NOIDA: हरियाणा के नूंह में हुए हिंसा का विरोध देश भर में शुरू हो गया है। नोएडा में VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नूंह हिंसा के विरोध में पैदल मार्च निकाली। जिसमें सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के खिलाफ noida में VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन @noidapolice @dmgbnagar pic.twitter.com/Q3RNStaTU0
— Now Noida (@NowNoida) August 2, 2023
DM आवास तक पैदल मार्च
बजरंग दल और VHP के कार्यकर्ताओं ने नोएडा स्टेडियम से डीएम कैंप कार्यालय तक पैदल मार्च यात्रा निकाली। सैकड़ों की संख्या में शामिल कार्यकर्ताओं ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
GREATER NOIDA WEST: नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद की तरफ आने जाने वालों के लिए अच्छी खबर है। चार मूर्ति गोल चक्कर पर लगने वाले जाम से अब आपको निजात मिलने जा रहा है। यहां पर ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी अंडरपास बनाने जा रही है। इसके लिए अथॉरिटी के सामने प्रेजेंटेशन दे दिया गया है। ये अंडरपास 60 मीटर रोड पर बनेगा।
80 करोड़ की लागत से बनेगा अंडरपास
गौर सिटी से लेकर सीधे अर्था रोड तक चार मूर्ति गोल चक्कर के नीचे से होते हुए ये बनाया जाएगा। ये रोड ग्रेटर नोएडा से होते हुए चार मूर्ति गोल चक्कर से NH-24 के लिए जाती है। चार लेन का अंडरपास करीब 800 फुट लंबा होगा। इसे बनाने में तकरीबन 80 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
जाम से मिलेगी निजात
अंडरपास निर्माण को लेकर ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने राइट्स कंपनी से स्टडी करवाया। जिसमें पता चला कि हर दिन करीब 9 हजार वाहन चार मूर्ति गोल चक्कर से होकर गुजरते हैं। जिससे यहां पर रस ऑवर में हमेशा लंबे जाम का सामना करना पड़ता है। कई बार तक यहां पर एक से दो घंटे तक लोगों को जाम में फंसे रहना पड़ता है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में तेजी से बढ़ रही है जनसंख्या
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहवासियों की तेजी से संख्या बढ़ रही है। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा के एक दूसरे हिस्से में भी आवाजाही रहती है। जिससे ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति गोलचक्कर पर लंबा ट्रैफिक जाम लग जाता है। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कई नए प्रोजेक्ट का भी निर्माण किया जा रहा है। जिसमें स्कूल, कॉलेज, बीपीओ, नर्सिंग होम, मॉल आदि तैयार हो रहे हैं। जिससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां पर आने वाले दिनों में और दबाव बढ़ जाएगा। जिसे देखते हुए यहां पर अंडरपास का निर्माण करवाने की तैयारी हो रही है। हालांकि इस प्रोजेक्ट को कम्पलीट होने में करीब ढाई साल का वक्त लग जाएगा।
GREATER NOIDA: प्राधिकरण की कमान संभालने के बाद नए CEO रवि कुमार एनजी लगातार एक्शन में हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में पिछले CEO के कार्यकाल में कई कम अनुभव वाले अधिकारियों को महत्वपूर्ण विभाग बांटे गये थे, जिन्हें अब वापस लिए जा रहे हैं।
कई महीने से पेंडिंग हैं उद्यमियों की फाइलें
एक-तरफ सरकार लगातार उद्योग को बढ़ावा देने में जुटी है, ताकि प्रदेश की अर्थव्यस्था को नए मुकाम तक ले जाया जा सके। इसके लिए यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का भी ग्रेटर नोएडा में आयोजन किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर प्राधिकरण के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के चलते उद्यमियों और आवंटियों के महत्वपूर्ण फाइलें 4-4 महीनें से विभाग के चक्कर काट रही हैं। जिससे आवंटियों और उद्यमियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नए CEO से जगी उम्मीदें
प्राधिकरण के नए CEO रवि कुमार एनजी लगातार आवंटियों और उद्मियों के साथ बैठकें कर रहे हैं और उनकी परेशानियों को सुन रहे हैं। इसके अलावा जिन विभागों में इनकी फाइलें अटकी पड़ी हैं, उसे तत्काल निवारण के आदेश भी नए CEO की तरफ से दिए जा रहे हैं। जिसके बाद नए सीईओ से आवंटियों और उद्यमियों की उम्मीदें बढ़ी हैं। इसके साथ ही अब ये भी उम्मीद की जा रही है कि अब ऐसे अधिकारियों को ही महत्वपूर्ण विभाग और जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी, जो ईमानदारी से उद्मियों, आवंटियों और आम लोगों के के मसले का निवारण करेंगे।
