ग्रेटर नोएडा: जिला कलेक्ट्रेट और कोर्ट के आस-पास लगातार गंदगी की शिकायत मिल रही थी। जिसे देखते हुए सोमवार को सूरजपुर स्थित जिला कोर्ट और कलेक्ट्रेट के आस-पास का ACEO मेधा रूपम ने निरीक्षण किया। जहां पर सफाई व्यवस्था में खामी मिलने पर जिम्मेदार कंपनी साईंनाथ सेल्स एंड सर्विसेज पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया। साथ ही एसीईओ ने जन-स्वास्थ्य विभाग की टीम को कलेक्ट्रेट और जिला कोर्ट के आस-पास के एरिया को चमकाने के निर्देश दिए।
ACEO ने जन-स्वास्थ्य विभाग के साथ की बैठक
एसीईओ ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में जन-स्वास्थ्य विभाग के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें ACEO ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट देखी। साथ ही अस्तौली में बन रहे लैंडफिल साइट, डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन और मैकेनिकल स्वीपिंग समेत अन्य परियोजनाओं को अमली जामा पहनाने के निर्देश दिए।
साफ-सफाई की व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश
एसीईओ ने ग्रेटर नोएडा की सफाई व्यवस्था को और दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए। साथ ही सभी कांट्रैक्टर्स के साथ बैठक करने के भी निर्देश दिए। एसीईओ ने विभागीय अधिकारियों को ग्रेटर नोएडा की सफाई व्यवस्था में लगे स्टाफ के कार्यों की निर्धारित फॉर्मेट में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए।
GREATER NOIDA: प्राधिकरण GREATER NOIDA DEVELOPMENT AUTHORITY के सामने धरना खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पहले कई दिनों तक किसानों के धरने के बाद अब एक बार फिर सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन पर बैठे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गेट नंबर-1 पर सफाईकर्मी तो गेट नंबर-2 पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।
'नहीं मिल रही कोई सुविधा'
सफाईकर्मियों का आरोप है कि ठेकेदारों ने उनकी भर्ती के नाम पर 50 हजार से एक लाख रुपये तक रिश्वत के नाम पर लिए हैं। इसके बावजूद उनको किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। जो प्राधिकरण के अंदर सफाई करने वाले लोगों को दी जा रही है।
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अब तक नहीं मिली बढ़ी हुई सैलरी
सफाई कर्मियों का आरोप है कि जनवरी 2023 में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंदर काम करने वाले सफाई कर्मियों की सैलरी बढ़ा दी गई है। लेकिन बाहर सैलरी नहीं बढ़ाई गई। जबकि शहर को चमकाने का काम बाहर के सफाईकर्मियों का है। अगर एक दिन भी सफाईकर्मी ड्यूटी पर नहीं आएंगे तो शहर की हालत खराब हो जाएगी।
GREATER NOIDA प्राधिकरण के सामने इन मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन @GreaterNoidaAuthority pic.twitter.com/5yGFFPG29d
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Noida: स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत '1 तारीख 1 घंटा स्वच्छता के लिए कार्यक्रम' का आयोजन किया गया । इसके तहत जिले के प्रभारी मंत्री बृजेश सिंह एवं डीएम मनीष कुमार वर्मा ने जनता अपार्टमेंट एवं गुलशन सोसाइटी में श्रमदान किया । इस अवसर पर उपस्थित लोगों को मंत्री एवं जिलाधिकारी ने स्वच्छता की शपथ दिलाई । वहीं, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार ने कलेक्ट्रेट परिसर में साफ सफाई की। इसी तरह जनपद में सभी शासकीय कार्यालयों एवं विभिन्न स्थानों पर सफाई अभियान चलाया गया और अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने श्रमदान किया।
