ग्रेटर नोएडा: ऑटो एक्सपो में एक से बढ़कर एक बेहतरीन वाहन देखने को मिल रहे हैं। एडवांस तकनीक और फीचर्स से लैस कुछ कॉन्सेप्ट भी मंच पर उतारे गये हैं। पुणे स्थित इलेक्ट्रिक व्हीकल स्टार्टअप VAYVE MOBILITY ने इस बार मोटर शो में अपनी नई सोलर पावर इलेक्ट्रिक कार VAYVE EVA के प्रोटो टाइप को पेश किया है। स्टार्ट अप का दावा है कि ये देश की पहली सोलर पॉवर्ड इलेक्ट्रिक कार है। इस कार को शहरी क्षेत्र को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। जो छोटी यात्रा के लिए बिल्कुल परफेक्ट साबित हो सकती है।
बेहद ही आकर्षक वाली छोटी इलेक्ट्रिक कार में दो दरवाजे दिए गये हैं। वहीं ड्राइविंग सीट के बगल में दरवाजे के अंदर एक ट्रे दिया गया है, जिस लैपटॉप जैसा सामान रखा जा सकता है। कार की साइज की बात करें तो इसकी लंबाई 3060mm उंचाई 1590mm और 170mm का ग्राउंड क्लीयरेंस दिया गया है। अगर ब्रेक की बात करें तो आगे की पहियों में डिस ब्रेक और पिछले के पहियों में ड्रम ब्रेक दिया गया है।
vayve EVA के स्पेशिफिकेशन
इस इलेक्ट्रिक कार में 14kwh की क्षमता का बैटरी पैक दिया गया है जो 12 kwh और 40nm का टार्क जनरेट करता है।
कार पर खर्च
कंपनी का दावा है कि कार सिंगल चार्ज में 250 किलोमीटर तक का रेंज देती है। जबकि जो सोलर पैनल दिया गया है, उसे कार के सनरूफ के जगह पर इस्तेमाल किया जा सकता है। ये कार पूरी तरह से सोलर एनर्जी पर नहीं चलती है बल्कि इसमें दिया गया सोलर पैनल विकल्प के रूप में काम करता है। जो कार को अतरिक्त 10 किलोमीटर का ड्राइविंग रेंज प्रदान करता है। इस कार की बैटरी को फुल चार्ज करने के बाद इसकी रनिंग कास्ट महज 80 पैसे प्रतिकिलोमीटर पड़ती है। इसके अलावा ये कार 5 सेकेंड में 40 किमी. की रफ्तार पकड़ने में सक्षम है।
ग्रेटर नोएडाः यूनिवर्सिटी सुसाइड केस में नया खुलासा सामने आया है। वीडियो सामने आने के बाद जांच एक नए एंगल पर पहुंच चुकी है। दरअसल, शिव नादर यूनिवर्सिटी में गुरुवार को बैचलर ऑफ आट्स के एक छात्र ने अपनी एक सहपाठी की गोली मारकर हत्या कर दी और बाद में उसने खुद भी आत्महत्या कर लिया। छात्र ने छात्रा की हत्या के बाद और अपनी सुसाइड से पहले एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया। जिसमें पुलिस को नए एंगल का पता चला।
वीडियो में धोखे का आरोप
वीडियो सामने आने के बाद प्रेम प्रसंग की बात सामने आई। वीडियो में छात्र का दावा है कि प्रेम प्रसंग में धोखा देने के चलते छात्रा की हत्या की। वीडियो के माध्यम से ये भी जानकारी सामने आई कि छात्र कैंसर का पेशेंट था। छात्र ने छात्रा पर मानसिक शोषण और आर्थिक शोषण का आरोप लगाया। छात्र ने हत्या के बाद करीब 23 मिनट का वीडियो बनाया और वीडियो रिलीज करने के बाद खुद को भी गोली मार ली।
क्या है पूरा मामला
वीडियो के जरिए ये बात सामने आई कि छात्रा अपने पूर्व प्रेमी के ब्लैकमेल से परेशान थी, इन सबसे बाहर निकलने के लिए उसने छात्र अनुज को प्रपोज किया था। छात्र द्वारा जारी वीडियो के मुताबिक उसने ना सिर्फ उस लड़की को उसके पूर्व प्रेमी से बचाया, बल्कि दोनों के बीच में घनिष्टता भी हो गई। छात्र ने अपने वीडियो में आरोप लगाया कि उसके रिलेशनशिप के कुछ दिन बाद ही छात्रा किसी दूसरे लड़के के संपर्क में आ गई और उससे छिप छिपकर मिलने लगी। जब ये बाद छात्र को पता चली तो उसने छात्रा को समझाया, लेकिन वो नहीं मानी, बल्कि छात्र को उससे दूरे रहने की नसीहत देने लगी। जिससे परेशान होकर उसने घटना को अंजाम दिया।
ग्रेटर नोएडा: बीमा पॉलिसी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है। दनकौर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 30 हज़ार की नकदी समेत लाखों का सामान जब्त किया गया है। जिसमें लैपटॉप, मोबाइल और ज़रुरी दस्तावेज बरामद किये गये हैं।
कैसे करते थे धोखाधड़ी ?
