GREATER Noida: किसान सभा की कमेटी ने ग्राम पाली और रामपुर फतेहपुर की आबादी प्रकरणों की सुनवाई को लेकर बड़ी संख्या में महिलाओं ने धरना देकर नारेबाजी की. धरने की अध्यक्षता ओमवती देवी ने की और संचालन सतीश यादव ने किया. धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसानों की सभी समस्याओं का हल करवाने के लिए आंदोलन की शुरुआत की गई है. आंदोलन सभी समस्याओं को हल करने के दृढ़ संकल्प के साथ शुरू किया गया है. आंदोलन के दबाव के कारण किसान विरोधी अधिकारियों का तबादला प्राधिकरण से हुआ है. इसी तरह किसानों के पक्ष में प्राधिकरण ने कई मामलों में उल्लेखनीय निर्णय लिए हैं
अधिकारी किसानों का करने लगे हैं सम्मान
रुपेश वर्मा ने कहा कि आंदोलन के दबाव के कारण ही किसान किसानों की प्राधिकरण में एंट्री बिना रोक-टोक के हो गई है. अधिकारीगण भी किसानों के साथ सम्मान के साथ पेश आने लगे हैं. वर्षों से रुकी पड़ी आबादियों की सुनवाई आबादी नियमावली के तहत शुरू की गई हैं. जिसमें आज ग्राम रामपुर फतेहपुर और पाली गांव के प्रकरणों की सुनवाई की गई. सुनवाई के दौरान किसान सभा की कमेटी प्रकरणों में पैरवी के लिए उपस्थित रहे.
आंदोलन की धमक दिल्ली और लखनऊ पहुंची
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से 14 अगस्त को हुई वार्ता के क्रम में सांसद सुरेंद्रनागर और विधायक धीरेंद्र सिंह को शामिल करते हुए वार्ता आयोजित की जानी है, जिसे जल्दी ही आयोजित किया जाना है. किसान सभा के एक्शन कमेटी के नेता गवरी मुखिया ने कहा कि किसान सभा की कमेटी पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही हैं. आंदोलन मजबूत है, हजारों की संख्या में किसान धरना स्थल पर उपस्थित हो रहे हैं. जिनमें आधे से ज्यादा संख्या महिलाओं की है. आंदोलन की धमक दिल्ली और लखनऊ तक है. आंदोलन की मजबूती के कारण किसानों की आवाज को कोई दबा नहीं सकता. किसानों के सभी मसलों को हल करके ही आंदोलन खत्म होगा.
मांगों को पूरा कराने के बाद ही खत्म होगा आंदोलन
किसान सभा के उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि आंदोलन की प्रमुख चार मांगों 10% आबादी प्लाट, भूमिहीनों के 40 वर्ग मीटर के प्लाट, नए कानून को लागू करना, रेट रिवीजन और रोजगार के नीति सबसे अहम मसले हैं, जिन्हें हल करके ही आंदोलन खत्म होगा. धरने को नितिन चौहान, निशांत रावल मोहित नागर प्रशांत भाटी अजय पाल भाटी हरेंद्र खारी, ब्रह्मपाल सूबेदार मनोज प्रधान खानपुर विजेंद्र नागर मोनू मुखिया सतपाल संजय नागर चतर सिंह निरंकार प्रधान मोहित भाटी अजब सिंह नेताजी केशव रावल यतेंद्र मैनेजर ने संबोधित किया. धरने पर पूनम भाटी तिलक देवी जोगेंद्र भाटी संतरा विमलेश हरवेश कमलेश राजवती देवी एवं अन्य हजारों किसान उपस्थित रहे.
