Greater Noida: ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे (KGP) और यमुना एक्सप्रेस-वे को जोड़ने का काम जल्द शुरू होने जा रहा है। इससे पहले यमुना विकास प्राधिकरण 288 किसानों को अतिरिक्त मुआवजा बांटेगा। इस इंटरचेंज के बन जाने से वाहन सवार लोगों को 15 किलोमीटर का चक्कर बचेगा। यमुना प्राधिकरण जल्द 288 किसानों को 21 करोड़ 76 लाख रुपये की मुआवजा राशि बांटेगा। प्राधिकरण ने बकायदा एडीएम एल को किसानों की सूची और धनराशि भी भेज दी है।
सालों से अटकी पड़ी है योजना
नेशनल हाईवे ऑफ अथॉरिटी के चेयरमैन ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रमुख और एक्सप्रेस-वे के रुके कामों को लेकर शुक्रवार को बैठक की। जिसमें यमुना एक्सप्रेस-वे के जोड़ने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। दरअसल, ये योजना कई साल से अटकी पड़ी है।
यहां पर बनेगा इंटरचेंज
दोनों एक्सप्रेस-वे को जोड़ने के लिए जगनपुर अफजलपुर गांव के पास इंटरचेंज बनाया जाना है। इसके निर्माण के लिए साल 2019 में कंपनी का चयन हो गया था। इसके बावजूद अभी तक काम नहीं हो सका। दरअसल, शुरुआत में 64.7% के लिए किसानों ने विरोध किया। किसानों ने 3500 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से मुआवजा मांगा और नहीं देने पर प्रभावित किसानों ने अपनी जमीन पर कब्जा देने से इनकार कर दिया था।
कैसे घटेगी दूरी
अगर आप सोनीपत की तरफ से आ रहे हैं और आपको यमुना एक्सप्रेस-वे पर जाना है तो यमुना एक्सप्रेस-वे पर आने के लिए सिरसा में उतरना होता है। यहां से परी चौक होकर यमुना एक्सप्रेस-वे पर जाना होता है। अब इंटरचेंज बन जाने के बाद लोगों को परी चौक नहीं आना पड़ेगा। इससे कई किलोमीटर का चक्कर बचेगा।
Yamuna City: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEDA) आगरा के पास एक नया शहर बसाने की तैयारी कर रहा है। जिसके लिए मास्टर प्लान-2031 भी तैयार कर लिया गया है। 28 नवंबर को होने वाली बोर्ड बैठक में इसे रखा जाएगा। जिसके बाद इस परिकल्पना को वास्तविक रूप देने की ओर काम किया जाएगा। नए शहर में औद्योगिक इकाइयों के साथ ट्रांसपोर्ट हब पर विशेष जोर दिया जाएगा। बढ़ते प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 15 फीसदी जमीन ग्रीन बेल्ट के लिए आरक्षित की जाएगी। औद्योगिक विकास से आगरा और आसपास के निवासियों को रोजगार के लिए घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा।
टूरिस्ट सर्किट बनाने की योजनाः CEO
NOW NOIDA से बात करते हुए यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि 10 हजार 500 हेक्टेयर में आगरा के पास शहर बसाने की परिकल्पना की जा रही है। जो आस्था, विरासत और पर्यटन की जरूरत को पूरा करेगा। इसके अलावा आगरा, वृंदावन एक ही लाइन पर पड़ता है, इसलिए इसे टूरिस्ट सर्किट बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है।
इस तरीके से शहर बसाने की है योजना
आगरा के पास यमुना प्राधिकरण जिस नए शहर को बसाने की परिकल्पना कर रहा है, वहां पर उद्योग के लिए 25 फीसदी, आवास के लिए 20 फीसदी, वाणिज्य के लिए 4 फीसदी, परिवहन के लिए 13, ग्रीन बेल्ट के लिए 15 फीसदी जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा पर्यटन के लिए 7 फीसदी और मिश्रित उद्योग के लिए 7 फीसदी जमीन दी जाएगी।
Greater Noida: धुंध और कोहरे के कारण हो रहे हादसों पर अंकुश लगानेके लिए यमुना प्राधिकरण ने एक नई पहल की है। इसके तहत अगले दो महीने तक यमुना एक्स्प्रेस पर वाहनों की रफ्तार कम की गई है। अगर तय स्पीड से तेज वाहन चलाया तो कार्रवाई की जाएगी।
कार की 75 किमी प्रति घंटा स्पीड तय
