ग्रेटर नोएडा (greater noida) से बड़ी खबर सामने आ रही है। जिला न्यायालय के आदेश पर बिसरख पर कोतवाली पुलिस ने सुपरटेक बिल्डर आरके अरोड़ समेत 12 आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्जकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
एक के बाद एक सुपरटेक के फर्जीवाड़े
सुपरटेक (supertech) समूह के चेयरमैन (chairman) आरके अरोड़ा के एक के बाद एक फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं। आरके आरोड़ा फिलहाल दिल्ली जेल में बंद है। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया था। अरोड़ा पर अरबों की हेराफेरी और मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) जैसे गंभीर आरोप हैं।
पीड़ित की सुनवाई के बाद FIR के आदेश
कोर्ट ने पीड़िता की याचिका पर सुनवाई करते हुए FIR के आदेश दिए। जिसके बाद बिसरख कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
Noida: पुलिस ने पैसे ट्रांसफर कर गबन करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मामला बादलपुर थाने का है। पुलिस ने आरोपी के पास से 20 हजार रुपए भी बरामद किए हैं। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को मारीपत तिराहे के पास से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान दीपक के रुप में हुई है जो वर्तमान में ग्राम छपरौला के गौतमबुद्धनगर में रहता है। आरोपी की उम्र 25 साल बताई जा रही है।
शातिर है अपराधी:
बता दें अपराधी पीड़ित व्यक्ति की दुकान पर काम करता था। जहां अपराधी ने पीड़ित व्यक्ति के खाते से 2 लाख 12 हजार रुपये गबन कर लिए थे। इतना ही पीड़ित व्यक्ति द्वारा विरोध करने पर आरोपी ने उसके भाई के साथ धक्कामुक्की भी की थी जिससे वादी के भाई का पैर भी फ्रैक्चर हो गया था।
Greater Noida West को यू हूं मुसीबतों का शहर नहीं कहा जाता है, यहां बिल्डरों के भ्रष्ट्राचार का सबूत चारों ओर देखने को मिलता है। आए दिन बिल्डर के मनमाने और भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ लोग प्रदर्शन करने को मजबूर रहते हैं। ताजा मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सुपरटेक ईको विलेज टू का है। जहां पजेशन को लेकर खरीददार लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन इनकी सुनवाई अब तक कहीं नहीं हो रही है। कंस्ट्रक्शन कंपनी के हेड ऑफिस में उस वक्त हंगाम मच गया, जब घर खरीददार वहां अपने फ्लैट की पजेशन की मांग को लेकर पहुंचे थे।
पुलिस को बुलाकर मामले को सुलझाने की कोशिश
अपनी मांग नहीं पूरी होते देख घर खरीददार वहीं पर धरने पर बैठ गये। जिसके बाद बिल्डर की तरफ से मामले को रफा दफा करने के लिए पुलिस को बुला लिया गया। पुलिस के पहुंचने पर घर खरीददारों ने अपनी आपबीती सुनाई और बताया कि कैसे बिल्डर की तरफ से उन्हें मानसिक और आर्थिक प्रताड़ित किया जा रहा है।
मालिकाना हक देने से मुकरा बिल्डर
लोगों से बात करने के बाद यह बात सामने आई कि बिल्डर प्रबंधन ने फ्लैट बुकिंग का पैसा ले तो लिया मगर कंस्ट्रक्शन पूरा होने के बाद लोगों को उनके फ्लैट का मालिकाना हक देने से मुकर गए. पुलिस ने धरने पर बैठे लोगों को इसी मामले में चल रहे कोर्ट केस का हवाला देकर शांति बनाए रखने की अपील की लेकिन इसका खरीदारों पर कोई असर नहीं हुआ. बिल्डिंग प्रबंधन ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं जारी किया है, कोर्ट में मामला लंबित है और लोग अपनी खरीदी के मालिकाना हक के लिए दर-दर भटक रहे हैं. इस मामले मे जल्द ही कोई सार्थक कार्रवाई नज़र नही आ रहा।
नोएडा पुलिस द्वारा फर्जी कॉल सेटरों का भंड़ाफोड़ जारी है। बुधवार को नोएडा थाना सेक्टर-63 पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी की। जहां 21 लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया, जिसमें 5 लड़कियां भी शामिल है। ये गैंग लोगों से नामी ई-साइट्स पर कस्टमर का प्रोडक्ट अवेलेबल कराने के नाम पर पैसा हड़पते थे।
फर्जी कॉल सेंटर का भंड़ाफोड़, 21 लोग गिरफ्तार
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि नोएडा थाना सेक्टर -63 में बीते कुछ महीनों से ये कॉल सेंटर एक्टिव था। जोकि नामी ई-कॉमर्स साइट्स जैसे NYKAA, EBAY, MYNTRA, ETSY के प्लेटफॉर्म पर लोगों का प्रोडक्ट उपलब्ध कराने के नाम पर पैसा लेता था। ये खुद को फेमस साइट का ऑथराइज्ड पार्टनर या रजिस्टर्ड पार्टनर बताते थे। लोगों को फर्जी तैयार किए हुए सर्टिफिकेट दिखाकर भरोसा जीतते थे, इसके बाद पैसा मिल जाने पर नंबर ब्लॉक कर देते थे। साथ ही ये लोग इस बात का ध्यान रखते थे कि जिन भी लोगों को ये झांसा दें, वो उत्तर प्रदेश के बाहर के हों।
पुलिस ने कई खाते किए सीज
पुलिस ने इस गैंग के कई खाते फ्रीज मिले हैं और पुलिस ने कई अकाउंट फ्रीज भी किए हैं, जिसकी जांच की जा रही है। डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया ने बताया कि इन लोगों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। लेकिन ये साइट कितनी फेमस है, इस हिसाब से 10 से 20 हजार रुपए लेते थे। पुलिस का कहना है कि इस तरह ये करोड़ों रुपए का हेर-फेर कर चुके हैं।
गैंग के 4 डायरेक्टर ही हैं मास्टरमाइंट
इस फर्जी कंपनी के डायरेक्टर जोगेंद्र कुमार, गुंजन, कत्याल और आकाश शर्मा ही इस गैंग के मास्टरमाइंट हैं। पुलिस ने 21 फ्रॉड्स के साथ ही 12 डेस्कटॉप,12 लैपटॉप और 28 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022ठंड से ठिठुरा उत्तर भारत, पहाड़ों पर बर्फबारी ने बढ़ाई मुश्किलें, UP में रेड अलर्ट
January 04, 2023