Greater noida: एनटीपीसी के खिलाफ धरना दे रहे किसान देश के प्रधानमंत्री के अपने खून से पत्र लिखने का एलान किया है।
311 दिन से लगातार धरना जारी
दादरी एनटीपीसी के खिलाफ लगातार 311वे दिन भी किसानो का धरना प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान किसान नेता सुखबीर खलीफा ने 27 अगस्त को अपनी मंगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खून से पत्र लिखने का एलान किया।उन्होंने कहा कि अभी तक किसानों की समस्याओं का समाधन नहीं हो सका है।इसलिए ऐसा निर्णय लिया है।
एनटीपीसी से गाँवों का पानी हो रहा खराब
किसान नेता ने कहा कि एनटीपीसी से आस पास के गावों का पानी खराब हो चुका है। जिसकी वजह से लोगों को खतरनाक बीमारी हो रही है।इसीलिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन कोई सुनाने वाला नहीं है।
27 अगस्त को लिखेंगे पत्र
किसान नेता ने कहा कि 27 अगस्त को धरना स्थल पर किसान बड़ी संख्या में पहुँचकर अपने खून से पीएम मोदी को चिट्ठी लिखेंगे। जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक धरना जारी रहेगा।
Noida: अपनी मागों को लेकर किसानों का धरना लगातार जारी है. अपनी मांगे को हल ना होते देख किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने बताया 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेटों को बिल्कुल बंद कर दिया जाएगा और किसी को भी अंदर या बाहर नहीं आने दिया जाएगा. जब तक हमारे मुद्दों को हल करने का समाधान नहीं कर दिया जाएगा. इसी कड़ी में हम सभी साथियों ने गांव में मीटिंगों का दौर फिर से शुरू कर दिया है। गांवों से अपील की जा रही है कि वह अपने हको के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में प्राधिकरण पर पहुंचे।
बड़े आंदोलन करने की दी चेतावनी
किसान सभा के सचिव जगदीश नंबरदार ने बताया कि हमारे मुद्दों के प्रति जनप्रतिनिधियों व प्राधिकरण का रवैया ढुलमुल है। हमारे इतने अवगत कराने के बाद भी उनको किसानों के मुद्दों की गंभीरता समझ नहीं आ रही है। क्षेत्र में इन बातों को लेकर आक्रोश है। हम इन लोगों को चेताना चाहते हैं कि या तो यह जल्द से जल्द मुद्दों को हल करें अन्यथा किसान बड़े कदम उठाने के लिए विवश होंगे।
धरना स्थल पर मनाएंगी रक्षा बंधन
महिला किसान जोगेंद्री ने कहा कि रक्षाबंधन का पावन पर्व होने के बावजूद भी हम महिलाओं ने तय किया है कि हम अपना त्यौहार धरना स्थल पर ही मनाएंगे. अपने भाइयों को यहीं पर राखी बांधेंगी. प्राधिकरण व जनप्रतिनिधियों को अपने अपनी पीड़ा से अवगत कराने के लिए अपना त्यौहार भी यहीं मनाएंगे।
जनप्रतिनिधि आलीशान मकानों में कुंभकर्णी नींद में सो रहे
धरने की अध्यक्षता कर रहे किसान सभा के संरक्षक जगदीश नंबरदार ने बताया कि जनप्रतिनिधियों का काम अपनी वोटों तक सीमित है। वह लोगों के मध्य जब वोट मांगने के लिए आते हैं, तो अच्छे-अच्छे बातें करते हैं और वादे करके जाते हैं कि आपकी समस्याएं हमारी समस्या है। परंतु वही जनप्रतिनिधि जब किसान अपनी समस्याओं को लेकर पिछले 4 महीना से सड़कों पर है। लेकिन आलीशान मकानो में कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं. हम जब तक उन्हें नींद से नहीं जाग लेते तब तक यहां से जाने वाले नहीं है।
प्राधिकरण ने किसानों के साथ किया धोखा
किसान सभा के उपाध्यक्ष सूबेदार ब्रह्मपाल ने कहा कि प्राधिकरण पिछले 20 दिनों से हमसे बोल रहा है कि हमने आपके 17 मुद्दे हल कर दिए हैं। परंतु हकीकत यह है कि अभी तक हल किए हुए मुद्दों को भी उन्होंने लागू नहीं किया है ।यह किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है। प्रशांत भाटी ने बताया कि प्राधिकरण पर होने वाले महापड़ाव के क्रम में आज हमने सुबह इटेड़ा गांव में युवाओं की मीटिंग की. जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया और अपने अधिकारों के प्रति गंभीरता दिखाते हुए संकल्प लिया कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के घेराव में युवाओं की बहुत बड़ी भागीदारी होगी।
Greatr Noida: किसानों का धरना प्राधिकरण पर 111वें दिन भी जारी रहा. अपने मुद्दों का अभी तक हल नहीं होने पर किसानों में भारी आक्रोश है. किसान ने अपने मुद्दों के प्रति प्राधिकरण की हीला हवाली को देखते हुए निर्णय लिया है कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेटों को जब तक बंद रखेंगे.
