Greater Noida West: बिरसख थाना क्षेत्र स्थित अम्रपाली ड्रीम वैली की निर्माणाधीन सोसाइटी में पर पैसेंजर लिफ्ट गिरने से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को घटना के दिन चार मजदूरों की मौत हुई थी, जबकि चार मजदूरों की मौत अगले दिन अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। इस मामले में पुलिस ने गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के जनरल मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है।
500 से अधिक मजदूरों ने छोड़ा काम
वहीं गौतम बुद्ध नगर के डीएम मनीष कुमार वर्मा ने हाथ से में करने वाले मृतकों के परिवार को 25-25 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया है। 20 लख रुपए एनबीसीसी और 5 लाख पोर्ट रिसीवर की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा। गौरतलाप है कि हादसे के बाद साइड से मजदूरों का जाना लगातार जारी है। वही मौके पर पुलिस बल के साथ पीएससी भारी संख्या में तैनात है इससे पहले एनबीसीसी के अधिकारियों ने घटनास्थल कर जायजा लिया था।
हादसे में 8 मजदूरों की हुई मौत
बताते चलें कि 15 सितंबर को अम्रपाली ड्रीम वैली प्रोजेक्ट में सुबह 9:00 बजे निर्मला दिन साइट टेक जोन सी ब्लॉक के टावर नंबर 12 पर चौधरी मंजिल से पैसेंजर लिफ्ट अचानक गिर गई थी। इस हादसे में बलरामपुर निवासी इस्तक अली, बिहार निवासी अरुण ताप्ती मंडल, रिपोर्ट मंडल, अमरोहा निवासी आरिश खान की मौत अस्पताल में पहुंचते ही हो गई थी। जबकि अरबाज, कुलदीप, मान अली मोहम्मद अली की इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई।
गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन के जीएम की देखरख में हो रहा था काम
इस मामले में कृषक थाना पुलिस ने गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के जनरल मैनेजर और निर्माण अधीन प्रोजेक्ट की देखरेख कर रहे देवेंद्र सिंह उर्फ देवेंद्र शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने देवेंद्र शर्मा को उसके निवास स्थान से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
शिकायत के बावजूद भी ठीक नहीं कराया था लिफ्ट
नोएडा मीडिया सेल के अनुसार घटना के संबंध में विवेचना के दौरान पता चला कि गिरधारी लाल के जनरल मैनेजर देवेंद्र शर्मा द्वारा मजदूरों की पैसेंजर लिफ्ट को समय से ठीक नहीं कराया गया। जबकि मजदूरों और ठेकेदार ने लिफ्ट में गड़बड़ी की सूचना कई बार दी गई थी। इसके बावजूद लगातार बारिश होने पर भी पैसेंजर लिफ्ट चलवाया गया जिससे हादसा हुआ।
Greater noida west: आम्रपाली ड्रीमवैली की निर्माणाधीन साइट पर हुए लिफ्ट हादसे के बाद गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है। पुलिस ने अब गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. के फिनिशिंग फोरमैन और सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर लिया है। हादसे के बाद दोनों आरोपी फरार चल रहे थे। दोनों को साइट के पास बनी झुग्गियों से गिरफ्तार किया गया है।
हादसे में 8 मजदूरों की गई थी जान
पैसेंजर लिफ्ट हादसे में 8 मजदूर की मौत हुई थी। साइट टेकजोन-4 में सी ब्लॉक के टावर नंबर पर 14वीं मंजिल से पैसेंजर लिफ्ट गिर जाने के कारण हादसा हुआ था। इस हादसे के बाद लगातार गिरफ्तारी का दौर जारी है। बताया जा रहा है दोनों ड्रीम वैली के पास बने झुग्गियों में छिपे थे, यहीं से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
मना करने के बाद भी नहीं रोका काम
गिरफ्तार दोनों व्यक्ति पर जानबूझकर लापरवाही के आरोप हैं। पुलिस की विवेचना में ये बात सामने आई है कि गिरफ्तार दोनों आरोपी हादसे के वक्त फिनिशिंग फोरमैन और सुपरवाइजर के रूप में कार्यरत थे। बताया जा रहा है इंजीनियर ने बारिश के चलते काम रोकने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद दोनों ने मजदूरों को पैसेंजर लिफ्ट से ऊपर भेजा था।
Greater Noida West: लिफ्ट की अटकने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चेरी काउंटी सोसायटी का है। जहां बी-3 टावर में लिफ्ट में एक बुजुर्ग महिला सहित 4 लोग फंस गये।
इमरजेंसी अलार्म भी खराब
शनिवार की सुबह चेरी काउंटी में लिफ्ट खराब हो गई। जिसमें एक बुजुर्ग महिला सहित करीब 20 मिनट तक बीच फ्लोर में लिफ्ट में फंसे रहे। आलम ये है कि लिफ्ट में लगी इमरजेंसी अलार्म भी काम नहीं कर रही थी। जिसके चलते लोगों ने आवाज लगानी शुरू की। आवाज सुन मौके पर पहुंचे गार्ड और सोसायटी निवासियों की मदद से लिफ्ट में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया।
Noida: हाईराइज सोसायटी और कर्मशियल टावर में लिफ्ट फंसने की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन लिफ्ट के फंसने की घटनाएं सामने आती रहती है लेकिन इसका समाधान नहीं हो रहा है। लिफ्ट के अटकने की ताजा घटना नोएडा के सेक्टर-153 स्थित एनपीएक्स अर्बटेक (NPX URBTECH) कर्मशियल टावर की है। जहां लिफ्ट करीब 20 मिनट तक फंसी रही, इस दौरान लिफ्ट में सीनियर सिटिजन भी मौजूद रहे। काफी शोर मचाने के बाद मेंटिनेंस विभाग की टीम मौके पर पहुंची
पहले भी टावर में हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
कमर्शियल टावर में रेंट पर ऑफिस चलाने वाले ने बताया कि आए दिन यहां पर लिफ्ट की अटकने की घटनाएं सामने आती रहती है। कई बार इसकी शिकायत मेंटिनेंस विभाग की जा चुकी है। लेकिन मेंटिनेंस विभाग इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस कमर्शियल टावर में रेंट बहुत ज्यादा महंगा है, यहां तक मेंटिनेंस चार्ज भी बहुत मंहगा है, बावजूद इसके मेंटिनेंस विभाग पूरी तरह से इसे लेकर लापरवाही कर रहा है।
मौत पर ही सुध लेगा बिल्डर?
लिफ्ट में फंसे एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि वो पहले भी कई बार लिफ्ट में फंस चुके हैं। उन्होंने कहा जब तक बड़ी अनहोनी नहीं हो जाती, तब तक बिल्डर और मेंटिनेंस विभाग सोया रहेगा।
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October 05, 2024