GREATER Noida: किसान सभा की कमेटी ने ग्राम पाली और रामपुर फतेहपुर की आबादी प्रकरणों की सुनवाई को लेकर बड़ी संख्या में महिलाओं ने धरना देकर नारेबाजी की. धरने की अध्यक्षता ओमवती देवी ने की और संचालन सतीश यादव ने किया. धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसानों की सभी समस्याओं का हल करवाने के लिए आंदोलन की शुरुआत की गई है. आंदोलन सभी समस्याओं को हल करने के दृढ़ संकल्प के साथ शुरू किया गया है. आंदोलन के दबाव के कारण किसान विरोधी अधिकारियों का तबादला प्राधिकरण से हुआ है. इसी तरह किसानों के पक्ष में प्राधिकरण ने कई मामलों में उल्लेखनीय निर्णय लिए हैं
अधिकारी किसानों का करने लगे हैं सम्मान
रुपेश वर्मा ने कहा कि आंदोलन के दबाव के कारण ही किसान किसानों की प्राधिकरण में एंट्री बिना रोक-टोक के हो गई है. अधिकारीगण भी किसानों के साथ सम्मान के साथ पेश आने लगे हैं. वर्षों से रुकी पड़ी आबादियों की सुनवाई आबादी नियमावली के तहत शुरू की गई हैं. जिसमें आज ग्राम रामपुर फतेहपुर और पाली गांव के प्रकरणों की सुनवाई की गई. सुनवाई के दौरान किसान सभा की कमेटी प्रकरणों में पैरवी के लिए उपस्थित रहे.
आंदोलन की धमक दिल्ली और लखनऊ पहुंची
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी से 14 अगस्त को हुई वार्ता के क्रम में सांसद सुरेंद्रनागर और विधायक धीरेंद्र सिंह को शामिल करते हुए वार्ता आयोजित की जानी है, जिसे जल्दी ही आयोजित किया जाना है. किसान सभा के एक्शन कमेटी के नेता गवरी मुखिया ने कहा कि किसान सभा की कमेटी पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही हैं. आंदोलन मजबूत है, हजारों की संख्या में किसान धरना स्थल पर उपस्थित हो रहे हैं. जिनमें आधे से ज्यादा संख्या महिलाओं की है. आंदोलन की धमक दिल्ली और लखनऊ तक है. आंदोलन की मजबूती के कारण किसानों की आवाज को कोई दबा नहीं सकता. किसानों के सभी मसलों को हल करके ही आंदोलन खत्म होगा.
मांगों को पूरा कराने के बाद ही खत्म होगा आंदोलन
किसान सभा के उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि आंदोलन की प्रमुख चार मांगों 10% आबादी प्लाट, भूमिहीनों के 40 वर्ग मीटर के प्लाट, नए कानून को लागू करना, रेट रिवीजन और रोजगार के नीति सबसे अहम मसले हैं, जिन्हें हल करके ही आंदोलन खत्म होगा. धरने को नितिन चौहान, निशांत रावल मोहित नागर प्रशांत भाटी अजय पाल भाटी हरेंद्र खारी, ब्रह्मपाल सूबेदार मनोज प्रधान खानपुर विजेंद्र नागर मोनू मुखिया सतपाल संजय नागर चतर सिंह निरंकार प्रधान मोहित भाटी अजब सिंह नेताजी केशव रावल यतेंद्र मैनेजर ने संबोधित किया. धरने पर पूनम भाटी तिलक देवी जोगेंद्र भाटी संतरा विमलेश हरवेश कमलेश राजवती देवी एवं अन्य हजारों किसान उपस्थित रहे.