पुलिस ने बताया कि आरोपी ग्राहकों को उनकी बंद पॉलिसी को शुरू करने का झासा देते थे। खुद की पहचान छिपाने के लिए ये अपना नाम बदलकर ग्राहकों से मिलते थे। जिसके बाद फर्जी मोहर लगाकर उनको अपने झासे में लेते थे।
GREATER NOIDA: HIV एक लाइलाज बीमारी है, ये हम सबको पता है। ऐसे में जब ये बात किसी को पता चले कि वो इस बीमारी से संक्रमित है, तो सोचो उसके जीवन में क्या गुजरेगा। वो एक दिन नहीं बल्कि रोज तिल तिल मरता है। पीड़ित के साथ पूरा परिवार भी मानसिक प्रताड़ना झेलता है। कुछ इसी तरह एक घटना ग्रेटर नोएडा से भी सामने आई। जहां ये पता चलने पर कि वो HIV संक्रमित है, मानो उसके जीवन में मुसीबत का पहाड़ ही टूट पड़ा हो। इस युवक की रिपोर्ट एक नहीं दो दो बार पॉजिटिव आई। जिसके बाद पूरा परिवार टूट गया। खुद युवक ने भी अपनी जीवन लीला समाप्त करने की सोच ली।
क्या है पूरा मामला?
27 अप्रैल को शारदा अस्पताल में भर्ती अपने रिश्तेदार को खून देने मुस्तकीन पहुंचा, जहां ब्लड सैंपल देने के बाद उसे पता चला कि उसके ख़ून में कुछ दिक्कत है और उसे अपने ब्लड की जांच करवा लेनी चाहिए। शारदा अस्पताल के डॉक्टर्स के कहने पर मुस्तकीन ने अपने खून की जांच करवाई। जहां उसकी रिपोर्ट HIV पॉजिटिव आई। ये सुनते ही मुस्तकीन के होश फाख़्ते हो गये। उसने ये जानकारी अपने परिजनों को दी। उसके बाद पूरे परिवार में मातम पसर गया।
सुसाइड करने का बनाया प्लान
पीड़ित ने बताया कि 4 मई को उसने अस्पताल को सैंपल दिया था और 6 मई को उसे बताया गया कि वो HIV पॉजिटिव है। जिसके बाद परेशान होकर घर पहुंचे मुस्तकीन ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने का मन बन लिया।
दोबारा जांच में ख़ुलासा
हालांकि इस दौरान मुस्तकीन के रिश्तेदारों ने फिर से HIV जांच करवाने की सलाह दी, अधूरे मन से ही सही 7 मई को मुस्तकीन ने दोबारा जांच करवाई, जिसकी रिपोर्ट उसे 15 मई को मिली। जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि उसकी रिपोर्ट HIV निगेटिव है। अब पीड़ित मुस्तकीन का कहना है कि शारदा अस्पताल की लापरवाही के चलते उसे असहनीय पीड़ा हुई। अब पीड़ित मुस्तकीन शारदा अस्पताल पर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं।
खेलो इंडिया युनिवर्सिटी गेम का शुभारम्भ गौतमबुद्ध नगर जिले के शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम ग्रेटर नोएडा में रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुआ। खेल का शुभारम्भ प्रभारी मंत्री बृजेश सिंह ने किया।
