Greater Noida: शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर एसीईओ मेधा रूपम और अमनदीप डुली ने शनिवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट का जायजा लिया। इस दौरान सेक्टर 2 में सफाई सुपरवाइजर नदारद मिला, जिसपर एसीईओ ने संबंधित फर्म पर पेनल्टी भी लगाई।
विकास कार्यों में तेजी लाने का दिया निर्देश
प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने वर्क सर्किल-3 के क्षेत्र के अंतर्गत सूरजपुर बिसरख मार्ग, टेकजोन-4 स्थित ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालय, 45 मीटर चौड़ी रोड, सेक्टर-2 , राइज पुलिस चौकी मार्ग, कच्ची सड़क मार्ग, दादरी- सूरजपुर मार्ग आदि का निरीक्षण किया। सिविल, उद्यान, जल, सीवर व स्वास्थ्य विभाग के जनहित के कार्यों को देखा। सेक्टर 2 के निवासियों से विकास कार्यों व समस्याओं पर बातचीत की।
बायो रेमिडिएशन प्लांट का भी निरीक्षण किया
इस दौरान उन्होंने सड़क पर कंस्ट्रक्शन मैटेरियल रखने वालों पर पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए। सेक्टर 2 में स्टाफ न मिलने पर मैसर्स बिमलराज आउटसोर्सिंग फर्म पर पेनाल्टी लगाई गई । इस दौरान एसीईओ ने प्राधिकरण की एसीईओ ने उद्यान विभाग की सेंट्रल वर्ज को ठीक करने, ग्रीन बेल्ट में किए गए पौधारोपण की फेंसिंग कराने के भी निर्देश दिए। इसके बाद एसीईओ मेधा रूपम ने लखनावली स्थित बायो रेमिडिएशन प्लांट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बिल्डर सोसाइटियों द्वारा जनरेट होने वाले कूड़े को इधर-उधर फेंकने पर पर नाराजगी जताई और जन स्वास्थ्य विभाग की टीम से इन सोसाइटियों पर पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए।
ड्रेन का निर्माण करने का दिया निर्देश
वहीं एसीईओ अमनदीप डुली ने एसीईओ ने टेकजोन 7 और मिलकलच्छी गांव का निरीक्षण किया. टेकजोन-7 में आरसीसी ड्रेन का निर्माण करने और 80 मीटर रोड की कनेक्टिविटी के लिए जमीन अधिग्रहीत करने के निर्देश दिए। ग्राम सैनी के निवासियों की मांग पर सेक्टर- 12 से ग्राम सैनी के श्मशान घाट तक रास्ते पर अस्थाई इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने के निर्देश दिए। ग्राम वैदपुरा और खोदना खुर्द में अवैध निर्माण पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने इसे तोड़ने के निर्देश दिए और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी। सेक्टर 10 और सेक्टर -12 की क्षतिग्रस्त सड़कों को रिपेयर करने के भी निर्देश दिए।
Noida: जेवर में बन रहे एशिया के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट में लगातार कार्य जारी है। सीएम योगी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एसपी गोयल ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान कई अधिकारी मौजूद रहे।
एटीसी टॉवर पर चढ़कर देखा निर्माण कार्य
एसपी गोयल ने सबसे पहले एटीसी टॉवर के निर्माण कार्यों को देखा। एटीसी टॉवर आठ मंज़िल का बनाया जाना है, जिसमें से 6 टावर का कार्य पूर्ण कर अंतिम 2 टॉवर का काम चल रहा है। एटीसी टॉवर की उंचाई 30 मीटर की है, इसका निर्माण फ़रवरी 2024 तक पूर्ण किया जाना है। अधिकारियों द्वारा एटीसी टॉवर की आठवीं मंज़िल तक सीड़ियों के माध्यम से पहुंचकर निर्माण कार्य देखा। एयरपोर्ट पर हवाई पट्टी का निर्माण कार्य 70 परसेंट के क़रीब कार्य पूर्ण हो गया है। हवाई पट्टी का कार्य फ़रवरी मार्च 2024 तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य है।
एयरपोर्ट निर्माण में 7200 वर्कर्स दिन-रात कर रहे काम
