Noida: अखिल भारतीय किसान सभा गौतम बुद्ध नगर इकाई की जिला कमेटी के पदाधिकारियों ने सर्वोत्तम बिल्डर के के खिलाफ रामगढ़ गांव में चल रहे धरना-प्रदर्शन में पहुंचकर समर्थन दिया। आरोप है कि 23 नवंबर को सर्वोत्तम बिल्डर के बाउंसरों ने किसानों ने की जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की थी। धरनारत किसानों ने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट कर दी गई। जिससे कई किसान घायल हो गए। जबकि पुलिस ने दो किसानों के बीच का झगड़ा बनाकर किसानों पर ही 307 आईपीसी में एफआईआर दर्ज कर दी। इससे किसानों में रोष है। जिसको लेकर शुक्रवार को बड़ी संख्या में धरना स्थल पर किसानों ने सर्वोत्तम बिल्डर के विरुद्ध नारे लगाकर प्रदर्शन किया।
नये अधिग्रहण कानून का उल्लंघन का रहा सर्वोत्तम बिल्डर
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि अंसल को 2005 में 2500 एकड़ में टाउनशिप बनाने का लाइसेंस दिया था। जिसे अंसल बिल्डर कभी भी कार्य रूप नहीं दे सका। किसानों का असल बिल्डर के साथ 2013 में 10% आबादी प्लाट, 64 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजे का समझौता हुआ था। जिसका पालन भी अंसल बिल्डर ने नहीं किया। अब अंसल बिल्डर के प्रोजेक्ट को सर्वोत्तम बिल्डर ने खरीदा है। ऐसे में उसकी लायबिलिटी भी सर्वोत्तम बिल्डर को पूरी करनी है। अन्यथा किसानों को अपनी जमीन पर कब्जा नहीं देना चाहिए। रुपेश वर्मा ने कहा कि नये अधिग्रहण कानून में भी किसानों के हक को अच्छी तरह परिभाषित किया गया है, जिनका बिल्डर सरासर उल्लंघन कर रहा है।
किसान सभा किसानों के साथ
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि किसानों के हक की लड़ाई वाजिब है। किसान सभा किसानों के साथ खड़ी है। किसान सभा के उपाध्यक्ष गवरी मुखिया, अजब सिंह नेताजी, दुष्यंत सेन, सचिन भाटी, सुरेंद्र भाटी, सुरेश यादव, विजय यादव, मोहित यादव, सुशांत भाटी प्रशांत भाटी ने धरने को संबोधित किया।
Noida: 10 प्रतिशत आबादी के भूखंड, 64.7 प्रतिशत मुआवजा देने सहित कई मांगों को लेकर एक बार फिर किसानों ने प्राधिकरण के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। किसानों ने सेक्टर-5 स्थित बारातघर पर इकट्ठा होकर किसान पैदल मार्च करते नोएडा प्राधिकरण पहुंचे और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का कहना है कि उनकी मांग प्राधिकरण पूरी नहीं कर रहा है। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। इस दौरान कुछ किसान बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए दफ्तर में घुसने का प्रयास करते नजर आए। जिसके चलते पुलिस और किसानों के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली।
मांगें पूरी होने तक जारी रहेगी लड़ाई
प्रदर्शन में पुरुष किसानों के साथ-साथ महिला किसान भी बड़ी संख्या में पहुंची। किसानों का कहना है कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं, हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन की मिल रहा है। किसानों की मांगें अब तक पूरी नहीं हुईं। आंदोलन की अगुवाई कर रहे सुखबीर खलीफा ने कहा किसान 10 प्रतिशत आबादी के भूखंड, 64.7 प्रतिशत मुआवजा देने सहित कई मांगों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक लड़ाई जारी रहेगी।
प्राधिकरण कार्यालय में तालाबंदी की चेतावनी
सुखबीर खलीफा ने कहा कि अधिग्रहण के 50 साल बाद भी किसानों को उनका हक नहीं दिया गया है। किसान अपनी मांगों को लेकर काफी सालों से लड़ाई लड़ रहे हैं। इसके बावजूद इंसाफ की रोशनी कहीं भी दिखाई नहीं दे रही है। जिसकी वजह से किसान दोबारा प्राधिकरण पर धरना देने को मजबूर हैं। हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो नोएडा प्राधिकरण में परमानेंट ताला जड़ देंगे। इस बार किसानों को जीत दिलवाकर ही दम लेंगे।
Greater Noida: दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गावों के किसान नोएडा एनटीपीसी भवन का आज घेराव करने का ऐलान किया है। एनटीपीसी भवन पर हजारों की तादात में किसान पहुंचने की आशंका पर एनटीपीसी भवन पर सुरक्षा में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
हजारों किसानों के पहुंचने की उम्मीद