शुभारम्भ में विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने खिलाड़ियों के उत्साह वर्धन में ओजस्वी प्रस्तुति दी। देश के विभिन्न हिस्से से पहुंचे खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन करते हुए प्रभारी मंत्री वृजेश सिंह ने कहा कि खेल में खिलाड़ी का भावना होना चाहिए, खेल में एक ही जीतेगा।
उद्घाटन सत्र में पहला मैच एचपीयू शिमला व एचसीवाई युनिवर्सिटी दुर्ग के बीच खेला गया, जिसमें महिलाओं ने रोमांचक खेल का प्रदर्शन करते हुए दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। दूसरा मैच एसआरएसयू जिन्द व एसएबीवी युनिवर्सिटी बिलासपुर के बीच खेला गया। कबड्डी प्रतियोगिता में 15 टीमें हिस्सा ले रहीं हैं। 24-25 मई को लीग मैच समाप्त होंगे।
वहीं सेमीफाइनल 26 मई को होगा, जबकि फाइनल का आयोजन 27 मई से होगा। इस दौरान उद्घाटन सत्र में सांसद डॉ. महेश शर्मा, राज्य सभा सांसद सुरेन्द्र नागर, एमलसी श्रीचन्द शर्मा, वरुण सिंह भाटी, अर्जुन अवार्डी, बबिता नागर, जिलाधिकारी मनीश कुमार वर्मा, वंदिता श्रीवास्तव एडीएम, सहित खेल अधिकारी मौजूद रहे।
बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुति
खेलो इंडिया युनिवर्सिटी गेम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऑनलाइन 25 मई को करेंगे, औपचारिक उद्घाटन मंगलवार को हो गया, जिसमें स्कूली बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी। बच्चों की प्रस्तुति ने खिलाड़ियों में उत्साह भर दिया।
ग्रेटर नोएडा: शिव नादर यूनिवर्सिटी गोलीकांड मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया है। जिनके पास से एक तमंचा भी बरामद किया गया है। आरोप है कि इन आरोपियों ने मृतक छात्र को पिस्टल उपलब्ध करवाई थी। इसके बदले में आरोपियों ने मृतक छात्र अनुज कुमार को 35 हजार नगद भी दिया था।
क्या है पूरा मामला?
बीते 18 मई को मृतक अनुज ने अपनी प्रेमिका की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसने खुद भी सुसाइड कर लिया था। इस मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगा है। आरोप है कि मृतक छात्र के दोस्तों ने ही उसे हाथियार खरीदने के लिए पैसे की मदद की थी। जिस रकम से मृतक अनुज ने पिस्तौल की ख़रीद की थी।
ग्रेटर नोएडा: अपनी मांगों को लेकर प्राधिकरण के ख़िलाफ़ किसानोंं ने ट्रैक्टर रैली निकाली। ये रैली तय कार्यक्रम के अनुसार ग्रेटर नोएडा वेस्ट के एक मूर्ति गोल चक्कर और ग्रेटर नोएडा ईस्ट के सिरसा गोल चक्कर से जैतपुर होते हुए प्राधिकरण के सामने आकर ख़त्म किया। इस रैली में सैकड़ों ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर हज़ारों किसान पहुंचे।
किन किन मांगों को लेकर प्रदर्शन?