गोयल ने एयरपोर्ट में बन रहे टेमिनल भवन के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया गया, यह कार्य भी तीर्व गति से करवाया जा रहा है। वहीं वाईआईएपीएल के सीईओ क्रिस्टोफ़ शेलमैन निकोलस द्वारा बताया गया कि ज़ेवर एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में लगभग 7200 वर्कर्स दिन रात काम में लगे हैं। अपर मुख्य सचिव ने एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए एनएचएआई द्वारा दयानतपुर में बनाये जा रहे इंटरचेंज के निर्माण कार्य का भी जायज़ा लिया। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि एयरपोर्ट को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बन रही रोड का कार्य भी निर्माणाधीन है, जिसे समय से पूर्ण करा दिया जायेगा।
कार्यों में तेजी लाने और समय से पूरा करने के निर्देश
अपर मुख्य सचिव महोदय ने निर्माण कार्यों में और तेजी लाने तथा परियोजना के कन्सेशन एग्रीमेंट के अनुसार निर्धारित अवधि में सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये। बता दें कि एयरपोर्ट के निर्माण के आज में 15 मिलियन सेफ घंटे भी कम्पलीट किए गए हैं. किसी मेजर दुर्घटना के एयरपोर्ट का कार्य निर्वाध गति से रात दिन चल रहा है। यह साईट पर अपनाए जा रहे सेफ्टी मेजर्स, विजिलेंस व निर्माण एजेंसी टाटा द्वारा वर्कर्स को प्रदान किए जा रहे महोल के कारण संभव हो रहा है।
ये अधिकारी निरीक्षण के समय रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान इस दौरान यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण व नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह, वाईआईएपीएल के सीईओ क्रिस्टोफ़ शेलमैन निकोलस, किरण जैन सीओओ, मनीष वर्मा ज़िलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर, श्रुति अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, कपिल सिंह अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, विपिन जैन अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, शैलेंद्र भाटिया विशेष कार्याधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने सेक्टर म्यू -2 का निरीक्षण किया। इस दौरान एसीईओ ने परियोजना विभाग को सेक्टर म्यू टू में सामुदायिक केन्द्र और दुकानें जल्द बनाने के निर्देश दिए।
सेक्टर में दुकानें भी बनेंगी
गौरतलब है कि प्राधिकरण की एसीईओ बुधवार सुबह करीब 8.30 बजे सेक्टर म्यू टू पहुंचकर निरीक्षण किया। दौरान प्राधिकरण का संबंधित स्टाफ और आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने सेक्टर की समस्याओं से एसीईओ को अवगत कराया। एसीईओ ने परियोजना विभाग को सेक्टर में सामुदायिक केंद्र और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए दुकानों का निर्माण कराने के निर्देश दिए। पार्किंग के लिए खाली स्थान को विकसित करने सेक्टर म्यू टू के मेन गेट के पास सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराने के निर्देश दिए।
नियमित कूड़ा उठवाने के दिए निर्देश
इसके अलावा सेक्टर के अंदर से नियमित रूप से कूड़ा उठाने व सफाई कराने, सफाई कर्मियों की सूची आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों को उपलब्ध कराने, मुख्य द्वार पर सूचना पट्ट लगवाकर प्राधिकरण के संबंधित स्टाफ का नाम, पदनाम व मोबाइल नंबर लिखवाने, पार्कों में लगे झूलों व जिम की मरम्मत कराने, झूले व ओपन जिम के उपकरण न होने पर नए लगवाने, खाली प्लॉट की सफाई आदि के लिए निर्देश दिए। एसीईओ मेधा रूपम ने बताया कि इन सभी शिकायतों का निस्तारण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने सेक्टरों व प्रमुख मार्गों का जायजा लिया। सड़कों के सेंट्रल वर्ज व ग्रीन बेल्ट का रखरखाव ठीक न मिलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को खामियों को दूर करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया। कहा कि इस अवधि में काम न होने पर कार्रवाई की जाएगी।
