Noida: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को नोएडा पहुंचे। अखिलेश यादव के आगमन को लेकर कार्यकर्ताओं में भारी जोश दिखा। सपा अध्यक्ष सेक्टर 37 में पहुंचकर पूर्व कुलपति पूर्व कुलपति सत्येंद्रु दुबे को श्रद्धांजलि दी और परिवार वालों को सांत्वना दी। इसके बाद सेक्टर 73 के सर्फाबाद गांव में पहुंचकर हीरादई और किशन सिंह यादव की मूर्ति का अनावरण किया।
उत्तर प्रदेश की जनता ने मन बना लिया
इस दौरान अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ''अब तो हर तरफ से ये बात आने लगी है और जाति जनगणना हो इसके बिना सामाजिक न्याय संभव नहीं है। जो आंदोलन की चिंता समाजवादियों की थी और जो आंदोलन लेकर समाजवादी लोग चले थे, जो पीडीए के रूप में जो स्ट्रेटजी का पार्ट जो INDIA का बन रहा है। मुझे उम्मीद है कि देश की जनता इस बार भारतीय जनता पार्टी को हटाएगी। खासकर उत्तर प्रदेश की जनता ने मन बना लिया है कि भारतीय जनता पार्टी को यूपी से हटाएंगे।"
अखिलेश यादव ने कहा 2024 लोक सभा चुनाव को लेकर हमारी पार्टी के लोग काम कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी की राजनीति से देश की जनता निराश हुई है। देश में महंगाई और बेरोजगारी और किसानों को बीजेपी को सुविधा नहीं दे पाई। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ेगा।
महिला विधेयक एक धोखा
वहीं, लोकसभा चुनाव में सीट के बंटवारे को लेकर अखिलेश ने कहा कि किसी तरह की कोई लड़ाई नहीं होगी, बैठकर बात की जाएगी और बीजेपी को हराया जायेगा। उन्होंने कहा कि महिला विधेयक एक धोखा है, जिस विधेयक में पिछड़े शामिल न हो वो कैसा विधेयक है।
जातिगत जनगणना बिल्कुल होनी चाहिए
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी की जिम्मेदारी बनती है कि जहां-जहां चुनाव है, वहां पहले 33% महिलाओं को चुनाव लड़वाए। अखिलेश ने कहा कि पिछड़े दलित और अल्पसंख्यक को बीजेपी ने नहीं देखा, इसलिए पीडीए NDA को हराएगा। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना बिल्कुल होनी चाहिए, इसी से समाज को न्याय मिलेगा।
महामारी के दौरान जान गंवाने वाले पत्रकारों को दी श्रद्धांजलि
कोविड-19 महामारी के दौरान जान गंवाने वाले पत्रकारों की याद में बनाए गए स्मारक का लोकार्पण दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर होगा। नोएडा मीडिया क्लब (एनएमसी) ने इसका निर्माण करवाया है। रविवार देर शाम समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव यहां पहुंचे। उन्होंने यहां पत्रकारों को श्रद्धांजली दी।
Greater Noida: इंडिया एक्सपोमार्ट में शुरू हुए पेपरएक्स का उद्घाटन करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर निशाना साधा। मीडिया से बात करते हुए नंदी ने कहा कि समाजवादी पार्टी डूबता सूरज है। मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि नोटा से कम वोट पाने निराश नहीं हैं। उन्होंने अखिलेश के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा कि वो इस हार से निराश नहीं हैं।
''अखिलेश यादव को करना चाहिए मंथन"
नंद गोपाल गुप्ता ने कहा कि अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में 29-29 साभाएं की, उन्होंने 69 लोगों को चुनाव लड़ाया, उनके कई सदस्यों को तो नोटा से भी कम वोट मिले। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बात पर मंथन करना चाहिए। मैं भगवान से यही प्रार्थना करूंगा कि उन्हें सदबुद्धि दें। उन्होंने कहा कि वो राहुल गांधी से भी ज्यादा खतरे के निशान से ऊपर जा रहे हैं।
Lucknow: अयोध्या में 22 जनवरी को हो रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सत्ता और विपक्ष के नेताओं का आमंत्रण भेजा जा रहा है। हालांकि इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कुछ दिन पहले विश्व हिंदू परिषद द्वारा सपा अध्यक्ष अखिलेश को प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण देने की बात कही थी। इस पर सपा अध्यक्ष का बयान आया था कि वह विश्व हिंदू परिषद के नेता आलोक नहीं जानते। इसके साथ ही अखिलेश यादव लगातार बयान दे रहे हैं कि जब राम बुलाएंगे तो आएंगे और राम सबके हैं। लेकिन अब अखिलेश यादव ने स्वीकार कर लिया है कि उन्हें आमंत्रण मिल गया है।
