ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क के शारदा अस्पताल में विश्व रक्तदाता दिवस पर की गई पहल। अस्पताल में इन-हाउस स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान लगभग 31 स्टॉफ मेंबर्स और छात्रों ने रक्तदान किया। रक्तदान करने वाले लोगों को ब्लड बैंक की तरफ से डोनेशन कार्ड और सर्टिफिकेट भी दिए गए।
"रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती"
अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. राममूर्ति शर्मा ने बताया कि 18-65 वर्ष की आयु, वजन कम से कम 45 किलोग्राम और एचबी कम से कम 12.5 ग्राम के स्वस्थ स्वयंसेवक रक्तदान कर सकते हैं। स्वस्थ पुरुष तीन महीने में एक बार और महिलाएं चार महीने में एक बार रक्तदान कर सकती हैं। रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती ।
"रक्तदान कर जीवन बचाने में हर व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका"
शारदा अस्पताल के ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ. सुपर्णा दुबे कहा कि विश्व रक्तदाता दिवस हर साल 14 जून को स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और रक्तदाताओं को उनके जीवन-रक्षक योगदान के लिए धन्यवाद देने के लिए मनाया जाने वाला एक वैश्विक कार्यक्रम है। रक्तदान करके जीवन बचाने में हर व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है।
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