देश की राजधानी दिल्ली से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जहां पर पिता ने अपनी 4 बेटियों के साथ खुदकुशी कर ली है। एक साल पहले ही मृतक की पत्नी की मौत हुई थी। जिसके बाद से बेटियों की पूरी जिम्मेदारी पिता पर आ गई थी। जब मकान से बदबू आने लगी, तब लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इस मामले से इलाके में सनसनी फैल गई है।
सामूहिक खुदकुशी के पहले मृतक ने की थी जितिया पूजा!
दिल्ली के वसंतकुंज इलाके में बुराड़ी में सामूहिक खुदकुशी जैसा मामला सामने आया है। जहां पर वसंतकुंज के रंगपुरी गांव में पिता ने अपनी चार दिव्यांग बेटियों के साथ जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चारों बेटियां एक कमरे में एक ही बैड पर मृत मिली। वहीं, पिता दूसरे कमरे में बैड पर मृत मिला। मृतक की पहचान हीरालाल के तौर पर हुई है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतक ने सामूहिक खुदकुशी जैसा कदम उठाने से पहले जितिया पूजा भी की थी। शवों के पास से पुलिस को सल्फास की गोलियां और कमरे के डस्टबिन में जूस के टेट्रा पैक और पानी की बोतल मिली थी।
दिव्यांग थीं चारों बेटियां
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, कारपेंटर का काम करके 25 हजार रुपए कमाने वाले हीरालाल की चारों बेटियां दिव्यांग थीं। जिसमें नीतू (18), निशि(15), नीरू (10) और निधि (8) की थी। पुलिस की शुरुआती जांच में इस बात का खुलासा हुआ चारों बेटियां दिव्यांग होने की वजह से चलने फिरने में असमर्थ थीं। एक बेटी को आंख से दिखता नहीं था और एक को चलने की में दिक्कत थी।
एक साल पहले हुई थी पत्नी की मौत
मृतक की पत्नी की मौत महज एक साल पहले ही कैंसर से हुई थी। पत्नी की मौत के बाद बेटियों की देखभाल की जिम्मेदारी हीरालाल के ऊपर आ गई थी। जिसके चलते वो नौकरी पर भी टाइम से नहीं जा पा रहा था। उसे स्पाइनल इंजुरी अस्पताल से छह महीने पहले नौकरी से निकाल दिया था। शुरूआती जांच में पता चला है कि बेटियों की देखभाल के अलावा वो बहुत ज्यादा आर्थिक तंगी से भी परेशान था। वसंतकुंज साउथ थाना पुलिस मेडिकल बोर्ड पांचों शवों का पोस्टमार्टम करवा रही है। मृतक के संबंधियों ने बताया कि पत्नी की मौत के हीरालाल ने पारिवारिक मामलों में रुचि लेना बंद कर दिया था। वो हमेशा किसी न किसी अस्पताल में अपनी बेटियों के ईलाज में बिजी रहता था।
जब आई बदबू तो किया गया पुलिस को सूचित
दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने मीडिया को बताया कि दिल्ली के वसंत कुंज इलाके के रंगपुरी गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों द्वारा जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की घटना का खुलासा शुक्रवार सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर पड़ोसियों द्वारा पुलिस को सूचना देने के बाद हुआ। घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने मकान मालिक व पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों से अंदर से बंद घर का दरवाजा तोड़ा तो पांच सड़े गले शव दो बैड पर अलग-अलग कमरे में पडे़ हुए थे।
दिल्ली के तिहाड़ जेल के जेलर दीपक शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है। इस वीडियो में जेलर दीपक शर्मा हाथ में पिस्टल लेकर संजय दत्त स्टारर फिल्म के गाने 'नायक नहीं... खलनायक है तू' पर डांस करते दिखाई दे रहे हैं। पिस्टल वाला डांस कैमरे में कैद हो गया और वायरल भी हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेलर दीपक शर्मा की ये पिस्टल लाइसेंसी है। लेकिन बताया जा रहा है कि पिस्टल लाइसेंसी होने पर भी तिहाड़ जेल प्रशासन उन पर सख्त एक्शन ले सकता है।
जेलर ने किया 'नायक नहीं... खलनायक है तू' गाने पर डांस
जेलर दीपक का वायरल वीडियो असल में भाजपा की निगम पार्षद के पति की जन्मदिन पार्टी के दौरान का बताया जा रहा है। जहां मस्ती करते-करते दीपक शर्मा ने कानून को अपने हाथ में ले लिया और पिस्टल हाथ में लेकर दोस्तों संग डांस भी करने लगे। उस पर गाना भी संजय दत्त की फेमस फिल्म खलनायक का- 'नायक नहीं... खलनायक है तू' है।
आप भी देखिए वीडियो
जानकारी के मुताबिक, ये बर्थडे पार्टी सीमापुरी थाने के पास हुई थी। जिसको लेकर सवाल किए जा रहे हैं कि क्या दीपक शर्मा को अपनी सुरक्षा के लिए सरकारी हथियार मिला हुआ है? जब कि वो तिहाड़ जेल के अधिकारी हैं। तो दूसरा सवाल ये भी उठ रहा है कि ये लाइसेंसी हथियार है, तो क्या कोई अधिकारी इस तरह से इसका इस्तेमाल कर सकता है?
