Greater Noida: विभिन्न मांगों को लेकर किसान सभा धरना रक्षाबंधन को भी 107वां दिन जारी रहा. धरने की अध्यक्षता राम सिंह नागर और संचालन हरेंद्र खारी ने किया। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि 10% प्लाट का मुद्दा आंदोलन की पहचान है। 10% प्लाट के मुद्दे पर कोई भी समझौता नहीं किया जा सकता।
जनप्रतिनिधि कभी भी किसानों के मुद्दों के प्रति गंभीर नहीं रहे हैं। जनप्रतिनिधियों ने इस सरकार के दौरान कभी भी किसानों के मुद्दों को नहीं उठाया है। किसान हमेशा अपनी लड़ाई खुद ही लड़ते आए हैं। इस मोर्चे पर जनप्रतिनिधि पूरी तरह विफल रहे हैं । जनप्रतिनिधियों का सरोकार केवल अपने करियर को आगे बढ़ाने, रिश्तेदारों मित्रों की तरक्की करने तक सीमित रहा है । किसानों ने अपनी लड़ाई अपने दम पर लड़ी है। यह लड़ाई भी अपने दम पर ही लड़कर जीतेंगे।
गिरफ्तारी देने के लिए सैकड़ों किसान तैयार
वहीं, किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेट पूरी तरह बंद कर दिए जाएंगे। किसान हजारों की संख्या में गिरफ्तारी देने को तैयार हैं। किसी भी कीमत पर किसान अपने हकों से समझौता नहीं करेंगे। सादौपुर गांव के किसान सभा की कमेटी के अध्यक्ष निरंकार प्रधान ने कहा, लड़ाई आर पार के मकसद से शुरू की गई है। किसानों को आज पूरे 107 दिन हो गए हैं। गर्मी धूप बारिश में महिलाओं सहित सड़क पर रहे हैं।
आंदोलन तेज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं
उन्होंने कहा कि यह सरकार, अफसर और जनप्रतिनिधियों की हर दर्जे की असंवेदनशीलता है। अभी तक भी किसानों के मुद्दों को हल करने की तरफ कदम नहीं बढ़ाया है। नए अधिकारी भी डेढ़ महीने से अधिक समय से तैनात हैं और अभी भी मुद्दों को हल करने के लिए समय की मांग कर रहे हैं। जबकि मुद्दे स्पष्ट हैं, कोई नई मांग, नया मुद्दा नहीं है। तय नियमों कानून समझौते के अनुसार ही मुद्दों को हल करने की मांग की जा रही है । कई महीने से आबादियों की सुनवाईयां चल रही है। लेकिन आबादियों के प्रकरण अभी तक भी प्राधिकरण बोर्ड बैठक से पास नहीं किए गए हैं। ऐसे में आंदोलन को तेज करने के अलावा किसानों के पास कोई विकल्प नहीं है। किसानों ने फैसला किया है कि यदि मुद्दे हल नहीं होंगे तो प्राधिकरण को भी नहीं चलने देंगे ।
Noida: किसान सभा गौतम बुद्ध नगर के सैकड़ो लोग रविवार को जंतर-मंतर पहुंचकर प्रदर्शन किया। ग्वालियर में प्रदर्शनकारियों पर हुए पुलिस के अत्याचारों के विरोध में सुबह 9:00 बजे परी चौक से किसान सभा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसानों ने जंतर मंतर के लिए कूच किया।
अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला
गौरतलब है कि ग्वालियर में 25 सितंबर को हुए प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारियों पर फर्जी मुकदमे और जेल भेज गया था। किसानों ने पुलिस और प्रशासन पर अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला करने का आरोप लगाया है। इसी के विरोध में जंतर मंतर पर कई किसान संगठनों ने मिलकर प्रदर्शन किया।
सरकार जनता का दमन करने पर तुली
जंतर-मंतर पर किसानों संबोधित करते हुए किसान सभा गौतम बुद्ध नगर के अध्यक्ष डॉ. रुपेश वर्मा ने कहा कि भाजपा एंटी सिस्टम पार्टी है। जिसका सामाजिक न्याय संविधान अभिव्यक्ति की आजादी में कोई विश्वास नहीं है। इसीलिए ग्वालियर में प्रदर्शन कार्यों पर पुलिस ने फर्जी मुकदमे दर्ज किए हैं। प्रदर्शनकारियों के सिर पर इनाम घोषित किए हैं। सैकड़ों संख्या में प्रदर्शनकारियों को जेल में बंद किया है। इतना ही नहीं सरकार उत्पीड़ित जनता के सभी तत्वों का दमन कर रही है।
आवाज उठाने वालों की जगह जेल में
डॉ. रुपेश वर्मा ने कहा, अब जनता की आवाज उठाने वाले मीडिया कर्मियों के ऊपर आतंकवाद की धाराएं लगाकर मुकदमे दर्ज कर जेल भेजने का कार्य किया जा रहा है। यह संदेश साफ तौर पर दिया जा रहा है की जो भी पत्रकार अथवा जनवादी व्यक्ति जनता के पक्ष में बोलेगा उसकी जगह जेल में है।
