नोएडा: नालों की सफाई को लेकर अगले 10 दिनों तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। नोएडा में साफ-सफाई को लेकर सीईओ ऋतु महेश्वरी ने नाराजगी जताई थी। जिसके बाद प्राधिकरण साफ-सफाई अभियान को लेकर सख्त नज़र आ रहा है। अब जिन भी ठेकेदारों की लापरवाही सामने आएगी, उसे नोएडा प्राधिकरण द्वारा ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
G-20 की तैयारियां जोरों पर
नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी द्वारा खुले नालों, उसकी सफाई और अन्य बुनियादी सुविधाओं के अभाव को लेकर नाराजगी जाहिर की है . दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में होने वाले नोएडा में G -20 समिट को लेकर भी तैयारियां जोरों पर हैं, सड़कों के मरम्मत कार्य को लेकर सुंदरीकरण, साज सजावट का कार्य इस समय नोएडा में जोरो से पूरा किया जा रहा है। वहीं इस दौरान प्राधिकरण किसी भी लापरवाही पर विभाग को बख्शने के मूड में नहीं है।
प्राधिकरण की समीक्षा बैठक
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ऋतु महेश्वरी की अध्यक्षता में जन स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई। जिसमें सेक्टर 29, 35 , 35 और 93 में मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया गया है। मुख्य मार्गों पर सफाई के लिए भी जिम्मेदार मैकेनिकल स्विपिंग एजेंसी को भी 2 शिफ्ट में काम करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। साफ सफाई के कामों में जिन भी ठेकेदारों द्वारा लापरवाही बरती जाएगी, उन्हें प्राधिकरण की तरफ से ना केवल नौकरी से निकाल दिया जाएगा बल्कि ब्लैक लिस्ट में डाल कर उन पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास प्राधिकरणों को शासन ने बड़ा आदेश दिया है। राज्य के औद्योगिक विकास एवं अवस्थापना आयुक्त (आईडीसी) मनोज कुमार सिंह ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी और उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) समेत सभी प्राधिकरणों को आदेश दिया है कि आवंटियों को भूमि आवंटन के सापेक्ष बकाया व भुगतान की जानकारी ऑनलाइन मिलनी चाहिए। आईडीसी ने कहा है कि आवंटियों को अथॉरिटी दफ्तरों के बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इससे आम आदमी और और उद्यमियों को परेशानी होती है।
सभी प्राधिकरणों के लिए आदेश जारी
यूपी के आईडीसी मनोज कुमार सिंह ने सभी विकास प्राधिकरणों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को पत्र भेजा है। जिसमें उन्होंने लिखा है, “प्राधिकरणों के आवंटियों को अपने ऊपर बकाया की जानकारी पोर्टल पर ऑनलाइन नहीं दिख रही है। इस तरह की शिकायतें लगातार शासन को मिल रही हैं। संज्ञान में आया है कि आवंटियों को बार-बार प्राधिकरणों के चक्कर काटने पड़ते हैं। यदि यह व्यवस्था ऑनलाइन पोर्टल पर प्रदर्शित हो जाए और इसे लगातार अपडेटेड किया जाए तो आवंटियों को परेशानी नहीं होगी।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में तबादले का सिलसिला जारी है। प्राधिकरण में लंबे समय से तैनात अधिकारी से लेकर चपरासी तक का तबादला किया जा रहा है। नोएडा प्राधिकरण के तीन अफसरों का भी तबादला कर दिया गया है। हाल ही में तीनों प्राधिकरण के कई अधिकारियों का तबादला हो चुका है। जिसके सूची जारी कर दी गई है। आने वाले दिनों में अन्य अधिकारियों के तबादले की आशंका है।
इन अफसरों के हुए तबादले
अब ये अफसर संभालेंगी जिम्मेदारी
नोएडा से इस समय बड़ी खबर सामने आ रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एक ठग ने नोएडा अथॉरिटी के नाम पर अरबों रुपए का चूना लगाने की फिराक में था। ठग ने अथॉरिटी के नाम पर करीब तीन करोड़ रुपए ऐंठ लिए है। नामी बैंक और प्राधिकरण के दफ्तर में ठग की भनक लगते ही हड़कंप मच गया। मामले में नोएडा अथॉरिटी के सीईओ रितु माहेश्वरी ने ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। कोतवाली 58 पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