आंदोलन में कोई ढिलाई बरतने के मूड में नहीं
धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि 12 सितंबर की तैयारी के लिए हमने गांव-गांव में मीटिंगों का दौर शुरू कर दिया है. इसके लिए चार टीमों का गठन किया गया है. युवाओं, महिलाओं, भूमिहीनों और एक किसान सभा की मुख्य टीम अपने-अपने स्तर पर प्रत्येक गांव में मीटिंग कर गांव कमेटियों का गठन कर रहे हैं. इसके साथ ही 12 सितंबर को प्राधिकरण पर बड़ी संख्या में पहुंचने का आवाहन कर रहे हैं. उस दिन प्राधिकरण के दोनों गेटो को बंद कर आर पार की लड़ाई की जाएगी. अब आंदोलन में कोई ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है।
डबल इंजन की सरकार किसानों और मजदूरों का कर रही शोषण
वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यह डबल इंजन की सरकार किसानों और मजदूरों का वोट तो लेना चाहती है. लेकिन उनके मुद्दे हल करना नहीं चाहती है। जिले के अंदर तीनों प्राधिकरणों पर लंबे समय से किसानों के आंदोलन चल रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सदन के अंदर किसानों के आंदोलन से संबंधित प्रश्न उठाया था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन सवालों का जवाब देना भी उचित नहीं समझा. किसानों की पीड़ा जायज है और उन्हें उनका अधिकार मिलना ही चाहिए। समाजवादी पार्टी किसानों के साथ है. समय-समय पर समाजवादी पार्टी की तरफ से प्रतिनिधिमंडल भी किसानों के मध्य पहुंचकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुआ है हम बहुत जल्दी ही अखिलेश यादव से मुलाकात कर उन्हें धरने पर बुलाने के लिए समय लेंगे।
मुद्दे हल होने तक लड़ते रहेंगे, हम थकने वाले नहीं
किसान सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि सत्ता हमारी ताकत को तोलना चाहती है, उन्हें यह भूल है कि हम थक जाएंगे। हम इस देश के भूमिपुत्र हैं हमारे खून में थकना नहीं लिखा, हम जब तक लड़ते रहेंगे जब तक हमारे मुद्दे हल नहीं हो जाते या हमारे शरीर से हमारे प्राण नहीं निकल जाते।
किसान सभा के जिला सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि 12 सितंबर की तैयारी के लिए सरधना से विधायक अतुल प्रधान सभी प्रभावित गांवों में सभाएं करेंगे। इसकी शुरुआत 6 तारीख से की जाएगी। जितने भी जिले के प्रभावित गांव हैं, उन सभी गांव में अतुल प्रधान अपने स्तर पर सभाएं करेंगे और लोगों से 12 तारीख के लिए बड़ी संख्या में आने का आवाहन करेंगे। अतुल प्रधान पूर्व में भी किसानों के धरने पर आते रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक किसानों के मुद्दे हल नहीं हो जाते मैं शांति से बैठने वाला नहीं हूं। वहीं, महिला समिति की टीम ने रोजा याकूबपुर गांव में मीटिंग कर महिला समिति का गठन किया.