कौन है जेलर दीपक शर्मा?
वायरल वीडियो को देखकर लोग जेलर दीपक आखिर हैं कौन? ये सवाल पूछ रहे हैं, तो बता दें, जेलर दीपक शर्मा को देखकर साफ पता चलता है कि वो बॉडी बिल्डिंग करते हैं। साथ ही मंडोली जेल के पास उनका घर है। जेलर दीपक सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं और जेल की कहानियां बताने में माहिर हैं।
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। दिल्ली में धरती पाकिस्तान में आए भूकंप के चलते हिली। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब प्रांत में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.7 और सेंटर पाकिस्तान बताया जा रहा है। हालांकि, इस भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान की बात नहीं सामने आई है।
घरों और ऑफिस से बाहर निकले लोग
दिल्ली में महसूस किए गए भूकंप के झटकों के बाद लोग घरों और ऑफिस से बाहर निकल आए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के इस्लामाबाद और लाहौर समेत कई जिलों में झटके महसूस किए गए. लाहौर, मुल्तान, फैसलाबाद, मियांवाली और भक्कर जैसे शहरों पर भी इसका असर महसूस हुआ।
पाकिस्तान था भूकंप का केंद्र
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने कहा कि पाकिस्तान में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया है। भूकंप 10 किलोमीटर (6.21 मील) की गहराई पर था। आपको बता दें, इससे पहले 29 अगस्त को इस्लामाबाद, रावलपिंडी में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
दो हफ्तों में दूसरी बार हिली धरती
दिल्ली-एनसीआर में दो हफ्ते के अंदर ये दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। इससे पहले 29 अगस्त को दिल्ली-एनसीआर में धरती हिली थी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो सामने आए थे, जिसमें पंखे, कुर्सियां और दूसरी चीजें हिलती नजर आ रही थीं। आपको बता दें, बुधवार को आए भूकंप के झटके दिल्ली समेत राजस्थान, चढीगढ़ और भी जगहों पर महसूस किए गए हैं।
राजधानी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने अपना पदभार संभाल लिया है। इस दौरान उनका सीएम की कुर्सी खाली छोड़कर दूसरी कुर्सी पर बैठना चर्चा का विषय बना हुआ है। आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने सोमवार को कुर्सी संभालने के बाद कहा कि 'जिस प्रकार भरत जी ने खड़ाऊ रखकर काम किया, वैसे ही वो भी कुर्सी को संभालेंगी'।
सीएम आतिशी ने दिया भरत का उदाहरण
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को अपना पदभार संभाल लिया है। लेकिन वो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के जगह दूसरी कुर्सी पर बैठी है। जोकि चर्चा का विषय बन गया है। जिसको लेकर खुद सीएम आतिशी ने कहा कि
'आज मैंने दिल्ली के मुख्यमंत्री की ज़िम्मेदारी संभाली है। आज मेरे मन में वो ही व्यथा है जो भरत के मन में थी जब उनके बड़े भाई भगवान श्री राम 14 साल के वनवास पर गए थे, और भरत जी को अयोध्या का शासन संभालना पड़ा था। जैसे भरत ने 14 साल भगवान श्री राम की खड़ाऊं रख कर अयोध्या का शासन संभाला, वैसे ही मैं 4 महीने दिल्ली की सरकार चलाऊंगी…
सीएम की कुर्सी को केजरीवाल का इंतजार: सीएम आतिशी
कुर्सी चर्चा के बीच ही सीएम आतिशी ने कहा कि ये कुर्सी केजरीवाल की वापसी तक इसी कमरे में रहेगी और इस कुर्सी को केजरीवाल का इंतजार रहेगा। उन्होंने कहा कि 'आज मेरे मन में भरत की व्यथा है। भाजपा ने अरविंद केजरीवाल पर कीचड़ उछालने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जबतक दिल्ली वाले उनकी ईमानदारी साबित नहीं करते वो कुर्सी पर नहीं बैठेंगे और इस्तीफा दे दिया। दिल्ली के लोग दोबारा अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाएंगे।'