पार्कों का किया औचक निरीक्षण
बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ आशुतोष द्विवेदी ने सेक्टर ईकोटेक -10, ईकोटेक-6, ओमीक्रोन-1 व 2, 130 मीटर रोड, गामा-1 व 2, डेल्टा -1, 2 व 3, जीटा वन व टू, सूरजपुर कासना रोड, 105 मीटर रोड, अल्फा वन की रोटरी, नॉलेज पार्क वन-1, इकोटेक वन एक्सटेंशन वन के सेंट्रल वर्ज, टेकजोन टू के सामने सेंट्रल वर्ज व रोड साइड ग्रीनरी आदि एरिया में उद्यान कार्यों का औचक निरीक्षण किया।
एक सप्ताह का दिया समय
इस दौरान पार्कों, हरित पट्टिकाओं, सेन्ट्रल वर्ज आदि का रखरखाव संतोषजनक नहीं पाई गई। इन कमियों को एक सप्ताह में दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही चेतावनी दी गई कि एक सप्ताह में कार्यो में सुधार नहीं हुआ तो भुगतान में कटौती करते हुए ठेकेदार को काली सूची में डाल दिया जाएगा। निरीक्षण के दौरान उप निदेशक उद्यान नथौली सिंह, सहायक निदेशक उद्यान बुद्ध विलास, उद्यान निरीक्षक मुकेश कुमार आदि शामिल रहे।
Noida: प्राथमिक विद्यालयों में सभी सुविधाएं एवं शिक्षा मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराने को लेकर जिलाधिकारी मनीष कुमार ने औचक निरीक्षण किया। जिला अधिकारी मनीष कुमार ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय हरौला, आदर्श प्राथमिक विद्यालय हरौला, उच्च प्राथमिक विद्यालय सेक्टर 12 नोएडा, आदर्श प्राथमिक विद्यालय चौड़ा सहादतपुर व कंपोजिट जूनियर हाई स्कूल मोरना नोएडा का औचक निरीक्षण किया।
बच्चों के घर जाकर जागरूक करने का दिया निर्देश
इस दौरान जिला अधिकारी ने स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील भोजन को खाकर भोजन की गुणवत्ता परखी, जोकि मानकों के अनुरूप पाई गई। जिला अधिकारी ने प्रधानाचार्य व अध्यापकों को निर्देश दिए कि स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्र छात्राओं को सभी मूलभूत सुविधाएं एवं शिक्षा मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराई जाए। साथ ही उन्होंने उपस्थिति पंजिका की जांच करते हुए अध्यापकों को निर्देश दिये कि बच्चों की उपस्थिति पर विशेष फोकस रखा जाए । जो बच्चा नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहा है तो अध्यापक छुट्टी के बाद ऐसे बच्चों के घर जाकर फीडबैक ले। इसके साथ ही जानें कि बच्चा स्कूल क्यों नहीं आ रहा है और उनके अभिभावकों को बच्चों को प्रतिदिन स्कूल भेजने के लिए जागरूक करें।
साफ-सफाई के दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता सन्तोषजनक पायी गयी। जिलाधिकारी द्वारा विद्यालय में साफ सफाई एवं शिक्षा की गुणवत्ता एवं अवकाश सम्बन्धी नियमों का अनुपालन किये जाने के निर्देश दिये गये। निरीक्षण के दौरान दौरान बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
Noida: डीएम मनीष कुमार वर्मा स्कूलों में अचानक निरीक्षण करने पहुंच गये। जिला अधिकारी मनीष कुमार ने पांच अलग-अलग स्कूलों का आज निरीक्षण किया। माध्यमिक विद्यालय हरौला, आदर्श प्राथमिक विद्यालय हरौला, उच्च प्राथमिक विद्यालय सेक्टर-12 नोएडा, आदर्श प्राथमिक विद्यालय चौड़ा सहादतपुर और कंपोजिट जूनियर हाई स्कूल मोरना नोएडा का डीएम ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सभी प्रधानाचार्य और अध्यापक स्कूल में मौजूद मिले। लेकिन साफ-सफाई में कमी मिलने पर डीएम ने प्रधानाचार्यों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
