी की जा रही थी, उस वक्त केजरीवाल आरोपियों के संपर्क में थे।' साथ ही ईडी का दावा है कि इस मामले में भारत राष्ट्र समिति की नेता के. कविता के अकाउंटेंट बुची बाबू ने बयान दिया है 'कि के. कविता, केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के बीच पहले ही संबंध में बात हो चुकी थी। यही नहीं इसे लेकर कविता ने मार्च 2021 में विजय नायर से मुलाकात भी की थी।' वहीं इस मामले में गिरफ्तार दिनेश अरोड़ा ने ईडी को बताया था 'कि उसने केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी और वाईएसआर कांग्रेस के सांसद मंगुटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और केजरीवाल के बीच कई मीटिंग भी हुई थी। इसके बाद ही सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के शराब करोबार में रेड्डी की एंट्री का स्वागत किया था।'
दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति लागू की
दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति लागू की थी। इस नीति के तहत राजधानी को 32 जोन में बांटा गया और हर जोन में 27 दुकानें खोलने की बात कही गई। जिससे पूरी दिल्ली में 849 शराब की दुकानें खोली जानी थीं। इस नीति के तरह सभी सरकारी ठेकों को बंद कर सभी शराब की दुकानों को प्राइवेट कर दिया गया। जबकि इससे पहले दिल्ली में शराब की 60 प्रतिशत दुकानें सरकारी और 40 प्रतिशत प्राइवेट थीं। दिल्ली सरकार ने इसके पीछे तर्क दिया कि इससे 3500 करोड़ रुपए का फायदा होगा। यही नहीं सरकार ने शराब की दुकान के लाइसेंस की फीस भी कई गुना बढ़ा दी। इसके तहत जिस एल-1 लाइसेंस को हासिल करने के लिए पहले 25 लाख रुपए देने होते थे। नई नीति लागू होने के बाद उसके लिए ठेकेदारों को 5 करोड़ रुपए चुकाने पड़े। इसी तरह अन्य कैटेगिरी के लाइसेंस की फीस भी बढ़ा दी गई।
नई शराब नीति से सरकार को हुआ भारी नुकसान
सरकार की नई शराब नीति आने के बाद 750 एमएल की बोतल का दाम 530 रुपए से बढ़कर 560 रुपए हो गया। इससे रिटेल करोबी का मुनाफा 33.35 से बढ़कर सीधे 363.27 रुपए पहुंच गया यानि रिटेल कारोबारियों को सीधे 10 गुना का फायदा होने लगा। वहीं सरकार को मिलने वाला 329.89 रुपए का फायदा घटकर 3.78 पैसे रह गया। जिसमें 1.88 रुपए उत्पाद शुल्क और 1.90 रुपए वैट शामिल है।
Noida: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि 2024 का चुनाव जीतने के लिए देश में तानाशाही और षड्यंत्र रचा जा रहा है. मोदी सरकरा फिर से सत्ता में आने के लिए तमाम बड़े-बड़े नेताओं को फर्जी शराब घोटाले में गिरफ्तार करवा रही है.
आप कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि शराब घोटाले मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार भले ही कर लिया हो लेकिन 2 साल से अधिक समय हो गया है ईडी अभी तक कोई सबूत पेश नहीं कर पाई है. इस फर्जी बड़े शराब घोटाले में बार-बार अरविंद केजरीवाल को समन भेजा गया. उन्होंने कई बार ईडी से पूछा की उन्हें समन क्यों भेजा गया. लेकिन ईडी कोई जवाब पेश नहीं कर पाई.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जबरदस्ती अरविंद केजरीवाल को परेशान कर रही है. विपक्षी नेताओं को डराने धमकाने का काम चल रहा है, जो कि मोदी सरकार बिल्कुल गलत कर रही है. आगे कहा कि लेकिन आज का युवा सब कुछ जानता है और इसका जवाब बीजेपी को आगामी चुनाव में जरूर मिलेगा.
जानें पूरा मामला
बता दें कि, प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली शराब घोटाले मामले में 21 मार्च को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. ईडी की टीम कल शाम अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची थी. करीब दो घंटे की पूछताछ और आवास पर तलाशी के बाद ईडी ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद से ही आप कार्यकर्ताओं में रोष है.
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022