सीएम आतिशी ने चुनाव को लेकर कही बड़ी बात
सोमवार को मुख्यमंत्री बनी आतिशी ने अरविंद केजरीवाल और सीएम की कुर्सी को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि 'छह महीने के लिए केजरीवाल को जेल में डाला गया। कोर्ट ने भी कहा कि अरविंद केजरीवाल को एजेंसी ने दुर्भावना से गिरफ्तार किया। ये कुर्सी अरविंद केजरीवाल की है। मुझे भरोसा है कि फरवरी में होने वाले चुनाव में दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल को जिताकर फिर से मुख्यमंत्री बनाएगी। तब तक अरविंद केजरीवाल की ये कुर्सी यहीं रहेगी।'
साथ ही उन्होंने कहा था कि अगले चुनाव तक मेरे पास सिर्फ दो काम हैं। पहला, 'दिल्ली के लोगों की भाजपा के षड़यंत्र से रक्षा करना'। दूसरा- 'केजरीवाल को फिर से सीएम बनाना।' आपको बता दें, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। आम आदमी पार्टी के विधायक दल ने केजरीवाल के इस्तीफे के बाद उनकी जगह आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री चुना था। आज सोमवार को आतिशी ने कार्यभार संभाल लिया है।
देश की राजधानी दिल्ली में रामलीला में एक्टिंग के दौरान ही कलाकार को हार्ट अटैक आ गया, जिससे उनकी मौत हो गई। इस मामले में हड़कंप मच गया है। इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। अब दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस पर कोविड वैक्सीन को लेकर सवाल उठाया है।
रामलीला के ‘राम’ का हार्ट अटैक
दिल्ली के शाहदरा में रामलीला में शनिवार रात कलाकार की हार्ट अटैक से मौत का मामला सामने आया है। मंच पर कलाकार को हार्ट अटैक आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। नवरात्रि के अवसर पर दिल्ली के शाहदरा में रामलीला का मंचन चल रहा है। तभी रामलीला में भगवान राम का रोल अदा रहे कलाकार के सीने में अचानक दर्द उठा, इस पर उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हार्ट अटैक से हुई 45 साल के कलाकार की मौत
रामलीला का भाग रहे कलाकार की मौत से हड़कंप मच गया है। मृतक की पहचान सुशील कौशिक (45) पुत्र लेफ्टिनेंट एसके कौशिक के तौर पर हुई है। सुशील शिव खंड विश्वकर्मा नगर इलाके में रहते थे और पेशे से प्रॉपर्टी डीलर थे। सुशील कौशिक भगवान राम के भक्त बताए जा रहे हैं, वो रामलीला में भगवान राम का रोल निभाते थे।
वायरल हो रहा वीडियो
हार्ट अटैक के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि राम की भूमिका में कलाकार शानदार अभिनय कर रहा है। डायलॉग पर तालियां बज रही हैं। लेकिन तभी कलाकार के सीने में दर्द होने लगता है। वो दर्द न संभलने पर बैक स्टेज पर जाते हैं। बताया जा रहा है कि बैक स्टेज में दर्द से करहाते कलाकार लोगों ने आनन-फानन में हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां पर डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित किया। पुलिस का कहना है कि कलाकार को मंच पर ही हार्ट अटैक आया है और जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
लगातार सामने आ रहे हैं मामले
अचानक हार्ट अटैक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसी साल हरियाणा के भिवानी में रामलीला में भगवान हनुमान की भूमिका निभा रहे 62 साल के व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। वहीं साल 2022 अक्टूबर में उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में रावण की भूमिका निभा रहे एक्टर की मंच पर ही गिरकर मौत हो गई थी।
ये चर्चा आम है कि कारोना की वैक्सीन के बाद भारत में लगातार ऐसे मामले आ रहे है जहां नौजवान लोग चलते फिरते हार्ट अटैक से मर रहे हैं।
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