Greater Noida: किसान सभा का धरना प्रदर्शन 116वें दिन प्राधिकरण के खिलाफ जारी रहा। धरना स्थल पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा 12 सितंबर को डेरा डालो, घेरा डालो प्रोग्राम के तहत प्राधिकरण को बंद किया जाएगा. जिसके लिए महिलाओं नौजवानों किसानों और भूमिहीनों की चार टीम क्षेत्र में प्रचार कार्य में लगी हैं।
किसान सभा के युवा नेता मोहित नागर ने कहा कि नौजवान पूरी तरह संगठित हैं और 12 सितंबर को हजारों की संख्या में प्राधिकरण पर डेरा डालकर प्राधिकरण को बंद करने का कार्य करेंगे। प्रशांत भाटी ने कहा कि घंघोला गांव में पुस्तकालय स्थल पर नौजवानों की बैठक की गई। जिसमें बड़ी संख्या में नौजवान उपस्थित रहे उपस्थित नौजवानों ने 12 सितंबर के आंदोलन में बड़ी संख्या में आने का वादा किया।
अभय भाटी ने कहा कि लड़ाई आर पार की है, मुद्दों को हल करके ही दम लेंगे। हमारे क्षेत्र के प्रतिनिधियों में कोई दम नहीं है। उन्होंने आज तक किसानों की किसी भी समस्या को प्राथमिकता पर नहीं लिया है। न ही कभी उसके लिए कोई आवाज उठाई है, जो कुछ भी हुआ है वह संगठित किसानों के प्रयासों से ही संभव हुआ है। इस बार भी हम अपने संगठन और एकता के दम पर ही सफलता प्राप्त करेंगे।
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि पूर्व में जितने भी आंदोलन हुए हैं, वह सब किसानों के संगठित प्रयास का नतीजा थे। जो कुछ भी आज तक हासिल हुआ है वह भी किसानों के संगठित आंदोलन का नतीजा है। किसान सभा हमेशा अपना आंदोलन अपने संगठन लोगों के दम पर करती है। आंदोलन ऐतिहासिक है, जिसमें सैकड़ो लोग रोज धरना स्थल पर आ रहे हैं ।12 तारीख को डेरा डालो घेरा डालो प्रोग्राम में हजारों किसान हिस्सा लेंगे।
Greater Noida: प्राधिकरण के खिलाफ किसान सभा का धरना 120 वें भी दिन जारी रहा। बुधवार को धरने पर पहुंचकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने अपना समर्थन दिया। उत्तम पटेल के साथ समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी वीर सिंह यादव डॉ महेंद्र नागर सुनील चौधरी ने कार्यकर्ताओं के साथ आकर अपना समर्थन दिया।
अभी जारी रहेगा धरना
धरने को संबोधित करते हुए जोगेंद्री देवी ने कहा कि किसान सभा के 12 सितंबर के डेरा डालो घेरा डालो के दौरान कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे। किसान सभा के नेता मोहित नागर के पैर में फ्रैक्चर आ गया है। साथ ही प्रशांत भाटी डॉक्टर, रुपेश वर्मा सहित कई लोग घायल हो गए। आंदोलन के मुद्दों पर काफी हद तक सहमति बन गई थी। प्राधिकरण में सुनील फौजी और डॉक्टर रुपेश वर्मा को मीटिंग मिनट बनवानी थी परंतु संबंधित अफसर की अनुपलब्धता के कारण के मीटिंग मिनट नहीं बन पाई, लिहाजा धरना अभी जारी रहेगा।
बड़ी मीटिंग बुलाकर धरना समाप्त किया जाएगा
जगबीर नंबरदार ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि धरना ऐतिहासिक है। धरने के मुद्दों पर प्राधिकरण ने सहमति जाहिर की है। मीटिंग मिनट समय सीमा के साथ जारी होनी है। जिला एक्शन कमेटी में रखकर अनुमोदन कराकर किसानों की बड़ी मीटिंग बुलाकर धरना समाप्त किया जाएगा। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष इंदर भाटी ने कहा कि पार्टी सदन से सड़क तक धरने के साथ है।
नए कानून को लागू करने की लड़ाई जारी रहेगी
जय किसान संगठन के नेता सुनील फौजी ने कहा कि नए कानून को लागू करने की लड़ाई हम लगातार लड़ते रहेंगे। धरने का संचालन अजय पाल भाटी ने किया। धरने को विशेष भाटी, बुद्ध पाल यादव, गवरी मुखिया सुरेश यादव, राजीव नागर, सुशील निरंकार, प्रधान पप्पू प्रधान, तेजपाल रावल, निशांत रावल, सचिन भाटी, अभय भाटी, नागर बाबा, संतराम राम सिंह नागर, नरेश नागर, विजयपाल नागर, शेर सिंह पहलवान, डॉक्टर जगदीश शेखर, प्रजापति ओमवीर नागर संबोधित किया।