पीएम मोदी के आह्वान पर शुरु हुआ अभियान
जनपद के प्रभारी मंत्री बृजेश सिंह एवं डीएम मनीष कुमार सेक्टर 71 जनता अपार्टमेंट एवं सेक्टर 137 गुलशन सोसाइटी के सामने साफ-सफाई की गई। इस दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि स्वच्छ शहर और गांव बनाने के लिए सार्वजनिक कार्य को प्रेरित करने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा 1 अक्टूबर को सुबह 10:00 बजे सभी नागरिकों द्वारा सामूहिक रूप से स्वच्छता के लिए 1 घंटे के श्रमदान का आह्वान किया गया है। जो बापूजी के लिए उनकी जयंती की पूर्व संध्या पर स्वच्छांजलि होगी। मंत्री ने आगे कहा कि इस स्वच्छता अभियान का मुख्य फोकस कूड़ा करकट वाले संवेदनशील क्षेत्रों और अधिक आवाजाही वाले स्थान पर वास्तविक रूप से सफाई गतिविधियों को करना है, ताकि उसके बाद गांव व शहर स्वच्छ नजर आए।
दादरी में विधायक तहसील कर्मचारियों ने चलाया अभियान
इसी प्रकार अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर में भी श्रमदान करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में साफ-सफाई की गई। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। इसी श्रृंखला में दादरी में विधायक तेजपाल नागर व उप जिलाधिकारी दादरी आलोक गुप्ता एवं दादरी तहसील के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी साफ-सफाई की। इसी प्रकार जनपद के अन्य शासकीय कार्यालयों में विभिन्न विभागों के द्वारा स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत 1 तारीख 1 घंटा स्वच्छता के लिए कार्यक्रम का आयोजन करते हुए श्रमदान साफ-सफाई को लेकर किया गया।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित देविका गोल्ड होम्स सोसाइटी की हालत बदतर हो गई है। लगातार 6 दिन से सफाई कर्मियों की हड़ताल से सोसाइटी में कचरे का अंबार लग गया है और दुर्गंध आने लगी है। इससे परेशान सोसाइटी के लोगों ने बुधवार को मेंटेनेंस ऑफिस में कूड़ा डालना शुरू कर दिया है।
बिल्डर ने 4 महीने से नहीं दिया वेतन
बता दें कि बिल्डर द्वारा 4 महीने से वेतन न देने के कारण काम छोड़कर सफाई कर्मी हड़ताल कर रहे हैं। जिसकी वजह से लोगों के घर के अदर और बाहर कूड़ा जमा हो गया। इससे परेशान और आक्रोशित लोगों ने स्टेट मैनेजर कार्यालय में कूड़ा फेंकना शुरू कर दिया है।
सोसाइटी के लोगों की नहीं हो रही कहीं सुनवाई
वहीं, स्टेट मैनेजर भी गायब है। सोसाइटी को लोगों ने बिल्डर के मुख्य कार्यालय और स्टेट मैनेजर संपर्क किया लेकिन कोई भी फोन नहीं उठाया। वहीं, अब सोसाइटी के लोगों को संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा सताने लगा है। लोगों ने संबंधित विभागों से X पोस्ट के माध्यम से गुहार लगाई है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने से लोगों भारी रोष व्याप्त है ।
Grater Noida: रबूपुरा में आयोजित की जा रही रामलीला में 21 अक्टूबर 2023 को शबरी प्रसंग के दौरान जेवर विधानसभा की सभी नगर पंचायतों और ग्रामों की महिला सफाईकर्मियों को विधायक धीरेन्द्र सिंह ने सम्मानित किया। जेवर विधायक ने सफाईकर्मियों को एक शॉल भी भेंट किया और उनके साथ भोजन भी किया।
हमें किसी के प्रति भेदभाव नहीं रखना चाहिए
इस मौके पर जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि "माता शबरी ने भगवान श्रीराम को झूठे बेर खिलाए थे। माता शबरी की श्रद्धा भक्ति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके मन में भगवान श्रीराम के प्रति कैसा प्रेम था। इसलिए हमें किसी के प्रति भेदभाव नहीं रखना चाहिए और समाज में एक साथ मिलकर रहना चाहिए, तभी समाज के हर वर्ग का विकास संभव है। भगवान श्रीराम ने भी बड़े मनोयोग से झूठे बेर खाए, उनका ये भाव पूरी दुनिया के लिए उदाहरण है।"