YAMUNA AUTHORITY: नोएडा इंटरनेशलन एयरपोर्ट के बाद फिल्म सिटी सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। बुधवार को लोकभवन में हुई CM योगी आदित्यनाथ की बैठक में गौतमबुद्ध नगर में बनने जा रही फिल्म सिटी पर चर्चा हुई। इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को 6 महीने के भीतर धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। बैठक में यमुना प्राधिकरण के अफसर भी मौजूद रहे।
फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को जल्द धरातल पर उतारने के निर्देश
जिस तरह से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का यमुना विकास प्राधिकरण ने एक्शन प्लान तैयार किया था, उसी तरह फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को भी सफल बनाने की तैयारी है। इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बुधवार को बैठक कर उन्हें इसे धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। करीब एक हजार एकड में फिल्म सिटी प्रोजेक्ट का निर्माण किया जाना है।
CM ने अधिकारियों से मांगी जानकारी
CM योगी आदित्यनाथ ने फिल्म सिटी की जमीन के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि अब तक कितनी जमीन का अधिग्रहण हो चुका है तो यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 794 एकड़ जमीन फिल्म सिटी के लिए अधिग्रहित हो चुकी है। जबकि 129 किसानों की फाइलें अभी लगी हुई हैं। वहीं सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को किसी भी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।
चार चरण में विकास कार्य
फिल्म सिटी को चार चरणों में विकसित किया जाएगा। जिसमें पहले चरण के तहत फिल्म से जुड़ी गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। दूसरे चरण में स्टूडियो, एम्यूजमेंट पार्क विकसित किए जाएंगे।
NOIDA NEWS: पारस टियरा हाउसिंग सोसायटी में एक बुजुर्ग महिला की लिफ्ट में फंसने से मौत हो गई। बताया जा रहा है करीब 50 मिनट तक लिफ्ट में फंसी महिला की घबराहट से जान गई। बताया जा रहा है जब काफी देर तक महिला वापस नहीं आई, तो उसके बेटे और बहु तलाशते हुए लिफ्ट के पास पहुंचे, वहां पता चला कि लिफ्ट खराब है। आशंका होने पर मेंटिनेंस को इसके बारे में सूचित किया गया। अब सवाल ये उठता है कि काफी देर तक लिफ्ट खराब रहीं, इसके बारे में मेंटिनेंस विभाग को पता तक नहीं चला। मतलब मेंटिनेंस विभाग की तरफ से लापरवाही बरती गई।
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सोसायटी के लोगों ने किया हंगामा
इस हादसे की सूचना के बाद नाराज सोसायटी के लोगों ने जमकर हंगामा किया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को काफी देर तक समझाने का प्रयास किया। लेकिन महिला की मौत से नाराज लोग नहीं माने। जिसके बाद पुलिस को लाठी चार्ज भी करनी पड़ गई।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक सेक्टर-142 स्थित पारस टियरा हाउसिंग सोसायटी के टॉवर नंबर 24 में 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला अपने बेटे और बहु के साथ रहती है। बताया जा रहा है बुजुर्ग महिला को किसी काम से बाहर जाना था। लेकिन अचानक लिफ्ट खराब हो गई और मशीन 20 मंजिलें पर आकर अटक गई। इस दौरान काफी देर तक लिफ्ट खराब रही लेकिन मेंटिनेंस विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी।
GREATER NOIDA: आवंटियों और उद्मियों का काम बेवजह लटकाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ अब कार्रवाई होगी। ये बात ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नए CEO रवि कुमार एनजी ने कही। जनसुनवाई से मिली शिकायत के बाद सीईओ ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को ये चेतावनी दी। सीईओ ने कहा कि आवंटियों और उद्मियों के काम को अधिकारियों को तय समय में निपटाना होगा।
शिकायत के बाद CEO की चेतावनी