GREATER Noida: परी चौक गुर्जर भवन में किसान संगठनों का आंदोलन लगातार जारी है। रविवार को किसानों ने आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया इसके साथ ही युवाओं को जोड़ने के लिए जनसंपर्क अभियान भी चलाने की रणनीति बनाई।धरने के 96 वें दिन धरना प्रदर्शन स्थल पर आजाद खान ने धरने की अध्यक्षता की और संचालन सतीश यादव ने किया ।
सांसद और विधायकों को नहीं है किसानों की चिंता
धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि भाजपा की सरकार है और प्राधिकरण सरकार की संस्था है। गौतम बुद्ध नगर जिले से एक लोकसभा सांसद, एक राज्यसभा सांसद, तीन विधायक और एक एमएलसी है। किसान लंबे अरसे से अपने मुद्दों को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं परंतु किसी भी जनप्रतिनिधि की प्राथमिकता में किसान और किसानों के मुद्दे नहीं हैं। जनप्रतिनिधियों की प्राथमिकता में उनके अपने कारोबार और अपने काम तो हैं परंतु किसानों के कामों को लेकर उन्हें कोई चिंता नहीं है। यहां तक कि विधायक और सांसद जब भी आंदोलन में हस्तक्षेप करने आए हैं तो सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर ही आए हैं और उन्होंने कभी भी अपनी जिम्मेदारी जनता और किसानों की ओर अपनी कोई जिम्मेदारी महसूस नहीं की है। ना ही धरने पर आकर कभी उन्होंने धरने को समर्थन दिया है । इस तरह उनकी भूमिका स्पष्ट है। जनप्रतिनिधि सरकार के साथ खड़े हैं।
जनप्रतिनिधि नहीं दे रहे किसानों का साथ
रुपेश ने कहा कि सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर किसानों के साथ समझौता करने आए थे और उनके किए समझौते का सरकार ने पालन भी नहीं किया है। अभी भी किसान सभा लगातार इस इंतजार में है कि वह किसानों से किए अपने वादे को पूरा करेंगे। इस संबंध में उनको शामिल कर प्राधिकरण के अधिकारियों केसाथ बातचीत होनी है परंतु सांसद के समय नहीं देने के कारण वह वार्ता भी लटकी हुई है। इसलिए किसान सभा ने अपने आंदोलन को तेज करने के लिए 22 तारीख को नौजवानों के रोजगार के मुद्दे पर बड़ा आंदोलन करने का निर्णय लिया है। जिसके लिए किसान सभा की नौजवान कमेटी गांव में सघन प्रचार अभियान कर रही है।
किसानों के मुद्दे हल होने के बाद ही खत्म होगा आंदोलन
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि किसान सभा ने धरना प्रदर्शन जिन मुद्दों को लेकर शुरू किया है, उन्हें हल करके ही दम लिया जाएगा । किसान सभा के नेता रणवीर मास्टर जी ने ऐलान करते हुए कहा कि 10% प्लाट, भूमिहीनों के 40 वर्ग मीटर के प्लाट, रोजगार की नीति और नए कानून को लागू करा कर ही आंदोलन खत्म होगा। नौजवान कमेटी के अध्यक्ष सुशांत भाटी ने कहा, क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बेरोजगारी की समस्या है। प्राधिकरण ने हजारों हेक्टेयर जमीन ली है, जिससे ढाई लाख से ज्यादा किसान प्रभावित हैं और हजारों किसान जमीन जाने के कारण विस्थापित हुए हैं। आज तक भी प्राधिकरण की ओर से अधिग्रहण से प्रभावित किसान परिवारों के लिए रोजगार की कोई नीति नहीं है। एक भी नौजवान को प्राधिकरण के माध्यम से प्राधिकरण अथवा किसी फैक्ट्री में रोजगार नहीं मिला है। नौजवान आक्रोशित हैं और 22 तारीख को बड़ी संख्या में रोजगार के मुद्दे पर प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
किसानों की जमीन कौड़ियों के दाम बेचे गए
गुर्जर भवन परी चौक पर सुनील फौजी के संयोजन में किसान सभा ने एनसीआर के सभी किसान संगठनों की बैठक बुलाई। बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर वर्तमान में चल रहे आंदोलन को मजबूत करने का निर्णय लिया गया और मिलकर लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया गया। सुनील फौजी ने मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों में व्यापक एकता बनाने के मकसद से सभी संगठनों को आज यहां आमंत्रित किया गया है। नए कानून को लागू ने करके और किसानों की जमीनों को कौड़ियों के भाव हड़प कर किसानों का भयंकर शोषण किया गया है। आंदोलन का मकसद है की भूमि अधिग्रहण में नए कानून को पूरी तरह लागू कराया जाए और इसके लिए आंदोलन को व्यापक बनाते हुए मजबूत किया जाएगा। धरने को जनवादी महिला समिति की दिल्ली कमेटी की नेता आशा शर्मा आशा यादव चंदा बेगम गुड़िया रेखा चौहान ने संबोधित किया।