चंपत राय को लिखा लेटर
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को पत्र लिखकर आमंत्रण के लिए आभार जताया है। अखिलेश यादव ने पत्र में लिखा है 'श्री रामजन्मभूमि मंदिर अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा के स्नेह निमंत्रण के लिए धन्यवाद एवं कार्यक्रम सकुशल संपन्न होने की शुभकामनाएं। अखिलेश ने लिखा है कि 'हम प्राण प्रतिष्ठा के समारोह के पश्चात सपरिवार दर्शनार्थी बनकर अवश्य आएंगे। आपका निमंत्रण के लिए पुनःधन्यवाद।'
2024 लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी से बड़ी खबर सामने आई है. कांग्रेस और सपा में गठबंधन तय हो गया है. सपा और कांग्रेस की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का ऐलान किया गया है. कांग्रेस को 17 सीटें देने का ऐलान प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया है. लखनऊ के एक होटल में आयोजित हुई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा प्रदेश अध्यक्ष ने जानकारी दी. उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का धन्यवाद किया फिर बताया कि वो यूपी से लेकर एमपी तक साथ में मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
कांग्रेस इन 17 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, वाराणसी, देवरिया, मथुरा, कानपुर नगर , झांसी, बाराबंकी, सीतापुर, अमरोहा, बांसगांव, बुलंदशहर, महाराजगंज, फतेहपुर सीकरी, गाजियाबाद, सहारनपुर लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार अपनी किस्मत अजमाते हुए नजर आएंगे.
तीन सीटों को लेकर फंसा था पेंच
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों दलों की राज्य इकाइयों ने गठबंधन की घोषणा कर दी है. यूपी में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं. दोनों ही पार्टियों के बीच तीन सीटों पर दावेदारी को लेकर पेच फंस गया था. सूत्रों के मुताबिक, दो-तीन सीटों पर अभी बातचीत चल रही है. सपा ने कांग्रेस को सीतापुर समेत 17 सीटों का ऑफर दिया था, इस पर कांग्रेस राजी हो गई है. समाजवादी पार्टी ने अमरोहा की भी सीट कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ दी है.
नेता जी की विरासत में मिली सीट को संभाल रही डिंपल यादव ने चुनाव-प्रचार तेज कर दिया है. लगातार वो लोगों के बीच पहुंचकर वोट देने की अपील कर रही है. इसी क्रम में मैनपुरी में आयोजित INDIA गठबंधन के कार्यक्रम में डिंपल यादव ने हिस्सा लिया. जहां उनका एक अलग अंदाज देखने को मिला. डिंपल ने पहले शिवपाल यादव के पैर छुए फिर मोदी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उन पर निशाना साधा.
बीजेपी सरकार पर बरसीं डिंपल यादव
डिंपल यादव ने कहा कि भाजपा झूठ और लूट की सरकार है. हर वर्ग अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा हहै. अग्निवीर जैसी योजना लाकर देश और राष्ट्र को कहीं न कहीं नीचा दिखाने का काम किया है. अग्निवीर जैसी योजना केवल 4 साल रोजगार देने के लिए है. ऐसी सरकार को हटाना सबका उत्तरदायित्व है. उन्होंने जसवंतनगर के लोगों से कहा कि आप सब हमारा परिवार हैं. ऐसे लोग जिनका परिवार नहीं है वो यह बात नहीं समझेंगे कि परिवार का रिश्ता और भावना का रिश्ता क्या होता है? हमें यह चुनाव बहुत बारीकी और चालाकी से लड़ना है.
सपा के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे
मैनपुरी लोकसभा प्रत्याशी डिंपल यादव के साथ मंच पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव अंशुल, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य बब्लू, कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष मलखान सिंह यादव, पूर्व प्रत्याशी विधानसभा सर्वेश शाक्य, महामंत्री वीरू भदौरिया, जसवंतनगर सपा नगर अध्यक्ष राहुल गुप्ता, रामवीर यादव, आलोक दीक्षित समेत समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे.
उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। बीती मंगलवार रात को भी प्रदेश के कई जिलों में जबरदस्त बारिश हुई। जिससे कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिती हो गई है। वैसे बीते मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट की ओर से एक अक्टूबर तक ‘बुलडोजर एक्शन पर रोक’ की बात भी हुई थी। तो अब समाजावादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बारिश और बुलडोजर को लेकर यूपी सरकार पर तंज कसा है।
कई जिलों में बाढ़, चल रहीं है नाव
उत्तर प्रदेश के के रिहायशी इलाकों में पानी इतना भर गया है कि नावें चलानी पड़ रही है। जिसकी खबर भी मीडिया में प्रकाशित की जा रही हैं। अब इसी को लेकर बुधवार को पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स पर यूपी सरकार को ट्रोल कर दिया। उन्होंने एक्स पर लिखा- बुलडोज़र बंद, नाव चालू …अगर उप्र की भाजपा सरकार ने बुलडोज़र का सकारात्मक सदुपयोग किया होता तो बाढ़ से बचाव हो सकता था। नहीं चाहिए भाजपा, नहीं चाहिए बाढ़!
'नहीं चाहिए भाजपा, नहीं चाहिए बाढ़'
अखिलेश यादव ने सीएम योगी के क्षेत्र गोरखपुर में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने की खबर को साझा किया है और लिखा कि नहीं चाहिए भाजपा, नहीं चाहिए बाढ़! आपको बता दें, उत्तर भारत में इस बार मानसून काफी दिनों से सक्रिय बना हुआ है। जिसकी वजह से गंगा, यमुना, सरयू समेत तमाम नदियों को जलस्तर बढ़ गया है। ऐसे में इन नदियों के आसपास स्थित इलाकों में बाढ़ के हालात है। रिहाइशी इलाकों में भी पानी भर गया. जिसकी वजह से चाहे प्रयागराज हो या वाराणसी और गोरखपुर लोगों को सुरक्षित स्थानों तक ले जाने के लिए नावों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
बुलडोजर एक्शन पर कसां तंज
वैसे अखिलेश यादव ने बाढ़ पर भले ही यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया हो। लेकिन बुलडोजर एक्शन को लेकर भी तंज कसा है। अखिलेश यादव के ट्वीट को देखकर कहा जा सकता है कि बुलडोजर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से वो भी उत्साहित है। सपा अध्यक्ष ने बुलडोज़र एक्शन पर रोक लगाने के आदेश का स्वागत किया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने बुलडोजर को ही नहीं बल्कि बुलडोजर का दुरुपयोग करनेवालों की विध्वंसक राजनीति को भी किनारे लगा दिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के ‘मठाधीश-माफिया’ वाले बयान पर पलटवार किया है। सीएम योगी ने गाजियाबाद में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आड़े-हाथ लिया और बुलंद आवाज में 'मठाधीश और माफिया' वाले बयान पर जवाब दिया।
सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर किया पलटवार
गाजियाबाद में सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर निशाना कसकर कहा कि ‘सपा की सरकार में अराजकता थी। उनकी सरकार में परिवार के अलावा किसी का भला नहीं हुआ। इन लोगों ने अपने परिवार के अलावा किसी का ध्यान नहीं दिया, जनता की सुध नहीं ली’। साथ ही सीएम योगी ने अखिलेश यादव के 'मठाधीश और माफिया' वाले बयान पर करारा वार किया।
अखिलेश यादव पर भड़के सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा- ‘समाजवादी पार्टी वाले दुर्दांत माफिया और अपराधियों के सामने नाक रगड़ते थे, अब ये अपने संस्कार के अनुरूप धर्माचार्यों को माफिया बोलते हैं। सच में औरंगजेब की आत्मा इनके अंदर घुस चुकी है। पिछले कुछ दिनों से बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले जितने भी दरिंदे पकड़े जा रहे हैं, उन सबके संबंध समाजवादी पार्टी से ही हैं। सपा आज दरिंदों का एक गैंग बन चुकी है’।
'मठाधीश और माफिया' वाले बयान पर CM योगी का जवाब
