आगामी लोकसभा चुनाव का सियासी संग्राम शुरू हो चुका है। हर पार्टी इस बार सत्ता में आने के लिए जी-तोड़ मेहनत करने के लिए तैयार है। बीजेपी ने गौतमबुद्ध नगर से लोकसभा चुनाव-2024 के लिए डॉ. महेश शर्मा का नाम घोषित किया गया है। डॉ. महेश शर्मा को बीजेपी ने तीसरी बार अपना प्रत्याशी बनाया है। क्या इस बार बीजेपी एक बार फिर इस सीट पर बाजी मारेगी या फिर इस बार इंडिया अलांयस का कोई सिपाही इस सीट पर अपनी पकड़ बनाने में सफल होगा। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तक चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया है। गौतमबुद्ध नगर की लोकसभा सीट काफी अहम मानी जाती है।
2009 में गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का गठन हुआ
2009 में गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का गठन हुआ था। वहीं परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद नोएडा, सिकंदराबाद, दादरी, जेवर और खुर्जा विधानसभा को इस लोकसभा सीट में जोड़ा गया था। गौतमबुद्ध नगर की एक खास बात यह है कि यह जिला बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती का गृह जनपद है। गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर पहली बार साल 2009 में चुनाव हुए थे, इसमें बीएसपी के सुरेंद्र सिंह नागर जीते थे। वहीं, भाजपा उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा दूसरे पायदान पर रहे थे।
गौतमबुद्ध नगर की राजनीति में किन जातियों का दबदबा
आपको बता दें कि इस लोकसभा सीट पर गुर्जर, ठाकुर, दलित, मुसलमान और ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है और इन्हीं जातियों के वोटर्स यहां की किस्मत तय करते हैं। गौतमबुद्ध नगर के करीब 23 लाख वोटरों में से करीब-करीब 16 लाख वोटर गावों में रहते हैं। इनमें से करीब 4 से 4.5 लाख के करीब वोटर ठाकुर हैं। वहीं, ब्राह्मणों के वोटरों की तादाद भी तकरीबन 4 लाख है। मुस्लिमों की संख्या साढ़े तीन लाख, गुर्जरों की संख्या 3.5 से 4 लाख है। वहीं, दलित वोटरों की संख्या 3.5 लाख है। बाकी 3 लाख वोटर अन्य में शामिल हैं।
साल 2019 में बीजेपी के डॉ. महेश शर्मा ने जीत दर्ज की थी
साल 2019 में गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर 11 अप्रैल को चुनाव हुए थे। इस बार भी ऐसी उम्मीद जताई है कि चुनाव आयोग अप्रैल या मई के महीने में ही चुनाव करवा सकता है। वहीं इस लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी के अलावा अभी तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। बीजेपी ने तीसरी बार गौतमबुद्ध नगर लोकसभा चुनाव के लिए इस सीट पर महेश शर्मा को टिकट दिया है। 2019 में भी इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा ने जीत हासिल की थी। उनको कुल 8,30,812 वोट मिले थे। उनका वोट प्रतिशत तकरीबन 60 फीसदी रहा था। वहीं बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी सतबीर नागर को 4,93,890 वोट मिले थे। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के डॉ. अरविंद कुमार सिंह रहे थे जिनको 42077 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी साल 2019 की विश्वकप टीम की हिस्सा थे, लेकिन वो सेमीफाइनल मैच में प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं थे। जबकि उन परिस्थितियों में शमी एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते थे। अब विश्वकप के 5 साल बाद मोहम्मद शमी ने इसको लेकर अपनी बात सामने रखी हैं।
'मुझे मौका मिलेगा तभी मैं अपना टैलेंट दिखाऊंगा'
एक पॉडकास्ट में मोहम्मद शमी ने कहा कि वनडे वर्ल्ड कप-2019 में उन्हें अच्छा खेल दिखाने के बाद भी बाहर कर दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘एक सवाल मेरे दिमाग में भी रहता है। हर टीम को वो खिलाड़ी चाहिए जो परफॉर्म कर रहा है। मैंने 3 मैचों में 13 विकेट लिए थे, और क्या लोगे आप। मेरे पास न सवाल है और न ही उसका जवाब। मुझे मौका मिलेगा तभी मैं अपना टैलेंट दिखाऊंगा। मैं अपनी स्किल्स तब दिखऊंगा जब मेरे हाथ में गेंद होगी। आपने मुझे मौका दिया, मैंने तीन मैचों में 13 विकेट ले लिए। फिर न्यूजीलैंड से हारे थे हम’।
शमी टीम में नहीं पूछते सवाल
इसी के साथ ही जब मोहम्मद शमी से पूछा गया कि क्या वो टीम में इस सब को लेकर सवाल नहीं करते हैं। तो उन्होंने कहा कि वो सवाल नहीं पूछते। वो मौके का इंतजार करते हैं। मोहम्मद शमी ने कहा, ‘मुझे क्या जरूरत पड़ी है सवाल पूछने की। जिसको जरूरत है मेरी स्किल्स की तो मुझे चांस दो, बात खत्म’। आपको बता दें, साल 2019 वन डे विश्वकप में विराट कोहली टीम के कप्तान और रवि शास्त्री टीम के हेड कोच थे।
विराट पर बयानबाजी पर क्या बोले शमी?
हाल ही में अमित मिश्रा ने विराट कोहली को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया था। जिसके बाद जब मोहम्मद शमी से इस बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि पूर्व क्रिकेटरों को पता है कि जब भी वो कोहली के खिलाफ कुछ कहेंगे तो उनका नाम अगले दिन अखबारों के पहले पन्ने पर आएगा, इसलिए वे जानबूझकर ऐसा करते हैं। विराट कोहली के साथ मेरी बॉन्डिंग बहुत अच्छी है। हम नेट्स में एक-दूसरे को चुनौती देते हैं, मजा आता है और इससे हमारी दोस्ती और बॉन्डिंग का पता चलता है। इसके अलावा शमी ने कहा है कि विराट कोहली और इशांत शर्मा उनके बेस्ट फ्रेंड हैं और इंजरी के दौरान उन्हें लगातार फोन करते रहते हैं।
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