Greater Noida: किसान सभा की कमेटी ने रोजा याकूबपुर की आबादी की सुनवाई को लेकर किसान सभा का धरना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर 99 वां दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बाबा नेतराम ने की धरने का संचालन सतीश यादव ने किया। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसान सभा के नेतृत्व में किसानों के आंदोलन के परिणाम में आबादी प्रकरणों की सुनवाइयां चल रही हैं। जिसमें किसान सभा की कमेटी ने आज रोजा याकूबपुर के 50 प्रकरणों में सुनवाइयां करवाई। किसान सभा की ओर से गवरी मुखिया, राजीव नागर, महाराज सिंह प्रधान, निशांत रावल, डॉक्टर रुपेश वर्मा शामिल रहे। आबादियों की सुनवाई आबादी निस्तारण कमेटी के अध्यक्ष एसीईओ आनंद वर्धन ने की।
ताल कटोरा स्टेडियम में होगा बड़ा सम्मेलन
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि 24 अगस्त को दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में ऑल इंडिया किसान सभा के देश भर के डेलिगेट्स का सम्मेलन है। जिसमें जमीनों के अधिग्रहण सहित किसानी के अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। किसान सभा गौतम बुद्ध नगर की किसान सभा की इकाई से 50 सदस्य राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। धरना स्थल से 24 तारीख को 8:00 बजे 50 प्रतिनिधियों को लेकर बस रवाना होगी, जिसमें आधी संख्या महिलाओं की रहेगी।
माहिला कमेटी का किया गठन
किसान सभा की जिला स्तरीय महिला कमेटी की सदस्य तिलक देवी, गीता भाटी, जोगेंदरी पूनम भाटी ने गांव थापखेड़ा में जाकर महिलाओं की बैठक की और महिलाओं की कमेटी का निर्माण किया। तिलक देवी ने थापखेड़ा में महिलाओं से अपने हकों के लिए घर से निकलने और किसान आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील की।
महिलाओं की ताकत से आंदोलन हुआ मजबूत
महिलाओं की मीटिंग की आयोजक पूनम भाटी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं की ताकत की वजह से और उनके धरने में बड़ी हिस्सेदारी के कारण किसानों के सभी काम आगे बढ़ रहे हैं। हमें और संगठित होकर आंदोलन का हिस्सा बनना पड़ेगा। धरने को सूबेदार ब्रह्मपाल, हरेंद्र, संजय नागर, गवरी मुखिया, सुरेश यादव, प्रवीण त्यागी, डॉक्टर जयचंद शर्मा, राजीव नागर, आशा शर्मा, रेखा चौहान, चंदा बेगम ने संबोधित किया धरने पर सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसान सभा द्वारा चलाए जा रहे महापड़ाव को आज पूरे 100 दिन हो गए हैं. किसानों को अभी भी अपनी समस्याओं के समाधान का इंतजार है। धरने के आज 100वें दिन अध्यक्षता जगदीश नंबरदार ने व संचालन सतीश यादव ने किया।
सरकार किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही
किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने बताया कि धरने के 100 दिन गुजर जाने के बाद भी किसानो की समस्याएं जस की तस हैं। किसानों के चार प्रमुख मुद्दे जिनमें सभी किसानों को 10% विकसित प्लॉट, प्रभावित परिवारों के युवाओं को रोजगार, भूमिहीनों के लिए 40 वर्ग मीटर का प्लॉट व नए भूमि अधिग्रहण को लागू करना है। इन प्रमुख मुद्दों का हमको अभी तक कोई संतोषजनक जवाब ना ही तो जनप्रतिनिधियों द्वारा और ना ही प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा दिया जा रहा है। इतने लंबे समय से किसान धरना दे रहे हैं लेकिन सरकार किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है. अगर सरकार ने किसानों के मुद्दों को जल्द हल नहीं किया तो आने वाले चुनाव में भाजपा को इसकी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ेगी।
किसान परिवार से एक व्यक्ति को मिले रोजगार
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नगर ने बताया कि 2 दिन पहले हमारे युवाओं ने रोजगार की मांग को लेकर जोरदार तरीका से प्रदर्शन किया था. इस जिले के अंदर बेरोजगारी का आंकड़ा इतना बड़ा है की किसानों को अपनी जीविका चलाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. सभी प्रभावित किसान परिवार से एक व्यक्ति को प्राथमिकता के तौर पर रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
प्राधिकरण भ्रष्टाचार का अड्डा बना
