Noida: सुपरटेक बिल्डर के सुपरनोवा प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीददारों के साथ बड़ी धोखाधड़ी का आरोप है। ये आरोप सोसायटी वासियों ने बिल्डर पर लगाया है। सोसायटी वासियों का आरोप है कि सुपरटेक बिल्डर ने एक-एक फ्लैट को दो या फिर दो ज्यादा बार खरीददारों को बेच दिया है।
बिल्डर पर क्या है आरोप
सुपरनोवा प्रोजेक्ट के करीब 74 फ्लैट पर प्रोफाइल फंडिंग का आरोप लगा है। सोसायटी वासियों का आरोप है कि बिल्डर ने एक-एक फ्लैट को दो बार खरीददारों को बेच दिया। गड़बड़झाले का खुलासा तब हुआ, जब ADM द्वारा एक फ्लैट पर बैंक का कब्ज़ा देने का आदेश दिया गया। बड़ी बात ये कि दोनों लोगों के नाम पर बैंक का लोन भी है। अब एक खरीददार को इसकी नोटिस भी आने लगी है। जिससे वहां रहने वाले खरीददार बेहद परेशान हैं।
खरीददार के क्या है आरोप
NOW NOIDA से बात करते हुए खरीददार मीर अली ने बताया कि उन्होंने 2020 में सुपरनोवा प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदा था। उन्होंने बकायदा बैंक से इसका लोन भी करवाया था। मीर अली ने बताया लोन के समय उन्हें बकायदे इसकी क्लियरेंस भी बैंक से मिली थी। मीर अली को पहली नोटिस फरवरी साल 2023 में आई, जिसमें ये जिक्र था कि इस फ्लैट पर पहले से ही लोन है। अब जिसने लोन लिया था उसने लोन नहीं चुकाया तो बैंक इसकी रिकवरी करने पहुंच गई। मीर अली ने बताया कि जब इस संबंध में बिल्डर से बात की गई तो वहां से उनको बिल्डर की तरफ से आश्वसत किया गया। मीर अली ने बताया 11 नवंबर को उन्हें फिर से बैंक का नोटिस मिला जिसमें लिखा है कि एल एंड टी फाइनेंस इस फ्लैट पर कब्जा लेगी। अब इसकी शिकायत मीर अली ने डीसीपी और एसीपी नोएडा से की है।
सीएम से करेंगे मामले की शिकायत
पीड़ित खरीददार ने बताया उन्होंने ये फ्लैट एक करोड़ 10 लाख रुपये का लिया था। जबकि साल 2018 में बिल्डर ने ये फ्लैट 2 करोड़ 10 लाख रुपये में एल एंड टी को बेचा था। अब वो इसे लेकर चक्कर काट रहे हैं। AOA के साथ मिलकर अब सभी बॉयर्स इस मामले को लेकर सीएम योगी के पास जा रहे हैं और इसकी शिकायत करेंगे। मीर अली का आरोप है कि बिल्डर ने उनके साथ धोखाधड़ी की है।
'पेपर पर ही बेच दिया गया फ्लैट'
सुपरनोवा सोसायटी के AOA अध्यक्ष पकंज कौशिक ने बताया कि ये प्रोफाइल फंडिंग है। एक फ्लैट को ही बिल्डर ने गलत तरीके से फंडिंग जनरेट करने के लिए कई लोगों को बेच दिया। पंकज कौशिक ने बताया कि उन्हें ये बात एडीएम कार्यालय से पता चला कि 29 ऐसे केस उनके पास अब तक आ चुके हैं, जिनके वसूली के लिए नोटिस भेजी जा रही है। जबकि बिल्डर ने 74 फ्लैट्स पर प्रोफाइल फंडिंग अब तक कर चुका है। पंकज कौशिक ने बताया कि ये फ्लैट केवल पेपर पर बेचे गये हैं। अब जब बिल्डर की तरफ से बैंक को EMI नहीं मिली तो बैंक ने नोटिस भेजना शुरू कर दिया।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022