Noida: पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में पुलिस कमिश्नरेट के समस्त पुलिस अधिकारियों द्वारा अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अपराधियों के विरुद्ध निरंतर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
गैंगस्टर एक्ट के तहत हुई कार्रवाई
इस कड़ी में दिनांक 17 अगस्त को पुलिस आयुक्त न्यायालय गौतमबुद्धनगर द्वारा 14 (1) गैंगस्टर एक्ट के तहत दीपक कुमार पुत्र दिनेश प्रसाद सिंह निवासी भाभानगर भगवानपुर थाना सदर जनपद मुजफ्फरपुर के विरुद्ध की गयी है।
एमबीबीएस के नाम पर ठगी कर रहा था आरोपी
दीपक अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर लोगों से पैसा लिया जाता था।
जिसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही थी। मुकदमा से संबंधित अचल सम्पत्ति फ्लैट संख्या एफएफ 213 ब्लॉक ए सेक्टर म्यू 2 ग्रेटर नोएडा साइज 40 स्क्वायर मीटर प्रकाश में आया, जिसको नोएडा पुलिस अधिग्रहण किया गया है। इस फ्लैट की अनुमानित कीमत लगभग 45 लाख रुपये है।
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कहा की कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अपराधियों के विरुद्ध आगे भी इसी प्रकार की कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
Noida: महिलाओं के खिलाफ अपराध और सख्त कार्रवाई करने के सीएम योगी के आदेश पर गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने एक्शन मूड में नजर आ रही हैं। पुलिस कमिश्नर ने रविवार को काम में लापरवाही बरतने वाले दो पुलिसकर्मियों पर बड़ा एक्शन लिया है। एक चौकी प्रभारी को तत्काल तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। जबकि दूसरे पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर किया है।
दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ हुई थी शिकायत, जांच में मिले दोषी
नोएडा पुलिस कमिश्रेट के मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार महिला संबंधी अपराध की विवेचना में लापरवाही बरतने के आरोप में एनएसईजेड चौकी प्रभारी रणधीर सिंह को पुलिस कमिश्नर ने सस्पेंड कर दिया है। वहीं, विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने पर अट्टा चौकी प्रभारी कृष्ण वीर सिंह को लाइन हाजिर किया है। बताया जाता है कि दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत की गई थी। शिकायत पर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने दोनों के खिलाफ जांच करने के आदेश दिए थे। अब जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने यह कार्रवाई की है। इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर ने जिले के सभी पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
Geater Noida : जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एक घोटाला उजागर हुआ है। एयरपोर्ट के नजदीक यम बसाए जा रहे आवासीय और औद्योगिक सेक्टरों में आंतरिक विकास कार्यों के निविदा को लेकर घोटाला सामने आया है। यह घाटोला प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डाक्टर अरूणवीर सिंह ने बुधवार को समीक्षा के दौरान पकड़ लिया। इसके बाद सीईओ ने एक अप्रैल 2022 से विकास कार्यों के लिए निकाले गए सभी निविदा की जांच कराने का निर्देश दिया हैं। जांच प्राधिकरण के अपर मुख्यकार्यपालक अधिकारी विनीत जैन को सौंपी गई है।
टेंडर जारी करने में हो गया खेल
परियोजना और बिजली विभाग के जिन अधिकारियों की लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ विभागीय र्कारवाई करने के साथ पुलिस में मामला दर्ज कराने का भी आदेश दिया है। साथ ही ऐसे ठेकेदारों को काली सूची में डालने का निर्देश दिया है। आगे निविदा में इस तरह की कोई गड़बड़ी न हो पाए, इसके लिए एक पॉलिसी बनाने का भी सीईओ ने निर्देश दिया है।
वर्क ऑर्डर का नहीं किया अनुबंध
दरअसल, यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर-20 में ब्लाक ए, बी, सी और डी में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए 24 नवंबर 2022 को ई-टेंडर निकाला था। 19 जनवरी 2023 को निविदा जमा करने की अंतिम तिथि थी। इसके बाद 2 फरवरी को टेंडर खोला गया। जिसमें एल-1 में पावर टेक समेत चार फर्म आई। निविदा को वर्क आर्डर का अनुबंध नहीं किया गया। नियमानुसार 90 दिन के अंदर अनुबंध होना चाहिए।
फर्म ने अनुबंध न होने पर मांगा पैसा
