Greater noida west: जिंदगी भर की कमाई लगाकर अपना फ्लैट खरीदने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। फ्लैट की बुकिंग के समय बिल्डर ने सुविधा देने का वादा किया था लेकिन हकीकत इसके बिलकुल विपरीत निकली। अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-16 में बने केेेबीनोस अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने बिल्डर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
बिल्डर के खिलाफ सोसाइटी के लोगों ने दिया धरना
अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने बिल्डर के विरोध में धरना देकर मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने की मांग की है।इस दौरान सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने एकजुट होकर बिल्डर के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की और बिल्डर मनमानी करने का आरोप लगाया।
पार्किंग अभी तक नहीं किया गया एलॉट
लोगों का आरोप है कि बिल्डर किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं दे रहा है। सोसाइटी में ना तो पार्क है ना ही पार्किंग की सुविधा है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि पार्किंग तो बनी है लेकिन या अभी तक किसी को अलॉट नहीं हुई इसके अलावा पार्किंग की रखरखाव न होने के कारण यहां घास फूस उगे हैं इसके साथ ही यहां जंगली जानवर आते जाते रहते हैं जिससे लोगों को भय रहता है। पार्किंग आलॉट नहीं किया गया जिसके चलते लोग सोसाइटी स्ट्रीट पर कार पार्क करने को मजबूर हैं। लोगों ने आरोप लगाया अभी तक बिल्डर ने ओसी तक नहीं जारी किया है। सोसाइटी में पार्क और पार्किंग के अलावा स्विमिंग पूल भी बना है लेकिन यहाँ भी हाल बेहाल है।
5 साल में ही जर्जर हुई बिल्डिंग
लोगों ने बताया कि बिल्डर रामकुमार द्वारा इस प्रोजेक्ट का काम साल 2012 शुरू किया गया था। इसके बाद साल 2018 में लोगों को फ्लैट का हैंडओवर मिलना शुरू हुआ। अब करीब 5 साल में ही बिल्डिंग जर्जर हालत में पहुंच चुकी है बिल्डिंग की हालत देखकर ऐसा लगता है कि यह बरसों पुराना है। केबनोज सोसायटी के अध्यक्ष अजय तोमर ने बताया कि अपार्टमेंट में 605 फ्लैट बनी हुई है जबकि अभी तक 105 को ही आवंटित हुए हैं उन्होंने बताया कि सोसाइटी में लगी लिफ्ट भी ठीक से कम नहीं करती है। बिल्डर से बार-बार कहने पर भी सही नहीं कराया गया। इसके अलावा इस सोसाइटी में बिजली व्यवस्था भी नहीं ठीक है। दिन भर में कई बार बिजली गुल हो जाती है।वही लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है, जिसकी वजह से फ्लैट में रहना दूभर हो जाता है।
कई बार शिकायत पर भी बिल्डर ने नहीं सुनी
अजय तोमर ने बताया कि अपार्टमेंट की समस्या को लेकर बिल्डर को कई बार मौखिक और लिखित रूप से शिकायत की गई है इसके बावजूद भी बिल्डर द्वारा अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की। समिति का प्रतिनिधिमंडल भी बिल्डर से मिलकर अपनी समस्याओं को रख चुका है लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है इसके अलावा रेरा को भी सोसाइटी की समस्याओं के बारे में अवगत कराकर बिल्डर को निर्देश देने का अनुरोध किया जा चुका है।
साफ सफाई की भी नहीं उचित व्यवस्था
सोसाइटी के लोगों ने बताया कि परिसर में मैनहोल खुले हुए हैं, जिसके वजह से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है इसके साथ ही अपार्टमेंट परिसर में साफ सफाई का भी अभाव है। अपार्टमेंट परिसर में चूहा बिल्ली और सांप जैसे जानवर घूमते रहते हैं।
वही बिल्डर की ओर से कहा गया है कि यहां के रहने वाले लोग मेंटेनेंस नहीं दे रहे हैं।जिसकी वजह से सुविधाओं को सुचारू रूप से करना मुश्किल हो रहा है।
Noida: सेक्टर-120 आरजी रेजीडेंसी वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले फ्लैटों खरीदार सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। इसके साथ सोसाइटी में बैनर लगाया है कि बिल्डर से हमारा हक दिलाएं। बचे फ्लैटों की रजिस्ट्री कराएं, तभी वोट मांगने आएं। सोसाइटी के लोगों ने सोमवार को आरजी कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स पर धरना देकर सरकार और प्रशासन से मांगे पूरी करने की गुहार लगाई।
