NOIDA: काफी दिनों से प्राधिकरण के सामने प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बड़ी संख्या में सोमवार को विधायक पंकज सिंह के आवास पर पहुंचे और सड़क पर बैठ गए। प्राधिकरण में सुनवाई नहीं होने पर किसानों ने विधायक के आवास के सामने पहुंचे और मांगों को रखा।
किसानों से मिले विधायक पंकज सिंह
जब किसान विधायक के आवास पर पहुंचे तो उस वक्त वो वहां मौजूद थे। किसानों की बात सुनने विधायक तत्काल किसानों के बीच पहुंचे और उनकी मांगों को गंभीरता से सुना। इस मौके पर विधायक पंकज सिंह ने उन्हें आश्वसन दिया कि उनकी मांगों को अधिकारियों के सामने मजबूती से उठाया जाएगा। साथ ही समाधान का भी प्रयास किया जाएगा।
समझौता पूरा नहीं हुआ तो किसानों के आंदोलन का करूंगा नेतृत्व: पंकज सिंह @PankajSinghBJP pic.twitter.com/Lx8MfbkMKv
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'नहीं सुने तो मैं धरने का करूंगा नेतृत्व'
किसानों से बात करते हुए विधायक ने कहा कि उन्होंने पहले भी किसानों की मांग को मजबूती से उठाया है और उसका समाधान भी करवाया है। किसानों को भरोसा देते हुए विधायक बोले जिन मांगों को लेकर किसान उनके पास आए हैं, उन्हें प्राधिकरण के आला अफसर के सामने रखा जाएगा। अगर अफसरों ने उनकी बात नहीं मानी तो वो खुद किसानों के धरने का नेतृत्व करेंगे।
प्राधिकरण के अफसरों के सामने मजबूती से रखूंगा किसानों की मांगः पंकज सिंह @CeoNoida pic.twitter.com/o2CAwyhhuE
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क्या है किसानों मांग?
किसान पिछले कई दिनों से प्राधिकरण के सामने धरना दे रहे हैं। किसानों की मांग है कि उन्हें 10 परसेंट का प्लाट दिया जाए। साथ ही आबादी का भी पूरी तरह से समाधान हो। जिस पर विधायक ने कहा कि उनकी सभी मांगों का 15 दिन के भीतर समाधान किया जाएगा।
किसानों को समझाने पहुंचे पुलिस अधिकारी
बड़ी संख्या में किसानों के विधायक आवास पर पहुंचने की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल भी पहुंच गया। डीसीपी हरीश चंद्र और एसीपी प्रथम रजनीश वर्मा खुद विधायक आवास पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास करते दिखाई दिए। किसानों ने आवास के सामने सड़क को घेर प्रदर्शन किया।
Greater Noida: किसान सभा की कमेटी ने रोजा याकूबपुर की आबादी की सुनवाई को लेकर किसान सभा का धरना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर 99 वां दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बाबा नेतराम ने की धरने का संचालन सतीश यादव ने किया। धरने को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉक्टर रुपेश वर्मा ने कहा कि किसान सभा के नेतृत्व में किसानों के आंदोलन के परिणाम में आबादी प्रकरणों की सुनवाइयां चल रही हैं। जिसमें किसान सभा की कमेटी ने आज रोजा याकूबपुर के 50 प्रकरणों में सुनवाइयां करवाई। किसान सभा की ओर से गवरी मुखिया, राजीव नागर, महाराज सिंह प्रधान, निशांत रावल, डॉक्टर रुपेश वर्मा शामिल रहे। आबादियों की सुनवाई आबादी निस्तारण कमेटी के अध्यक्ष एसीईओ आनंद वर्धन ने की।
ताल कटोरा स्टेडियम में होगा बड़ा सम्मेलन
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि 24 अगस्त को दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में ऑल इंडिया किसान सभा के देश भर के डेलिगेट्स का सम्मेलन है। जिसमें जमीनों के अधिग्रहण सहित किसानी के अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। किसान सभा गौतम बुद्ध नगर की किसान सभा की इकाई से 50 सदस्य राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। धरना स्थल से 24 तारीख को 8:00 बजे 50 प्रतिनिधियों को लेकर बस रवाना होगी, जिसमें आधी संख्या महिलाओं की रहेगी।
माहिला कमेटी का किया गठन