3 करोड़ 90 लाख रुपए ऐंठे
ताया जा रहा है कि नोएडा प्राधिकरण के नाम पर 3 करोड़ 90 लाख रुपए ले लिए हैं। ठग ने जब और पैसों की मांग की तो ठगी का अहसास हुआ। इस मामले में नोएडा अथॉरिटी के आला अधिकारियों से जानकारी मांगी गई। सके बाद अथॉरिटी के अधिकारियों को फ्रॉड की जानकारी मिली। ठगी का पता चलने पर प्राधिकरण ने खाता फ्रीज कर दिया है। दरअसल, पूरा मामला एक एफडी (FD) से जुड़ा हुआ है। नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने सेक्टर-58 कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर जांच करवाने के आदेश दिए हैं। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।
नोएडा प्राधिकरण से जुड़ी बड़ी ख़बर है, प्राधिकरण में बड़ी धांधली सामने आई है। प्राधिकरण ने एक शख्स के खाते में 200 करोड़ रुपये जमा करा दिए। घटना की जानकारी सामने के बाद प्राधिकरण के आलाधिकारियों के हाथ पांव फूल गये। जिस व्यक्ति के खाते में रकम ट्रांसफर की गई थी, उस व्यक्ति ने बैंक खाते से करोड़ों रुपए निकाल भी लिए। जानकारी के मुताबिक उस शख्स ने अकाउंट से 3 करोड़ 80 लाख रुपये निकाल लिए।
मिली भगत का अंदेशा
दरअसल, 200 करोड़ रुपये की FD कराने के बजाय प्राधिकरणकर्मियों ने 'बैंक ऑफ इंडिया' के एक खाताधारक के खाते में ये पैसे ट्रांसफर कर दिए। इस घटना के बाद से अधिकारियों के ऊपर कई प्रकार के सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या अधिकारियों की लापरवाही से ये हुआ है या फिर अधिकारियों और बैंककर्मियों की मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा किया गया था। जिसकी जानकारी सामने आ गई। साथ ही अगर किसी व्यक्ति के खाते में ये रकम गलती से चली गई तो ये प्राधिकरण कर्मियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े करती है।
एक्शन में रितु माहेश्वरी
मामला सामने आने के बाद CEO रितु माहेश्वरी ने नोएडा सेक्टर-58 में अज्ञात प्राधिकरण अफसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी। शुरुआती जांच के मुताबिक प्राधिकरण के कुछ अफसरों से इसे लेकर पूछताछ भी की गई है।
नोएडा अथॉरिटी की एफडी बनाकर 3 करोड़ 90 लाख रुपये बैंक ऑफ इंडिया से निकालने वाले आरोपी को सेक्टर-58 पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अब्दुल कादिर गुजरात का रहने वाला बताया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला
आरोपी अब्दुल कादिर ने सबसे पहले जरूरी कागजों की जालसाजी की, माने नकली कागज तैयार किए और खाता खुलवाने बैंक ऑफ इंडिया पहुंचा। 21 जुलाई को नोएडा अथॉरिटी ने खाता खुलवाने के लिए बैंक को एक लेटर जारी किया था और कहा था कि अथॉरिटी के तीन अधिकारियों के नाम खाता खुलवा दिया जाए। ये लेटर बैंक तक पहुंचा ही नहीं। बल्कि इसकी जगह नकली लेटर बैंक को दिया गया। इस आदमी ने बैंक में दावा किया कि वही नोएडा अथॉरिटी की तरफ से खाता खुलवाने के लिए साइनिंग अथॉरिटी है। इसके बाद इसी आदमी ने 30 जून को एक खाते में 3 करोड़ 80 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए।
NOIDA RAIN UPDATE: बारिश के चलते rain नोएडा शहर के कई गांवों का हाल बेहाल है। जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान हैं। कई गांवों में पानी भर गया है। जिससे आने जाने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर इन गांवों में संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा है। ग्रामीणों का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण को बार-बार शिकायतें भेजी जा रही हैं। सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो ट्वीट किए जा रहे हैं। प्राधिकरण संज्ञान नहीं ले रहा है।
