Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम ने सेक्टर म्यू -2 का निरीक्षण किया। इस दौरान एसीईओ ने परियोजना विभाग को सेक्टर म्यू टू में सामुदायिक केन्द्र और दुकानें जल्द बनाने के निर्देश दिए।
सेक्टर में दुकानें भी बनेंगी
गौरतलब है कि प्राधिकरण की एसीईओ बुधवार सुबह करीब 8.30 बजे सेक्टर म्यू टू पहुंचकर निरीक्षण किया। दौरान प्राधिकरण का संबंधित स्टाफ और आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने सेक्टर की समस्याओं से एसीईओ को अवगत कराया। एसीईओ ने परियोजना विभाग को सेक्टर में सामुदायिक केंद्र और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए दुकानों का निर्माण कराने के निर्देश दिए। पार्किंग के लिए खाली स्थान को विकसित करने सेक्टर म्यू टू के मेन गेट के पास सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराने के निर्देश दिए।
नियमित कूड़ा उठवाने के दिए निर्देश
इसके अलावा सेक्टर के अंदर से नियमित रूप से कूड़ा उठाने व सफाई कराने, सफाई कर्मियों की सूची आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों को उपलब्ध कराने, मुख्य द्वार पर सूचना पट्ट लगवाकर प्राधिकरण के संबंधित स्टाफ का नाम, पदनाम व मोबाइल नंबर लिखवाने, पार्कों में लगे झूलों व जिम की मरम्मत कराने, झूले व ओपन जिम के उपकरण न होने पर नए लगवाने, खाली प्लॉट की सफाई आदि के लिए निर्देश दिए। एसीईओ मेधा रूपम ने बताया कि इन सभी शिकायतों का निस्तारण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश जल निगम और नोएडा की फर्म एचएनबी इंजीनियर्स पर 8 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। प्राधिकरण के महाप्रबंधक सीवर जितेंद्र गौतम ने अलग- अलग जगहों का बुधवार को औचक निरीक्षण किया। खामिया मिलने पर यह कार्रवाई की। इसके साथ ही खामियों को दूर करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। खामिया दूर नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट मिलीं अनियमितताएं
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर सीवर विभाग के महाप्रबंधक जितेंद्र गौतम ने अपने टीम के साथ सेक्टर इकोटेक 3 स्थित 20 एमएलडी एसटीपी प्लांट का निरीक्षण किया। जितेंद्र गौतम ने बताया कि इस एसटीपी का संचालन और रखरखाव नोएडा की फर्म एचएनबी इंजीनियर्स कर रही है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से स्लज का उचित निस्तारण नहीं किया जा रहा। एसटीपी परिसर की साफ-सफाई भी ठीक नहीं मिली। पंपिंग स्टेशन का एक पंप खराब मिला। इसके अलावा कई अन्य खामियां मिलने पर एचएनबी इंजीनियर पर 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
स्लज का निस्तारण नहीं होने पर भड़के महाप्रबंधक
जितेंद्र गौतम ने बताया कि एचएनबी इंजीनियर्स ही कासना स्थित 137 एमएलडी एसटीपी प्लांट का भी संचालन और रखरखाव कर रही है। यहां निरीक्षण के दौरान परिसर में साफ-सफाई नहीं मिली। स्लज का निस्तारण नहीं किया जा रहा था। प्राइमरी यूनिट के विद्युत उपकरण के कवर खराब मिले। परिसर की सड़क क्षतिग्रस्त पाई गई। सीसीटी यूनिट के आसपास भी सफाई नहीं मिली, जिसके चलते फर्म पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
एसटीपी के सम्पवेल पर सफाई नहीं मिली
जितेंद्र गौतम ने बताया कि उत्तर प्रदेश जल निगम पर भी पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जल निगम की तरफ से कासना स्थित 137 एमएलडी एसटीपी के मास्टर पंपिंग स्टेशन का संचालन व मेनटेनेंस किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान इस एसटीपी के सम्पवेल पर सफाई नहीं पाई गई। फ्लो मीटर, पैनल और डीजी सेट खराब मिला। केबल डक्ट क्षतिग्रस्त पाई गई। सम्पवेल में सीवरेज का लेवल मापने के लिए इंडिकेटर नहीं मिला, जिसके चलते जल निगम पर पांच लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई। उन्होंने बताया कि इन सभी फर्मों को एक सप्ताह में सभी खामियां दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। दोबारा निरीक्षण करने पर ये खामियां पाई गई तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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October 05, 2024