किसान सभा की जिला स्तरीय महिला कमेटी की सदस्य तिलक देवी, गीता भाटी, जोगेंदरी पूनम भाटी ने गांव थापखेड़ा में जाकर महिलाओं की बैठक की और महिलाओं की कमेटी का निर्माण किया। तिलक देवी ने थापखेड़ा में महिलाओं से अपने हकों के लिए घर से निकलने और किसान आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील की।
महिलाओं की ताकत से आंदोलन हुआ मजबूत
महिलाओं की मीटिंग की आयोजक पूनम भाटी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं की ताकत की वजह से और उनके धरने में बड़ी हिस्सेदारी के कारण किसानों के सभी काम आगे बढ़ रहे हैं। हमें और संगठित होकर आंदोलन का हिस्सा बनना पड़ेगा। धरने को सूबेदार ब्रह्मपाल, हरेंद्र, संजय नागर, गवरी मुखिया, सुरेश यादव, प्रवीण त्यागी, डॉक्टर जयचंद शर्मा, राजीव नागर, आशा शर्मा, रेखा चौहान, चंदा बेगम ने संबोधित किया धरने पर सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।
GREATER NOIDA: हजारों की संख्या में किसान आज (मंगलवार) प्राधिकरण (GREATER NOIDA AUTHORITY) के गेट पर तालाबंदी करने जा रहे हैं। किसान अतिरिक्त मुआवजे और दूसरे मुद्दे को लेकर प्राधिकरण के अफसरों को कार्यालय में ही कैद करेंगे। इसे लेकर किसानों ने तैयारियां पहले ही शुरू कर दी थी। 119 दिन से धरना दे रहे किसान लगातार अपनी मांग को लेकर बातचीत कर रहे हैं।
समाधान नहीं मिलने पर किसानों का हल्लाबोल
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के मुद्दे को लेकर प्राधिकरण को चिट्ठी भी लिखी, लेकिन अभी तक किसानों के मामले का समाधान नहीं निकला। जिसके चलते किसानों में रोष है और अब किसानों ने प्राधिकरण पर तालाबंदी करने का फैसला लिया है। महाआंदोलन की चेतावनी किसानों ने प्राधिकरण को पहले ही दे दी थी।
जानबूझकर हमारे मुद्दे को लटकाया गया: किसान
अब किसान अपनी मांगों को लेकर प्राधिकरण के साथ आर-पार की लड़ाई के मूड़ में हैं। किसानों का कहना है कि उनके वाजिब मुद्दों को जानबूझकर लंबा खींचा जा रहा है। इसके बावजूद किसान अपने हक की लड़ाई बिना थके लड़ते रहेंगे।
Greater Noida: स्थानीय लोगों से टोल लेने के विरोध में किसानों ने जेवर टोल प्लाजा पर जमकर हंगामा किया। किसानों के विरोध को देखते हुए टोल प्लाजा पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई।
"किसानों को परेशान करते हैं टोल कर्मी''
किसान नेता मोहित नागर का आरोप है कि जिनकी जमीन पर शहर बसा है, उनसे भी टोल कर्मी टोल रहे हैं जो पूरी तरह से गलत है। एक किसान का आरोप है कि आए दिन टोल को लेकर प्लाजा पर विवाद होता है। किसानों से जबरन टोल वसूला जा रहा है। किसानों से टोल वसूलने के विरोध में भारतीय किसान सभा का जेवर यमुना टोल पर विरोध देखने को मिला।
किसानों की जिला प्रशासन की चेतावनी
टोल प्लाजा पर टोल वसूले जाने के विरोध किसानों ने जेवर टोल प्लाजा पर हल्ला बोला। इस दौरान किसान नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द जिला प्रशासन इस मसले का समाधान नहीं निकलाता तो किसान नेता बड़ी स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
Noida: अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने सीटू के साथ मिलकर जिला कलेक्ट्रेट पर बड़ी संख्या में गंगेश्वर दत्त शर्मा पर 4 जनवरी को हुए हमले के दोषी हमलावरों पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा।
ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त करने की उठाई मांग
इंजीनियरिंग संस्थान मानीताऊ पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि हमला करने वाले गुंडा ठेकेदार का लाइसेंस रद्द किया जाए. हमलावरों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गैंगस्टर गुंडा एक्ट लगाकर जेल भेजा जाए। साथ ही दोषी दरोगा, जिसके संरक्षण में गुंडो ने हमला किया था उसे सस्पेंड किया जाए। गुंडा ठेकेदार का लेबर डिपार्टमेंट से जारी लाइसेंस रद्द किया जाए। सुबह 11:00 बजे सैकड़ो की संख्या में सीटू और किसान सभा के कार्यकर्ता इकट्ठे हुए नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट के परिसर में पहुंचे और धरना स्थल पर धरना शुरू कर दिया। पुलिस की ओर से एसीपी एवं जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम ने आकर ज्ञापन प्राप्त किया और मांगों के संदर्भ में तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया।