सम्मान पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे
विधायक धीरेंद्र सिंह ने आगे कहा कि "मैं सौभाग्यशाली हूं कि आज मुझे इन माताओं और बहनों का सम्मान करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, जो भोर होते ही इस शहर और गांव को स्वच्छ बनाने में तत्पता से जुट जाती हैं।"सफाईकर्मी सीमा देवी और श्रीमति कोमल देवी ने बताया कि "हम सभी सफाईकर्मियों को एक ही चिंता रहती है। वह यह कि हमारा देश और प्रदेश खूब साफ रहे और पूरे विश्व में हिन्दुस्तान का नाम रोशन हो। आज हम यह सम्मान पाकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। भाजपा को छोड़कर हमें आज तक किसी ने भी सम्मान नही दिया।"
कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर सिंह, ओएसडी शैलेन्द्र सिंह, अपर पुलिस आयुक्त लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुलकर्णी, एडीएम प्रशासन नितिन मदन, एसीपी चतुर्थ ग्रेटर नोएडा जोन रुद्र प्रताप सिंह के अलावा राष्ट्रीय कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुधीर त्यागी, सुशील शर्मा, राजीव चौधरी, नीरज शर्मा, लक्ष्मीराज सोलंकी, अधिशाषी अधिकारी सीमा राघव, सतीश आदि मौजूद रहे।
Noida: गंगनहर के माध्यम से नोएडा और गाज़ियाबाद में हरिद्वार का गंगा का पानी सप्लाई किया जाता है। गंगाजल को प्लांट में साफकर इसकी सप्लाई की जाती है। लेकिन अब अगले 20 दिनों तक गंगाजल नोएडा और गाज़ियाबाद के निवासियों को नहीं मिल पायेगा। दरअसल, हर साल की तरह इस साल भी प्लांट की साफ-सफाई का कार्य चल रहा है। प्लांट की सफाई के चलते नोएडा और गाज़ियाबाद में पानी की दिक्कत का सामना यहां के लोगों को करना पड़ेगा। हालांकि ट्यूबवेल के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाएगी। जिसके लिए करीब 300 ट्यूबवेल की मदद से पानी की आपूर्ति की जानी है।
जल आपूर्ति संकट से निपटने की तैयारी
प्लांट की सफाई होनी है तो ऐसे में पानी की समस्या हो सकती है। जिसे देखते हुए प्राधिकरण भी लोगों से पानी की बर्बादी ना करने की अपील कर रहा है। वैसे किसी भी समस्या के चलते अगर गंगनहर के जल की आपूर्ति नहीं हो पाती तो प्राधिकरण के पास तीन से चार दिन के पानी का स्टॉक होता है। ऐसे में अब प्लांट की सफाई का काम होने जा रहा है, तो लोगों को पानी के संकट का सामना करना पड़ सकता है। गंगनहर के माध्यम से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एनसीआर रीजन में गंगाजल लाया जाता है। इसके बाद पाइपलाइन के माध्यम से गंगाजल गाजियाबाद के प्रतापविहार प्लांट तक पहुंचता है। जहां वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी की सफाई होती है और उसके बाद उसे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद सहित अन्य स्थानों पर उपलब्ध करवाया जाता है।
गंगनहर की सप्लाई के बाद मिलेगा गंगाजल
गंगनहर में 24 अक्टूबर से लेकर 14 नवंबर तक साफ-सफाई का कार्य चलेगा। जिसके कारण 20 दिनों तक नोएडा और गाजियाबाद के लोगों को गंगाजल नहीं मिल पाएगा। गंगनहर की सफाई होने के बाद हरिद्वार से गंगनहर में गंगाजल छोड़ा जाएगा। जिसे प्लांट तक पहुंचने में तीन दिन तक का समय लगेगा।
प्राधिकरण की अपील- जल की ना करें बर्बादी
