Noida: एसटीएफ लखनऊ और नोएडा पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है। एसटीएफ और थाना सेक्टर 58 पुलिस ने बीओआईपी कॉल, टीएफएन व सोफ्ट फोन के माध्यम से विदेशों में रह रहे व्यक्तियों के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी वाले 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 34 मोबाइल फोन, 4 लैपटाप, 5 इंटरनेट राउटर, 4 वाहन , 22 कम्प्यूटर आदि बरामद हुआ है।
विदेशी नागिरकों से ऐसे करते थे ठगी
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 'कंप्यूटर से TFN पोर्टल के माध्यम से eyebeam साफ्टवेयर से हमारे कॉल सेंटर मे लगे सिस्टम पर लैंड कराते हैं । इस कॉल को हमारे कॉल सेंटर पर पूर्व से एक्टिव कॉलर कॉल रिसीव करते हैं और अपने आप को विदेशी कम्पनी का प्रतिनिधि बताते हुए उनकी समस्या का जल्द समाधान का आश्वासन देते हैं। इसके बाद विदेशी लोगों को बोलते थे कि आपका सिस्टम हैक और आईपी एड्रेस कम्प्रोमाईज्ड हो गया है। इस समस्या के समाधान के लिए हम उनके सिस्टम को ऐनीडेस्क साफ्टवेयर से कनेक्ट कर उनके सिस्टम मे आ रही असुविधा को हल करने के नाम पर अलग-अलग माध्यम व गिफ्ट कार्ड से 100 - 500 डालर लेते थे । इस दौरान यूएस के लोगो के मोबाइल को एनीडेस्क से कनेक्ट कर मैजिक ऐप एगूगल वाइस आदि एप पर पेमेंट कराकर एकाउंट बना लेते हैं। इसके बाद उनके मोबाइल से उस अकाउंट को लॉगआउट कर अपने मोबाइल पर लॉगिन कर लेते है । फिर इन ऐप का उपयोग अपनी जरूरत अनुसार यूएस के लोगों को डायरेक्ट कॉल करने के काम में लेते थे।
मेरठ का रहने वाला है सरगना
आरोपियो ने पूछताछ में बताया कि गिरोह का सरगना शाजिद शहिदी है, जिसने तीन महीने पहले कॉल सेंटर को खोला था। सरगना मूलरूप से मेरठ का रहने वाला है और दिल्ली में रहता है, जो ऑनलाइन ही कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों से बातचीत करता था। गिरोह में पकड़े गए सभी लोग यहां पर नौकरी करते थे। जिनको आरोपी ने 12 हजार रुपये मासिक वेतन पर ठगी का काम दिया था। इन लोगों ने सैकड़ों की संख्या में अमेरिकी नागरिकों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी की है।
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October 05, 2024