किसान सभा के सचिव जगबीर नंबरदार ने बताया कि प्राधिकरण भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है और जब किसान भ्रष्टाचार के विरुद्ध मांग उठाते हैं तो दिखाए मात्रा के लिए कार्यवाही या की जाती हैं परंतु प्राधिकरण के अंदर अभी भी वही ढाक के तीन पात है किसान अपने कार्यों के लिए धक्के खा रहे हैं उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। किसान अलग-अलग दफ्तर में धक्के खाते हैं उनके लिए अलग से विंडो सिस्टम होना चाहिए और किस की सभी समस्याओं का निदान एक ही खिड़की से होना चाहिए।
40 वर्ग मीटर का प्लॉट देने की मांग
किसान संदीप भाटी का कहना है कि हमारे भूमिहीनों के सामने जीवन यापन करने का संकट है उनके परिवार बढ़ रहे हैं लेकिन उनके पास बहुत छोटे-छोटे घर हैं। क्योंकि वह लोग भूमिहीन थे तो उन पर बेचने के लिए जमीन नहीं है. वह किसानों की जमीनों पर ही गुजर बसर करते थे. उनके लिए प्राधिकरण को 40 वर्ग मीटर का प्लॉट प्रत्येक बालिग परिवार को दिया जाए।
बिना मुद्दा हल हुए हटेंगे नहीं
सतीश यादव ने बताया कि आज भारत के महान क्रांतिकारी राजगुरु की जयंती पर हमारे धरने को 100 दिन पूरे हुए हैं, यह गजब का सहयोग है. जब तक हमारे सारे मुद्दे हल नहीं हो जाएंगे हम यहां से अपने घर नहीं जाएंगे. चाहे हमें अपने प्राण ही न्योछावर क्यों न करने पड़े। किसान निशांत रावल ने कहा कि दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में किसान सभा का राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है हमारे धरने से सैकड़ो की संख्या में किसान राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए गए हैं, जिसमें बड़ी मात्रा में महिलाएं भी शामिल है।
आज के धरने में मुख्य रूप से सूबेदार ब्रह्मपाल नरेंद्र भाटी इंद्रजीत कसाना निरंकार सिंह अजय पाल भाटी हरेंद्र खड़ी सुरेश यादव संजय नगर चतर सिंह लाजपत राय शर्मा अमित यादव यतेंद्र मैनेजर वीरान नेताजी रंगलाल भाटी राजवीरी देवी सुरेंद्र यादव हरकेश रेखा पूनम विमला शिमला अनीता सुनीता सहित हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे।
Noida: किसान सभा का धरना 104 वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को धरने की अध्यक्षता श्याम सिंह प्रधान जुनपत ने की, संचालन जगबीर नंबरदार ने किया। धरने को संबोधित करते हुए डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि अब किसानों ने काफी इंतजार कर लिया। सांसद जिन्होंने किसानो और प्राधिकरण के बीच मध्यस्थता की थी, उनके द्वारा किसानों के मुद्दों को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिख रही है। प्राधिकरण के अधिकारी सांसद सुरेंद्र नागर नगर और विधायक धीरेंद्र सिंह के साथ ही प्रमुख चार बड़े मुद्दों 10% प्लाट का मुद्दा भूमिहीनों के प्लाट का मुद्दा रोजगार और नए कानून को लागू करने का मुद्दा शामिल है। इस पर बातचीत करने को कह रहे हैं परंतु पिछले 10 दिन से दोनों नेताओं द्वारा इस संबंध में बातचीत का समय नहीं दिया है। जिससे साफ जाहिर होता है कि उनकी प्राथमिकता में किसानो के मुद्दे नहीं है।उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि उन्होंने बीच में आकर किसानों और प्राधिकरण के बीच में समझौता लिखित में कराया था जिसका पालन प्राधिकरण ने नहीं किया।
नेताओं को नहीं किसानों के मुद्दे की चिंता
किसान सभा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने संबोधित करते हुए कहा कि किसान सभा ने नए अधिकारी आने के बाद काफी समय नए अधिकारी को दिया है। पिछले 15 दिन से उक्त बड़े मुद्दों पर बातचीत के इंतजार में किसान धरना चला रहे हैं। किसानों के उक्त बड़े मुद्दे के प्रति प्राधिकरण अधिकारियों और नेताओं की बेरुखी को देखते हुए किसान सभा जल्दी की कोई तारीख तय कर प्राधिकरण को बंद करने का काम करेगी। उसके लिए तैयारी और प्रोग्राम बना लिया गया है।
मुद्दों को हल करके ही दम लेंगे
गबरी मुखिया ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि जो वादा और समझौता प्राधिकरण ने किसानों के साथ किया है, उसे पूरा करें, किसान प्राधिकरण को चलने नहीं देंगे। धरना प्राधिकरण पर दृढ़ संकल्प के साथ शुरू किया गया है। महिलाओं की नेता पूनम भाटी ने कहा कि महिलाएं धरने में पूरी संख्या में जुटी हुई है, चाहे जितना वक्त लगे मुद्दों को हल करके ही दम लिया जाएगा।