मिड-डे मिल को खाकर किया चेक
डीएम मनीष कुमार ने साफ-सफाई को लेकर नाखुश दिखे, उन्होंने इसे लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए। इसके अलावा मिड-डे मिल की गुणवत्ता को भी डीएम ने चेक किया। उन्होंने बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील भोजन को खाकर गुणवत्ता परखी, जो मानकों के अनुरूप पाई गई।
बच्चों की पढ़ाई से ना हो कोई समझौता
जिला अधिकारी ने इस दौरान विद्यालय प्रधानाचार्य और अध्यापकगणों को निर्देश दिए कि स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्र छात्राओं को सभी मूलभूत सुविधाएं और शिक्षा मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराई जाए। साथ ही उन्होंने अटेंडेंस रजिस्टर की जांच करते हुए अध्यापक गणों को निर्देश दिये कि बच्चों की उपस्थिति पर विशेष फोकस रखा जाए। उन्होंने कहा कि जो बच्चा नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहा है। अध्यापक गण स्कूल के उपरांत ऐसे बच्चों के घर जाकर फीडबैक ले कि बच्चा स्कूल क्यों नहीं आ रहा। साथ ही उनके अभिभावकों के बच्चों को प्रतिदिन स्कूल भेजने के लिए जागरूक करें। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता सन्तोषजनक पायी गयी। निरीक्षण के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी और जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान मौजूद रहे।
Noida: हलाल सर्टिफाइड उत्पाद पर बैन लगाने के बाद योगी सरकार के निर्देश पर लगातार छापेमारी कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में गौतमबुद्ध नगर डीएम मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर नोएडा में हलाल सर्टिफाइड औषधियों और सामान को बेचने के साथ भंडारण पर अंकुश लगाने के लिए बुधवार को औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी की। औषधि निरीक्षक ने अलग-अलग मेडिकल स्टोर्स और सौंदर्य प्रसाधन निर्माण इकाई में कास्मेटिक की जांच की।
छापेमारी के दौरान नहीं मिले हलाल सर्टिफाइड उत्पाद
औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि निरीक्षण के दौरान विभिन्न उत्पादों की जांच की गई, लेकिन हलाल प्रमाणन युक्त उत्पाद प्रतिष्ठानों में नहीं पाये गये। साथ ही सभी औषधि विक्रेताओं और प्रसाधन सामाग्री निर्माण कंपनियों को हलाल सर्टिफाइड उत्पादों की बिक्री एवं भण्डारण न करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने बताया कि जिले में आगे भी हलाल सर्टिफाइड उत्पादों की जांच की जाएगी। हलाल सर्टिफाइड उत्पाद पाए जाने जाने पर सम्बंधित फर्म और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश जल निगम और नोएडा की फर्म एचएनबी इंजीनियर्स पर 8 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। प्राधिकरण के महाप्रबंधक सीवर जितेंद्र गौतम ने अलग- अलग जगहों का बुधवार को औचक निरीक्षण किया। खामिया मिलने पर यह कार्रवाई की। इसके साथ ही खामियों को दूर करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। खामिया दूर नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट मिलीं अनियमितताएं
