Greater Noida West: 'नाउ नोएडा' की खबर का बड़ा असर हुआ है। खबर प्रकाशित होने के बाद नींद से जागा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने गुलशन बिल्डर के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। बिल्डर ने सड़क किनारे लगे करीब 50 पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचा रहा था। 'नाउ नोएडा' पर खबर चलने के बाद प्राधिकरण ने बिल्डर पर एक लाख रुपये जुर्माना लागाया है।https://www.youtube.com/watch?v=-B5DlpKIofo
पंचशील ग्रीन सोसाइटी के पास पेड़ों को पहुंचाया था नुकसान
गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पंचशील ग्रीन हाउसिंग सोसायटी के पास गुलशन बिल्डर का प्रोजेक्ट है। यहां सड़क किनारे खड़े करीब 50 से ज्यादा पौधों को बुरी तरीके से गुलशन बिल्डर की ओर से नुकसान पहुंचाया गया है। पेड़ों की वजह से सोसाइटी न दिखने पर बिल्डर ने पेड़ों को कटवा दिया था। जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध भी किया था। लोगों की आवाज को 'नाउ नोएडा' ने प्राधिकरण के अधिकारियों के कानों तक पहुंचाया, जिसके बाद अब एक्शन हुआ है।
इस अधिनियम के तहत हुई कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अधिकारियों के ने बताया कि राष्ट्रीय हरित अधिग्रहण के आदेश का पालन करते हुए गुलशन बिल्डर के खिलाफ एक्शन लिया गया है। भारत संरक्षण में अधिनियम 1976 और पर्यावरण अधिनियम 1986 के तहत पेड़ काटना दण्डीय अपराध है। इसका उल्लंघन करने पर बिल्डर के खिलाफ एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
Noida: देश भर में चर्चित महादेव बेटिंग ऐप के संचालकों पर नोएडा पुलिस की बड़ी कार्रवाई की है। एप के माध्यम से माध्यम से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले 18 आरोपियों के खिलाफ नोएडा पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश सभी आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
बता दें कि थाना 39 में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसके बाद अप्रैल 2023 मे नोएडा पुलिस ने गैंग के लोगों को किया गिरफ्तार था। गिरफ्तार आरोपी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग राज्यों के अलावा छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं. पुलिस इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है। अब पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर 18 आरोपियों की संपत्ति भी वेरीफाई की गई, जिसे नोएडा पुलिस कुर्क करेगी। ऐप को बंद करने के लिए नोएडा पुलिस ने भी पत्र लिखा था। इस बेटिंग ऐप के चलते ही कई फिल्म स्टार भी अलग-अलग एजेंसियों के रडार पर हैं।
रविवार को पुलिस चेकिंग के दौरान दो चोरों को एक्सप्रेस-वे पुलिस ने चोरी की गाड़ियों सहित हिरासत में लिया.
चोरी कर अवैध रूप से पैसा कमाने की थी योजना
Noida: पुलिस की कस्टडी में खड़े ये दोनों शातिर चोर हैं। इन पर आरोप है कि ये गाड़ियों की चोरी कर उनके पार्ट्स को बेचते हैं। पुलिस की हिरासत में खड़े आरोपियों के नाम प्रमोद और विशाल है। ये नोएडा, ग्रेटर नोएडा के अलावा दिल्ली एनसीआर के दूसरे शहरों में भी वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेते हुए इस बात की जानकारी दी. एक्सप्रेस-वे पुलिस को पेट्रोलिंग के दौरान इन दोनों आरोपियों के पास से चोरी की 2 बाइक और पार्टस बरामद किये.