आर-पार की लड़ाई जारी रहेगी
भूमिहीनों के नेता महेश प्रजापति ने कहा कि लड़ाई आर पार की है, बिना मुद्दे का हल कराये घर नहीं जाएंगे। आज धरने को किसान सभा की केंद्रीय समिति के वित्त सचिव कृष्ण प्रसाद वीर सिंह नागर हरेंद्र खारी सुरेंद्र यादव अजब सिंह नेताजी संदीप भाटी निशांत रावल अजय पाल भाटी राजेश प्रधान, उत्तर प्रदेश किसान सभा के संयुक्त सचिव दिगंबर सिंह ने संबोधित किया। धरने को किसान सभा मथुरा के नेताओं ने दिगंबर सिंह के नेतृत्व में आकर अपना समर्थन दिया और किसानों का आह्वान किया कि यमुना ग्रेटर नोएडा और नोएडा के किसानों को मिलकर यह लड़ाई लड़नी है और जीतनी है । धरने पर आज संदीप भाटी निरंकार प्रधान सत्तू भाटी अजीत नागर मोनू मुखिया प्रशांत भाटी श्याम सिंह भाटी मनोज प्रधान खानपुर सुरेंद्र भाटी खानपुर जोगेंद्री संतरा सरिता शरबती महाराज सिंह प्रधान राजीव नागर कृष्ण भाटी राजू भाटी मोहित नागर मोहित भाटी शिशांत भाटी अभय भाटी और सैकड़ो महिला पुरुष किसान उपस्थित रहे ।
Greatr Noida: किसानों का धरना प्राधिकरण पर 111वें दिन भी जारी रहा. अपने मुद्दों का अभी तक हल नहीं होने पर किसानों में भारी आक्रोश है. किसान ने अपने मुद्दों के प्रति प्राधिकरण की हीला हवाली को देखते हुए निर्णय लिया है कि 12 सितंबर को प्राधिकरण के दोनों गेटों को जब तक बंद रखेंगे.
आंदोलन में कोई ढिलाई बरतने के मूड में नहीं
धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि 12 सितंबर की तैयारी के लिए हमने गांव-गांव में मीटिंगों का दौर शुरू कर दिया है. इसके लिए चार टीमों का गठन किया गया है. युवाओं, महिलाओं, भूमिहीनों और एक किसान सभा की मुख्य टीम अपने-अपने स्तर पर प्रत्येक गांव में मीटिंग कर गांव कमेटियों का गठन कर रहे हैं. इसके साथ ही 12 सितंबर को प्राधिकरण पर बड़ी संख्या में पहुंचने का आवाहन कर रहे हैं. उस दिन प्राधिकरण के दोनों गेटो को बंद कर आर पार की लड़ाई की जाएगी. अब आंदोलन में कोई ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है।
डबल इंजन की सरकार किसानों और मजदूरों का कर रही शोषण
वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यह डबल इंजन की सरकार किसानों और मजदूरों का वोट तो लेना चाहती है. लेकिन उनके मुद्दे हल करना नहीं चाहती है। जिले के अंदर तीनों प्राधिकरणों पर लंबे समय से किसानों के आंदोलन चल रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सदन के अंदर किसानों के आंदोलन से संबंधित प्रश्न उठाया था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन सवालों का जवाब देना भी उचित नहीं समझा. किसानों की पीड़ा जायज है और उन्हें उनका अधिकार मिलना ही चाहिए। समाजवादी पार्टी किसानों के साथ है. समय-समय पर समाजवादी पार्टी की तरफ से प्रतिनिधिमंडल भी किसानों के मध्य पहुंचकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुआ है हम बहुत जल्दी ही अखिलेश यादव से मुलाकात कर उन्हें धरने पर बुलाने के लिए समय लेंगे।
मुद्दे हल होने तक लड़ते रहेंगे, हम थकने वाले नहीं
किसान सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मपाल सूबेदार ने कहा कि सत्ता हमारी ताकत को तोलना चाहती है, उन्हें यह भूल है कि हम थक जाएंगे। हम इस देश के भूमिपुत्र हैं हमारे खून में थकना नहीं लिखा, हम जब तक लड़ते रहेंगे जब तक हमारे मुद्दे हल नहीं हो जाते या हमारे शरीर से हमारे प्राण नहीं निकल जाते।
किसान सभा के जिला सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि 12 सितंबर की तैयारी के लिए सरधना से विधायक अतुल प्रधान सभी प्रभावित गांवों में सभाएं करेंगे। इसकी शुरुआत 6 तारीख से की जाएगी। जितने भी जिले के प्रभावित गांव हैं, उन सभी गांव में अतुल प्रधान अपने स्तर पर सभाएं करेंगे और लोगों से 12 तारीख के लिए बड़ी संख्या में आने का आवाहन करेंगे। अतुल प्रधान पूर्व में भी किसानों के धरने पर आते रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक किसानों के मुद्दे हल नहीं हो जाते मैं शांति से बैठने वाला नहीं हूं। वहीं, महिला समिति की टीम ने रोजा याकूबपुर गांव में मीटिंग कर महिला समिति का गठन किया.
