Greater noida: थाना बादलपुर क्षेत्र में दिनदहाड़े एक महिला की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।सूचना पर पहुंची पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर जांच में जुट गई।
बाइक पर आए बदमाशों ने चलाई गोली
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक थाना बादलपुर क्षेत्र के अंतर्गत बृज बिहारी कॉलोनी छपरौला में 30 वर्षीय महिला अपने पति विनोद से विवाद के बाद मौसम नामक युवक के साथ रह रही थी। सोमवार को दो भाई सवार बदमाश महिला के घर पहुंचे और गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। वहीं वारदात को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज से कर रही बदमाशों की तलाश
परिजनों ने घायल अवस्था में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई सूचना पर पहुंची बादलपुर पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया इसके साथ ही फॉरेंसिक टीम बुलाकर सबूत एकत्रित किए पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही हमलावर की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन कर दिया गया है पुलिस बदमाशों की पहचान के लिए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है।
Noida: पुलिस और आबकारी विभाग को बड़ी सफलता मिली है। एक्सप्रेस वे थाना पुलिस और आबकारी विभाग के टीम ने दो तस्करों को भारी मात्रा में शराब के साथ गिरफ्तार किया है।
120 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद
जानकारी के मुताबिक दो शराब तस्कर ट्रक में छुपाकर पंजाब से अवैध शराब बिहार में बिक्री के लिए ले जा रहे थे। सूचना पर आबकारी विभाग और एक्सप्रेस वे थाना पुलिस ने नोएडा के वाजिदपुर पुस्ता रोड के पास ट्रक रुकवा कर जांच की तो उसमें शराब मिली। टीम को 120 पेटी अंग्रेजी शराब पंजाब बरामद हुआ है।
बिहार के रहने वाले हैं पकड़े गए तस्कर
पकड़े गए तस्करों की पहचान रंजीत कुमार और संतोष कुमार निवासी जिला वैशाली बिहार के रहने वाले के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि यह दोनों काफी दिनों से दूसरे राज्यों से बिहार में शराब की सप्लाई करते हैं। बताते चलें कि बिहार में शराब बिक्री पर पाबंदी है। जिसकी वजह से आए दिन तस्कर दूसरे राज्यों से चोरी छुपे शराब बिहार लेकर जाते हुए पकड़े जाते हैं।
New Dellhi: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव को लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में बड़ी राहत मिली है। तेजस्वी यादव, लालू यादव और राबड़ी देवी बुधववारर को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होकर जमानत लेने पहुंचे । लालू का परिवार विशेष सीबीआई जज गीतांजलि गोयल की कोर्ट में पेश हुए। राउज एवेन्यू कोर्ट ने 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर तीनों को जमानत दे दी है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी।
गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा 3 जुलाई को दाखिल की गई दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर 23 सितंबर को संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को समन जारी कर 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। कोर्ट ने तेजस्वी के अलावा लालू यादव और राबड़ी देवी सहितसभी 17 आरोपियों को भी समन जारी किया था।
उल्लेखनीय है कि 22 सितंबर को सीबीआई ने कोर्ट को बताया था कि केंद्र सरकार से मामले में आरोपपी रेलवे के तीन पूर्व अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मिल गई है। इससे पहले 12 सितंबर को जांच एजेंसी ने कोर्ट को पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमा चलाने की केंद्र सरकार से अनुमति मिलने की जानकारी दी थी। सीबीआइ ने तीन जुलाई को दायर दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पश्चिम मध्य रेलवे (डब्ल्यूसीआर) के तत्कालीन जीएम, डब्ल्यूसीआर के दो सीपीओ सहित 17 लोगों को आरोपित बनाया है।
Greater Noida: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मंगलवार को बिहार विधान सभा में महिलाओं को लेकर दिए गए बयान के खिलाफ बीजेपी किसान मोर्चा ने प्रदर्शन किया। बीजेपी किसान मोर्चा के पश्चिम के क्षेत्रीय अध्यक्ष तेजा गुर्जर के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका। इस दौरान बीजेपी किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग
