Noida: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के निर्देशानुसार महिला थाना प्रभारी व स्थानीय पुलिस टीम द्वारा थाना दादरी क्षेत्र के अंतर्गत स्कूलों मिशन शक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया.
स्कूल में जाकर किया संवाद
मिहिर भोज बालिका इंटर कॉलेज, थाना फेस-1, पूर्व माध्यमिक विद्यालय, हरौला व ऐस्टर पब्लिक स्कूल में जाकर पुलिस टीम ने शिक्षकों, छात्राओ व आस-पास की महिलाओं के साथ संवाद किया गया. टीम ने उपस्थित सभी लोगों को महिला सशक्तिकरण अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, महिलाओं संबंधी अपराधो के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
हेल्पलाइन की दी जानकारी
इसके साथ ही स्कूल के समस्त स्टाफ व छात्र-छात्राओं को उनकी सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए शासन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम मिशन शक्ति व मिशन मोड की जानकारी दी गई. सभी को मिशन शक्ति पम्पलेट वितरित करते हुए महिला हेल्प लाईन नंबर-1090, मुख्यमंत्री हेल्प लाइन नंबर-1076, साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930, आपातकालीन सेवा -112, चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर-1098, वन स्टॉप सेंटर नंबर-181 व फायर सर्विस के बारे में जानकारी दी गई. इसके बाद पुलिसकर्मियों द्वारा उपस्थित सभी लोगों को हमेशा यातायात नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई गई.
Noida: शिक्षा विभाग के नाक के नीचे आज भी कई ऐसे स्कूल हैं, जिनके पास मान्यता नहीं है, इसके बावजूद ये बेधड़क संचालित किये जा रहे हैं। अब इन स्कूलों पर शिकंजा कसने जा रहे हैं। शिक्षा विभाग ने 14 ऐसे स्कूलों को नोटिस जारी किया है। जिन्हें बंद करने के आदेश दिए गये हैं।
बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे शिक्षा माफिया
गौतमबुद्ध नगर में नियमों को ताक पर रखकर कुछ शिक्षा माफिया द्वारा स्कूल संचालित किये जा रहे हैं। जिनका अभी तक जिला प्रशासन में रजिस्ट्रेशन तक नहीं हुआ है। अब ऐसे संस्थानों को चिन्हित कर इन्हें नोटिस दिया जा रहा है। साथ ही बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों को तत्काल बंद करने के आदेश दिए गये हैं। साथ ही इन शिक्षा माफिया पर कानूनी कार्रवाई भी की जाने की तैयारी है। लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि इतने दिन से इस तरह के स्कूल संचालित किये जा रहे थे। जिनमें हजारों की संख्या में बच्चे पढ़ने भी जाते हैं। ऐसे में इन बच्चों के भविष्य का अब क्या होगा। अगर समय पर ऐसे संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जाती तो कम से कम बच्चे गुमराह होने से बच जाते।
Greater Noida: एक निजी स्कूल की बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ गई। हादसा सूरजपुर थाना क्षेत्र के तिलपता गांव के पास की है। जहां स्कूल से बच्चों के घर छोड़ने जा रही बस अचानक अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ गई। गनीमत रही कि बस पलटी नहीं, जिससे बड़ा हादसा बाल-बाल टल गया।
पुलिस ने बच्चों के बस निकाला बाहर
सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहंची पुलिस ने सभी बच्चों के सुरक्षित बस से बाहर निकाला। इस दौरान स्कूल के बच्चे डरे सहमे दिखे। पुलिस ने सभी बच्चों को अपनी गाड़ी से बच्चों को घर पहुंचाया।
Noida: गौतमबुद्ध नगर पुलिस को शनिवार को बड़ी सफलता हाथ लगी, जहां पुलिस ने गुरुवार को लापता हुए दो स्कूली बच्चों को आनंद विहार रेलवे स्टेशन से बरामद किया। पुलिस ने तगड़ी छानबीन और बड़े प्लान ऑफ एक्शन के बाद बच्चों को सही-सलामत पेरेंट्स के हवाले किया। इस दौरान गौतमबुद्ध नगर कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बच्चों से बात की। बच्चों के परिवारजनों ने कमिश्नर लक्ष्मी सिंह को गुलदस्ता भेंट करके पूरी पुलिस टीम का धन्यवाद किया।
पेरेट्स से नाराज होकर स्कूल से भागे थे बच्चे
उत्तराखंड पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले दो बच्चे गुरुवार को लापता हो गए थे। जिसकी सूचना तुरंत ही पेरेंटस ने पुलिस को दी। पेरेट्स ने बताया कि स्कूल के गेट पर वो बच्चों का इंतजार कर रहे थे। पुलिस ने जब छानबीन की, तो पाया कि बच्चे पीछे के छोटे गेट से भाग निकले हैं। जानकारी के मुताबिक, बच्चे पेरेंट्स के सख्त रवैए से नाराज थे। फिर कम नंबर आने के बाद दोनों ने ये कदम उठाया था।
बच्चों को ढूंढने के लिए गठित की गई थीं 7 टीमें
पुलिस ने बताया कि अभिभावकों द्वारा कम्प्लेन करने के तुंरत बाद ही 7 पुलिस टीमों को गठन किया गया। जिसके बाद दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा की तमाम जगहों पर बच्चों को सर्च किया गया। इस दौरान आस-पास, सड़कों और मैट्रों स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। जिससे पता चला कि बच्चे खुद ही अपनी मर्जी से स्कूल से भागे हैं और आगे भी अपनी मर्जी से जा रहे हैं। जिसके बाद पुलिस को अंदेशा हुआ कि बच्चे पुलिस को देखकर छुप सकते हैं, इसलिए सादे कपडों में भी पड़ताल हुई। दो दिन के बाद शनिवार को आनंद विहार रेलवे स्टेशन से पुलिस ने बच्चों को बरामद किया।
पुलिस कमिश्नर ने की बच्चों की काउंसलिंग
पुलिस द्वारा बच्चों को सही सलामत बरामद किया गया। जिसके बाद पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बच्चों से मुलाकात की और समझाया। दोनों बच्चों से फेल होने के डर को निकालने की बात कही और आगे जाकर वो डॉक्टर, इंजीनियर बन सकते हैं, रॉकेट बना सकते हैं, तमाम बातें कहकर बच्चों को मोटिवेट किया। उन्होंने सीपी और सेक्टर-58 पुलिस की सराहना भी की। आपको बता दें, बच्चों को पकड़ने वाली टीम के लिए 20 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा की गई है।
जारी रहेगी बच्चों की काउंसलिंग
पुलिस ने बताया कि एक्सपर्ट्स द्वारा बच्चों की काउंसलिंग जारी है। वो भविष्य में भी बच्चों की काउंसलिंग कराएंगे। साथ ही पेरेंट्स से कठोर रवैया न अपनाने की बात कही।
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