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से आवंटियों को समय वृद्धि, मोर्टगेज परमिशन, नो-ड्यूज सर्टिफिकेट, पेमेंट अपडेशन, भूखंडों का चिन्हांकन डिमार्केशन, लीज डीड निष्पादन, ट्रांसफर मेमोरंडम, पेमेंट वेरीफिकेशन आदि कार्य कराने होते हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने आवंटियों, किसानों और आम लोगों से नियमित रूप से मिल रहे हैं। सीईओ के सामने ये शिकायत आई है कि इन सामान्य कार्यों के लिए बेवजह तय समय से अधिक विलंब किया जा रहा है। इससे आवंटी भी परेशान होता है और प्राधिकरण की छवि भी धूमिल होती है। इस तरह की शिकायतों पर सीईओ ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सभी विभागों के लिए कार्यालय आदेश जारी किया है।
संबंधित अधिकारियों को निर्देश
सीईओ ने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया है कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को सचेत कर दें। भविष्य में इस प्रकार की कोई शिकायत आवंटी से प्राप्त हुई तो संबंधित अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी और कर्मचारी ही जिम्मेदार होंगे।
GREATER NOIDA: इंडिया एक्सपो मार्ट में आगामी 21 से 25 सितंबर तक यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो होने जा रहा है। जिसमें देश और दुनिया से बड़े निवेशक, उद्यमी पहुंचने वाले हैं। इस बड़े इवेंट को सीएम योगी आदित्याथ की मंशा के अनुरूप सफल बनाने के लिए तैयारियां भी तेज कर दी गईं हैं। इस महत्वपूर्ण आयोजन को गुणवत्ता एवं मानकों के अनुरूप संपन्न कराने के उद्देश्य से अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने इंडिया एक्सपो मार्ट के सभागार में तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की।
हर स्तर पर इवेंट को सफल बनाने के निर्देश
इस बड़े इवेंट को सफल बनाने के प्रयास तेज कर दिए गये हैं। इसी क्रम में अपर मुख्य सचिव मोहन प्रसाद ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट पहुंचे। जहां पर उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये जिले का सौभाग्य है कि इतना बड़ा इवेंट होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में दुनिया भर से वीवीआईपी, निवेशक, उद्ममी, एंटरप्रेन्योर्स हिस्सा लेंगे।
'दुनिया भर में जाए अच्छा मैसेज'
इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेहमानों के लिए रहन सहन, स्वास्थ्य, ट्रैवलिंग, खानपान और उनकी सुरक्षा का वशेष रूप से ध्यान रखना है। ताकि ट्रेड शो समाप्त होने के बाद दुनिया भर में अच्छा संदेश जाए। उन्होंने कहा कि सभी जिम्मेदार अधिकारियों को अपने-अपने स्तर की तैयारियां समय रहते युद्ध स्तर पर पूरी कर लें। उन्होंने कहा कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो को लेकर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी गण आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए कार्यक्रम को पूर्ण रूप से सफल बनाने की कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक में एडिशनल कमिश्नर इंडस्ट्रीज राजकमल यादव, मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, एसीईओ यीडा कपिल सिंह, ओएसडी यीडा शैलेंद्र कुमार भाटिया, एसीपी ग्रेटर नोएडा अरुण कुमार, उपायुक्त उद्योग अनिल कुमार एवं संबंधित अधिकारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।
नोएडा प्राधिकरण NOIDA AUTHORITY के नए-नए CEO लोकेश एम को आए कुछ ही दिन हुए हैं। उनके सामने नई-नई चुनौतियां सामने खड़ी हैं। जिसमें सबसे पहले हैं, अधिकारियों के रवैये को सुधारना। जनता के प्रति अधिकारियों के रवैये ठीक नहीं हैं। CEO लोकेश एम खुद सड़कों पर उतरकर लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं। शनिवार को सीईओ सेक्टर-34 में लोगों के बीच पहुंचे, जहां उन्होंने जनता दरबार लगाया और उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान सीईओ के सामने एक मार्मिक तस्वीर उस वक्त दिखी, जब एक बुजुर्ग उनके सामने पहुंचकर रोने लगा। सीईओ ने भी इस मौके पर नई मिशाल पेश की। उन्होंने ना सिर्फ बुजुर्ग को चुप कराया, बल्कि उसकी समस्याओं को भी सुना
‘साहब गुमराह करते हैं अधिकारी’
