ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना पुलिस ने एक गैंग का फर्दाफाश किया है। पकड़ा गया गैंग फर्जी कागजात के आधार पर जमीन बेचने के नाम धोखाधड़ी करता था। आरोपियों ने एक जमीन का सौदा 2.38 करोड़ रुपए में तय किया गया था। वहीं जमीन की रजिस्ट्री के दौरान जमीन बेचने वाले फर्जी मालिक और उनकी नकली मां का सारा राज खुल गया। पहचान सामने आने पर आरोपी फरार हो गए। आरोपियों ने खरीदार से 21 लाख रुपए पहले ही ले लिए थे। जिसके बाद पीड़ित ने जेवर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

कैसे हुआ धोखाधड़ी का पर्दाफाश
पुलिस ने बताया कि 24 जून को रबुपुरा थाना क्षेत्र के कानपुर गांव में 14 बीघा जमीन के बैनामे के लिए गौतम सिंह अपने साथी योगेश शर्मा और हरियाणा निवासी खरीदार मधुर गोयल, हार्दिक गोयल के साथ जेवर के रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचे थे। अभियुक्तों ने जमीन की कीमत 17 लाख रुपए प्रति बीघा तय की थी । इसकी कुल कीमत 2.38 करोड़ रुपए थी । क्रेता ने 15 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से वैभव के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। वहीं , 20 अप्रैल को 6 लाख रुपए नगद दिए गए थे। 24 जून को रजिस्ट्री के दौरान पता चला कि जमीन विक्रेता की मां असली नहीं है। यह बात सुनकर सभी आरोपी फरार हो गए। बाद में पता चला कि जमीन के असली मालिक वैभव और उसकी मां के रूप में नकली लोग रजिस्ट्री करवाने पहुंचे थे। पकड़े गए आरोपी गांव-गांव घूम-घूम कर करते जमीनों की रेंकी करते थे। फिलहाल तहसील के अधिकारी व कर्मचारी भी पुलिस के शक के घेरे में हैं।

एक आरोपी अभी भी फरार
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि नीटू, जयवीर सिंह, भूरा कुमार, सौरभ कुमार, पिन्कू उर्फ देवी चरण, राहुल भाटी और प्रथम भाटी को गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपी रिंकू फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। करीब 20 लाख रुपए उसके पास हैं। गिरफ्तार आरोपियों के पास से 1.07 लाख रुपए, 7 मोबाइल, एक-एक फर्जी आधार और पैन कार्ड के अलावा, कैंसिल चेक भी बरामद हुआ।