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर सीवर विभाग के महाप्रबंधक जितेंद्र गौतम ने अपने टीम के साथ सेक्टर इकोटेक 3 स्थित 20 एमएलडी एसटीपी प्लांट का निरीक्षण किया। जितेंद्र गौतम ने बताया कि इस एसटीपी का संचालन और रखरखाव नोएडा की फर्म एचएनबी इंजीनियर्स कर रही है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से स्लज का उचित निस्तारण नहीं किया जा रहा। एसटीपी परिसर की साफ-सफाई भी ठीक नहीं मिली। पंपिंग स्टेशन का एक पंप खराब मिला। इसके अलावा कई अन्य खामियां मिलने पर एचएनबी इंजीनियर पर 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
स्लज का निस्तारण नहीं होने पर भड़के महाप्रबंधक
जितेंद्र गौतम ने बताया कि एचएनबी इंजीनियर्स ही कासना स्थित 137 एमएलडी एसटीपी प्लांट का भी संचालन और रखरखाव कर रही है। यहां निरीक्षण के दौरान परिसर में साफ-सफाई नहीं मिली। स्लज का निस्तारण नहीं किया जा रहा था। प्राइमरी यूनिट के विद्युत उपकरण के कवर खराब मिले। परिसर की सड़क क्षतिग्रस्त पाई गई। सीसीटी यूनिट के आसपास भी सफाई नहीं मिली, जिसके चलते फर्म पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
एसटीपी के सम्पवेल पर सफाई नहीं मिली
जितेंद्र गौतम ने बताया कि उत्तर प्रदेश जल निगम पर भी पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जल निगम की तरफ से कासना स्थित 137 एमएलडी एसटीपी के मास्टर पंपिंग स्टेशन का संचालन व मेनटेनेंस किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान इस एसटीपी के सम्पवेल पर सफाई नहीं पाई गई। फ्लो मीटर, पैनल और डीजी सेट खराब मिला। केबल डक्ट क्षतिग्रस्त पाई गई। सम्पवेल में सीवरेज का लेवल मापने के लिए इंडिकेटर नहीं मिला, जिसके चलते जल निगम पर पांच लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई। उन्होंने बताया कि इन सभी फर्मों को एक सप्ताह में सभी खामियां दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। दोबारा निरीक्षण करने पर ये खामियां पाई गई तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Noida: जिला अस्पताल नोएडा में आने वाले मरीजों को सभी स्वास्थ्य सेवाएं मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डीएम मनीष कुमार वर्मा ने मंगलवार को जिला अस्पताल नोएडा का औचक निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने बाल रोग विभाग, ए.आर.वी., डिस्पेंसरी, जन औषधि स्टोर एवं ओपीडी डिपार्मेंट का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को सभी स्वास्थ्य सेवाएं मानकों के अनुरूप बेहतर ढंग से उपलब्ध कराई जाए। प्रदेश सरकार द्वारा जो स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं योजनाएं संचालित की जा रही हैं उनका भी पात्र व्यक्तियों तक भरपूर लाभ पहुंचाने की कार्रवाई सुनिश्चित करें।
डॉक्टर और स्टाफ समय ड्यूटी पर आएं
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित पंजिका का अवलोकन करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रतिदिन मॉनिटरिंग करें । इसके साथ ही डॉक्टर व स्टाफ को निर्देश दिए कि सभी निर्धारित समय अनुसार अपनी-अपनी ड्यूटी पर उपस्थित होकर दायित्वों का निर्वहन करें। जिला अस्पताल की डिस्पेंसरी में सभी दवाओं को रखने और मरीजों को किसी भी दवा को बाहर से न खरीदने का निर्देश दिया।
अस्पातल साफ-सुथरा रखने दे निर्देश
डीएमस ने जिला अस्पताल में सभी मूलभूत सुविधाओं को मानको के अनुरूप सुदृढ़ रखने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही अस्पताल परिसर में साफ सफाई की व्यवस्था पर विशेष फोकस रखने के निर्देश दिए।
