Noida: थाना सैक्टर-58 नौकर द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर डूप्लेक्स में ताला तोड़कर नकदी व सोने की ज्वैलरी की चोरी की थी। थाना सेक्टर 58 पुलिस ने चोरी का पर्दाफाश करते हुए 42 लाख रूपये, घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट, होन्डा सिविक कार, चोरी करने के उपकरण सहित चार चोरों को डी पार्क के पास सेक्टर-62 से गिरफ्तार किया है।
4 नवंबर की रात को हुई थी चोरी
बता दें कि 4 नवंबर को थाना सैक्टर-58 सूचना दी गई कि डुपलेक्स नं0 22 शिवालिक सेक्टर 61 में दीवाली के उपलक्ष में कुछ कीमती सामान और कैश रखा था। जिसकी देखभाल के लिए गार्ड राम बहादुर और केयर टेकर धीरेंद्र सिंह के रूप में रखा गया था। 4 नवंबर को करीब 6 बजे राम बहादुर द्वारा मालिक को फोन पर सूचित किया गया कि रात 2 बजे से सुबह 5 के बीच अज्ञात लोगों द्वारा ऊपर के कमरे में रखा हुआ कीमती सामान, कैश दरवाजा तोड़कर चोरी कर लिया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी।
ड्राइवर और चपरासी ने मिलकर बनाई थी योजना
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि शेर बहादुर थापा यूफ्लेक्स कंपनी सेक्टर 4 नोएडा में चपरासी है। रंजीत यूफ्लेक्स कंपनी में ड्राइवर है। यूफ्लेक्स कंपनी का डुप्लेक्स शिवालिक 22 सेक्टर 61 नोएडा में गेस्ट हाउस है। जहां पर हम दोनों आते जाते रहते हैं। दिवाली के लिए कंपनी ने गिफ्ट देने के लिए कैश व ज्वैलरी गेस्ट हाउस में रखी थी, इसके बारे में हम दोनों को जानकारी थी। हम दोनों ने प्लान किया की चोरी की जाए। शेर बहादुर ने बताया कि 'मैं पूर्व में जेल गया था, तो वहां पर मेरी दोस्ती फरमान व रोहित से हो गई थी। उन्होंने बताया था कि हम मकान में ताले तोड़कर चोरी करते हैं। हम दोनों ने फरमान व रोहित से बात की कि कैश और ज्वेलरी है चोरी करना है पकड़े नहीं जाएंगे, यह हमारी जिम्मेदारी है।
चोरी में एक महिला को भी किया था शामिल
पकड़े गए फरमान व सचिन, रंजीत व शेर बहादुर चारों ने एक राय में बताया कि रोहित ने चोरी की योजना के लिए हम चारों को अपनी दोस्त गीता चौधरी पत्नी श्योराज सिंह निवासी बुलंदशहर को बुलाया। गीता चौधरी के साथ मिलकर चोरी करने की योजना बनाई। इस योजना में रोहित ने अपने दो साथी और बुलाए, जिनके नाम पते की हमें जानकारी नहीं है। रोहित उन्हें बाबा बाबा कहकर बात कर रहा था। गीता चौधरी ने कहा था कि मेरा भी चोरी के माल में बराबर का हिस्सा रहेगा, तो हम सब लोग गीता चौधरी को बराबर का हिस्सा देने के लिए तैयार हो गए थे।
पांच लोग चोरी अंदर करने गए और बाकी बाहर थे
योजना के अनुसार ड्राइवर रंजीत ने हमें सेक्टर 61 में वह मकान दिखा दिया, जिसमें चोरी करनी थी। शेर बहादुर व ड्राइवर ने पूरी बात समझाई कि मकान पर दो आदमी रहते हैं, जो रात में पीकर सो जाते हैं। योजना के अनुसार दिनांक 3/4 नवंबर की रात्रि में सेक्टर 61 के मकान पर पहुंचे। मकान के अंदर रोहित, सचिन, फरमान व दो अन्य गए। जबकि ड्राइवर रंजीत, शेर बहादुर और गीता चौधरी मकान के बाहर रहे। सचिन व फरमान ने बताया कि हमने मकान के ताले तोड़े, लॉक तोड़ा तो वहां पर कैश और ज्वेलरी मिली, जिसे लेकर हम लोग बाहर आ। ड्राइवर रंजीत, गीता चौधरी व शेर बहादुर को गाड़ी में बैठकर पूरा माल चेक कराया, पैसे गिने नहीं थे। चोरी करने के बाद हम लोग वहां से हटकर आगे आ गए थे और आपस में बातचीत की कि पैसा बाद में बाटेंगे। रोहित, गीता चौधरी व दो अन्य बोले कि ज्वेलरी हम ले जा रहे हैं। कैश तुम लोग ले जाओ। हम ज्वेलरी को बेचकर कैश को लेकर आएंगे। तब पैसा बराबर बराबर बांट लेंगे।
पैसे बांटते ही गिरफ्तार हुए शातिर
ज्वेलरी में गोल्ड के 10 लोकेट थे जो काफी भारी थे। योजना के अनुसार रोहित गीता चौधरी व उसके दो अन्य साथी गोल्ड लेकर चले गए। कैश जो चोरी किया था उसे हम लोगों ने गिना था जो 42,00,000 रुपए थे। जिसे फरमान और सचिन लेकर चले गए थे। हम लोगों ने हिस्सेदारी करने के लिए रोहित व गीता से संपर्क करने के काफी प्रयास किया, लेकिन नहीं हो पाया। इस शेर बहादुर और रंजीत पैसे बांटने के लिए कह रहे थे। इसीलिए हम चारों आज चोरी के रुपए को बांट लिए थे। फरमान ने 2,00,000/- रूपए ज्यादा रखे थे। कहा था कि मैंने ज्यादा मेहनत की है, हम लोगों ने चोरी के पैसे बांटे ही थे कि पुलिस ने पकड़ लिया।
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