वाजिदपुर में पकड़े गए आरोपी
रविवार को वाजिदपुर में एक टायर पंचर की दुकान के पास जब एक्स्प्रेस-वे पुलिस गश्त लगा रही थी, तब इन दोनों आरोपियों की संदिग्ध गतिविधों पर पुलिस की नजर पड़ी. जांच पड़ताल के बाद दोनों के पास से पुख्ता जानकारी और चोरी की 2 बाइक (स्पलेंडर प्लस) जिनका रेजिस्ट्रेशन न.: UP 84 AF 9819 और UP 16 CP 5614 बरामद किये गये। दोनों आरोपियों को थाने लेजाकर उन पर उचित कार्रवाई की गई.
आरोपियों के खिलाफ कई केस दर्ज
पहले भी DL 8 SCY 2671 के चोरी के संबंध में प्रमोद और विशाल, निवासी वाजिदपुर, पर पुलिस ने थाना सेक्टर-126 नोएडा में एफआईआर दर्ज कर रखा था. दोनों आरोपी प्रमोद और विशाल 31 और 19 वर्ष के बताए जा रहे हैं. प्रमोद पर अब तक 3 मामलों में एफआईआर दर्ज है तो वहीं पर विशाल दो मामलों में आरोपी है.
देश की राजधानी दिल्ली से इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को 1 अक्टूबर तक बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी है। बुलडोजर कार्यवाही के लिए अब राज्य सरकारों को सुप्रीम कोर्ट से इजाजत लेनी होगी। आपको बता दें, उत्तर प्रदेश में ‘सीएम योगी का बुलडोजर एक्शन’ काफी चर्चा में रहा था। वहीं, बीते दिनों देश के अन्य राज्यों जैसे कि राजस्थान, मध्य-प्रदेश, गुजरात और अन्य जगहों से भी बुलडोजर एक्शन की खबरें लगातार सामने आ रही थीं।
सीएम योगी के बुलडोजर मॉडल पर SC की रोक!
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह बुलडोजर एक्शन लेने वाले राज्यों पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी है और सभी राज्यों को साफ निर्देश दिया है कि बिना इजाजत के बुलडोजर एक्शन नहीं लिया जाएगा। बुलडोजर एक्शन के खिलाफ दायर हुई याचिकाओं के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने ये रोक लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ शब्दों में कहा है कि अगली सुनवाई तक किसी भी राज्य में कोई बुलडोजर एक्शन नहीं होगा।
इन मामलों में होगा बुलडोजर एक्शन!
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बुलडोजर एक्शन पर रोक तो लगाई गई है, लेकिन कुछ मामलों में छूट भी दी गई है। बुलडोजर एक्शन वाले अंतरिम आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों को अवैध अतिक्रमण में बुलडोजर चलाने की छूट दी है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि उसका ये आदेश सड़क, फुटपाथ, रेलवे लाइनों, जलाशयों पर अतिक्रमण पर लागू नहीं होगा यानी कि अगर सड़क, फुटपाथ या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर कोई अतिक्रमण करता है तो राज्य सरकार बुलडोजर एक्शन ले सकती है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दायर की थी याचिका
बुलडोजर एक्शन के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद में याचिका दायर की थी। जिसमें बुलडोजर एक्शन को लेकर सरकारों द्वारा मनमानी की बात कही गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान 1 अक्टूबर तक रोक लगाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कहा गया कि अगर कार्रवाई दो हफ्ते रोक दी तो आसमान नहीं फट पड़ेगा। आप इसे रोक दीजिए, 15 दिन में क्या होगा?