Greater Noida: किसान सभा का धरना प्रदर्शन 116वें दिन प्राधिकरण के खिलाफ जारी रहा। धरना स्थल पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा 12 सितंबर को डेरा डालो, घेरा डालो प्रोग्राम के तहत प्राधिकरण को बंद किया जाएगा. जिसके लिए महिलाओं नौजवानों किसानों और भूमिहीनों की चार टीम क्षेत्र में प्रचार कार्य में लगी हैं।
किसान सभा के युवा नेता मोहित नागर ने कहा कि नौजवान पूरी तरह संगठित हैं और 12 सितंबर को हजारों की संख्या में प्राधिकरण पर डेरा डालकर प्राधिकरण को बंद करने का कार्य करेंगे। प्रशांत भाटी ने कहा कि घंघोला गांव में पुस्तकालय स्थल पर नौजवानों की बैठक की गई। जिसमें बड़ी संख्या में नौजवान उपस्थित रहे उपस्थित नौजवानों ने 12 सितंबर के आंदोलन में बड़ी संख्या में आने का वादा किया।
अभय भाटी ने कहा कि लड़ाई आर पार की है, मुद्दों को हल करके ही दम लेंगे। हमारे क्षेत्र के प्रतिनिधियों में कोई दम नहीं है। उन्होंने आज तक किसानों की किसी भी समस्या को प्राथमिकता पर नहीं लिया है। न ही कभी उसके लिए कोई आवाज उठाई है, जो कुछ भी हुआ है वह संगठित किसानों के प्रयासों से ही संभव हुआ है। इस बार भी हम अपने संगठन और एकता के दम पर ही सफलता प्राप्त करेंगे।
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि पूर्व में जितने भी आंदोलन हुए हैं, वह सब किसानों के संगठित प्रयास का नतीजा थे। जो कुछ भी आज तक हासिल हुआ है वह भी किसानों के संगठित आंदोलन का नतीजा है। किसान सभा हमेशा अपना आंदोलन अपने संगठन लोगों के दम पर करती है। आंदोलन ऐतिहासिक है, जिसमें सैकड़ो लोग रोज धरना स्थल पर आ रहे हैं ।12 तारीख को डेरा डालो घेरा डालो प्रोग्राम में हजारों किसान हिस्सा लेंगे।
Noida: प्राधिकरण के खिलाफ किसान सभा का धरना 118वें भी जारी रहा. सोमवार को राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी समस्त विधायकों के साथ अपना समर्थन देने पहुंचे. वहीं, मोहित नागर के नेतृत्व में 12 सितंबर प्राधिकरण बंद करो ट्विटर पर ट्रेंड अभियान चलाया गया. जिसमें हजारों ट्वीट कर प्राधिकरण बंद के ऐलान को ट्रेंड कराया गया. इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि प्रशासन की ओर से हर गांव में पुलिस भेजकर किसानों को डराने की कोशिश हो रही है. परंतु किसान सभा की कमेटियां और किसान सभा के लोग प्राधिकरण को बंद करने की पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं. प्राधिकरण को तभी खोला जाएगा जब मुद्दों पर ठोस नतीजे आ जाएंगे.
लोक दल हमेशा से किसानों की आवाज
धरने को समर्थन देने राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में उनके सभी विधायक धरना स्थल पर शाम 4:00 बजे पहुंचे. जयंत चौधरी ने धरने को समर्थन देते हुए कहा कि लोक दल हमेशा से किसानों की आवाज रहा है. रालोद किसानों की ही पार्टी है. किसानों की जब गिरफ्तारी हुई थी तब भी लोक दल के विधायक चंदन चौहान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल धरना स्थल पर भी पहुंचा था और जेल में भी पहुंचा था. उन्होंने कहा कि लोक दल की जिला कमेटी, जिला अध्यक्ष जनार्दन भाटी के नेतृत्व में हमेशा धरने के साथ खड़ी है. 12 सितंबर को भी लोक दल के कार्यकर्ता और नेता एवं विधायक धरने को समर्थन देने आएंगे और लोक दल हर समय आपके साथ खड़ा है.