वर्षों से मूलभूत सुविधाओं का अभाव
सोसाइटी में रहने वालों लोगों को कहना है कि सोसाइटी में 500 से अधिक रजिस्ट्री लंबित है। बिल्डर के पास 7.5 करोड़ के अलावा क्लब, स्वीमिंग पूल, कम्यूनिटी हॉल आदि की सुविधाओं की मांग कई वर्षों से की जा रही है। सोसाइटी के एओए अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने बताया कि वर्षों से लंबित रजिस्ट्री एवं बिल्डर के प्रोजेक्ट से संबंधित लंबित मामलों को उजागर करने के लिए धरना शुरू किया गया है।
आंदोलन की दी चेतावनी
वहीं, सोसाइटी के सचिव अशोक बिंदलिस ने कहा कि बिल्डर के खिलाफ जल्द ही कानूनी लड़ाई लड़ने के साथ साथ बड़े आंदोलनों के जरिए सरकार और प्रशासन तक अपनी बात पहुंचानी पड़ेगी। उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बिल्डर की नाकामियों को नए टावरों के नए खरीदारों के सामने उजागर करते हुए सचेत रहने को कहा।
सोसाइटी के सभी गेटों पर लगाए बैनर
सोसाइटी के लोगों ने कहा कि इसी उद्देश्य से सोसाइटी के सभी गेटों पर इस तरह के बैनर लगाया गया है। बिल्डर और प्राधिकरण के खिलाफ गांधी जयंती पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया। सोसाइटी निवासियों का कहना है कि 155 करोड़ के डिफॉल्ट के बाद भी नए टावरों की एफएआर की अनुमति प्राधिकरण के साथ मिलीभगत का नतीजा है। धरने में बोर्ड मेंबर शैलेंद्र यादव, शिव अवस्थी, रजनी अग्रवाल और अविनाश अरुण मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस बाबत आरजी ग्रुप मीडिया प्रभारी कविता चावला ने बताया कि प्राधिकरण से भी लगातार बात हो रही है और उम्मीद है कि बची हुई रजिस्ट्रियों का रास्ता जल्दी खुल जाएगा।
ग्रेटर नोएडा में शनिवार को महागुन बिल्डर के खिलाफ लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए हैं। सालों पहले से पैसे जमा करने के बाद भी फ्लैट न मिलने पर बायर्स ने विरोध प्रदर्शन किया। बायर्स अपनी शिकायत हर मुमकिन जगह दर्ज करा चुके हैं। अब विरोध प्रदर्शन करके अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
महागुन बिल्डर के खिलाफ बायर्स का हंगामा
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के महागुन बिल्डर के खिलाफ बड़ी संख्या में बायर्स का गुस्सा शनिवार को सड़कों पर देखने को मिला। जहां पर सैकड़ों की संख्या में बायर्स गुस्सा जाहिर करने विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर आएं। बायर्स महागुन मायवुड के फेस 3 में अभी तक पजेशन न मिलने से नाराज हैं। इसी के साथ ही करीब 10 साल पहले से पैसे जमा करने के बाद भी बायर्स को अपना फ्लैट नहीं मिला है, जिसको लेकर भी वो लगातार गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
पोस्टर्स और माइक लेकर सड़कों पर निकले बायर्स
सालों से अपने घर का इंतजार कर रहे लोगों ने कई पोस्टर हाथ में लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान महागुन हाय-हाय के नारे भी लगाए। बायर्स ने पोस्टर में ‘योगी सरकार जवाब दो, ग्रेटर नोएडा ऑथारिटी जवाब दो, यूपी रेरा जवाब दो’, ‘बदनाम नहीं हमें नाम चाहिए, फेस-3 का काम चाहिए’, न भरोसा काम का, न महागुन के नाम का, झूठ, फरेब और धोखा दे जो, ऐसा बिल्डर किस काम का हर पल धोखा, हर दम लुट, काम चसहा पूरा झूठ, Mahagun अब होश में आओ’ जैसे कई और नारे लिखे थे।
बायर्स ने साझा की अपनी तकलीफें
विरोध प्रदर्शन में शामिल रंजीत सिंह ने नॉव नोएडा से बातचीत में कहा कि हमारी सबसे बड़ी समस्या है कि घर कब मिलेगा? ये साल 2013 में लॉन्च हुआ था। 12 से 13 साल हो चुके हैं। इस दौरान कई सरकारें आईं और गईं। लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ। योगी जी सरकार सही है, लेकिन हम और हमारी टीम हर जगह इसकी शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कहीं कोई भी सुनवाई नहीं हुई है।
प्रदर्शन में शामिल एक बायर राशि बनर्जी ने भी नॉव नोएडा से विरोध की वजह साझा की। उन्होंने बताया कि साल 2016 में अपनी पूंजी जमाकर फ्लैट लिया था। बिल्डर द्वारा कहा गया था कि साल 2019 तक वो फ्लैट दे देंगे। लेकिन यहां मौजूद सभी लोग उस दिन के इंतजार में हैं, जब ये संघर्ष खत्म होगा और हमें फ्लैट मिलेगा।
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