उत्तर प्रदेश के बलिया में अवैध वसूली के मामले में शामिल कांस्टेबल से लेकर एसपी तक सभी पर योगी सरकार ने तुरंत एक्शन लिया है। दरअसल, बिहार-यूपी बॉर्डर पर बिहार की तरफ से आने वाले ट्रकों से पुलिसकर्मियों द्वारा अवैध वसूली का मामला सामने आने के बाद कांस्टेबल से लेकर एसपी तक नप गए हैं। योगी सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए एएसपी और एसपी को पद से हटा दिया। वहीं, सीओ से लेकर कई कांस्टेबल तक को सस्पेंड भी किया गया है।
महीने भर में करोड़ों की अवैध वसूली
अवैध वसूली के मामले को जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश के बलिया में यूपी-बिहार के इस बॉर्डर से हर रात करीब 1000 से भी ज्यादा ट्रक गुजरते थे। हर ट्रक के ड्राइवर से बॉर्डर पार करने की कीमत के तौर पर 500 रुपये की अवैध कमाई की जाती थी। अगर इसे जोड़े, तो एक दिन में ये 5 लाख की अवैध कमाई हो जाती थी, इस हिसाब से एक महीने में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की अवैध वसूली की जा रही थी। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिसकर्मियों के इस अवैध कमाई के जरिए की शिकायत हई और शिकायत के बाद भरौली चेक पोस्ट पर एडीजी और डीआईजी ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। इस दौरान ट्रकों से अवैध रूप से वसूली करते दो पुलिसकर्मियों को मौके से ही गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ वसूली में लिप्त 16 दलालों को भी पकड़ा गया।
पुलिस ने की पुलिस चौकी में छापेमारी!
पुलिसवालों के इस अवैध वसूली के मामले को लेकर डीआईजी (आजमगढ़ रेंज) वैभव कृष्ण ने बताया कि एडीजी जोन बनारस और मेरे द्वारा सादे कपड़ों में नरही थाना क्षेत्र में भरौसी तिराहे के पास बिहार-यूपी बॉर्डर पर एक पुलिस चौकी में छापेमारी की गई। वहां जो ट्रक आते हैं उससे वसूली की जा रही थी। जिसमें पुसिकर्मी संलिप्त थे। उन्होंने कहा कि ये लोग (आरोपी पुलिसकर्मी) प्रति वाहन 500 रुपये वसूलते थे और हर रात वहां से करीब एक हजार ट्रक गुजरते थे।
योगी सरकार ने लिया तुरंत एक्शन
जैसे ही इस मामले की जानकारी योगी सरकार को हुई, राज्य सरकार ने पूरी कोरंटाडीह चौकी को सस्पेंड कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी पुलिसकर्मी यूपी-बिहार बॉर्डर पर शराब, पशु तस्करी, लाल बालू की तस्करी करने वाले से पैसे की ये वसूली करते थे। अवैध वसूली का मामला सामने आने के योगी सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए एएसपी और एसपी को पद से हटा दिया। वहीं, सीओ से लेकर कई कांस्टेबल तक को सस्पेंड भी किया गया है। अब आईपीएस विक्रांत वीर को बलिया का नया पुलिस कप्तान बनाया गया है। इसी के साथ ही वसूली कांड में शामिल आरोपी पुलिसकर्मियों में शामिल सीओ, एसएचओ और चौकी इंचार्ज की संपत्ति की विजिलेंस जांच के भी आदेश दिए गए हैं। वसूली के पैसों को खुलासा छापेमारी में मौके से कांस्टेबल हरदयाल सिंह को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद पूरा रैकेट सामने आया।
तुरंत किया गया सस्पेंड
अवैध वसूली के इस मामले में नरही थानाध्यक्ष, चौकी प्रभारी (करंटाडीह) के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जिसमें कुल 7 पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया है। इस मामले की जांच आजमगढ़ के एएसपी को दी गई है। शुरुआती जांच में दोषी पाए जाने पर नरही के थानाध्यक्ष पन्नेलाल और चौकी प्रभारी (करंटाडीह) राजेश प्रभाकर को सस्पेंड किया गया है।
हेड कांस्टेबल चंद्रजीत यादव, औरंगजेब खान, कांस्टेबल परविंद यादव, सतीश गुप्ता, पंकज यादव, ज्ञानचंद, धर्मवीर पटेल, नरही के नाइट अफसर सब इंस्पेक्टर मंगला प्रसाद, हेड कांस्टेबल विष्णु यादव, कांस्टेबल हरिदयाल सिंह, दीपक मिश्रा, बलराम सिंह, उदयवीर, प्रशांत सिंह, ड्राइवर ओमप्रकाश समेत 10 कांस्टेबल को सस्पेंड किया गया है। वसूली में शामिल सिपाहियों के आवासों को भी सील कर दिया गया है।
Noida: नोएडा अथॉरिटी द्वारा अतिक्रमण को लेकर एक्शन की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। अब नोएडा अथॉरिटी की तरफ से महर्षी आश्रम की जमीन पर अवैध कॉलोनी और बिल्डिंग बनाए जाने का मामला संज्ञान में आया है। जिसके खिलाफ नोएडा अथॉरिटी ने एफआईआर दर्ज कराई है।
दो लोगों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा
एडीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने इस पूरे मामले की जानकारी साझा की। जिसमें उन्होंने नोएडा अथॉरिटी द्वारा दो लोगों पर मुकदमा दर्ज कराने का खुलासा किया है। दर्ज कराई गई रिपोर्ट में दोनों आरोपियों ने अवैध निर्माण और प्लॉटिंग की बात कही गई है। साथ ही रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
महर्षी आश्रम की जमीन पर अवैध अतिक्रमण!