मुद्दों को लटकाए जाने की कोई ठोस वजह नहीं
वहीं, किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि हम प्राधिकरण को पर्याप्त समय दे चुके हैं. अपनी समस्याओं को हल करने के लिए नए सीईओ को आए भी डेढ़ महीने से अधिक का वक्त हो गया है, उन्हें मुद्दों पर अपना निर्णय लेना है. मुद्दों को लटकाए जाने की कोई ठोस वजह नहीं है. प्राधिकरण और शासन किसानों की परीक्षा ले रहा है, उनके वाजिब मुद्दों को लटका कर आंदोलन को लंबा खींचकर थकाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन आंदोलन अपने मुकाम पर पहुंच कर रहेगा. इसी संकल्प के साथ आंदोलन शुरू हुआ था कि मुद्दों को हल कर करके ही दम लेंगे।
किसानों को भ्रमित करने की कोशिश
किसान सभा के महासचिव हरेंद्र ने कहा हमारी लड़ाई वाजिब है. काफी वक्त हम प्राधिकरण को अपनी समस्याओं को सुलझाने के बाबत दे चुके हैं. प्राधिकरण के अधिकारी फर्जी मीटिंग मिनट जो उन्होंने 6 तारीख की वार्ता वाले दिन तैयार की थी. परंतु किसान सभा के लोगों को दिखाने और देने से इनकार कर दिया था. उसी मीटिंग मिनट को जारी किया गया है और लेखपालों की गांव में ड्यूटी लगाई गई है कि वे किसानों को भ्रमित करें कि किसानों के मुद्दे हल हो गए हैं. जबकि किसानों के मुद्दे अभी तक भी हल नहीं हुए हैं. किसानों को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है परंतु किसान पुरी तरह जागरूक हैं और प्राधिकरण की किसी चाल में अबकी बार फंसने वाले नहीं है.
प्रशासन को किसानों से कोई सरोकार नहीं
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि जब भी मुख्यमंत्री का दौरा आसपास होता है तो प्रशासन के लोग किसानों के मुद्दों के संबंध में फर्जी बात करना शुरू कर देते हैं और उसके बाद फिर शांत हो जाते हैं और किसानों को उनके हाल पर छोड़ देते हैं. इन लोगों का किसानों से कोई सरोकार नहीं है. केवल किसानों को बहकाने आश्वासन देने अथवा धमकाने की ही कोशिश की जाती है आज धरने की अध्यक्षता तिलक देवी ने की संचालन सतीश यादव ने किया.
इन्होंने भी किया धरने को संबोधित
धरने को तेजपाल रावल, अजय पाल भाटी, मोनू मुखिया मोहित यादव, मोहित भाटी, मोहित नागर, प्रवीण त्यागी, ओमवीर त्यागी, दुष्यंत सेन, राजीव नागर, महाराज सिंह, जयकरण सिंह भाटी, चतर सिंह भाटी, मदनलाल भाटी, बाबा संतराम, प्रशांत भाटी, गजेंद्र चौधरी, सुरेश यादव, गबरी मुखिया, बुधपाल यादव, निशांत, संदीप भाटी, पूनम भाटी, तिलक देवी, गीता भाटी, कृष्णा चौधरी , सरिता देवी, रीता चौधरी, संतरा देवी, निर्मला, सुनीता, सविता, पूजा ने धरने को संबोधित किया।
Greater Noida: प्राधिकरण के खिलाफ किसान सभा का धरना 120 वें भी दिन जारी रहा। बुधवार को धरने पर पहुंचकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने अपना समर्थन दिया। उत्तम पटेल के साथ समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी वीर सिंह यादव डॉ महेंद्र नागर सुनील चौधरी ने कार्यकर्ताओं के साथ आकर अपना समर्थन दिया।
अभी जारी रहेगा धरना
धरने को संबोधित करते हुए जोगेंद्री देवी ने कहा कि किसान सभा के 12 सितंबर के डेरा डालो घेरा डालो के दौरान कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे। किसान सभा के नेता मोहित नागर के पैर में फ्रैक्चर आ गया है। साथ ही प्रशांत भाटी डॉक्टर, रुपेश वर्मा सहित कई लोग घायल हो गए। आंदोलन के मुद्दों पर काफी हद तक सहमति बन गई थी। प्राधिकरण में सुनील फौजी और डॉक्टर रुपेश वर्मा को मीटिंग मिनट बनवानी थी परंतु संबंधित अफसर की अनुपलब्धता के कारण के मीटिंग मिनट नहीं बन पाई, लिहाजा धरना अभी जारी रहेगा।
बड़ी मीटिंग बुलाकर धरना समाप्त किया जाएगा
जगबीर नंबरदार ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि धरना ऐतिहासिक है। धरने के मुद्दों पर प्राधिकरण ने सहमति जाहिर की है। मीटिंग मिनट समय सीमा के साथ जारी होनी है। जिला एक्शन कमेटी में रखकर अनुमोदन कराकर किसानों की बड़ी मीटिंग बुलाकर धरना समाप्त किया जाएगा। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष इंदर भाटी ने कहा कि पार्टी सदन से सड़क तक धरने के साथ है।
नए कानून को लागू करने की लड़ाई जारी रहेगी