इस मामले को लेकर आरडब्ल्यूए और फोनरवा के पदाधिकारियों ने प्राधिकरण के डीजीएम आरपी सिंह से मुलाकात की। इस दौरान पदाधिकारियों ने प्राधिकरण से आग्रह किया कि आने वाले दिनों त्योहार के चलते लोगों को पानी की समस्या का सामना ना करना पड़े। इस दौरान प्राधिकरण के अधिकारी ने कहा कि ट्यूबवेल और टैंकर की माध्यम से भी पानी की सप्लाई की जाएगी। प्राधिकरण ने इस मौके पर लोगों से भी अपील की कि लोग पानी की बर्बादी ना करें।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी आशुतोष द्विवेदी ने ग्रेटर नोएडा में छठ पूजा हेतु तैयार किए गए तालाबों की स्थिति का मौके पर जाकर जायजा लिया। उनके साथ संबंधित विभागीय अधिकारी भी शामिल रहे।
एसीईओ ने ठेकेदारों एवं वरिष्ठ प्रबंधकों को निर्देश दिए कि सभी छठ पूजा स्थलों पर साफ-सफाई, पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कहीं भी सिविल कार्य के मरम्मत की जरूरत है तो उसे भी तुरंत पूरा कर लिया जाए। इसके साथ ही एसीईओ ने पार्कों, हरित पट्टिकाओं एवं अन्य स्थानों का जायजा लिया और कमियों को दूर करने के निर्देश दिए। उनके साथ उद्यान विभाग के प्रभारी डिप्टी डायरेक्टर नथोली सिंह, मैनेजर सुरेंद्र भाटी सहायक प्रबंधक अनूप शर्मा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहरवासियों की समस्याओं को जल्दी से जल्दी समाधान करने के लिए एक बड़ी पहल की है। सफाई कर्मियों की हड़ताल से सीख लेते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने क्विक रेसपोंस टीम ( क्यूआरटी ) बनाने का फैसला किया है। हड़ताल या किसी अन्य विपरीत परिस्थितियों में यह टीम साफ-सफाई व्यवस्था को संभालेगी । खाली समय में उन जगहों की सफाई करेगी, जो वर्तमान समय में अछूते रह गए हैं। इसके साथ ही प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा के प्रमुख बाजारों व सार्वजनिक जगहों पर रात में भी सफाई (नाइट स्वीपिंग) कराने का निर्णय लिया है।
सफाईकर्मियों के हड़ताल से लिया सबक
बता दें कि ठेकेदारों के अधीन सफाईकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से ग्रेटर नोएडा की सफाई व्यवस्था पर असर पड़ा है। कई दौर की वार्ता और अधिकांश मांगें मानने के बावजूद सफाईकर्मी हड़ताल की जिद पर अडे़ हैं। प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर कॉन्ट्रैक्टरों ने अस्थाई सफाई कर्मियों की तैनाती कर सफाई व्यवस्था को संभाल लिया है। फिर भी भविष्य में इस तरह की परिस्थिति सामने आने पर सफाई व्यवस्था पर असर न पडे़, इसके लिए सीईओ ने क्विक रेसपोंस टीम का गठन करने का निर्णय लिया है।
कॉन्ट्रैक्टर के अधीन 300 सफाई कर्मियों की होगी क्यूआरटी
इस टीम में कॉन्ट्रैक्टरों के अधीन 300 सफाईकर्मी होंगे। ये स्वास्थ्य निरीक्षकों की निगरानी में सफाई व्यवस्था की कमान संभालेंगे। खाली समय में ये स फाईकर्मी उन जगहों की सफाई करेंगे जो किसी कारणवश मौजूदा मैनुअल स्वीपिंग व्यवस्था से अछूते रह गए हैं। प्राधिकरण ने एक और अहम फैसला लिया है, अब ग्रेटर नोएडा के बाजारों व प्रमुख सार्वजनिक स्थलों की रात में भी सफाई कराई जाएगी, जहां पर पब्लिक का आवागमन अधिक होता है। खासकर जगत फार्म, रामपुर मार्केट, तुगलपुर जैसे जगहों को इनमें शामिल किया गया है।
सार्वजनिक जगहों पर कूड़े के ढेर की सफाई कर सजाने की तैयारी
इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में ऐसे कई जगह हैं जहां पर कूड़े का ढेर लगा रहता है। ये सड़क से आते-जाते दिखते हैं। प्राधिकरण इन जगहों की सफाई कराकर सौंदर्यीकरण कराना चाह रहा है। इनको घूम-टहल के हिसाब से विकसित करना चाह रहा है। यहां बेंच लग जाएंगी। लोग यहां बैठकर गपशप कर सकेंगे। सीईओ ने इन निर्देशों पर शीघ्र अमल करने के निर्देश दिए हैं।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा की सोसाइटियों में रहने वाले लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बिल्डरों की मनमानी के कारण लोगों को परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है। इसी कड़ी में ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौर सिटी में बिल्डर द्वारा वेतन न देने से सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे सोसाइटी में कचरे का अंबार लग गया है।