नोएडा में महर्षी आश्रम की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया है। नोएडा अथॉरिटी की तरफ से कहा गया है कि बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण किया गया है। जिसके चलते नोएडा अथॉरिटी के अफसरों का ने ये रिपोर्ट दर्ज कराई है। ये एफआईआर नोएडा थाना सेक्टर 39 मे दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट में साफ शब्दों में कहा गया है कि खसरा नंबर 221 और 223 नंबर पर अवैध निर्माण किया गया है।
दो बिल्डरों के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
नोएडा अथॉरिटी की तरफ से दो बिल्डरों के नाम एफआईआर में दर्ज है। विनीत श्रीवास्तव और प्रदीप गुप्ता के खिलाफ अवैध निर्माण और प्लॉटिंग की बात की गई है। हालांकि, ये भी कहा गया है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। वैसे आपको बतां दें, नोएडा अथॉरिटी की तरफ से लगातार अवैध निर्माण और अतिक्रमण के ऊपर एक्शन होता है। बीते कई दिनों लगातार प्रशासन ने बुलडोजर एक्शन भी लिया है। लेकिन इस मामले में अथॉरिटीकी तरफ से पहले अतिक्रमण को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मामले को लेकर एडीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने सारी रिपोर्ट मीडियो के सामने रखी। अब पुलिस इस पर मामले की पड़ताल कर रही है।
गाजियाबाद पुलिस की तरफ से चोरी की गाड़ियों पर नकेल कसने के लिए एक नई पहल की गई है। जहां पुलिस ने चोरी के वाहनों की रोकथाम के लिए पर्चे बांटे और तमाम मोटर मैकेनिक और कार वर्कशॉप पर जाकर आरसी देखकर ही वाहन रजिस्टर करने की बात कही।
वाहन चोरों के खिलाफ गाजियाबाद पुलिस की नई पहल
गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस थाना क्रॉसिंग की तरफ से वाहन चोरी की घटनाओं पर रोकथाम के लिए नई पहल की गई है। जहां पुलिसकर्मी मोटर मैकेनिक और कार वर्कशॉप पर जाकर परचे चश्पा कर रहे हैं। दरअसल, थाना क्षेत्र में लगातार वाहन चोरी की घटनाएं बढ़ रही थी। जिसको लेकर लगातार पुलिसिंग भी की जा रही थी, लेकिन वाहन चोर पुलिस की हत्थे नहीं चढ़ पा रहे थे, क्योंकि वायरलेस पर सूचना मिलते ही पुलिस वाहन को पार्किंग में और मैकेनिक के पास खड़ी करके फरार हो जाते थे और बाद में आकर गाड़ी वहां से ले लिया करते थे।
पुलिस ने वर्कशॉप पर जाकर बांटे पर्चे
अब इस जानकारी से सबक लेते हुए पुलिस ने नई तरकीब निकाली है। जिसको लेकर क्रॉसिंग पुलिस मिस्त्री और वर्कशॉप मालिक को पर्ची बांट रही है, जिसमें उनसे किसी भी वहां की सर्विस या फिर अपने यहां खड़े करने से पहले एलआरसी या फिर कोई भी परिचय पत्र जमा करने के लिए कह रही है ऐसे में पुलिस की स्पेल से कहीं ना कहीं वाहन चोरी की घटनाओं में कमी लाई जा सकेगी।
पुलिस की मुहीम पर क्या बोले लोग?