बीजेपी किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर महिलाओं का अपमान करने पर जुलूस निकालकर नारेबाजी भी की। इस मौके पर जिलाध्यक्ष गौतमबुद्ध नगर बीजेपी गजेन्द्र सिंह, मावी जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा चंद्रपाल सिंह महानगर, अध्यक्ष गाजियाबाद पंकज भारद्वाज, जिला महामंत्री किसान मोर्चा अमित भाटी, विमल पुंडीर अजब सिंह प्रधान, उपदेश भाटी धर्मेंद्र चौधरी, तेज सिंह भाटी, श्यामवीर चौहान, विकास चौधरी, नरेंद्र भाटी, रामवीर सिंह, दीपक शर्मा आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
Pryagraj: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बांके बिहारी मंदिर में कॉरीडोर निर्माण की योजना को हरी झंडी दे दी है। कोर्ट ने मथुरा वृंदावन स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर में दर्शन को सुलभ बनाने के लिए सरकार को प्रस्तावित योजना अमल में लाने की अनुमति दे दी है। हालांकि इस कार्य के लिए मंदिर के खाते में जमा 262 करोड़ रुपए की धनराशि का उपयोग करने पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने सरकार इस कार्य के लिए अपने पास से पैसा खर्च करने का निर्देश दिया है।
अनंत शर्मा की जनहित याचिका पर दिया आदेश
इसके साथ ही कोर्ट ने कॉरिडोर निर्माण के लिए राज्य सरकार को हर वह कदम उठाने की छूट दी है। साथ ही अतिक्रमण हटाने के लिए भी पूरी छूट दी है । मुख्य न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर और न्यायमूर्ति आशुतोष श्रीवास्तव की खंडपीठ ने यह आदेश अनंत शर्मा की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है। अनंत शर्मा ने कोर्ट के समक्ष बांके बिहारी मंदिर में भारी संख्या में आने वाले दर्शनार्थियों से हो रही असुविधा का मुद्दा उठाया था। बताया गया कि छुट्टियां और विशेष पर्वों पर बांके बिहारी में डेढ़ से ढाई लाख श्रद्धालु आते हैं. जबकि मंदिर में जाने वाले रास्ते बेहद सकरे हैं। साथ ही यात्रा मार्ग में बहुत प्रसाद आदि की दुकानें हैं, जिससे बड़ी समस्या पैदा होती है । भीड़ में दबकर लोगों के घायल होने व मौत के होने की घटनाएं भी वहां होती है।
भीड़ का प्रबंधन सरकार की जिम्मेदारी
वहीं, राज्य सरकार की ओर से विस्तृत प्रस्ताव देकर योजनाएं प्रस्तुत की गई। जिससे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। लेकिन सरकार का प्रस्ताव था कि इस कार्य में आने वाला खर्च मंदिर के खाते में जमा धनराशि से किया जाएगा। मंदिर के सेवायत गोस्वामी समाज ने सरकार के इस प्रस्ताव पर घोर आपत्ति की । गोस्वामी समाज का कहना था कि मंदिर के फंड में हस्तक्षेप कर सरकार मंदिर का प्रबंध अपने हाथ में लेना चाहती है। यदि सरकार अपने पास से पैसा खर्च करके प्रबंध करना चाहती है तो गोस्वामी समाज को इसमें कोई आपत्ति नहीं होगी। कोर्ट का कहना था कि मंदिर भले ही प्राइवेट प्रॉपर्टी है मगर यदि वहा इतनी बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए आते है तो भीड़ का प्रबंधन करना और जन सुविधाओं को ध्यान रख कर व्यवस्था करना सरकार का दायित्व है।
Mathura: वृंदावन के श्री ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन को आईं दो महिला श्रद्धालुओं की रविवार को मंदिर के रास्ते में मौत हो गई। एक महिला जबलपुर (मप्र) और दूसरी सीतापुर (उप्र) की रहने वाली थी। दोनों महिलाएं भीड़ के दबाव में अपने परिजनों से बिछड़ गई थीं। तबियत बिगड़ने से मौत होने की पुष्टि पुलिस द्वारा की गई है। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शव लेकर चले गए।
भीड़ के आगे पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था ध्वस्त
रविवार को चार लाख से अधिक श्रद्धालु बांके बिहारी के दर्शन को पहुंचे। पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था ध्वस्त हो गई। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय पुलिस द्वारा की गई पुष्टि के अनुसार बीना गुप्ता (70) पत्नी ओम प्रकाश गुप्ता निवासी गंज बाजार, महोली, सीतापुर, जो कि अपनी पड़ोसन शिवानी व अन्य परिजनों के साथ वृंदावन में श्रीबांके के दर्शन को आई थीं। रविवार सुबह 11.30 बजे करीब वह मंदिर में दर्शन को निकली थीं। तभी वह भीड़ के चलते अपने परिजनों बिछड़ गईं। पड़ोसन शिवानी उनके साथ थीं। हरि निकुंज चौराहा के पास चलते-चलते उनकी तबीयत बिगड़ी और अचेत हो गईं। सूचना पर पहुंची पुलिस उन्हें सौ शैय्या अस्पताल में लेकर पहुंची। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