बता दें कि किसान नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में अपनी मांगो को लेकर किसान एनटीपीसी भवन का घेराव करेंगे। किसानों की मुख्य मांगे स्थानीय लोगों को समान मुवावाजा और समान रोजगार मिले। इसके साथ ही दादरी एनटीपीसी प्रभावित क्षेत्र में स्थानीय लोगों के लिए कॉलेज व अस्पताल बनाया जाए।
कॉलेज और हॉस्पिटल बनाने की है मांग
अभी तक दादरी एनटीपीसी प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा के लिए बड़ा कॉलेज और इलाज के लिए हॉस्पिटल नहीं है। जानकारी के मुताबिक 1:00 बजे हजारों की तादाद में ग्रेटर नोएडा दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांव के किसान नोएडा एनटीपीसी भवन का घेराव करने पहुंचेंगे।
Greater Noida: दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गावों के किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को नोएडा एनटीपीसी भवन का घेराव किया। इसके बाद एनटीपीसी के बाहर धरने पर बैठ गए। किसानों की अधिकारियों से कई घंटों तक चली वार्ता में कोई समाधान नहीं निकला। बता दें कि सेक्टर 24 थाना क्षेत्र में स्थित दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांव के हजारों किसान सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में पहुंचे थे।
कड़ाके की ठंड में महिलाओं ने टेंट के नीचे गुजारी रात
समान मुआवजा, स्थानीय लोगों के लिए समान रोजगार की मांग को लेकर किसानों ने एनटीपीसी भवन के बहार डेरा डाला था। इसके बाद देर रात तक किसानों की अधिकारियों के साथ कई घंटे बैठक चली लेकिन कोई समाधान समाधान नहीं। वहीं, धरना प्रदर्शन में शामिल हुई महिलाओं ने पूरी रात टेंट के नीचे गुजरी। दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांव की महिलाएं नोएडा एनटीपीसी भवन के सामने धरने पर बैठी हैं। सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में आज एनटीपीसी भवन के सामने भी धरना जारी रहेगा।
Noida: दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गावों के किसान और महिलाएं तीन दिन से सेक्टर 24 स्थित एनटीपीसी मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। कड़ाके की ठंड में दिन-रात टेंट के नीचे बैठी 15 महिलाओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई। सभी महिलाओं को तत्काल सेक्टर 39 जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है।
तीन दिनों से धरने पर बैठे हैं किसान
बता दें कि समान मुआवजा, स्थानीय लोगों के लिए समान रोजगार की मांग को लेकर किसानों ने एनटीपीसी भवन के बाहर 18 दिसंबर को डेरा डाला था। मांगों को लेकर अधिकारियों और किसानों के बीच कई घंटे तक बैठक चली लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद किसानों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं एनटीसीपी के बाहर टेंट लगाकर धरने पर बैठे हैं।
अब तक 40 महिलाओं की बिगडी तबीयत
रजाई और कंबल कम होने और खुले आसमान में सोने पर ठंड लगने से महिलाओं की लगातार तबीयत बिगड़ रही है। अबतक 40 महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। एनटीपीसी के बाहर किसान जमीन अधिग्रहण केस मामले में सामान मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
Noida: सेक्टर 24 एनटीपीसी मुख्यालय के बाहर ठंड के बावजूद किसान धरने पर बैठे हैं। खुले आसमान में सोने पर ठंड लगने से धरने पर बैठी 50 महिला किसानों की अचानक तबीयत बिगड़ गई है। सभी को तत्काल इलाज के लिए सेक्टर 39 जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इन मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसान
नोएडा के सेक्टर-24 स्थित एनटीपीसी मुख्यालय के बाहर बीकेपी के नेतृत्व में किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। किसान जमीन अधिग्रहण केस मामले में सामान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। सामान मुआवजा, एनटीपीसी में नौकरी, कॉलेज और मेडिकल की मांग सहित अपनी कई मांगों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसे देखते हुए एनटीपीसी के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती की गई है।
Noida: भारतीय किसान परिषद के तत्वाधान में नोएडा प्राधिकरण पर किसानों का धरना 27वें दिन भी जारी रहा। जैसे कि पहले ही पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही किसानों की वार्ता 10 परसेंट के मुद्दे व 5% मूल आबादी और अतिक्रमण के मुद्दों पर प्राधिकरण चेयरमेन से होगी। इसी के तहत रविवार को समिति के अध्यक्ष सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में प्राधिकरण चेयरमेन से वार्ता हुई।