ऑटो मोबाइल का काम करने वाले संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने बताया कि आरसी लेने के बाद गाड़ी रजिस्ट्री करें। उन्होंने कहा कि वैसे तो हम कागज देखकर काम करते हैं, लेकिन पुलिस को अंदेशा है कि चोरी की गाड़ी आ सकती है। इसलिए ध्यान रखेंगे कि गाड़ी आने पर आरसी की फोटो खीचकर कागज के पीछे लगा लेंगे।
ग्रेटर नोएडा में भू-माफियाओं के खिलाफ एक बार फिर से जिला प्रशासन द्वारा बुलडोजर एक्शन लिया गया है। बुधवार को शाहबेरी में कस्टोडियन जमीन पर अवैध तरीके से दुकानें बनाने के खिलाफ ये कार्यवाही हुई है। केंद्र सरकार की ओर से इस जगह को खाली कराने का निर्देश मिला था। निर्देश को नियम के मुताबिक पालन करते हुए बुधवार बुलडोजर चला है। मौके पर एसडीएम समेत प्रशासन के कई अधिकारी और पुलिस बल मौजूद रहा।
48 दुकानों पर चला बुलडोजर
ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र के शाहबेरी में बुधवार को 48 दुकानों पर प्रशासन का बुलडोजर चला और करोड़ों की जमीन को खाली कराया गया। शत्रु संपत्ति पर कब्जा करके यहां 148 दुकानें बनाई गईं थीं। जिसमें 48 दुकानें पूरी और 100 दुकानें आधी बनीं हुईं थी। प्रशासन द्वारा 48 दुकानों पर बुलडोजर बुधवार को चला है और बाकी की 100 दुकानों पर भी जल्द ही कार्यवाही होगी। आपको बता दें, यहां पर शत्रु संपत्ति से मतलब है जिन लोगों ने चीन या पाकिस्तान की नागरिकता हासिल कर ली। वो अपने पीछे संपत्तियां छोड़ गए जिन्हें शत्रु संपत्ति के रूप में जाना जाने लगा।
मार्च में किया गया था दुकानों को सीज
दादरी एसडीएम अनुज नेहरा ने कार्यवाही के दौरान बताया कि प्रदीप शर्मा और मुस्तजब अली ने शत्रु संपत्ति पर कब्जा करके अवैध निर्माण कर दिया था। जिसे केंद्र सरकार की तरफ से खाली करने का आर्डर मिला था, जिसके बाद मार्च में इन दुकानों को खाली कराके सील कर दिया गया था। साथ ही इसके ध्वस्तीकरण के लिए 28 अगस्त तारीख को निर्धारित किया गया था।
26 करोड़ की जमीन पर कर रखा था कब्जा
तय तारीख 28 अगस्त ( बुधवार) को प्रशासन द्वारा दोस्तीकरण की कार्रवाई की गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ये दोस्तीकरण की कार्रवाई एक-दो दिन होगी। जिससे पूरी जमीन को कब्जे में ले लिया जाएगा। इस जमीन की कीमत करीब 26 करोड़ बताई जा रही है। बुलडोजर एक्शन के समय एसडीएम, अधिकारियों समेत पुलिस बल भी मौजूद रहा।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में बुलडोजर एक्शन देखने को मिला है। अवैध निर्माण पर एक फिर से योगी प्रशासन ने बुलडोजर एक्शन चला है। लेकिन इस बार बुलडोजर एक्शन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल खड़े किए हैं। साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार को जमकर घेरा और यूपी पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाया है।
25 ग़रीब परिवारों को बरसात में किया बेघर: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में बुलडोजर एक्शन पर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट लिखा। अखिलेश यादव ने लिखा ये है प्रतिशोध से भरी भाजपाई राजनीति का वीभत्स चेहरा। भाजपा बसे-बसाये घरों को गिराकर सुख पाती है। जिन्होंने अपने घर नहीं बसाये, पता नहीं वो दूसरों के घर गिराकर किस बात का बदला लेते हैं। हर गिरते घर के साथ भाजपा भी और भी नीचे गिर जाती है।