Noida: लगातार धरना दे रहे किसानों की आखिरकार जीत हुई प्राधिकरण ने किसानों की मांगी मान ली है किसान परिषद का सातवां आंदोलन प्राधिकरण पर 16 जून 2023 से चल रहा था। जिसके मद्देनजर किसानों ने 21 सितंबर को प्राधिकरण की संपूर्ण लॉकडाउन का आह्वान किया था। इसको देखकर प्राधिकरण अधिकारियों के हाथ पैर फूले हुए थे। प्राधिकरण अधिकारियों ने किसान परिषद को वार्ता का निमंत्रण दिया था। जिसे किसानों ने स्वीकार कर लिया था।
बैठक में किसानों के मुद्दे पर बनी सहमति
इसी के तहत मंगलवार को किसान परिषद की मीटिंग अधिकारियों से बोर्ड रूम में 1:00 बजे शुरू हुई। इसमें काफी गमहा गमही के बाद सीईओ लोकेश एम ने कहा कि आपकी मांगे जायज है और हम 10% व 64% 1997 से देने की सहमति जताते हैं। अग्रिम बोर्ड बैठक में इसका निर्णय ले कर के शासन स्तर पर भेजा जाएगा । इसके साथ-साथ आबादी निस्तारण मूल 5 परसेंट के प्लाट, व 5% के प्लाट में कमर्शियल गतिविधि के संबंध में भी सकारात्मक वार्ता रही।
सीईओ ने धरने को किया संबोधित, दिया आश्वासन
इसके बाद किसान नेता सुखबीर खलीफा के अग्रह पर नोएडा सीईओ ने किसानों के धरने को सम्बोधित करते हुए मांगें मानने की बात कही। इसके बाद सर्वसम्मति से किसानों ने धरने को अक्टूबर तक स्थगित करने का निर्णय लिया। किसानों ने अधिकारियों से कहा कि आपको अक्टूबर तक का समय दिया जाता है।
3 महीने से प्राधिकरण के गेट पर धरना दे रहे थे किसान
यदि काम नहीं होते तो किसान परिषद मिनी सचिवालय नोएडा को बंद करने की क्षमता 24 घंटे रखता है। बता देें, सेक्टर 6 नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर पिछले 3 महीने से किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा था, जो अब स्थगित कर दिया गया है।
Grater Noida: दादरी एनटीपीसी पर करीब 1 साल से चल रहा किसानों का धरना डीएम मनीष कुमार वर्मा के आश्वासन पर स्थगित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
345 दिनों से चल रहा था किसानों का धरना
करीब 345 दिन चल रहे किसानों के धरने पर शनिवार को डीएम मनीष कुमार वर्मा पहुंचे। डीएम ने किसानों की सभी समस्याओं को हल करने का आश्वासन दिया। डीएम ने किसानों से कहा कि आपके क्षेत्र में कॉलेज, स्थानीय लोगों को रोजगार व अस्पताल की व्यवस्था के लिए प्रयास किया जाएगा। डीएम के आश्वासन के बाद किसानों ने धरना स्थगित कर दिया।
45 दिन के लिए धरना स्थगित
किसान नेता राहुल यादव ने बताया कि फिलहाल 45 दिनों के लिए धरना प्रदर्शन स्थगित किया गया है। उन्होंने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद किसानों को थोड़ी सी आस लगी है। जिलाधिकारी ने खुद किसानों के बीच पहुंचकर समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया है।
मोटो जीपी रेस में आ रहे सीएम योगी
बता दे कि भारतीय किसान परिषद के बैनर तले किसान नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में दादरी एनटीसीपी पर विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुद्ध सर्किट हाउस पर चल रहे मोटो जीपी रेस में शामिल होने आ रहे हैं। जिला प्रशासन यह नहीं चाहता था कि सीएम योगी को पता चले कि जिले में किसानों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। इसलिए किसानों के धरने के बीच पहुंचकर मांगे मानने का आश्वासन दिया।
किसान नेता सुखबीर खलीफा ने कहा कि यदि मांगे नहीं मानी गई तो 45 दिन बाद फिर से धरना शुरू कर दिया जाएगा।
