Noida: डीएम मनीष कुमार वर्मा स्कूलों में अचानक निरीक्षण करने पहुंच गये। जिला अधिकारी मनीष कुमार ने पांच अलग-अलग स्कूलों का आज निरीक्षण किया। माध्यमिक विद्यालय हरौला, आदर्श प्राथमिक विद्यालय हरौला, उच्च प्राथमिक विद्यालय सेक्टर-12 नोएडा, आदर्श प्राथमिक विद्यालय चौड़ा सहादतपुर और कंपोजिट जूनियर हाई स्कूल मोरना नोएडा का डीएम ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सभी प्रधानाचार्य और अध्यापक स्कूल में मौजूद मिले। लेकिन साफ-सफाई में कमी मिलने पर डीएम ने प्रधानाचार्यों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
मिड-डे मिल को खाकर किया चेक
डीएम मनीष कुमार ने साफ-सफाई को लेकर नाखुश दिखे, उन्होंने इसे लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए। इसके अलावा मिड-डे मिल की गुणवत्ता को भी डीएम ने चेक किया। उन्होंने बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील भोजन को खाकर गुणवत्ता परखी, जो मानकों के अनुरूप पाई गई।
बच्चों की पढ़ाई से ना हो कोई समझौता
जिला अधिकारी ने इस दौरान विद्यालय प्रधानाचार्य और अध्यापकगणों को निर्देश दिए कि स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्र छात्राओं को सभी मूलभूत सुविधाएं और शिक्षा मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराई जाए। साथ ही उन्होंने अटेंडेंस रजिस्टर की जांच करते हुए अध्यापक गणों को निर्देश दिये कि बच्चों की उपस्थिति पर विशेष फोकस रखा जाए। उन्होंने कहा कि जो बच्चा नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहा है। अध्यापक गण स्कूल के उपरांत ऐसे बच्चों के घर जाकर फीडबैक ले कि बच्चा स्कूल क्यों नहीं आ रहा। साथ ही उनके अभिभावकों के बच्चों को प्रतिदिन स्कूल भेजने के लिए जागरूक करें। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता सन्तोषजनक पायी गयी। निरीक्षण के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी और जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान मौजूद रहे।
Noida: आज कल आए दिन लोगों को कोई ना कोई मौका मिल जाता है प्रशासनिक अधिकारियों पर कटाक्ष करने का, लेकिन नोएडा के गेझा गांव के लोगों का विचार उनके डीएम के प्रति तब बदल गए, जब डीएम-मनीष कुमार वर्मा खुद उच्च प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने ग्राम गेझा पहुंच गए जो की विकासखंड बिसरख में आता है.
डीएम के निर्देश
डीएम मनीष कुमार वर्मा अपनी टीम के साथ शनिवार को जब उच्च प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो स्कूल की शिक्षा व्यावस्था के साथ-साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं के मानकों के पालन पर भी गंभीरता से ध्यान देते हुए बच्चों की शिक्षा और सुविधा के लिए उचित कार्यों पर जोर दिया.
जिला अधिकारी वर्मा जी ने विद्यालय प्रधानाचार्य/अध्यापकगणों को यह निर्देश भी दिया कि बच्चों की उपस्थिति पर विशेष ध्यान देने की आवश्यक्ता है. बच्चा अगर नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहा है तब ऐसे हालातों में अध्यापक गण स्कूल के उपरांत ऐसे बच्चों के घर जाकर उनके परिवार वालों से फीडबैक लेते हुए अभिभावकों को बच्चों को प्रतिदिन स्कूल भेजने के लिए जागरूक करें। उपस्थिति पंजिका की जांच करने के साथ-साथ निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता को डीएम मनीष कुमार वर्मा ने सन्तोषजनक पाया।
बच्चों से किया संवाद
निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षकों के अलावा डीएम वर्मा ने क्लास में पढ़ रहे बच्चों के साथ संवाद करते हुए उनके शैक्षिक योग्यता का आकलन करते हुए बच्चों के साथ किमती वक्त गुजारा. बच्चों को शिक्षा और साक्षरता का महत्व बताते हुए कुछ निजी उदाहरण साक्षा किए.
अन्य विषयों पर भी अपने विचार साझा किए
प्राथमिक विद्यालय के कुछ और मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए डीएम मनीष कुमार वर्मा ने साफ सफाई एवं अवकाश सम्बन्धित नियमों के तय मानकों के स्तर पर पालन किये जाने तथा स्कूल में बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप बनाए रखने के कड़े निर्देश दिए. इस निरीक्षण के दौरान जिला विद्यालय के निरीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह, के साथ बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार, जिला समाज कल्याण अधिकारी और संबंधित अधिकारी मौजूद थे.
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022