सैकड़ों किसान नोएडा से दिल्ली पहुंचे
किसान सभा के महासचिव जगदीश नंबरदार सचिव संदीप भाटी, अजय पाल भाटी, दुष्यंत, सुरेंद्र भाटी, अशोक भाटी, उपाध्यक्ष गवरी मुखिया, राकेश पप्पू ठेकेदार, सुधीर भाटी, सतीश यादव, सुरेंद्र यादव, निरंकार प्रधान, शिशांत, मनवीर भाटी, खानपुर, जितेंद्र भाटी, अजय पाल भाटी, मोनू मुखिया, नरेश नागर, ओमवीर नागर, करतार नागर, सुशील सुनपुरा, डॉ. विक्रम प्रशांत भाटी, गौरव यादव, मोहित नागर, अजब सिंह, नेताजी, विनोद सरपंच और सैकड़ों किसान सभा के कार्यकर्ता शामिल रहे।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर किसानों का धरना जारी है। आज किसानों के बीच किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत खुद ट्रैक्टर चलाकर किसानों के धरने के बीच पहुंचे।
प्राधिकरण और प्रशासन पर साधा निशाना
पिछले 13 दिनों से किसान ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर अपनी कई मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। किसानों का जोश और बढ़ गया, जब उनके बीच उनके नेता राकेश टिकैत पहुंचे। किसानों ने जोरशोर से राकेश टिकैत का स्वागत किया। जिसके बाद राकेश टिकैत ने प्राधिकरण और प्रशासन पर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने प्राधिकरण पर कई आरोप लगाए। राकेश टिकैत ने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारी किसानों की बात नहीं सुन रहे हैं। लेकिन उनको किसानों की बात सुननी पड़ेगी।
जमीन पर पहले किसानों का हक- टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि प्राधिकरण के अफसर अपनी मनमानी कर रहे हैं। जबकि यहां की जमीन पर पहले किसानों का हक है, ना कि प्राधिकरण का। इसलिए प्रशासन और प्राधिकरण को किसानों की बात सुननी पड़ेगी।
'अफसर बैठकर सुने किसानों की मांग'
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की जमीन एयरपोर्ट में जा रही है। कई किसान ऐसे भी हैं, जिनके पास अब जमीन नहीं बची। राकेश टिकैत बोले अधिकारियों के पास तो कई मकान हैं लेकिन जिनकी जमीन जा रही है, वो अब बेघर हो रहे हैं। ऐसे में कलेक्टर, कमिश्नर और प्राधिकरण के अफसरों को बैठकर किसानों की बात सुननी चाहिए। जिससे किसान परेशान ना हो।
Noida: अखिल भारतीय किसान सभा गौतम बुद्ध नगर इकाई की जिला कमेटी के पदाधिकारियों ने सर्वोत्तम बिल्डर के के खिलाफ रामगढ़ गांव में चल रहे धरना-प्रदर्शन में पहुंचकर समर्थन दिया। आरोप है कि 23 नवंबर को सर्वोत्तम बिल्डर के बाउंसरों ने किसानों ने की जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की थी। धरनारत किसानों ने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट कर दी गई। जिससे कई किसान घायल हो गए। जबकि पुलिस ने दो किसानों के बीच का झगड़ा बनाकर किसानों पर ही 307 आईपीसी में एफआईआर दर्ज कर दी। इससे किसानों में रोष है। जिसको लेकर शुक्रवार को बड़ी संख्या में धरना स्थल पर किसानों ने सर्वोत्तम बिल्डर के विरुद्ध नारे लगाकर प्रदर्शन किया।
नये अधिग्रहण कानून का उल्लंघन का रहा सर्वोत्तम बिल्डर
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि अंसल को 2005 में 2500 एकड़ में टाउनशिप बनाने का लाइसेंस दिया था। जिसे अंसल बिल्डर कभी भी कार्य रूप नहीं दे सका। किसानों का असल बिल्डर के साथ 2013 में 10% आबादी प्लाट, 64 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजे का समझौता हुआ था। जिसका पालन भी अंसल बिल्डर ने नहीं किया। अब अंसल बिल्डर के प्रोजेक्ट को सर्वोत्तम बिल्डर ने खरीदा है। ऐसे में उसकी लायबिलिटी भी सर्वोत्तम बिल्डर को पूरी करनी है। अन्यथा किसानों को अपनी जमीन पर कब्जा नहीं देना चाहिए। रुपेश वर्मा ने कहा कि नये अधिग्रहण कानून में भी किसानों के हक को अच्छी तरह परिभाषित किया गया है, जिनका बिल्डर सरासर उल्लंघन कर रहा है।
किसान सभा किसानों के साथ
