Greater Noida West: सेल्समैन की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। सेल्समैन के हत्या का आरोप उसी के दोस्तों पर है। बिसरख थाना पुलिस ने हत्या के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे रची गई हत्या की साजिश
सोमवार को नाले में मिले सेल्समैन के शव का बिसरख थाना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्याकांड में शामिल दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मृतक शुभंजय मोबाइल रिटेल शॉप में सेल्समैन की नौकरी करता था। पुलिस ने बताया कि शुभंजय ने अपने दोस्त को ईएमआई पर मोबाइल दिलाया था। जानकारी के मुताबिक शुभंजय अपने दोस्त से मोबाइल की ईएमआई के पैसे बार-बार मांगता था।
पार्टी के बहाने बुलाकर की हत्या
पुलिस ने बताया शुभंजय को आरोपी पैसे नहीं देना चाहते थे। जिसके चलते उन्होंने शुभंजय के हत्या का प्लान बनाया। पहले उसे पार्टी के बहाने बुलाया। फिर उसकी हत्या कर दी। शव को आरोपियों ने नाले में फेंककर फरार हो गये। फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है।
Greater Noida: 11 जनवरी को नारायणा गोलचक्कर के पास सुखपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद तरह-तरह की बात सामने आ रही थी। जिसमें अवैध संबंध तक का जिक्र किया गया था। लेकिन अब जो हत्या की वजह सामने आ रही है, वो चौकाने वाली है। पुलिस ने सुखपाल हत्याकांड का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को धर दबोचा है।
इसलिए की गई सुखपाल की हत्या
पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी सुखपाल को नहीं, बल्कि उसके ससुर और साला की हत्या करना चाहते थे। लेकिन इन दोनों के बीच में ढाल बनकर सुखपाल खड़ा था। आरोपियों को लग गया था कि वो सुखपाल के रहते उसके साले और ससुर की हत्या नहीं कर सकते। तो आरोपियों ने सबसे पहले सुखपाल को बीच से हटाने का प्लान बनाया।
ये थी रंजिश की मुख्य वजह
ग्रेटर नोएडा के डीसीपी साद मियां खान के मुताबिक सुखपाल के साले का नाम रोहित है, वो सुनपुरा गांव का रहने वाला है। रोहित और प्रवीण पुराने दोस्त हैं। रोहित और प्रवीण साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम देते थे। साल 2019 में रोहित और प्रवीण लूट की वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे। इस दौरान भीड़ ने प्रवीण को घेर लिया, जिसमें प्रवीण की मौत हो गई। लेकिन रोहित प्रवीण को छोड़कर भाग गया। इस मामले में मुकदमा भी दर्ज किया गया था।
प्रवीण के परिवार वाले लेना चाहते थे बदला
डीसीपी ने बताया कि प्रवीण के भाई करण और उसके पिता रतन सिंह को लगता था कि रोहित ने ही प्रवीण की हत्या करवाई है। इसी के चलते प्रवीण के परिवार वाले रोहित से बदला लेना चाहते थे। साल 2020 में भी रोहित के पिता रामकिशोर पर गोली चली थी। हालांकि इस गोलीकांड में रोहित का पिता बच गया तो आरोपियों ने उस पर कई बार चाकू से भी हमला किये थे। इस मामले में भी ईकोटेक थर्ड कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया।
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