प्राधिकरण के अधिकारियों ने फार्म के साथ अनुबंध नहीं किया। बिजली विभाग में फाइल लटकी रही। करीब 90 दिन में अनुबंध न होने पर फर्म ने पैसा वापस करने के लिए आवेदन किया। यह फाइल प्राधिकरण के सीईओ के पहुंची तो उन्होंने फर्म का पैसा वापस कर निविदा निरस्त करने का आदेष कर दिया। सीईओ के आदेश पर फर्म को न पैसा किया और न ही निविदा निरस्त किया। नए सिरे से निविदा निकाला भी नहीं किया। जिससे सेक्टर 20 में स्ट्रीट लाइट लगाने का काम अटका रहा।
अधिकारियों पर लटकी कार्रवाई की तलवार
सूत्रों के मुताबिक बिजली और परियोजना विभाग के अधिकारियों ने अपने स्तर पर फाइल लटकाए रखा। बुधवार को जब सीईओ के संज्ञान में आया था तो उन्होंने संबंधित अधिकारियां को बुलाकर जवाब मांगा। इस पर कोई सार्थक जवाब नहीं दिया। इसी तरह सिविल विभाग में भी विकास कार्य के लिए 2साल पहले निकाले गए ई-टेंडर पर आज तक कोई फैसला नहीं आया। सीईओ ने जब इस बारे में अधिकारियों को फटकार लगाई तो आनन फानन में ठेकेदार की तरफ से एक पत्र सीईओ के सामने पेश कर दिया गया कि ठेकेदार ने पैसा वापस लेने के लिए पत्र भेजा है।
Noida: शिक्षा विभाग के नाक के नीचे आज भी कई ऐसे स्कूल हैं, जिनके पास मान्यता नहीं है, इसके बावजूद ये बेधड़क संचालित किये जा रहे हैं। अब इन स्कूलों पर शिकंजा कसने जा रहे हैं। शिक्षा विभाग ने 14 ऐसे स्कूलों को नोटिस जारी किया है। जिन्हें बंद करने के आदेश दिए गये हैं।
बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे शिक्षा माफिया
गौतमबुद्ध नगर में नियमों को ताक पर रखकर कुछ शिक्षा माफिया द्वारा स्कूल संचालित किये जा रहे हैं। जिनका अभी तक जिला प्रशासन में रजिस्ट्रेशन तक नहीं हुआ है। अब ऐसे संस्थानों को चिन्हित कर इन्हें नोटिस दिया जा रहा है। साथ ही बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों को तत्काल बंद करने के आदेश दिए गये हैं। साथ ही इन शिक्षा माफिया पर कानूनी कार्रवाई भी की जाने की तैयारी है। लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि इतने दिन से इस तरह के स्कूल संचालित किये जा रहे थे। जिनमें हजारों की संख्या में बच्चे पढ़ने भी जाते हैं। ऐसे में इन बच्चों के भविष्य का अब क्या होगा। अगर समय पर ऐसे संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जाती तो कम से कम बच्चे गुमराह होने से बच जाते।
Noida: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार अपराधियों की संपत्ति के साथ अवैध निर्माणों पर लगातार बुलडोजर चल रहा है। इसके बावजूद अवैध अतिक्रमण करने वाले सबक नहीं ले रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को नोएडा प्राधिकरण ने अवैध फार्म हाउस पर बुलडोजर के माध्यम से ध्वस्त करा दिया है।
75 हजार वर्गमीटर में बने थे फार्म हाउस
जानकारी के मुताबिक डूब क्षेत्र में कुंडली गांव के पीछे सेक्टर 151 और 156 में करीब 50 अवैध फार्म हाउस बने थे। प्राधिकरण के बार-बार नोटिस देने के बावजूद फार्म हाउस संचालक अवैध निर्माण नहीं हटा रहे थे। इसके बाद नोएडा प्राधिकरण ने मंगलवार को पुलिस की मौजूदगी में करीब 75 हजार वर्गमीटर में अवैध तरीके से बने फॉर्म हाउस पर बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अवैध तरीके से बने और भी फार्म हाउसचिन्हित किया गए हैं। जल्दी इन पर भी कार्रवाई की जाएगी। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने अपील की है अवैध निर्माण खुद हटा लें अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
फार्म हाउस संचालकों में दहशत
नोएडा प्राधिकरण की कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया। वहीं, अवैध फार्म हाउस संचालक विरोध करते रहे लेकिन प्राधिकरण का बुलडोजर चलता रहै। इस कार्रवाई से फार्म हाउस संचालकों में दहशत का माहौल है।
Noida: सर्दियों के मौसम आने से पहले ही नोएडा समेत दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण बढ़ जाता है। इसको देखते हुए इस बार पहले से पुलिस प्रशासन अलर्ट है। इसके लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान 1 अक्टूबर से लागू किया गया है। इसके तहत प्रदूषण को नियंत्रण रखने के लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस द्वारा मंगलवार से 15 दिन के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत बिना फिटनेस और प्रदूषण के फैलाने वाले वाहनों पर नोएडा ट्रैफिक पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है। इसको लेकर नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने 6 टीम में बनाई है, जो अलग-अलग जगह पर चेकिंग कर रही है। अभी तक बिना फिटनेस और प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र के दौड़ रहे वाहनों करीब 700 से अधिक वाहनों का चालान काटा गया है।