जय किसान संगठन के नेता सुनील फौजी ने कहा कि नए कानून को लागू करने की लड़ाई हम लगातार लड़ते रहेंगे। धरने का संचालन अजय पाल भाटी ने किया। धरने को विशेष भाटी, बुद्ध पाल यादव, गवरी मुखिया सुरेश यादव, राजीव नागर, सुशील निरंकार, प्रधान पप्पू प्रधान, तेजपाल रावल, निशांत रावल, सचिन भाटी, अभय भाटी, नागर बाबा, संतराम राम सिंह नागर, नरेश नागर, विजयपाल नागर, शेर सिंह पहलवान, डॉक्टर जगदीश शेखर, प्रजापति ओमवीर नागर संबोधित किया।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के विरुद्ध आज 121वें दिन भी किसान बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ धरने पर डटे रहे। किसानों ने अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि जब तक समस्याओं का निदान नहीं जब तक घर वापसी नहीं। किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि हमारे मुद्दों पर प्राधिकरण ने सैद्धांतिक सहमति जताते हुए मीटिंग मिनट हमें देने के लिए कहा है. जिसमें हमारे मुद्दों को क्रमवार एक निश्चित समय सीमा के अंदर हल करने के लिए कहा गया है. मीटिंग मिनट मिलने के बाद संगठन के साथ उन पर चर्चा करेंगे और अगर सब कुछ उचित लगा तो एक पंचायत बुलाकर आगे के लिए निर्णय लेंगे। यदि इस सब में हीला हवाली हुई तो किसान अपनी रणनीति बदलने को फिर से मजबूर होंगे और कोई बड़ा प्रदर्शन प्राधिकरण पर फिर से होगा।
क्षेत्र के किसानों में बहुत आक्रोश
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि 12 सितंबर को प्राधिकरण पर तालाबंदी के लिए सभी संगठनों ने एकजुट होकर बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाओं ने व युवाओं ने प्राधिकरण पर प्रदर्शन किया। अपनी घोषणा के तहत दोनों गेटों पर तालाबंदी की। लेकिन अधिकारियों के आग्रह पर हमने ताले को खोल और उनसे वार्ता की। क्षेत्र के किसानों में बहुत आक्रोश है, उनकी पीड़ा को समझने में प्राधिकरण और सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने बहुत देरी कर दी है। अगर जल्द ही समस्याओं का निदान नहीं हुआ तो क्षेत्र के किसानों में आक्रोश और ज्यादा होगा।
जमीन जाने से हमारे सामने रोजगार का संकट
किसान सभा के सचिव जगबीर नंबरदार ने कहा कि हमारी वर्षों से पड़ी लंबित समस्याएं हैं. यहां पर अधिकारी आते हैं समस्याओं को सुनते हैं और हल करने के लिए आश्वासन देते हैं. लेकिन समस्याओं का निदान होने से पूर्व ही यहां से ट्रांसफर होकर चले जाते हैं और हमारी समस्याएं जस की तस रह जाती हैं। हमारी जमीन जाने से हमारे सामने रोजगार का संकट है। जीवन यापन करने का बहुत बड़ा मसला हमारे सामने है। हमारे क्षेत्र में रोज नए उद्योग स्थापित हो रहे हैं परंतु उनमें हमारे क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है। फिर इस जिले का विकास हमारे जीवन में क्या मायने रखता है। इस पर भी हमारे जनप्रतिनिधियों को गंभीरता से विचार करना चाहिए।
प्राधिकरण में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर
किसान गबरी यादव का कहना है कि प्राधिकरण के अंदर किसने की ही समस्याएं जस की तस बनी हुई है। जबकि जो दलाल किस्म के लोग अपना काम करने प्राधिकरण में आते हैं, उनका काम जल्द हो जाते हैं। प्राधिकरण के अंदर भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। ज्यादातर अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचारी में लिप्त है और वह अपनी मुट्ठी के कुछ लोगों से मिलकर क्षेत्र के अंदर लगातार समस्याओं को बढ़ा रहे हैं। जो की किसी के लिए भी कर नहीं है यह समस्या क्षेत्र के अंदर एक बड़े आंदोलन को जन्म देने वाली है।
नोटिस भेज कर डराया जा रहा है
जय जवान जय किसान के सुनील फौजी ने बताया कि डीएमआईसी से प्रभावित पांच गांवों के किसानों की समस्याओं का प्राधिकरण ने अभी तक निदान नहीं किया है। हमारी वर्षों से पुरानी आबादियों पर धारा 10 के नोटिस भेज कर लोगों को डराया व धमकाया जा रहा है, यह हमें किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं है। अगर प्राधिकरण किसानों के साथ खिलवाड़ करेगा तो आक्रोश ज्वाला बनकर फूटेगा। इस सब की जिम्मेदारी प्राधिकरण व शासन प्रशासन की होगी।
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