Bihar: 27 जनवरी के बाद बिहार की सियासत में आए भूचाल के बाद जेडीयू और भाजपा के गठबंधन की सरकार तो बिहार में बहाल हो गई मगर एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ| अपने महागठबंधन के साथी राजद (आर.जे.डी) को छोड़कर नीतीश कुमार फिर एक बार अपने पुराने साथी बीजेपी के साथ बिहार लोकसभा चुनाव से एक साल पहले ही एनडीए की सरकार बनाकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर फिर काबिज हो गए|
राज्यपाल के सामने ली शपथ
28 जनवरी को बिहार के राज्यपाल-श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की उपस्थिती में नीतीश कुमार ने अपने गठबंधन के साथियों के साथ 9वीं बार संविधान की शपथ लेते हुए राज्य के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला| उनके साथ-साथ भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने उप-मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेते हुए 28 जनवरी को बिहार में फिर एक बार नई सरकार का गठन किया|
एक सप्ताह बाद मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार
सामान्य प्रशासन, निगरानी, निर्वाचन और गृह विभाग समेत कुल छह विभागों को नीतीश कुमार ने अपने अधिकार क्षेत्र में रखा| डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त, वाणिज्य-कर, पंचायती राज, स्वास्थ समेत कई अन्य विभागों की जिम्मेदारी दी गई तो वहीं डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को शिक्षा, जल संसाधन, भवन निर्माण, खान एवं भूतत्व के साथ अन्य विभाग मिला है|
बजट सत्र में बहुमत साबित करने की चुनौती
विधानसभा के पटल पर बजट सत्र के दौरान नीतीश कुमार पर बहुमत साबीत करने की चुनौती खड़ी हो गई है. जो पहले फरवरी को 'वोट ऑफ कॉफिडेन्स' पड़ने वाला था उसकी तारीक बढ़ाकर 12 फरवरी कर दी गई है. 12 तारीक को ही विधानसभा के नए सभापति का भी चुनाव होना है, जिस पद पर अभी आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी हैं, माना जा रहा है कि एनडीए इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है.
मंत्रिमंडल में कौन-कौन
विजय कुमार चौधरी को संसदीय कार्य मंत्री बनाया गया है, विजेन्द्र प्रसाद यादव को ऊर्जा मंत्रालय और ग्रामिण कार्य मंत्री बनाया गया है, डॉ. प्रेम कुमार को सहकारिता एवं आपदा प्रबंधन मत्री नियुक्त किया गया है, श्रवन कुमार को ग्रामिण विकास और समाज कलयाण के महकमे की जिम्मेदारी दी गई है तो वहीं पर संतोष कुमार सुमन और सुमित कुमार सिंह के बीच सूचना प्रौवैधिकी और विज्ञान मंत्रालय का बंटवारा किया गया है.
बिहार में जब से नीतीश की अगुवाई में NDA सरकार का गठन हुआ है तभी से सियासी हलचल मची हुई है, एक ओर जहां फ्लोर टेस्ट की तैयारी में नीतीश कुमार लगे हुए है तो वहीं तेजस्वी के बयान ने अभी तक सबकी टेंशन को बढ़ाया हुआ है. ऐसा दावा है कि फ्लोर टेस्ट से पहले बड़ा खेला हो सकता है. बता दें नई सरकार के गठन के बाद 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होने जा रहा है.
फ्लोर टेस्ट से पहले विधायकों बने 'बंदी'
फ्लोर टेस्ट से पहले जनता दल यूनाइटेड ने 11 फरवरी को विधानमंडल की बैठक बुलाई है। जिसमें विधायकों को अनिवार्य रूप से शामिल होने के निर्देश जारी किये गए हैं । इसी बीच आरजेडी ने अपने विधायकों को बैठक के लिए बुलाया और तेजस्वी यादव के आवास पर करीब 3 घंटे तक विधायकों की बैठक चली। जिसके बाद सभी विधायकों को तेजस्वी के पांच देश रत्न मार्ग पर रोक दिया गया और विधायकों का सामान भी आवास में भेजा गया। वहीं विधायकों के टूटने की आशंका के चलते फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार कांग्रेस के विधायक हैदराबाद पहुँच गए हैं । बता दें कि बीते दिनों दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस के विधायकों की एक बैठक हुई थी जिसमें करीब 17 विधायक शामिल हुये थे।
नये स्पीकर का चुनाव भी 12 को होगा
आपको बता दें की नीतीश कुमार ने 28 जनवरी की शाम 8 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। विजय सिन्हा डिप्टी सीएम, सम्राट चौधरी डिप्टी सीएम , विजय कुमार चौधरी, डॉक्टर प्रेम कुमार , ब्रिजेन्द्र प्रसाद यादव, सुमित कुमार सिंह, संतोष कुमार और श्रवण कुमार नीतीश की नई कैबिनेट का हिस्सा हैं। वही विधानसभा के नये स्पीकर का चुनाव होना अभी बाकी है जो कि 12 फरवरी को होना है।
किसके पास, कितने विधायकों की सेना ?