बुजुर्ग अयूब ने CEO को अपनी तकलीफ सुनाई, बुजुर्ग ने बताया कि वो पर्थला सेक्टर-122 में कई सालों से अपने परिवार के साथ रह रहे हैं लेकिन पानी की किल्लत के कारण उन्हें काफी तकलीफ हो रही है। उनके यहां पानी की लाइन नहीं है। इसकी शिकायत कई बार जल अधिकारी से कर चुके हैं। परंतु अधिकारी द्वारा उन्हें केवल गुमराह किया जा रहा है। मजबूर होकर अब आपके पास आया हूं। यह देख वहां मौजूद डीजीएम जल ने कहा कि सोमवार को आकर मुझसे मिलिए। इस बात पर बीच में टोकते हुए सीईओ बोले- सोमवार को क्यों, आज ही मौके पर जाइए। इसके बाद लोगों ने सीईओ की सराहना की। सेक्टर-34 में जनसुनवाई के बाद सीईओ ने सेक्टर-112 और सेक्टर-122 का निरीक्षण कर अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।
NOIDA: सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए तरह-तरह के स्टंट किए जाते हैं। पार्क, मार्केट, हाईवे पर लोग रील बनाते नजर आ जाते हैं। कई बार ये रील दूसरों के लिए जानलेवा साबित होता है और कई बार तो खुद भी जान गंवानी पड़ जाती है। ताजा मामला नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे का, जहां दर्जन भर वाहनों का काफिले पर बैठे युवा रील बनवाने के लिए स्टंट करते दिखे। इस दौरान इनके स्टंट से दूसरे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई
रील बनाने के लिए NOIDA-GREATER NOIDA एक्सप्रेस-वे पर एक दर्जन से अधिक वाहनों की रेस लगाई जा रही थी। जिसका वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने एक्शन लिया है। पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए दो स्कॉर्पियों समेत तीन वाहनों को सीज किया है। साथ ही अन्य वाहनों की भी तलाश की जा रही है।
GREATER NOIDA: आम नागरिकों को मानकों के अनुरूप दवाएं उपलब्ध कराने के उदेश्य से खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग नियमित मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी करता है। इस कड़ी में ड्रग्स इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने जेवर और ग्रेटर नोएडा स्थित दो मेडिकल स्टोर से नमूने बरामद किये। वहीं छापेमारी की सूचना के बाद कई मेडिकल स्टोर संचालक दुकान बंदकर मौके से फरार हो गये।
मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी
बदलते मौसम में वायरल, फ्लू की बीमारियां तेजी से फैलती हैं। इसी को देखते हुए जिला प्रशासन भी अलर्ट है, किसी को गलत दवा ना मिले, इसे देखते हुए डीएम मनीष कुमार ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग को ये सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि किसी को गलत दवा ना मिल पाए। आयुक्त खाद्य सुरक्षा और डीएम के निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की।
दुकान बंदकर भागे मेडिकल स्टोर संचालक
इस दौरान औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने कई दुकानों पर छापेमारी की। जहां से सैंपल कलेक्ट किये गये। कुछ दवाओं के बिल मेडिकल स्टोर संचालक नहीं दिखा पाए। जिस पर मेडिकल स्टोर को तीन दिन में बिल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गये। वहीं कई छापेमारी की खबर लगते ही कई मेडिकल स्टोर संचालक दुकान बंदकर मौके से फरार हो गये।
जब्त दवाओं की लैब में होंगी जांच
औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि मेडिकल स्टोर के क्रय विक्रय अभिलेखों की जांच यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि किसी भी मेडिकल स्टोर में बिना लाइसेंस तो दवाएं नहीं बेंची जा रही हैं। उन्होंने बताया कि नमूनों को जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। जिनकी रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम 1940 के अन्तर्गत नियमनुसार की जाएगी। औषधि निरीक्षक द्वारा बताया गया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले में सभी प्रकार की दवाइयां मानकों एवं गुणवत्ता के साथ सभी मेडिकल स्टोर्स पर बेंची जा रही हैं। इसे सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से आगे भी इसी प्रकार अभियान चलाए जाएंगे।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को इस तरह करें प्रसन्न, माता देंगी सुरक्षा का आशीर्वाद!
October 05, 2024