प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेसवे पर 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक वाहनों की रफ्तार कम की गई है। दो महीने तक कार की रफ्तार 75 किमी. प्रति घंटा तय की गई है। जबकि भारी वाहन ट्रक आदि की रफ्तार 60 किमी. प्रति घंटा रखनी होगी। यमुना अथॉरिटी का कहना है कि 15 दिसंबर से यह नियम सख्ती से लागू किया जाएगा। इसके जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं। प्राधिकरण की ओर से चेतावनी दी गई है कि स्पीड लिमिट पार करने वाले वालों का ऑटोमेटिकल चालान कट जाएगा।
15 दिसंबर से लागू होगा नियम
यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि 15 दिसंबर से यमुना एक्सप्रेसवे वाहनों की रफ्तार का यह नियम लागू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि अगले कुछ दिनों में यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों को धुंध के दौरान एफएम के माध्यम से ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा पेट्रोलिंग वाहनों की संख्या 6 से बढ़ाकर 12 की जाएगी। एक्सप्रेसवे पर अब ऐम्बुलेंस 12 तैनात रहेंगी। इसके साथ ही टोल प्लाजा पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगेंगे। एक्सप्रेसवे पर 64 सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ाई जाएगी। वहीं, सर्विस रोड की भी निगरानी की जाएगी।
Noida: कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और कमी लाने के लिए कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने यमुना एक्सप्रेस और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर स्पीड लिमिट तय कर दी है। आज से यह नियम लागू हो गया है। 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक दोनों एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहन 75 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी वाहन 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाने होंगे। यदि इससे तेज वाहन चलाने पर कार्रवाई होगी। नोएडा एलिवेटेड रोड पर भी स्पीड लिमिट घटाई गई है। कोहरे के चलते होने वाले हादसों में कमी लाने के लिए यह फैसला लिया गया है।
यमुना एक्सप्रेसवे से रोजाना गुजरते हैं 35 हजार वाहन
यमुना अथॉरिटी की ओर से स्पीड लिमिट से संबंधित जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए गए हैं। प्राधिकरण की ओर से चेतावनी दी गई है कि स्पीड लिमिट पार करने वाले वालों का ऑटोमेटिकल चालान कट जाएगा। बता दें कि यमुना एक्सप्रेस वे गौतमबुद्ध नगर को आगरा से जोड़ता है। प्रतिदिन इस एक्सप्रेस वे पर तकरीबन 35 हजार वाहन गुजरते हैं। सप्ताह के अंत में एक्सप्रेस वे पर वाहनों का दबाव काफी अधिक बढ़ जाता है। एक्सप्रेस वे पर सर्दियों के दौरान हादसे की आशंका काफी बढ़ जाती है। इसकी वजह सर्दियों में पड़ने वाला कोहरा है। जिसकी वजह से एक्सप्रेस वे पर दृश्यता बेहद कम हो जाती है।
Greater Noida: कहा जाता है भारत में बीमारी से अधिक लोगों की सड़क हादसे में मौत होती है। यह बात इस साल यमुना एक्सप्रेसवे पर इस साल हुए सड़क हादसे से साबित होती दिख रही है। यमुना एक्सप्रेस वे पर जहां वर्ष 2022 में 303 सड़क हादसे हुए थे। वहीं 2023 में नवंबर तक 378 सड़क हादसे हो चुके हैं।
160 किमी लंबा है एक्सप्रेस वे
बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे ग्रेटर नोएडा के परी चौक से लेकर आगरा तक 165 किलोमीटर लंबा है। यह एक्सप्रेसवे नोएडा और दिल्ली को पश्चिम उत्तर प्रदेश से जोड़ता है। अलीगढ़, मथुरा, आगरा, एटा और मैनपुरी जाने के लिए इस एक्सप्रेसवे का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। वहीं लखनऊ की तरफ जाने वाले लोग भी इसी एक्सप्रेसवे से सफर करते हैं। जिसकी वजह से एक्सप्रेस वे पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है और हादसे लगातार बढ़ रहे हैं।