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि किसानों के हक की लड़ाई वाजिब है। किसान सभा किसानों के साथ खड़ी है। किसान सभा के उपाध्यक्ष गवरी मुखिया, अजब सिंह नेताजी, दुष्यंत सेन, सचिन भाटी, सुरेंद्र भाटी, सुरेश यादव, विजय यादव, मोहित यादव, सुशांत भाटी प्रशांत भाटी ने धरने को संबोधित किया।
Noida: 10 प्रतिशत आबादी के भूखंड, 64.7 प्रतिशत मुआवजा देने सहित कई मांगों को लेकर एक बार फिर किसानों ने प्राधिकरण के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। किसानों ने सेक्टर-5 स्थित बारातघर पर इकट्ठा होकर किसान पैदल मार्च करते नोएडा प्राधिकरण पहुंचे और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का कहना है कि उनकी मांग प्राधिकरण पूरी नहीं कर रहा है। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। इस दौरान कुछ किसान बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए दफ्तर में घुसने का प्रयास करते नजर आए। जिसके चलते पुलिस और किसानों के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली।
मांगें पूरी होने तक जारी रहेगी लड़ाई
प्रदर्शन में पुरुष किसानों के साथ-साथ महिला किसान भी बड़ी संख्या में पहुंची। किसानों का कहना है कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं, हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन की मिल रहा है। किसानों की मांगें अब तक पूरी नहीं हुईं। आंदोलन की अगुवाई कर रहे सुखबीर खलीफा ने कहा किसान 10 प्रतिशत आबादी के भूखंड, 64.7 प्रतिशत मुआवजा देने सहित कई मांगों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक लड़ाई जारी रहेगी।
प्राधिकरण कार्यालय में तालाबंदी की चेतावनी
सुखबीर खलीफा ने कहा कि अधिग्रहण के 50 साल बाद भी किसानों को उनका हक नहीं दिया गया है। किसान अपनी मांगों को लेकर काफी सालों से लड़ाई लड़ रहे हैं। इसके बावजूद इंसाफ की रोशनी कहीं भी दिखाई नहीं दे रही है। जिसकी वजह से किसान दोबारा प्राधिकरण पर धरना देने को मजबूर हैं। हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो नोएडा प्राधिकरण में परमानेंट ताला जड़ देंगे। इस बार किसानों को जीत दिलवाकर ही दम लेंगे।
Greater Noida: दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गावों के किसान नोएडा एनटीपीसी भवन का आज घेराव करने का ऐलान किया है। एनटीपीसी भवन पर हजारों की तादात में किसान पहुंचने की आशंका पर एनटीपीसी भवन पर सुरक्षा में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
हजारों किसानों के पहुंचने की उम्मीद
बता दें कि किसान नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में अपनी मांगो को लेकर किसान एनटीपीसी भवन का घेराव करेंगे। किसानों की मुख्य मांगे स्थानीय लोगों को समान मुवावाजा और समान रोजगार मिले। इसके साथ ही दादरी एनटीपीसी प्रभावित क्षेत्र में स्थानीय लोगों के लिए कॉलेज व अस्पताल बनाया जाए।
कॉलेज और हॉस्पिटल बनाने की है मांग
अभी तक दादरी एनटीपीसी प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा के लिए बड़ा कॉलेज और इलाज के लिए हॉस्पिटल नहीं है। जानकारी के मुताबिक 1:00 बजे हजारों की तादाद में ग्रेटर नोएडा दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांव के किसान नोएडा एनटीपीसी भवन का घेराव करने पहुंचेंगे।
Greater Noida: दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गावों के किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को नोएडा एनटीपीसी भवन का घेराव किया। इसके बाद एनटीपीसी के बाहर धरने पर बैठ गए। किसानों की अधिकारियों से कई घंटों तक चली वार्ता में कोई समाधान नहीं निकला। बता दें कि सेक्टर 24 थाना क्षेत्र में स्थित दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांव के हजारों किसान सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में पहुंचे थे।
कड़ाके की ठंड में महिलाओं ने टेंट के नीचे गुजारी रात