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि 'मठाधीश और माफिया में कोई फर्क नहीं होता'। जिसके जवाब में सीएम योगी ने कि ‘नजर नहीं है, लेकिन नजारों की बात करते हैं। जमीन पर चांद-सितारों की बात करते हैं। वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले, भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं’। वहीं, राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर कहा कि ‘यूपी में दो लड़को की जोड़ी लूटने के लिए आई है। इन लोगों ने सत्ता का दुरुपयोग किया है। जनता का भरोसा तोड़ा है, जैसे भस्मासुर ने किया था। समाजवादी पार्टी में औरंगजेब की आत्मा आ गई है। इनकी सरकार में माफियाओं का बोल-बाला था। अब ये साधु-संतों को माफिया कहते हैं।’
बीते शनिवार को यूपीएससी की तरफ से क्रेंद्र के 45 ऐसे पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन दिया, जिनकी भर्ती ग्रुप-ए के तहत होती है। जिसपर अब राजनैतिक हलचल होती दिख रही है। पूरा विपक्ष इस फैसले के खिलाफ खड़ा है। राहुल गांधी ने एक्स पर ट्वीट कर अपनी राय रखी, तो अखिलेश यादव ने देशव्यापी आंदोलन की बात कही। पूर्व सीएम मायावती ने भी इस फैसले को गलत बताया है। साथ ही 'एक्स' पर इस फैसले के खिलाफ विरोध दिखाई दे रहा है।
राहुल बोले ‘खुलेआम छीना जा रहा SC, ST, OBC का आरक्षण’
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स राहुस गांधी ने इस कदम को प्रशासनिक ढांचे और सामाजिक न्याय दोनों को चोट पहुंचाने वाला बताया और लिखा, 'नरेंद्र मोदी संघ लोक सेवा आयोग की जगह ‘राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ’ के ज़रिए लोकसेवकों की भर्ती कर संविधान पर हमला कर रहे हैं। केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में महत्वपूर्ण पदों पर लेटरल एंट्री के ज़रिए भर्ती कर खुलेआम SC, ST और OBC वर्ग का आरक्षण छीना जा रहा है। मैंने हमेशा कहा है कि टॉप ब्यूरोक्रेसी समेत देश के सभी शीर्ष पदों पर वंचितों का प्रतिनिधित्व नहीं है, उसे सुधारने के बजाय लेटरल एंट्री द्वारा उन्हें शीर्ष पदों से और दूर किया जा रहा है। यह UPSC की तैयारी कर रहे प्रतिभाशाली युवाओं के हक़ पर डाका और वंचितों के आरक्षण समेत सामाजिक न्याय की परिकल्पना पर चोट है।'
राहुल गांधी ने आगे लिखा, ‘चंद कॉरपोरेट्स के प्रतिनिधि निर्णायक सरकारी पदों पर बैठ कर क्या कारनामे करेंगे इसका ज्वलंत उदाहरण SEBI है, जहां निजी क्षेत्र से आने वाले को पहली बार चेयरपर्सन बनाया गया। प्रशासनिक ढांचे और सामाजिक न्याय दोनों को चोट पहुंचाने वाले इस देश विरोधी कदम का INDIA मजबूती से विरोध करेगा। IAS का निजीकरण आरक्षण खत्म करने की मोदी की गारंटी है।'
अखिलेश यादव बोले ‘देशव्यापी आंदोलन खड़ा करने का आ गया समय’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस फैसले के खिलाफ दो अक्टूबर से प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है। अखिलेश ने एक्स पर लिखा, ‘भाजपा अपनी विचारधारा के संगी-साथियों को पिछले दरवाजे से यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) के उच्च सरकारी पदों पर बैठाने की जो साजिश कर रही है, उसके खिलाफ एक देशव्यापी आंदोलन करने का समय आ गया है।'
मायावती बोलीं ‘45 उच्च पदों पर सीधी भर्ती का निर्णय नहीं है सही’
बसपा प्रमुख और पूर्व यूपी मुख्यमंत्री मायावती ने भी सरकार के इस फैसले को गलत बताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘केन्द्र में संयुक्त सचिव, निदेशक एवं उपसचिव के 45 उच्च पदों पर सीधी भर्ती का निर्णय सही नहीं है, क्योंकि सीधी भर्ती के माध्यम से नीचे के पदों पर काम कर रहे कर्मचारियों को पदोन्नति के लाभ से वंचित रहना पड़ेगा।'
क्या है मामला?