किसानों की चेतावनी को गंभीरता से नहीं ले रहा प्रशासन
प्रदर्शन कर रहे किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि इंजीनियरिंग उद्योग में ठेके पर मजदूर रखना कानून प्रतिबंधित है। इसके बावजूद लेबर डिपार्टमेंट द्वारा दबंग किस्म के एवं गुंडा लोगों को लाइसेंस देकर श्रमिकों का दमन किया जा रहा है। जिसकी इंतहा सीटू के जिला अध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा पर हुए हमले के साथ हो गई। सभी मजदूर एवं किसान संगठनों में इस बात को लेकर भारी रोष है। इस संबंध में 6 जनवरी को प्रदर्शन कर प्रशासन से कार्रवाई की मांग की गई थी परंतु प्रशासन ने मामले को हल्के में लिया है। जिसके कारण आज फिर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
पूरा जिला बंद करने की दी चेतावनी
उन्होंने गुंडा ठेकेदार का लाइसेंस रद्द किया जाए और हमलावरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही दोषी दरोगा को सस्पेंड कर कार्रवाई की जाए। एक हफ्ते में ऐसा नहीं किया गया तो मजबूरन सभी मजदूर किसान संगठनों को 16 फरवरी को पूरे जिले को बंद करना पड़ेगा। मजदूरों का शोषण और मजदूरों पर हमला उनके नेताओं पर हमला कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गौतमबुद्ध नगर के किसान अपनी कई मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जिला प्रशासन के स्तर से सुनवाई नहीं होने पर किसान आज महापंचायत करने जा रहे हैं। जिसके बाद किसानों के दिल्ली कूच करने की संभावना है। अब किसानों की महापंचाय को देखते हुए जिले भर में धारा-144 लागू कर दी गई है।
Noida: अपनी तमाम मांगों को लेकर गौतमबुद्ध नगर के किसान लगातार आंदोलित है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर धरने पर बैठे किसान बुधवार को महापंचायत करेंगे। यहां से 8 फरवरी को किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। किसान यूनियन अपनी मांगों के लिए गुरुवार यानि 8 फरवरी को दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं। किसान जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके पहले गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट ने सीआरपीसी (CRPC) की धारा-144 के तहत 7 और 8 फरवरी को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सख्त पाबंदी लगा दी है। इसके साथ ही कई मार्गों पर डाइवर्जन की ट्रैफिक एडवाइजरी जारी दी गई है।
धारा-144 लागू
किसानों की महापंचायत से पहले गौतमबुद्ध नगर में धारा-144 लागू कर दी गई है। किसानों ने दिल्ली के संसद भवन के घेराव करने की चेतावनी भी दी है। किसानों की महापंचायत और दिल्ली मार्च को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर पुलिस अलर्ट हो गई है। यहां पर 7 और 8 फरवरी को सख्त पाबंदी लागू कर दी गई है।
कई जगहों पर ट्रैफिक डायवर्जन
कई मार्गों पर डाइवर्जन की ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है। महापंचायत में शामिल होने के लिए किसान अपने ट्रैक्टर और निजी वाहनों से ग्रेटर-नोएडा प्राधिकरण कार्यालय पर पहुंचेंगे। किसानों की बड़ी संख्या में पहुंचने पर यातायात व्यवस्था चरमरा सकती है। जिसके चलते जिले में ट्रैफिक एडवायजरी जारी की गई है। दादरी, तिलपता, सूरजपुर, सिरसा, रामपुर-फतेहपुर, 130 मीटर एवं ग्रेटर-नोएडा के अन्य मार्गो पर ट्रैफिक का डायवर्जन किया जाएगा।
कब से प्रदर्शन कर रहे किसान