मुआवजे की फाइल विधि विभाग को भेजी गई
बैठक में चेयरमैन ने किसानों की मुख्य मांग 10% के मुद्दे को गंभीरता से सुनते हुए कहा कि आपकी फाइल को विधि विभाग में कानूनी अमली जामा पहनाने के लिए व वित्तीय विभाग में गणना के लिए भेजा हुआ है। चेयरमैन ने कहा कि जो कार्य उनके हाथ में है, पर तत्काल प्रभाव से चर्चा करके धरातल पर उतरने के लिए तैयार हैं।
किसान नेता ने दी सचिवालय की तालाबंदी की चेतावनी
जैसे की मूल 5 परसेंट के प्लाट में कमर्शियल गतिविधि, 450 से हजार विनियमितीकरण व अतिक्रमण जैसे मुद्दे को गंभीरता से लिया। सीईओ से चर्चा करने के बाद उसे पर कार्य किया जाएगा। वहीं, सुखबीर खलीफा ने स्पष्ट शब्दों में चेयरमैन से कहा कि जब तक किसानों का समाधान नहीं हो जाएगा, धरना दिन प्रतिदिन संवैधानिक रूप से उग्र होता रहेगा। वह दिन भी दूर नहीं जब मिनी सचिवालय पर तालाबंदी भी की जा सकती है।
Greater Noida: अखिल भारतीय किसान सभा आज जेवर टोल पर प्रदर्शन करेगी। जिसमें हजारों किसान हिस्सा लेंगे। किसानों की मांग है कि नोटिफाई गांव के सभी किसानों की गाड़ियां यमुना एक्सप्रेस वे पर परिचय पत्र दिखाने पर फ्री में निकालनी चाहिए।
किसानों के साथ अन्याय नहीं करेंगे बर्दाश्त
किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि जिन किसानों ने अपने पुरखों की जमीन सड़कों में दी है, उनसे भी टोल वसूली होती है। यह सरासर अन्याय है, जिसे किसान बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। किसानों के लिए यमुना एक्सप्रेसवे टोल फ्री किया जाएगा। किसान सभा के युवा नेता प्रशांत भाटी ने कहा कि जीरो पॉइंट से सैकड़ो किसान जेवर टोल के लिए प्रस्थान करेंगे। इसी सिलसिले में किसान सभा ने कई गांवों में प्रचार किया। इसके साथ ही नुक्कड़ सभाएं कर लोगों का आह्वान किया।
Greater Noida: स्थानीय लोगों से टोल लेने के विरोध में किसानों ने जेवर टोल प्लाजा पर जमकर हंगामा किया। किसानों के विरोध को देखते हुए टोल प्लाजा पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई।
"किसानों को परेशान करते हैं टोल कर्मी''
किसान नेता मोहित नागर का आरोप है कि जिनकी जमीन पर शहर बसा है, उनसे भी टोल कर्मी टोल रहे हैं जो पूरी तरह से गलत है। एक किसान का आरोप है कि आए दिन टोल को लेकर प्लाजा पर विवाद होता है। किसानों से जबरन टोल वसूला जा रहा है। किसानों से टोल वसूलने के विरोध में भारतीय किसान सभा का जेवर यमुना टोल पर विरोध देखने को मिला।
किसानों की जिला प्रशासन की चेतावनी
टोल प्लाजा पर टोल वसूले जाने के विरोध किसानों ने जेवर टोल प्लाजा पर हल्ला बोला। इस दौरान किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द जिला प्रशासन इस मसले का समाधान नहीं निकलाता तो किसान नेता बड़ी स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
Noida: नोएडा में किसानों ने अपनी मांगो को लेकर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। 105 गावों के किसानों ने मांगे पूरी ने होने पर दादरी एनटीपीसी और नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ बुधवार को मटका यात्रा निकाली। किसान नेता सुखबीर खलीफा के ऐलान पर हजारों की तादात में किसान मटका यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान किसानों ने नोएडा प्राधिकरण और दादरी एनटीपीसी की मरी आत्मा बताई।
नोएडा प्राधिकरण और दादरी एनटीपीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए महिला सिर पर मटका लेकर चल रही थीं। नोएडा एनटीपीसी भवन से होकर स्पाइस मॉल से नोएडा स्टेडियम होती हुई मटका यात्रा निकाली गई। बढ़ा हुआ मुवावजा, स्थानीय लोगो को रोजगार, दस पर्सेंट का प्लॉट आबादी का पूर्ण निस्तारण स्वास्थ सुविधाएं की मांग को लेकर किसानों आवाज उठाई.
किसान नेता सुखबीर खलीफा ने नोएडा प्राधिकरण और दादरी एनटीपीसी को मरा हुआ बताया। कहा किसानों के दर्द को दोनों विभाग नहीं समझ पा रहे हैं। बता दें कि सेक्टर 24 एनटीपीसी भवन के गेट पर अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से किसान धरने पर बैठे हैं।
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