समान मुआवजा, स्थानीय लोगों के लिए समान रोजगार की मांग को लेकर किसानों ने एनटीपीसी भवन के बहार डेरा डाला था। इसके बाद देर रात तक किसानों की अधिकारियों के साथ कई घंटे बैठक चली लेकिन कोई समाधान समाधान नहीं। वहीं, धरना प्रदर्शन में शामिल हुई महिलाओं ने पूरी रात टेंट के नीचे गुजरी। दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांव की महिलाएं नोएडा एनटीपीसी भवन के सामने धरने पर बैठी हैं। सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में आज एनटीपीसी भवन के सामने भी धरना जारी रहेगा।
Noida: दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गावों के किसान और महिलाएं तीन दिन से सेक्टर 24 स्थित एनटीपीसी मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। कड़ाके की ठंड में दिन-रात टेंट के नीचे बैठी 15 महिलाओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई। सभी महिलाओं को तत्काल सेक्टर 39 जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है।
तीन दिनों से धरने पर बैठे हैं किसान
बता दें कि समान मुआवजा, स्थानीय लोगों के लिए समान रोजगार की मांग को लेकर किसानों ने एनटीपीसी भवन के बाहर 18 दिसंबर को डेरा डाला था। मांगों को लेकर अधिकारियों और किसानों के बीच कई घंटे तक बैठक चली लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद किसानों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं एनटीसीपी के बाहर टेंट लगाकर धरने पर बैठे हैं।
अब तक 40 महिलाओं की बिगडी तबीयत
रजाई और कंबल कम होने और खुले आसमान में सोने पर ठंड लगने से महिलाओं की लगातार तबीयत बिगड़ रही है। अबतक 40 महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। एनटीपीसी के बाहर किसान जमीन अधिग्रहण केस मामले में सामान मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
Noida: सेक्टर 24 एनटीपीसी मुख्यालय के बाहर ठंड के बावजूद किसान धरने पर बैठे हैं। खुले आसमान में सोने पर ठंड लगने से धरने पर बैठी 50 महिला किसानों की अचानक तबीयत बिगड़ गई है। सभी को तत्काल इलाज के लिए सेक्टर 39 जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इन मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसान
नोएडा के सेक्टर-24 स्थित एनटीपीसी मुख्यालय के बाहर बीकेपी के नेतृत्व में किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। किसान जमीन अधिग्रहण केस मामले में सामान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। सामान मुआवजा, एनटीपीसी में नौकरी, कॉलेज और मेडिकल की मांग सहित अपनी कई मांगों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसे देखते हुए एनटीपीसी के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती की गई है।
Noida: किसान अपनी मांगों को लेकर गौतमबुद्ध नगर में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। नोएडा प्राधिकरण के बाहर किसान पिछले 14 दिनों से धरना दे रहे हैं। एक बार फिर नोएडा के 105 गांव के किसान प्राधिकरण की घेराबंदी करने जा रहे हैं। मंगलवार को 105 गांव के करीब 8 से 10 हजार किसान महापंचायत में हिस्सा लेने जा रहे हैं। इस महापंचायत में एनटीपीसी से प्रभावित किसान भी हिस्सा लेने जा रहे हैं।
प्राधिकरण कार्यालय पर करेंगे तालाबंदी
किसान नेता सुखबीर खलीफा ने महापंचायत का ऐलान किया है। जिसमें 8 से 10 हजार किसानों के पहुंचने की उम्मीद है। प्राधिकरण दफ्तर पर किसानों के इतनी बड़ी संख्या में पहुंचने से पहले कार्यालय के बाहर बेरीकेडिंग कर दी गई है। किसानों ने मांग नहीं मानने पर प्राधिकरण कार्यालय पर तालाबंदी की भी चेतावनी दी है।
इन मांगों को लेकर किसान कर रहे प्रदर्शन
महापंचायत में किसान अपने पशुओं को लेकर भी पहुंचने वाले हैं। जिसके लिए किसान रणनीति बना रहे हैं। आपको बता दें किसान बढ़ा हुआ मुआवजा, 10 फीसदी प्लाट की मांग, आबादी के पूर्ण निस्तारण की मांग को लेकर सेक्टर-6 प्राधिकरण दफ्तर के बाहर महापंचायत करेंगे।
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December 17, 2022