Greater Noida: उत्तरप्रदेश के मुख्य सचिव डीएस मिश्रा एक दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को नोएडा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक सेक्टरों और सेक्टर 28, 29, 32 तथा 33 का दौरा किया। यमुना प्राधिकरण द्वारा सेक्टर 28 में विकसित किए जा रहे हैं देश के सबसे बड़े मेडिकल डिवाइस पार्क के अंतर्गत किए जा रहे हैं विकास एवं निर्माण कार्यों की भौतिक समीक्षा की।
मेडिकल डिवाइस पार्क का विकास देखकर हुए संतुष्ट
उल्लेखनीय है कि यह मेडिकल डिवाइस पार्क 350 एकड़ क्षेत्र में प्राधिकरण द्वारा विकसित किया जा रहा है। इस मेडिकल डिवाइस पार्क में भारत सरकार द्वारा भी पूरा सहयोग प्राधिकरण को दिया जा रहा है। मेडिकल डिवाइस पार्क के अंतर्गत प्राधिकरण द्वारा अभी तक 74 कंपनियों को भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं। इस क्षेत्र में प्राधिकरण द्वारा विभिन्न सीएफसी फैसिलिटीज़ के बिल्डिंग का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिनमें थ्री डिजाइन, रैपिड प्रोटोटाइप एंड टेस्टिंग फसिलिटी, इलेक्ट्रॉनिक असेंबली फेसिलिटी, ऐड्मिनिस्ट्रेटिव एंड ऑफिस ब्लॉक, एक्सपोर्ट एंड प्रमोशन इन्क्यूबेशन सेंटर, सेंटर फॉर एक्सीलेंस स्किल डेवलपमेंट एंड इनक्यूबेशन सेंटर सहित कई अन्य विश्व स्तरीय फैसिलिटीज़ प्रदान की जायेंगी। मुख्य सचिव महोदय ने मेडिकल डिवाइस पार्क के विकास पर संतोष ज़ाहिर किया गया।
सूर्य ग्लोबल कंपनी का प्लांट देखा
मेडिकल डिवाइस पार्क के साथ मुख्य सचिव को अधिकारियों ने अपैरल पार्क क्लस्टर, सेक्टर 32 वह सेक्टर 33 के क्लस्टर के निर्माण कार्यों उससे अवगत कराया गया। मुख्य सचिव महोदय द्वारा सेक्टर 32 में स्थापित सूर्य ग्लोबल कंपनी ये प्लांट का भ्रमण भी किया गया। प्लांट पर प्रिया गोल्ड ग्रुप के निदेशक शेखर अग्रवाल द्वारा मुख्य सचिव का स्वागत किया गया और प्लांट में किए जा रहे उत्पादों तथा मशीनरी के संबंध में जानकारी दी।
यमुना प्राधिकरण कार्यालय में की समीक्षा बैठक
मुख्य सचिव ने साईट विजिट के बाद यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के कार्यालय में प्राधिकरण के विकास कार्यों की समीक्षा की गयी। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा प्रस्तुतीकरण में मास्टर प्लान 2041 के संबंध में जानकारी दी गयी। प्राधिकरण की नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ज़ेवर को चोला रेलवे स्टेशन तक जोड़ने की योजना के संबंध में अवगत कराया। साथ ही प्राधिकरण की वित्तीय स्थिति व प्राधिकरण द्वारा चलायी गयी योजनाओं की जानकारी भी दी गयी। साथ ही मथुरा में हेरिटेज सिटी व अलीगढ़ में लॉजिस्टिक पार्क योजनाओं हेतु किए जा रहे प्रयासों से भी अवगत कराया। मुख्य सचिव ने निर्देशित किया गया कि इंडस्ट्रियल सेक्टर में साथ साथ वर्कर्स के लिये आवास का भी प्रोविजन किया जाये।
निरीक्षण के दौरान ये अधिकारी रहे मौजूद
मुख्य सचिव महोदय के निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह सहित ज़िलाधिकारी मनीष वर्मा, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीमती श्रुति, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी विपिन जैन, विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र भाटिया, विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, एके सिंह महा प्रबंधक प्रोजेक्ट, नंदकिशोर सुन्दरियाल स्टाफ ऑफिसर, राजेंद्र भाटी डीजीएम प्रोजेक्ट, मेहराम सिंह विशेष कार्याधिकारी सहित यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण तथा विकाशकर्ता एजेंसी के अधिकारी मौजूद रहे।
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