उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की साइट का आज यानी शुक्रवार को निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान एयरपोर्ट के विकासकर्ता ज़्यूरिक एयरपोर्ट की एसपीवी और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने परियोजना की प्रगति के बारे में मुख्य सचिव को जानकारी दी। जिसमें बताया गया कि एयरपोर्ट के विकास के लिए ईपीसी कांट्रैक्टर टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा एटीसी बिल्डिंग के निर्माण का कार्य जारी है। अगस्त तक इस बिल्डिंग को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को एटीसी उपकरण लगाने के लिए सौंप दिया जाएगा। एएआई ने बताया कि उपकरणों की स्थापना का कार्य सितंबर तक पूरा हो जाएगा।


मुख्य सचिव को जानकारी में बताया गया कि मौजूदा समय में रनवे और एप्रन पर इलेक्ट्रिक लाइट्स का कार्य चल रहा है। रनवे के पास नेविगेशन इक्विपमेंट, ग्लाइड पाथ एंटेना और लोकलाइज़र लगाए जा चुके हैं। जिसके बाद मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि सभी प्रकार के उपकरण, जिन्हें एएआई द्वारा लगाया जाना है, उन्हें सितंबर तक पूरा कर लिया जाए। टर्मिनल बिल्डिंग के निरीक्षण के दौरान कंसेशनयर ने बताया कि वर्तमान में फसाड और रूफ का कार्य प्रगति पर है। पियर पर फिनिशिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। ऑटोमेटेड बैगेज हैंडलिंग सिस्टम के इंस्टॉलेशन का कार्य भी प्रगति पर है। कंसेशनयर ने यह भी अवगत कराया कि अब तक 37 मिलियन सेफ वर्क ऑवर का कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है।



मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि एयरपोर्ट का विकास माइलस्टोन के अनुसार समय से सितंबर 2024 तक पूर्ण कर लिया जाए और किसी भी स्थिति में दिसंबर तक एयरपोर्ट का कॉमर्शियल ऑपरेशन शुरू कर दिया जाए। निरीक्षण के उपरांत हुई समीक्षा बैठक में ज़ेवर एयरपोर्ट के लिए सीआईएसएफ, सीएनएसएटीएम, सिक्योरिटी और डीजीसीए से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा की गई, जिसमें संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों ने भाग लिया।



मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि कंसेशनयर सभी विभागों की आवश्यकताओं और प्रचलित नियमों के अनुसार कार्यवाही करें और समस्या का निस्तारण सितंबर तक पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट का कॉमर्शियल ऑपरेशन दिसंबर में प्रारंभ होना चाहिए। इसके लिए कंसेशनयर को टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के साथ बैठक कर 15 जुलाई तक कैचअप प्लान प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने फारेस्ट डिपार्टमेंट के रेस्क्यू सेंटर का कार्य प्राथमिकता से पूर्ण कराने के भी निर्देश दिए।

इस निरीक्षण और बैठक में सीईओ नायल डॉ.अरुणवीर सिंह, मनीष वर्मा (जिलाधिकारी), नायल के नोडल ऑफिसर शैलेंद्र भाटिया, वाईआईएपीएल की सीईओ क्रिस्टोफ सैल्मन, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरन जैन, केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी और प्राधिकरण के एसीईओ कपिल सिंह और विपिन जैन उपस्थित रहे। इस निरीक्षण और बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने सभी संबंधित पक्षों को एयरपोर्ट परियोजना के समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। उनके अनुसार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का सफलतापूर्वक संचालन उत्तर प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।