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसान यूनियन लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले साल दिसंबर महीने से किसान जिले भर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। विकास प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले बढ़े हुए मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर किसान आंदोलित हैं। इसी के मद्देनजर किसान समूहों ने अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए बुधवार को 'किसान महापंचायत' और गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में संसद तक विरोध मार्च का आह्वान किया है।
Greater Noida: आज किसान अपनी मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सामने महापंचायत कर रहे हैं। पिछले 124 दिन के धरने के बाद क्षेत्र के प्रभावित 55 गांवों के किसान भी इस महापंचायत में शामिल हुए हैं। किसान नेता का कहना है कि जो भी हमारी मांग है उसके प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। लेकिन सरकार ने अभी तक किसानों की मांग पर फाइनल निर्णय नहीं लिया है। अब अपनी मांग नहीं पूरी होते देख नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे हैं।
मांगों को क्यों नहीं मान रही सरकार: किसान नेता जगवीर
किसान नेता जगवीर ने बताया कि उनकी दो मांगों को प्राधिकरण की तरफ से मान कर इसकी संस्तुति के लिए प्रदेश सरकार को भेजा है। लेकिन अभी तक उस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जिससे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों में नाराजगी है। किसानों की पहली मांग है कि सभी प्रभावित किसानों को 10 फीसदी विकसित भूखंड दिया जाए और दूसरी मांग नए भूमि अधिग्रहण का लाभ सभी किसानों को देने की है। इसमें वो भी किसान हैं जिन्होंने अपनी जमीन सीधे रजिस्ट्री के माध्यम दी है। किसान नेताओं की मांग है कि उन्हें भी परियोजना प्रभावित किसान माना जाए। इसी मांगों को जल्द से जल्द मनवाने के लिए किसान लगातार धरनारत हैं।
कल करेंगे दिल्ली कूचः रूपेश वर्मा
किसान नेता रूपेश वर्मा ने बताया कि 8 फरवरी को गौतमबुद्ध नगर के किसान संसद भवन का घेराव करने के लिए जाएंगे। किसानों की मांग है कि पिछले तीस साल से उनके प्लाट नहीं दिये गये हैं। किसानों की जमीन का 10 फीसदी हिस्सा प्राधिकरण को विकसित करके देना है। रूपेश वर्मा ने कहा कि किसान प्लाट को विकसित करने के लिए विकास शुल्क भी दे रहे हैं तो उनकी जमीन को विकसित करके क्यों नहीं दिया जा रहा है। रूपेश वर्मा ने सीधे-सीधे प्राधिकरण पर बेइमानी करने का आरोप लगाया है।
कल किसान करेंगे ट्रैक्टर रैली
किसान नेता रूपेश वर्मा ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर के किसानों के साथ लगातार बेइमानी की जा रही है। जो दो प्रस्ताव सरकार के पास भेजे गये हैं। उन पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब किसान नेताओं का कहना है कि लखनऊ तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए किसान दिल्ली भी जाने को तैयार हैं।
शहरीकरण के लिए दी जाती है 20 फीसदी जमीन- किसान नेता
किसान नेता रूपेश वर्मा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि लगातार किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। नया कानून एक जनवरी साल 2024 से लागू है। जबकि शहरीकरण के लिए जहां भी जमीन ली जाती है, वहां 20 फीसदी जमीन किसान को विकसित करके वापस की जाती है और दूसरी सबसे बड़ी मांग है रोजगार। उन्होंने कहा कि हर बालिग सदस्य को रोजगार देना होता है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में चार गुना रोजगार देना पड़ता है। इन सभी लाभों से गौतमबुद्ध नगर के किसानों को वंचित रखा गया है।
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सामने बड़ी संख्या में महिला और पुरूष किसान धरने के लिए पहुंचे हैं। किसान आज अपनी मांगों को लेकर महापंचायत कर रहे हैं। इस महापंचायत में आगे की रणनीति पर फैसला लेंगे। जिसमें दिल्ली में संसद भवन घेरने की तैयारी भी शामिल है। किसानों की संख्या को देखते हुए प्राधिकरण के सामने बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
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