लखनऊ में लोकसभा चुनाव पांचवें फेज में होने हैं। जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। वहीं प्रत्याशियों का एक दूसरे पर वार-पलटवार भी जारी है। लखनऊ में 20 मई को मतदान होने हैं। इसी कड़ी में NOW NOIDA की टीम ने इंडी गठबंधन के प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा से खास बातचीत की। आइये जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा

"बीजेपी प्रत्याशी को जनता के कष्ट से कोई लेना-देना नहीं"
सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि हम समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी और इंडिया गठबंधन के लखनऊ लोकसभा के प्रत्याशी हैं। हम लगातार जनता के बीच में रहते हैं और जनता की समस्याओं को हल करते हैं। 4 सालों से लगातार जनता के मुद्दों , जनसमस्याओं को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। जनता की एक आवाज पर जुर्म के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है। दूसरी ओर बीजेपी प्रत्याशी का जनता की समस्याओं से, जनता के कष्ट से कोई लेना-देना नहीं है।

"कोरोना काल में सांसद एक मिनट के लिए भी शहर नहीं आए"
इसके आगे सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा ने बताया कि लखनऊ में दो विधायकों की मृत्यु हो गई। एक लखनऊ पश्चिम से सुरेश श्रीवास्तव और दूसरे लखनऊ पूरब से आशुतोष की। दोनों के अंतिम संस्कार में सांसद जी नहीं पहुंचे। हम लोग उनके घर से लेकर श्मशान घाट तक रहे। जो सांसद अपनी पार्टी के अपने क्षेत्र के विधायक के अंतिम संस्कार में भी ना आए। वो जनता के किसी भी दुख, कष्ट में खड़ा होगा इसका तो सवाल ही पैदा नहीं होता है। जब लखनऊ में कोरोना काल चल रहा था, हजारों लोगों की मौतें हो रही थीं। लोग बिना ऑक्सीजन के मर रहे थे। लोग भूख से मर रहे थे तब पूरे शहर में लापता सांसद के पोस्टर लगे थे। कोरोना काल में एक मिनट के लिए भी वो लखनऊ नहीं आए।

"एचएएल कंपनी को बेचने के लिए लखनऊ आते हैं सांसद"
सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सांसद जी जब लखनऊ आते हैं तो एचएएल कंपनी को बेचने के लिए लखनऊ आते हैं। जो कि रक्षा मंत्रालय की बहुत बड़ी कंपनी है उसके 28 प्रतिशत शेयर प्राइवेट कंपनी को बेच दिए गए हैं। बीजेपी ने 10 साल पहले जनता से जो वाद किए थे उनमें से किसी भी वादे को पूरा करने का काम नहीं किया है। कहा था महंगाई कम करेंगे आज महंगाई आसमान धू रही है। बढ़ती महंगाई से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। बीजेपी ने आटा, दाल, चावल, दूध, दही, पनीर पर भी टैक्स लगाने का काम किया है। बीजेपी जनता से शिक्षा छीनने का भी काम कर रही है। बच्चों की किताब और कॉपियों पर 18 प्रतिशत टैक्स लगा दिया है।