243 सीटों वाली विधानसभा में जहां राजद के पास 79 विधायक हैं और राजद विधानसभा की सबसे बड़ी पार्टी है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के पास 19 विधायक, सीपीआई के पास 16 विधायक हैं। वहीं विपक्ष के पास कुल मिलाकर 114 विधायकों की फौज है और एक विधायक AIMIM के पास है।
लोकसभा चुनावों की सरगर्मियां हर तरफ साफ तौर पर देखने को मिल रही हैं। इस दौरान पार्टी नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप लगाना और अपनी रैलियों के दौरान कटाक्ष करना एक आम बात हो गई है। इस दौरान कई पार्टियों के नेता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष और टिप्पणियां करने से पीछे नहीं हटते हैं लेकिन पीएम मोदी विपक्ष के इन तीखे बाणों को अपना हथियार बनाकर बड़ी ही सरलता से विपक्ष की ओर मोड़ देते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मणिशंकर अय्यर, सोनिया गांधी, राहुल गांधी के बाद अब लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ टिप्पणी की है।
140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार- PM
दरअसल INDI गठबंधन की रैली में लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा था ’कि मोदी का कोई परिवार नहीं है’। लालू प्रसाद यादव की इस टिप्पणी का जवाब प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना की रैली में देते हुए कहा ’कि ये कहते हैं मोदी का कोई परिवार नहीं है। मैंने देशवासियों के लिए जीने का सपना देखा था, यही मेरा संकल्प है। देश के करोड़ों लोग मुझे अपना मानते हैं। 140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार हैं।’ वहीं दूसरी ओर लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने ‘मोदी का परिवार’ कैंपेन शुरू कर दिया है।
कब-कब किए गए PM मोदी पर तीखे वार
ये कोई पहली बार नहीं है जब विपक्ष ने पीएम मोदी पर कटाक्ष किया है। इससे पहले 2007 के गुजरात चुनाव के दौरान सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को ‘मौत का सौदागर’ बताया था। उस वक्त गुजरात के सीएम रहे नरेंद्र मोदी ने इस बयान पर संसद पर हमला करने वालों का जिक्र करते हुए कहा था ’कि मौत के सौदागर तो ये लोग हैं।’ 2014 के चुनाव में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा था ’कि वो चायवाला क्या प्रधानमंत्री बनेगा’। इसके बाद एक बार फिर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने 2017 में गुजरात चुनाव के दौरान पीएम को नीच इंसान बताया था। तब पीएम ने कहा था ’कि कांग्रेस के लोग मुझे नीच कहते हैं, गुजरात के बेटे के लिए इन शब्दों का प्रयोग कांग्रेस को भारी पड़ेगा। प्रदेश के नतीजे इसके गवाह होंगे।’
चौकीदार चोर बना BJP के लिए संजीवनी
वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर राफेल डील में घोटोले का आरोप लगाते हुए कहा था ’कि चौकीदार चोर है।’ जिस पर पलटवार करते हुए पीएम ने कहा था ’कि यह देश के सभी चौकीदारों का अपमान है। एक तरफ सभी लोग चौकीदार होने की शपथ ले रहे हैं, कांग्रेस के नेता उनका अपमान कर रहे हैं।’ इसके बाद नवंबर 2022 में गुजरात चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को रावण कहा था। जिस पर पीएम ने कहा था ’कि कांग्रेस राम विरोधी है, ये लोग राम के अस्तित्व को नहीं मानते, लेकिन रामायण के किरदार का इस्तेमाल मुझे गाली देने के लिए करते हैं। जितना कीचड़ उछाला जाएगा, कमल उतना ही खिलेगा।’ इसके बाद कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को जहरीले सांप की तरह बताया था। तब पलटवार करते हुए पीएम ने कहा था ’कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस का सबसे बड़ा मुद्दा सांप के जहर का है, वो मेरी तुलना सांप से कर रहे हैं और जनता से वोट मांग रहे हैं। सांप तो भगवान भोले के गले की शोभा है। ईश्वर रूपी जनता के गले का सांप होना भी मुझे स्वीकार है।’
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022