साफ-सफाई नहीं होने से बढ़ी मुश्किलें
नोएडा के सेक्टर-141 में स्थित गांव शहदरा में रास्तों का बुरा हाल है। नियमित साफ-सफाई नहीं होने से घरों से निकलने वाला गंदा पानी मेन रास्ते पर बह रहा है। जिससे राहगीरों को निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण बलराज फागणा ने बताया, “गांव में नालियों की नियमित साफ-सफाई नहीं होने से नालियां जाम पड़ी हुई हैं। जिससे घरों से निकलने वाला गंदा पानी मेन रास्ते पर बह रहा है। यहां से निकलने वाले राहगीरों को निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्य मार्ग पर जलभराव
शहर के सेक्टर-35 में स्थित मोरना गांव का हाल बुरा है। गांव की गालियों में बरसाती पानी भरने से कीचड़ हो गई है। सामान्य दिनों में ही सीवर ओवरफ्लो रहता है। बरसात के पानी की वजह से हालत और ज़्यादा बिगड़ गई है। गांव के मंदिर से लेकर रोडवेज बस अड्डे के पीछे पैट्रोल पम्प तक जाने वाले मुख्य मार्ग का बुरा हाल है। कीचड़ के कारण चलना मुश्किल है। प्राइमरी स्कूल से गांव के अंदर जाने वाले रास्ते पर भी कीचड़ और जल भराव हो गया है।
NOIDA RAIN UPDATE: हिंडन नदी में जलस्तर बढ़ने से लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब भी डूब क्षेत्र और बाढ़ वाले गांवों में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। इस काम में जिला प्रशासन, पुलिस और NDRF की टीम दिन रात जुटी हुई है। प्राधिकरण के CEO लोकेश एम ने DM मनीष कुमार वर्मा के साथ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने पहुंचे।
लगातार की जा रही है मॉनिटरिंग
यमुना और हिंडन नदी के जलस्तर की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही व्यवस्थाएं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षित अस्थाई शिविर बनाए गये हैं। जहां पर प्रभावित लोगों को पहुंचाया जा रहा है। जिले में हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से प्रभावित परिवारों को सभी सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं, दूसरी ओर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों को मदद मिल रही है या नहीं, इसका निरीक्षण करने CEO लोकेश एम और DM मनीष कुमार वर्मा पहुंचे।
लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील
दोनों अधिकारी सेक्टर-142 के पास स्थित सुत्याना गांव पहुंचे, जहां पर स्थिति का जायजा लिया। यहां पर ग्रामीणों से अपील की गई कि वो सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे। जिससे किसी भी तरह की अनहोनी को टाला जा सके। शिविरों में लोगों के लिए रहने, खाने, बिजली, साफ-सफाई और मेडिकल की सुविधाएं अच्छे से उपलब्ध कराई जा रही है। इस दौरान डीएम मनीष कुमार ने अधिकारियों के निर्देश दिया कि हिंडन नदी के जलस्तर की लगातार मॉनिटरिंग की जाए।
गौशाला का भी किया निरीक्षण
यहां से दोनों अधिकारी सेक्टर 135 में बनाए गये अस्थाई गौशाला का भी निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गौशाला में रखे गए पशुओं के रहने के लिए साफ-सुथरा स्थान, चारे और मेडिकल सुविधाएं मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराईं जाए। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर नोडल अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए कि उनके द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया जाए और प्रभावित परिवारों के लिए जो सुरक्षित अस्थाई शिविर स्थल बनाए गए हैं, उनमें मिलने वाली सुविधाओं की भी मॉनिटरिंग कर यह सुनिश्चित करें कि वहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं, खानपान तथा मेडिकल सुविधा प्रवास कर रहे लोगों को मानकों के अनुरूप प्राप्त होती रहे।
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