2 महीने से बिल्डर ने नहीं दी सैलरी
जानकारी के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौर सिटी-2 में स्थित रक्षा एडेला सोसाइटी में बिल्डर द्वारा 2 महीने से सफाई कर्मचारियों की सैलरी नहीं दिया है। सैलरी न मिलने से नाराज सफाई कर्मचारी ने हड़ताल शुरू कर दी है। जिससे सोसाइटी में गंदगी का लगा अंबार लग गया है। साफ-सफाई नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। बता दें कि रक्षा एडेला सोसाइटी में 960 फ्लैट हैं, जिसमें लगभग 850 परिवार रहते हैं। सोसाइटी का साफ सफाई 30 कर्मचारी करते हैं। इनकी सैलरी बिल्डर के मेंटेनेंस विभाग द्वारा दी जाती है। लेकिन 2 महीने से बिल्डर ने सफाई कर्मियों की सैलरी नहीं दी है। जिसके चलते सफाई कर्मचारी काफी परेशान है
दीपावली पर भी नहीं पसीजा बिल्डर का दिल
बड़ी बात है कि दीपावली पर भी इन कर्मचारियों को सैलरी नहीं दी गई। जिसकी वजह से दीपावली पर इनके घर पर दिए नहीं जले। बिना पैसे सफाईकर्मियों ने जैसे-तैसे तो त्योहार मनाया। इसके बावजूद बिल्डर का दिल नहीं पसीजा और वेतन नहीं दिया। 2 महीने बीत जाने के बाद अब सफाई कर्मचारियों का सब्र टूट गया है। अब सफाई कर्मचारियों ने बिल्डर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है
सफाईकर्मियों का टूटा सब्र का बांध
सफाई कर्मचारियों का आरोप है बिल्डर काम तो करा लेता है लेकिन सैलरी के नाम पर आश्वासन देता रहता है। बिल्डर से परेशान होकर हाउसकीपर ने काम बंद कर धरने पर बैठे हैं। वहीं, सोसायटी के लोग भी अब परेशान होने लगे हैं। हालांकि सोसायटीवासी लगातार मेंटेनेंस डिपार्टमेंट पर सफाईकर्मियों को सैलरी देने के लिए दबाव बनाते रहते हैं। सफाई कर्मियों को सैलरी नहीं मिलने से सोसायटी वासी भी नाराज हैं। सोसाइटी वासियों ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि बिल्डर को लोग समय से मेंटिनेंस देते हैं तो सफाईकर्मियों को सैलरी क्यों नहीं दी जाती। अगर इन लोगों को वेतन नहीं मिलेगा तो ये कैसे अपना परिवार चलाएंगे। इनकी वजह से हमारी सोसाइटी में साफ सफाई रहती है।
Greater Noida: सफाई कर्मचारी पिछले 21 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। मंगलवार को सफाई कर्मचारियों ने सेक्टर-गामा वन, जगत फॉर्म पैदल मार्च निकालकर अपना विरोध जताया। सफाई कर्मियों के हड़ताल से ग्रेटर नोएडा में कूड़े और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। हालात ये है कि शहर में चारों तरफ कूड़े का ढेर लगा हुआ है। कर्मचारियों का कहना है कि लगातार धरना प्रदर्शन के बाद भी उनकी कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
जहां देखो वहीं गंदगी
ग्रेटर नोएडा में आए दिन सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर यहां-वहां सरकार दफ्तरों में अपनी आवाज उठाने पहुंच जाते हैं। कभी कलेक्ट्रेट तो कभी प्राधिकरण दफ्तर के बाहर, लेकिन आलम ये है कि शहर में गदंगी फैल रही है, ये अधिकारियों को नहीं दिख रहा है। सेक्टर गामा टू और जगत फॉर्म में सफाई कर्मचारियों ने पैदल मार्च निकालकर अपना विरोध जताया। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से शहर और ग्रामीण इलाके में गंदगी फैल रही है। जिससे तरह-तरह की बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गई है।
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