5 सालों में 648 लोगों की हुई मौत
जारी आंकड़ों के अनुसार, यमुना एक्सप्रेसवे पर पिछले 5 वर्षों में 2174 सड़क हादसे हुए हैं। इन सड़क हादसों 648 लोगों ने अपनी जान का गवाई है. वहीं, 4612 लोग सड़क हादसों में घायल हुए। सड़क हादसों को लेकर 2019 में आईआईटी दिल्ली द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे का ऑडिट कराया गया। इसके बाद उनकी तरफ से रंबल स्ट्रिप, गति पर नियंत्रण करने के लिए चालान सिस्टम दुरुस्त करने, साइन बोर्ड की संख्या बढ़ाने फल्स मीडियम आदि जैसे प्रस्ताव दिए गए थे। इसे अमल करने के बाद 2020 से यमुना एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसों में कमी आनी शुरू हो गई ।
2022 से 2023 में कम हुए सड़क हादसे
यमुना एक्सप्रेसवे पर 2020 में 509 सड़क हादसे में 122 लोगों ने अपनी जान का गवाई और 1015 लोग घायल हुए । 2021 में सड़क हादसे घटे और इनकी संख्या 424 हो गई। जान गवाने वालों की संख्या 136 हुई और घायलों की संख्या 958 हो गई। 2022 में सड़क हादसों में काफी कमी देखी गई और इस वर्ष केवल 303 सड़क हादसे हुए, जिनमें 106 लोगों की जान गई और 668 लोग घायल हुए। लेकिन 2023 में एक बार फिर सड़क हादसे बढ़ गए। 2023 में 378 सड़क हादसे हुए और 89 लोगों की मौत हुई और 669 लोग घायल हुए।
हादसे रोकने के लिए किए गए पुख्ता इंतजाम
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि आईआईटी दिल्ली और इंडियन रोड कांग्रेस के द्वारा दिए गए सुझाव पर लगातार कार्य किये गए है। यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसों को रोकने के लिए काफी कार्य किया गया है। इस दौरान एक्सप्रेसवे के प्रवेश व विकास द्वारा और जन सुविधाओं के पास रंबल स्ट्रिप लगाई गई है ताकि वहां पर वाहनों की गति कम हो सके। निकास द्वारा पर क्रश एन्टीन्यूटर्स लगाए गए हैं ।
Noida: नोएडा- ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे पर कोहरे के कारण हादसों को रोकने के लिए स्पीड लिमिट 15 दिसंबर से तय कर दी गई है। पहले दिन ही तय स्पीड से तेज वाहन चलाने पर कार्रवाई हुई। डीसीपी ट्रैफिक अनिल यादव ने बताया कि 15 तारीख से स्पीड लिमिट नियम लागू हो गए थे। नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर किसी भी तरह से नियमों का उल्लंघन नहीं किया जा सकता। लेकिन ओवर स्पीड चलने पर वाहनों पर लगातार कार्रवाई जारी है। नोएडा व ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर 1 दिन में 468 ओवर स्पीड के चालान काटे गए हैं।
एक्सप्रेसवे पर वाहनों की स्पीड इतनी तय
बता दें कि यमुना और नोएडा ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहनों की अधिकतम रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे से घटाकर 75 किमी प्रति घंटे कर दी गई है। वहीं भारी वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 80 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे कर दी गई है।जबकि एलिवेटेड रोड पर छोटे वाहनों की गति सीमा 50 किमी और भारी वाहनों के 40 किमी प्रति घंटा कर दी गई है। वहीं, रजनीगंधा चौराहे से सेक्टर 56 टी-प्वाइंट, सेक्टर 18 से सेक्टर 60 अंडरपास, कालिंदी कुंज से सेक्टर 122 (एमपी रोड 3) पर वाहनों की गति सीमा 80 से घटाकर 60 किमी प्रति घंटे कर दी गई है। इसके बावजूद ड्राइवर तेज गति से वाहन चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