प्राधिकरण के ख़िलाफ अपनी मांगों को लेकर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जिनके समर्थन में बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर से पहुंचे। किसानों की मांग है कि उन्हें 10 फीसदी आबादी प्लॉट, आबादियों में लीजबैक, भूमिहीन किसानों को 40 वर्ग मीटर का प्लाट शामिल है।इसके अलावा सर्किल रेट से 4 गुना मुआवजा भी शामिल है।
डेरा डालो, घेरा डालो का भी है प्रोग्राम
इस दौरान किसानों का कहना था कि अगर उनकी मांग जल्द नहीं मानी गई तो 6 जून को डेरा डालो, घेरा डालो का भी प्रोग्राम किया जा रहा है। आपको बता दें किसान पिछले 34 दिन से अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट: बिल्डर्स के मनमाने रवैये से परेशान सोसायटी के निवासियों को राहत मिलती दिख रही है। मनमानी करने वाले बिल्डर्स पर प्राधिकरण ने कार्रवाई करने का मन बना लिया है। इसे लेकर चेतावनी भी बिल्डर्स को दी जा रही है। प्राधिकरण दफ़्तर में बिल्डर्स और बायर्स की बैठक हुई।
'तत्काल समस्याओं का हल करें बिल्डर'
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौड़ सिटी-2 स्थित व्हाइट ऑर्किड सोसायटी के निवासियों और बिल्डर प्रतिनिधि की बैठक प्राधिकरण के कार्यालय में हुई। इस दौरान प्राधिकरण के ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने बिल्डर प्रतिनिधि को निर्देश दिया कि निवासियों की समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए, नहीं तो बिल्डर पर कार्रवाई की जाएगी।
CEO के निर्देश पर बैठक
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर फ्लैट खरीदारों की समस्याओं को हल करने के लिए प्राधिकरण नियमित रूप से बिल्डर-बायर्स बैठक करवा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को व्हाइट ऑर्किड सोसायटी के निवासियों की भी बैठक हुई। ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सोसायटी के निवासियों और बिल्डर के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। निवासियों ने बताया कि सोसाइटी में बनी मार्केट में अवैध रूप से क्योस्क चल रहे हैं।
'मेंटिनेंस के नाम पर उगाही'
इस दौरान सोसायटी निवासियों ने बिल्डर पर गंभीर आरोप भी लगाए। लोगों का आरोप है कि बिल्डर निवासियों से जितना मेंटिनेंस के नाम पर चार्ज कर रहा है, उस हिसाब से सोसायटी को मेंनटेन नहीं किया जा रहा है। सोसाइटी के बेसमेंट में लीकेज की समस्या है। बिल्डर ऑडिट रिपोर्ट भी निवासियों से साझा नहीं कर रहा। बैठक में ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव ने बिल्डर प्रतिनिधियों को इन समस्याओं का शीघ्र समाधान कराने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक टावर से दो निवासी और बिल्डर के दो प्रतिनिधि की संयुक्त कमेटी बनाकर समस्याओं का निदान कराने के भी निर्देश दिये।
ग्रेटर नोएडा: सेक्टर ओमेगा स्थित मित्रा सोसायटी में मंगवार को पकड़ी गई ड्रग्स फैक्ट्री चार साल से चल रही थी। कपड़ा फैक्ट्री की आड़ में यहां ड्रग्स तैयार की जाती थी। यहां तैयार ड्रग्स को बंदरगाहों और बांग्लादेश बॉर्डर से अलग-अलग कोरियर कंपनी के माध्यम से कपड़ों के बंडल के बीच विदेश भेजा जाता जाता था। पुलिस ने तीन कोरियर कंपनियों को चिह्नित किया है, उनको नोटिस जारी किया गया है। कोरियर कंपनी के नाम से कार्गो पार्सल में ड्रग्स पैकेट छुपाए जाते थे। पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने बताया कि मकान में चल रही ड्रग्स फैक्ट्री को तीन विदेशी नागरिक चला रहे थे। तीनों नाइजीरिया के रहने वाले है। 13 दिन के अंदर दो ड्रग्स फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद पुलिस की भूमिका भी जांच शुरू हो गई है।
कोडवर्ड में होती थी बात