बीते शनिवार को केंद्र के अलग-अलग मंत्रालयों में संयुक्त सचिवों, निदेशकों और उप सचिवों के प्रमुख पदों के लिए जल्द से जल्द 45 विशेषज्ञ नियुक्त किए जाने हैं। इस तरह के पदों पर अखिल भारतीय सेवाओं आईएएस, आईपीएस, आईएफओएस और अन्य ‘ग्रुप ए’ सेवाओं के अधिकारी की तरह ही तैनाती होती है। लेकिन यूपीएससी ने शनिवार को 45 पदों के लिए विज्ञापन दिया, विज्ञापन में कहा गया, ‘भारत सरकार संयुक्त सचिव और निदेशक/उप सचिव स्तर के अधिकारियों की ‘लेटरल एंट्री’ के जरिये नियुक्ति करना चाहती है।
Lucknow: कन्नौज लोकसभा सीट से जीत के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट छोड़ दी है। अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से भी इस्तीफा दे दिया है। अब करहल सीट पर उपचुनाव कराया जाएगा। यहां से समाजवादी पार्टी किसको प्रत्याशी बनाएगी, इस पर अभी संशय है, ऐसा कयाश लगाया जा रहा है कि तेज प्रताप को समाजवादी पार्टी अपना उम्मीदवार बना सकती है। जबकि नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव का बनाया जा सकता है।
कार्यकर्ताओं को दी बधाई
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा के कार्यकर्ताओं ने भीषण गर्मी में पार्टी को मजबूती देने का काम किया है, जिसके लिए सभी को बधाई दी गई है। वर्ष 2024 का चुनाव जनता के मुद्दों की जीत का चुनाव रहा है। उन सभी मतदाताओं को बधाई जिन्होंने संविधान बचाने के मुद्दे पर अपने अपने घरों से निकलकर सपा के पक्ष में मतदान किया। उन्होंने यह भी कहा कि जब संसद चलेगी तब वहां पर जनता के मुद्दों को सपा जोरदारी से उठाएगी। सपा अब देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
बीते रविवार को दिल्ली में तीन UPSC छात्रों की मौत मामले ने देश भर में सुर्खियां बटोरी। जाहिर तौर पर इसकी गूंज सोमवार को संसद बजट चर्चा में भी देखने को मिली। संसद में समावादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा दिल्ली सरकार को घेरे में लिया गया और चाहे-अनचाहे ही अखिलेश यादव ने योगी सरकार की बुलडोजर नीति की तारीफ भी कर दी।
दिल्ली में छात्रों की मौत पर अखिलेश यादव ने किया सवाल
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिल्ली में तीन छात्रों की मौत मामले पर सदन में सवाल उठाया और लापरवाही को लेकर कहा कि उत्तर प्रदेश में किसी अवैध निर्माण पर तुंरत ही बुलडोजर कार्यवाही होती है, क्या यहां कि सरकार बुलडोजर चलाएगी या नहीं
अखिलेश यादव ने सवाल पूछते हुए कहा, ‘ये एक दर्दनाक घटना है। योजना बनाना और NOC प्रदान करना अधिकारियों की जिम्मेदारी है, सवाल ये है कि कौन जिम्मेदार हैं और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है। ये अवैध निर्माण का सिर्फ एक मामला नहीं है, हम उत्तर प्रदेश में देख रहे हैं कि अवैध इमारतों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, क्या ये सरकार यहां बुलडोजर चलाएगी या नहीं?’
लापरवाही के चलते गई छात्रों की जान
आपको बता दें, दिल्ली की राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने की वजह से बीते रविवार को 3 छात्रों की मौत की खबर ने हड़कंप मचा दिया था। छात्रों की मौत का जिम्मेदार सिर्फ कोचिंग संस्थान नहीं, बल्कि दिल्ली नगर लापरवाही भी थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 26 जून को एक छात्र ने इस कोचिंग के बारे में एमसीडी में शिकायत की थी, लेकिन एनसीडी ने कोई कार्यवाही नहीं की।
पैसे बचाने के तरीके: चाहकर भी नहीं कर पाते हैं धन की बचत, तो ये टिप्स आपके काम की हैं
December 17, 2022