Greater Noida: नोएडा के किसानों के साथ एक बार फिर धोखा हुआ है। आश्वासन के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं होने पर सोमवार को किसान सभा से सैकड़ों किसानों ने जैतपुर गोल चक्कर पर इकट्ठे होकर जुलूस के रूप में प्राधिकरण की ओर जबरदस्त नारेबाजी करते हुए कूच किया। प्राधिकरण के दूसरे गेट पर जबरदस्त नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए लोग धरने पर बैठ गए। धरने की अध्यक्षता बाबा रामचंद्र ने की संचालक किसान सभा के महासचिव जगबीर नंबरदार ने किया।
सीएम योगी के दौरे से पहले खत्म हुआ था धरना
बता दें कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ग्रेटर नोएडा दौर था। जिसे इसको देखते हुए नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश ने किसानों के बीच आकर आश्वासन दिया था। नोएडा विधायक पंकज सिंह ने भी आश्वासन दिया था कि समस्याओं का समाधान होगा। लेकिन किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, जिसके चलते किसानों को फिर से धरना देना पड़ा है। किसानों के धरने को देखते हुए मौके पर एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी व एसीपी रजनीश वर्मा मौके पर मौजूद हैं। इसके साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है।
आश्वासन के बाद भी नहीं हुआ समस्याओं का समाधान
किसान नोएडा प्राधिकारण के सामने बार फिर धरने पर बैठे हुए हैं। धरने को संबोधित करते हुए किसान नेता सुखबीर खलीफा ने कहा कि 'हमारी समस्याओं का समाधान स्थानीय विधायक व नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश के आश्वासन के बाद भी नहीं हुआ है। हम तो बार-बार सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि किसानों की समस्याओं का समाधान हो जाए। सर्दी में किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन फिर भी किसान डटे हुए हैं और डटे रहेंगे।
296 मामले अनुमोदित होने पर भड़के किसान
धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि लीज बैक के शासन स्तर पर लंबित 533 प्रकरणों और बादलपुर के 208 प्रकरणों को अनुमोदित करने का दबाव किसान सभा ने बनाया था। जिस पर लिखित समझौता 16 सितंबर को हुआ था। लिखित समझौते में 31 अक्टूबर से पहले ही शासन स्तर पर लंबित लीज बैक प्रकरणों को प्राधिकरण ने अनुमोदित कराने का वादा किया था। परंतु 4 अक्टूबर को शासन स्तर से आई चिट्ठी में 533 में से 296 मामले अनुमोदित कर दिए गए। 237 मामले अनुमोदन के बजाय खारिज कर दिए गए हैं, जिससे किसानों में आक्रोश फैल गया। किसान सभा ने जबरदस्त प्रोटेस्ट करते हुए अफसरों से शासन की भेजी चिट्ठी को निरस्त करने के लिए कहा है। अफसरों द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर धरना प्रदर्शन किया गया।
ज्ञापन देकर रखी मांगें
संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा किसान सभा जो भी लड़ाई लड़ती है आर पार की लड़ती है आज हम आईडीसी मनोज कुमार सिंह के नाम और मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा के नाम पर ज्ञापन दे रहे हैं। ज्ञापन में हमने 4 अक्टूबर की चिट्ठी को निरस्त करने, 237 मामलों में लीजबैक का अनुमोदन, बादलपुर के 208 प्रकरणों का अनुमोदन मंगवाने और शिफ्टिंग की नीति में संपूर्ण रकबे की नीति का अनुमोदन मंगवाने की मांग रखी है।
प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने मांगा समय, दिया आश्वासन
धरना स्थल पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमनदीप डूली ज्ञापन रिसीव करने पहुंचे। अमनदीप डूली ने धरना रत किसान सभा के लोगों को अवगत कराया कि प्राधिकरण सभी 237 मामलों में तथ्यात्मक जानकारी शासन को उपलब्ध कराते हुए अनुमोदन की कार्रवाई करवायेगा। संपूर्ण रकबे की शिफ्टिंग पर किसान सभा के साथ लिखित में सहमति बन चुकी है। शासन स्तर पर लंबित शिफ्टिंग के ड्राफ्ट को भी दुरुस्त कराया जाएगा। साथ ही आश्वासन दिया कि बादलपुर और चौगानपुर के 208 प्रकरणों को यथावत अनुमोदित कराया जाएगा। इस कार्रवाई के लिए दो से तीन हफ्ते के समय की मांग की है। प्राधिकरण के ठोस आश्वासन के आधार पर संयोजक वीर सिंह नागर ने ज्ञापन सौंपते हुए दो से तीन हफ्ते का समय प्राधिकरण को देते हुए धरने के समाप्ति की घोषणा की।