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपी तस्करी के लिए वॉट्सऐप कॉलिंग करते थे। कोडवर्ड में अपना मेसेज छोड़ते थे। आरोपियों के पास से कई दस्तावेज मिले हैं, जिनमें कई नंबर और नाम लिखे हुए हैं। अब पुलिस इन दस्तावेजों में लिखे नंबर को कोडवर्ड मानते हुए जांच कर रही है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि कई ऐसे नंबरों से बात की जा रही थी उन्हें ट्रैक कर पाना लगभग नामुमकिन सा था। यूजर्स के लोकेशन और आईपी अड्रेस को ट्रेस नहीं किया जा सकता था और न ही होस्ट के बारे में जानकारी मिल पाती थी। आसपास के लोगों को बताया था कि यहां रहने वाले लोग कपड़ा फैक्ट्री चलाते है। यहां तैयार माल को विदेश भेजा जाता था। घर से जब पुलिस ने 30 किलो 900 ग्राम ड्रग्स पकड़ी तो पड़ोसियों के होश उड़ गए।
तीन विदेशी नागरिक गिरफ़्तार
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस की स्वाट टीम, बीटा-टू और कासना कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने मित्रा सोसायटी के एक मकान में संचालित हो रही ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए अफ्रीकी मूल के तीन नागरिकों साइमन, केसिएना रिमी, इग्वे साइमन को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद की थी। ड्रग्स की कीमत 150 करोड़ रुपये बताई गई है। बीते 17 मई को गिरफ्तार किए गए 10 अफ्रीकी नागरिकों शामिल चिडी इजीअग्वा को रिमांड पर लेकर पूछताछ के दौरान पुलिस इन आरोपियों तक पहुंचीं। पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने बताया कि मित्रा एन्क्लेव के एक मकान के दो मंजिल पर चल रही ड्रग्स की फैक्टरी संचालित किए जाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए अफ्रीकी मूल के नागरिक दिल्ली एनसीआर रीजन में ड्रग्स की सप्लाई का सिंडीकेट चलाते थे।
ड्रग्स के काले कारोबार का चीनी कनेक्शन
इससे पहले 11 जून को नेपाल बॉर्डर पर दो चीनी नागरिक जासूसी के शक में पकड़े जाने से पहले 17 दिन ग्रेटर नोएडा में अपने साथियों के साथ रुके थे। देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला होने के बावजूद पुलिस ने विदेशी नागरिकों के दस्तावेज जांच करने के लिए अभियान चलाने का दावा किया था। इसके बावजूद ड्रग्स फैक्ट्री की भनक तक नहीं लगी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट: वेस्ट को अब जल्द थीम पार्क मिलने जा रहा है। यहां पर ग्रेटर नोएडा के सम्राट मिहिरभोज पार्क की तरह नया पार्क डेवलेप किया जाएगा। सीईओ रितु माहेश्वरी ने इसके निर्देश दे दिए हैं। सीईओ रितु महेश्वरी ने उद्यान विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आबादी तेजी से बढ़ रही है। इसे देखते हुए ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर वेस्ट में भी पार्क विकसित किया जाएगा। जहां पर लाइट एंड साउंड शो भी तैयार किया जाएगा।
G-20 सम्मेलन से पहले शहर को हरा-भरा करने की तैयारी
ग्रेटर नोएडा को और हरा-भरा बनाने के लिए सीईओ ने मानसून के दौरान बृहद पैमाने पर पौधरोपड़ करने के निर्देश दिए। सीईओ ने जी-20 सम्मेलन की तैयारियों को जुलाई तक हर हाल में पूरा करने को कहा हैै। सीईओ ने कहा कि इस बड़े आयोजन से पहले सभी ग्रीन बेल्ट और पार्क को दुरुस्त कर लिया जाए। रोड साइड ग्रीनरी को मेंनटेन करने के लिए भी निर्देश दिए गये। जुलाई महीने के अंत तक ग्रेटर नोएडा की सभी रोटरी को सौंदर्यीकृत करने का लक्ष्य दिया गया है।
पेड़ों की छटाई के लिए खरीदी गई आधुनिक मशीनें
ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों में अब पेड़ों की छंटाई की शिकायतें जल्द दूर हो सकेंगी। प्राधिकरण ने छंटाई के लिए तीन मशीनें खरीद ली हैं। सीईओ रितु माहेश्वरी ने इन वाहनों को हरी झंडी दिखाई। इस बेड़े में बहुत जल्द दो और मशीनें शामिल हो जाएंगी। दरअसल, ग्रेटर नोएडा में पेड़ों की छंटाई समय से न हो पाने की शिकायतें लगातार मिल रहीं थीं। सीईओ की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि ट्रिमिंग मशीनें नहीं हैं। विद्युत अभियांत्रिकी विभाग की मशीनों से काम चलाया जा रहा है। सीईओ ने उद्यान विभाग को 10 ट्रिमिंग मशीनें खरीदने पर अपनी सहमति दे दी। उद्यान विभाग ने तीन ट्रिमिंग मशीनें मंगा ली हैं। प्रत्येक मशीन की कीमत करीब 22.50 लाख रुपये है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022