अखिलेश ने आगे लिखा, अमृतकाल के सूचनार्थ- आज लोकसभा फर्रुखाबाद के विधानसभा अमृतपुर के ग्राम उखरा में सालों से बसे 25 ग़रीब परिवारों के घरों पर बुलडोजर चलाकर, न जाने कितने बड़े-बूढ़ों, बीमारों, बच्चों, माताओं, बहनों, बेटियों को भरी बरसात में बेघर किया गया। ये राजनीतिक क्रूरता की हद है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिया अखिलेश को जवाब!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस पोस्ट पर यूपी पुलिस ने भी जवाब दिया। पुलिस ने अखिलेश द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया। पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा, गांव ऊखरा और करनपुर मजरा बांसमई में लोगों ने अवैध निर्माण कर रखा था। इस जगह पर ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर-2 योजना के तहत 400, 200, 132 केवी उपकेंद्र का निर्माण होना। इसकी जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था, जिसे एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सदर और राजस्व विभाग की टीम के साथ स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में मुक्त कराया गया है।
क्या है ये पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के फर्रखाबाद जिले के फतेहगढ़ क्षेत्र में ग्राम समाज की जमीन पर बुलडोजर एक्शन हुआ है। बताया गया है कि ग्राम समाज की जमीन पर लोगों ने सालों से कब्जा जमा रखा था। लोगों ने यहां अपने अवैध तरीके से मकानों का निर्माण भी कर रखा था। ऐसे करीब 18 से ज्यादा परिवार हैं, जिनके घरों को बुलडोजर से तोड़ दिया गया है। चर्चा है कि ये सभी यादव परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इसकी जानकारी होते ही सपा मुखिया ने मुद्दा बना लिया और यूपी सरकार को घेर लिया। अब इस मामले को लेकर राजनीति शुरु हो गई है।
Noida: नोएडा पुलिस चेंकिग अभियान के तहत नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर एक्शन लेने में देर नहीं करती है। सोमवार को भी नोएडा पुलिस द्वारा चेकिंग अभियान चलाया गया, जहां पुलिस ने ब्लैक फिल्म लगाकर चलने वाले वाहनों पर एक्शन लिया।
सेक्टर 126 में पुलिस का चेकिंग अभियान
नोएडा पुलिस ने सेक्टर-126 में चेकिंग अभियान चलाया। ये अभियान पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर चलाया गया है। वैसे तो पुलिस ने नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर सख्ती की, लेकिन इस दौरान काली फिल्म लगाकर चलने वाले वाहनों पर जोरदार एक्शन लिया। चेकिंग के दौरान भारी संख्या में पुलिस मौजूद रही।
PCR से भी रखी गई नजर
नोएडा सेक्टर-126 और सेक्टर 20 थाना क्षेत्र में एसीपी प्रथम ने खुद जायदा लिया और चेकिंग अभियान चलाया। इसी के साथ ही पीसीआर पर तैनात पुलिस कर्मियों को एसीपी प्रथम प्रवीण कुमार ने दिशा निर्देश दिए और लापरवाही बरतने वाले वाहनों पर एक्शन की बात कही।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022