किसान नेता ने मांगें नहीं पूरी होने पर दोनों गेट बंद करने की दी चेतावनी
समाप्ति के समय धरने को संबोधित करते हुए डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसान सभा जिले का सबसे मजबूत मुस्तैद और जागरूक संगठन है। किसानों के किसी भी मसले पर कोई भी नाजायज करवाई किसान सभा होने नहीं देगी। प्राधिकरण के पास सभी मसलों को हल करने के लिए 31 अक्टूबर तक का समय है।। प्राधिकरण ने किसी भी मसले पर जरा भी ढील की तो 1 नवंबर से प्राधिकरण के दोनों गेटों का ताला बंद कर दिया जाएगा। प्राधिकरण को किसानों के मुद्दों को हल करें बिना काम नहीं करने दिया जाएगा।
Greater Noida: यमुना प्राधिकरण के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन का आठवें दिन भी धरना जारी रहा। धरने की अध्यक्षता धर्मपाल सिंह डेरीन एवं संचालन मास्टर तेजपाल सिंह नीमका ने किया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा यमुना प्राधिकरण ने घोषणा की थी 15 अक्टूबर से किसानों को 64.7 % का मुआवजा वितरण किया जाएगा। लेकिन धरातल पर कोई भी कार्य नहीं हुआ। 21 अक्टूबर को होने वाली महापंचायत को लेकर गांव-गांव जाकर मीटिंग की जा रही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान पहुंच सके। इस महापंचायत में चौधरी राकेश टिकैत भी मौजूद रहेंगे।
किसानों के साथ धोखा कर रहा प्राधिकरण
जिला अध्यक्ष रॉबिन नागर ने कहा कि प्राधिकरण किसानों के साथ धोखा कर रहा है। आज नीमका ,खाजपुर गांव के सैकड़ो किसान धरने पर समर्थन देने पहुंचे हैं, इनका भारतीय किसान यूनियन धन्यवाद देती है। उन्होंने कहा कि यमुना प्राधिकरण भोले वाले किसानों को बरगला रहा है। नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट के तीसरे चरण के किसानों के गांव के सर्वे के नाम पर धोखा हो रहा है। जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा।
प्राधिकरण में अधिकारी और बिल्डर घोटाले कर रहे
जिला मीडिया प्रभारी सुनील प्रधान ने कहा कि प्रदेश सरकार एवं तीनों प्राधिकरण किसानों के कोई भी कार्य नहीं कर रहे हैं, जिससे किसान बहुत ज्यादा परेशान है। सरकार एवं प्राधिकरण सिर्फ अख़बारों में प्रकाशन कर देते हैं, हम बहुत अच्छे कार्य कर रहे हैं। लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं है, सिर्फ दिखावा है। किसी भी गांव एवं सेक्टर के दौरा अधिकारी नहीं करते, सिर्फ मन की बात चलती है। प्राधिकरण में अधिकारी एवं बिल्डर घोटाले पर घोटाले कर रहे हैं।
धरने पर ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर मटरू नागर अमित जैलदार सचिन कसाना इंद्रजीत कसाना महेश खटाना योगेश भाटी सोनू मुखिया भगत सिंह तुगलपुर बिरजू सिंह नीरज कुमार राजू चौहान प्रदीप कुमार सिंह महिपाल सिंह अमित डेढा अशोक पंडित जी नीरज कुमार सिंह रविंद्र चौहान राजेश शर्मा लखमीचंद मनोज सोनू सिंह राकेश मिस्त्री विजेंद्र बाबर इंद्रपाल शर्मा नानू सिंह सुभाष डालचंद योगेश राजू शर्मा सतीश प्रियांशु जयंती प्रसाद गोपाल सिंह रविंद्र चौधरी समयबीर सोनू ममूरा सचिन नागर पीतम नागर सुरेंद्र ढाक बेली भाटी सुरज नागर विनोद पंडित सरपंच बलजीत तुगलपुर राजपाल सिंह अमरपाल मास्टर विजयपाल दरोगा महेंद्र सिंह रविंद्र प्रधान गिरीश कुमार विनोद अजय जितेंद्र रविंदर नेता सुनील पीलवान बेगराज प्रधान धर्मपाल स्वामी शक्ति सिंह अजीत गैराठी शरीफ इंद्रीश तुगलपुर अरविंद लोहिया मोहियापुर आदि सैकड़ो किसान मौजूद रहे।
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