ट्रैफिक पुलिस ने चलाया विशेष अभियान
बता दें कि 1 अक्टूबर से नोएडा में ग्रेप सिस्टम लागू किया गया है। वहीं, ट्रैफिक पुलिस के द्वारा प्रदूषण पर फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए 15 दिनों तक अभियान चलाया गया है। जिले में करीब 1 लाख से ज्यादा 10 साल पुराने डीजल वाहन और करीब 15 साल पेट्रोल वाहन हैं. इन सभी की जांच की जाएगी। एनजीटी के आदेश के अनुसार दिल्ली एनसीआर में 10 साल डीजल के पुराने वाहन और 15 साल पेट्रोल के पुराने वाहन नहीं चल सकते हैं। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस के द्वारा इन सभी वाहनों को चिन्हित किया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।
1- 10 वर्ष पुराने डीजल वाहनों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
2- 15 वर्ष पुराने पेट्रोल वाहनों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
3- प्रदूषण प्रमाण पत्र समाप्त हुए वाहनों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
4- फिटनेस प्रमाण पत्र समाप्त हुए वाहनों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
5- पराली जलाने एवं अन्य वायू प्रदुषण फेलाने वालों के विरूद्ध कार्रवाई।
6-(GRAP) की रोकथाम हेतु सहायक पुलिस आयुक्त, यातायात प्रथम एवं द्वितीय के पर्यवेक्षण में यातायात निरीक्षक के नेतृत्व में 6 टीमों का गठन किया गया है।
7-कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में जोन स्तर पर भी (GRAP) की रोकथाम हेतु नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
8-(GRAP) की रोकथाम हेतु जिला सम्भागीय परिवहन अधिकारी गौतमबमुद्धनगर द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
9-(GRAP) की रोकथाम हेतु क्षेत्रीय प्रदूशण नियन्त्रण बोर्ड गौतमबुद्धनगर द्वारा भी कार्रवाई की जाएगी।
Noida: रील बनाने के शौकीन कोतवाल अजय चाहर को लाइन हाजिर कर दिया गया है। अपने अधिकारियों के आदेश का अवहेलना करने के आरोप में उन्हें लाइन हाजिर किया गया है। अजय चाहर सेक्टर-126 थाने में बतौर थाना प्रभारी तैनात थे। अजय चाहर ने अपने उपर एक रील बनवाई थी। जिसमें रैप अंदाज में गाए गाने में उन्होंने किसी फिल्मी हीरो की तरह काम किया था। अब रील सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस कमिश्नर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच के भी आदेश दिये गये हैं।
इंस्पेक्टर साहब ने पूरा गाना खुद पर करवाया शूट
बता दें कि नोएडा सेक्टर-126 कोतवाली में तैनात एसएचओ अजय चाहर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में अजय चाहर बतौर पुलिस निरीक्षक एक्टिंग कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक यह वीडियो को सेक्टर-126 क्षेत्र में बने फार्म हाउस में शूट किया गया है। इस वीडियो में जाति आधारित एक गाने के लिए शूटिंग की गई है। गाना रिलीज होने के बाद से वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है है। बताया जा रहा है कि बिना अनुमति के शूटिंग की गई है।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सफाई व्यवस्था में लापरवाही करने पर पांच फर्मों पर कार्रवाई की है। प्राधिकरण ने तीन फर्मों के मासिक भुगतान में से दो फीसदी की कटौती की है. दो अन्य फर्मों पर पांच-पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
दो फर्मों पर पांच-पांच लाख जुर्माना
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर छठ घाटों और शहर की सफाई व्यवस्था देखने का जायजा लेने के लिए एसीईओ अमनदीप डुली और एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने अलग-अलग जगहों का दौरा किया। एसीईओ अमनदीप डुली को कासना के मुख्य मार्ग के साइड वर्ज और सर्विस रोड पर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे मिले। इसके बाद प्राधिकरण ने संबंधित फर्म एजी इनवायरो पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
तीन फर्मों के भुगतान में दो फीसदी की कटौती
