ग्रेटर नोएडा जिला अदालत ने शुक्रवार को स्क्रैप माफिया रवि काना के बाद, उसकी महिला मित्र काजल झा की भी एक दिन की रिमांड मंजूर कर ली। जिसके बाद पुलिस की टीम पुलिस शनिवार की सुबह 10 बजे लुक्सर जेल से आरोपी काजल झा को लेकर आई थी। इस दौरान पुलिस ने रवि और काजल का आमना सामना भी कराया। गैंगस्टर रवि काना की गर्लफ्रेंड काजल झा करोड़ों की बनाई हुई अपनी संपत्ति का स्रोत नहीं बता सकी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, काजल के नाम पर रवि काना ने ही करोड़ों की संपत्ति खरीदी थी। रवि काना की विदेश में भी संपत्ति होने की जानकारी मिली है।
अधिकारियों के मुताबिक, काजल से पुलिस ने पूछा कि काले कारोबार से जो पैसा इकट्ठा किया है, वह कहां-कहां निवेश किया है। क्या विदेश में भी निवेश किया है। बताया गया है कि विदेश में होटल कारोबार में गिरोह का निवेश है। पुलिस को पता चला है कि कारोबार का बड़ा हिस्सा बेनामी है। इसमें लेनदेन कैश में हुआ है। इस पूछताछ का विवरण तैयार कर बड़े स्तर पर सौंपे जाने की तैयारी की गई है।
100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कर चुके कुर्क
रवि काना से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि उससे कई पुलिस अधिकारी, पत्रकार और राजनेता संपर्क में थे। उनके बीच वॉट्सऐप पर भी बात हुई थी। पुलिस अब इन लोगों की भी प्रॉपर्टी की जानकारी जुटा रही है।
स्क्रैप माफिया की पुलिस 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क कर चुकी है। इसमें पुश्तैनी मकान से लेकर प्लॉट, मार्केट और सैकड़ों वाहन शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, कई ऐसे लोगों का भी पता चला है कि जिनके नाम उसने बेनामी संपत्ति खरीदी हुई थी। पुलिस जल्द ही ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
पुलिस को गैंग के बदमाशों के कई बैंकों के लॉकरों का पता चला है। आशंका ये भी है कि इनमें ब्लैक मनी और सोना हो भी शामिल हो सकता है। साथ ही इन लॉकर्स में प्रॉपर्टी के पेपर भी हो सकते हैं। रवि गिरोह ने कई फर्मों के जरिये ब्लैक मनी को वाइट करने के लिए करोड़ों की संपत्ति खरीदी। कई संपत्तियां रवि ने अपने करीबियों के नाम से खरीदी हुई थी। पुलिस अभी तमाम बैंक अकाउंट के लेनदेन और संपत्ति की जांच में ही उलझी हुई है।
दिल्ली एयरपोर्ट से किया था गिरफ्तार
आपको बता दें, नॉलेज पार्क थाना पुलिस और स्वाट टीम ने 26 अप्रैल की दोपहर स्क्रैप माफिया रवि काना और उसकी महिला मित्र काजल झा को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। इसके बाद दोनों को न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस ने स्क्रैप और काले कारोबार के बारे में पूछताछ के लिए दोनों की अदालत से पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी थी। अदालत ने रवि काना की 5 दिन की रिमांड मजूंर की थी, साथ ही अब काजल झा की एक दिन की रिमांड मंजूर कर ली है।
आठ साल पहले हुई थी शुरुआत
स्क्रैप माफिया रवि काना गैंग में काजल की एंट्री आठ साल पहले हुई थी। इसके बाद वह माफिया रवि की करीबी होती चली गई। माफिया रवि ने काजल को स्क्रैप और सरिया के काले कारोबार का फाइनेंसर बना दिया। इसके बाद काजल रवि की सबसे ज्यादा करीब मानी जाने लगी।
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