ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर कलेक्ट्रेट पर गुरुवार को जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के कार्यकर्ता पहुंचे. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही जनसंख्या विस्फोट व जनसांख्यिकीय असंतुलन के समाधान हेतु प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग की गई है. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने हम दो, हमारे दो, सब के दो के जमकर नारे लगाए.

11 सालों से फाउंडेशन चला रहा अभियान
वहीं कार्यकर्ताओं ने कहा कि अंधाधुंध संतानोत्पत्ति करने की प्रवृत्ति पर केवल जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर ही अंकुश लगाया जा सकता है. कानून में एक-एक पल की देरी भारत और भारतीय संस्कृति के लिए पूर्व की भांति ही विघटनकारी साबित हो सकती है. एक वर्ग विशेष द्वारा रणनीति के तहत जानबूझकर बढ़ाई जा रही जनसंख्या और सनातन समाज की युवा पीढ़ी में एक बच्चे तक सीमित रहने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण देश के अनेक भागों में छह वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों में जनसंख्या का संतुलन उस वर्ग विशेष के पक्ष में झुकता दिखने लगा है. भारत जनसंख्या में धार्मिक असंतुलन के कारण हुए विघटन के दंश का प्रत्यक्ष भुक्तभोगी है, परन्तु पूर्व की सरकारों की विभाजन के तुरन्त बाद से जारी तुष्टिकरण की नीति के चलते अब फिर से वैसी ही परिस्थितियां निर्मित होती दिखाई दे रही हैं. इसलिए विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच जनसंख्या का अनुपात वर्तमान अनुपात के अनुसार बनाए रखने के उद्देश्य से 'जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग को लेकर 'जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन द्वारा विगत लगभग 11 वर्षों से हजारों छोटी-बड़ी सभाएं, धरना-प्रदर्शन, सांसद-संवाद कार्यक्रम, राष्ट्रपति सहित महत्वपूर्ण लोगों से भेंट आदि के रूप में राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जा रहा है.  

संगठन बना रहा जनप्रतिनिधियों के घेराव की योजना
इस अभियान को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं संगठन के मुख्य संरक्षक डा. इन्द्रेश कुमार एवं केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित 125 सांसदों का समर्थन प्राप्त है. संगठन के जिलाध्यक्ष ने बताया कि "जनसंख्या नियंत्रण कानून' बनाने हेतु समय रहते आवश्यक कदम ना उठाए जाने की स्थिति में निकट भविष्य में विधायक एवं सांसदों सहित महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधियों के घेराव की योजना पर भी संगठन में विचार चल रहा है.