एसीईओ अमनदीप डुली ने हल्दौनी का भी जायजा लिया। इस दौरान कई जगह कूड़े के ढेर लगे मिले और झाड़ू भी नहीं लगाई जा रही थी। जिसके चलते मैसर्स साईंनाथ सेल्स एंड सर्विस पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग ने सेक्टर 16बी व 16सी, गौड़ सिटी वन व टू, 130 मीटर रोड, सेक्टर-10 व टेकजोन-4 का भ्रमण किया। इस दौरान जगह-जगह कूड़े के ढेर मिले और झाड़ू भी नहीं लगाई गई थी। जिसके चलते मैसर्स एंटनी वेस्ट हैंडलिंग, मैसर्स आरआर फैसिलिटीज, मैसर्स बिमलराज आउटसोर्सिंग पर कार्रवाई करते हुए मासिक भुगतान में से दो-दो फीसदी धनराशि की कटौती करने के निर्णय लिया गया है।
फर्मों को दी गई चेतावनी
इन फर्मों को चेतावनी दी गई है कि अगर दोबारा लापरवाही मिली तो और कठोर कार्रवाई की जाएगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने ग्रेटर नोएडावासियों से शहर को साफ-सुथरा रखने में सहयोग की अपील की है।
Yamuna City: किसान और आवंटियों की शिकायत का तत्तकाल प्रभाव से निराकरण करने के आदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्राधिकरण के अधिकारियों की दी है। बावजूद इसके यमुना प्राधिकरण में कुछ ऐसे अधिकारी हैं, जिनके खिलाफ लगातार शिकायतें आ रही थी। प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह ने दो ऐसे प्रबंधकों पर कार्रवाई की है, जिनके खिलाफ लगातार कार्यों में अनियमितता बरतने और रिश्वत मांगने के आरोप लग रहे थे। शिकायतों के आधार पर यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सीईओ अरुण वीर सिंह ने दोनों प्रबंधकों को पद से हटा दिया है।
@YamunaAuthority के #ceo डॉ. अरुणवीर सिंह ने संपत्ति विभाग में तैनात दो प्रबंधकों को पद से हटाया, भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर सीईओ ने की कार्रवाई। @NandiGuptaBJP @myogiadityanath @myogioffice @Yamunaresidents #GreaterNoida #greaternoidanews #noidanews pic.twitter.com/XZHGAiimdS
— Now Noida (@NowNoida) November 20, 2023
संपत्ति विभाग में अनियमितता बरतने पर कार्रवाई-CEO
सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया आवंटियों और किसानों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए लगातार प्राधिकरण पहल करता है। सीएम योगी ने भी अधिकारियों को आदेश दिया है कि किसानों और आवंटियों के काम प्राथमिकता के साथ होनी चाहिए। सीईओ अरुण वीर सिंह ने कहा ऐसी किसी भी शिकायत पर प्राथमिकता के साथ जांच करवाया जाता है। दोनों प्रबंधक संपत्ति विभाग में अनियमितता कर रहे थे। आरोप है कि आवंटियों से काम के बदले दोनों आवंटी रिश्वत की मांग करते थे। इसी के आधार पर सीईओ ने दोनों प्राधिकरण को उनके पद से हटा दिया है।
स्टॉफ मीटिंग CEO की अधिकारियों को खरी-खरी
संपत्ति विभाग में तैनात प्रबंधक योगेश भाटी और संदीप तिवारी पर आरोप है कि वो आवंटियों से काम करने के एवज में 200 रुपये मीटर के हिसाब से रिश्वत की मांग कर रहे थे। जो रिश्वत देने से मना करता उनका काम अटका दिया जाता था। इसकी शिकायत जब सीईओ अरुण वीर सिंह को मिली, तो उन्होंने दोनों की छुट्टी कर दी। साथ ही स्टॉफ मीटिंग में भी सीईओ ने अधिकारियों को अल्टीमेट्म दे दिया है कि अगर इस तरह की शिकायत मिली तो उन पर भी गाज गिरनी तय है। सीईओ अरुण वीर सिंह ने NOW NOIDA से बात करते हुए कहा कि अगर किसी भी अधिकारी ने प्राधिकरण की छवि धूमिल करने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को पारदर्शित और निष्पक्षता के साथ काम करने के आदेश दिए हैं। ऐसे में उन अधिकारियों को सचेत हो जाना चाहिए, जो भ्रष्टाचार में डूबे हैं, उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
Greater Noida: बीजेपी का झंडा लगाकर जीटी रोड पर रॉन्ग साइड चलने वाले नेता पर नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। 'नाऊ नोएडा' में खबर प्रकाशित होने के बाद डीसीपी ट्रैफिक ने चालान काटते हुए कार को जब्त कर लिया है।
गौरतलब है कि बुधवार को जीटी रोड पर रॉग साइड से जाने वाली कार में बीजेपी का झंडा लगा था। सामने से गलत दिशा से आ रही कार की वजह से जीटी रोड पर लंबा जाम लग गया। जाम को खत्म करवाने में ट्रैफिक पुलिस को घंटों लग गये। इस दौरान जाम में फंसे लोग परेशान नजर आए। लेकिन सत्ता के नशे में चूर कार सवार को इसका कोई फर्क पड़ता नहीं दिखाई दिया था। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। 'नाऊ नोएडा' में खबर प्रकाशित होने के बाद ट्रैफिक पुलिस ने 17500 का चालान काटा है। इसके साथ ही कार भी जब्त कर लिया है।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022