Greater Noida: रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बीती रात यमुना एक्सप्रेस वे पर सड़क हादसे के बाद वाहन चालक के साथ मोबाइल व नगदी लूटने का मामला प्रकाश में आया है। उधर, पुलिस लूट की घटना से इंकार करते हुए हादसे को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद होने का दावा कर रही है।
जानकारी अनुसार रविवार सुबह करीब एक बजे 112 नंबर पर एक व्यक्ति द्वारा सूचना दी गई। सूचना के अनुसार यमुना एक्सप्रेसवे पर जीरो पॉइंट से रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र स्थित 26 किलोमीटर पर जेवर से नोएडा आने वाली लाइन पर बाइक सवार दो व्यक्तियों ने छोटा हाथी अशोक लीलैंड को रोक लिया है। इसके बाद दो हजार रुपये व मोबाइल छीनकर फरार हो गए हैं। मौके पर पहुंची पुलिस को पूछताछ में पता चला कि छोटा हाथी खाली प्रयागराज से भंगेल नोएडा जा रहा था।
घने कोहरे में छोटा हाथी एक बाइक से टकरा गया। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस हो गई और बाइक सवार अपने नुकसान की भरपाई की मांग करने लगा। इसी दौरान बाइक सवार छोटा हाथी चालक से उसका मोबाइल और गाड़ी की चाबी लेकर चले गए और कह गए कि नुकसान की भरपाई करके चाबी और मोबाइल ले लेना। कोतवाली प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि छोटा हाथी चालक के पास 14500 रुपये मौजूद थे। बंधक बनाने या लूटपाट जैसा कोई मामला नहीं है।
Greater Noida: यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म सिटी परियोजना में आज उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में बिड करने वाली चारों कम्पनीज़ के प्रतिनिधियों द्वारा प्रेज़ेंटेशन दिया गया। कार्यालय सभाकक्ष में प्रजेंटेशन में विशेषकर कंपनियों द्वारा फ़िल्म सिटी परियोजना को विकसित किए जाने के संबंध में अपना विजन, कॉन्सेप्ट, टाइम लाइन, हाइलाइट्स आदि बिंदुओं पर जोर दिया गया।
M/s. Bayview Projects LLP के तरफ से बोनी कपूर, आशीष भूटानी, सीईओ भूटानी इंफ़्रा, अश्विनी चैटलें एवं अली चैटलें, राजीव अरोड़ा, अरविन्द कुमार बिन्नी द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया। 4 Lions Films Private Limited की तरफ से के सी बोकाड़िय, सुकरिश्मा जैन, विशाल, हर्ष जैन आदि द्वारा फ़िल्म सिटी परियोजना के संबंध में अपना विज़न प्रस्तुत किया गया।
M/s. Supersonic Technobuild Private Limited की तरफ से फ़िल्म अभिनेता अक्षय कुमार द्वारा ऑनलाइन प्रतिभाग किया गया, प्राधिकरण कार्यालय में दिनेश विजन मैडॉक फिल्म्स, दिव्यांशु, सुअश्विनी सहित चेरीकाउंटी टीम के प्रतिनिधियों द्वारा अपना विजन एवं प्रस्तुतीकरण दिया गया। M/s. Super Cassettes Industries Private Limited (T series) की तरफ से विनय कुमार मित्तल सीईओ फ़िल्म सिटी प्रोजेक्ट, शंकरण कन्नन, लीगल कंसलटेंट और सुधीर शर्मा तथा विवेक द्वारा टी सीरीज कंपनी के विज़न, डिज़ाइन, कॉन्सेप्ट का प्रेजेंटेशन प्राधिकरण कार्यालय में दिया गया। चारों कम्पनीज़ को टेक्निकली क्वालीफाइड पाया गया।
मंगलवार को खोली जाएगी बिड
इस संबंध में निर्णय लिया गया कि आगामी मंगलवार को दोपहर 2.30 बजे यमुना प्राधिकरण कार्यालय के सभाकक्ष में फाइनेंसियल बिड खोली जायेगी। इसमें प्रमुख सचिव व अध्यक्ष यमुना प्राधिकरण अनिल कुमार सागर, निदेशक सूचना शिशिर सिंह, अंशुमन त्रिपाठी सहायक निदेशक द्वारा ऑनलाइन तथा प्राधिकरण की तरफ़ से मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी क्रमशः कपिल सिंह तथा विपिन कुमार जैन, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, शैलेंद्र कुमार सिंह, सीएलए आरपी गुप्ता, कंसलटेंट कंपनी सीबीआरई सहित अन्य अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
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