Noida: हर किसी की चाह होती है कि उसका अपना घर हो. छोटा हो मगर अपना घर हो. यही चाह आपकी भी जरूर होगी. आने वाले समय में आप अपनी इसी चाहत को भी पूरा करना चाहते होंगे. आप भी सोच रहे होंगे कि पहले 1 बीएचके या फिर 2 बीएचके फ्लैट ले लेते है. लेकिन कहा जा रहा है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ढूंढने से भी 1 और 2 बीएचके फ्लैट नहीं मिल रहे हैं. ऐसा हम नहीं कर रहे है बल्कि ये जानकारी सामने आई है, जिससे खुद नोएडा अथॉरिटी भी हैरान है.
नोएडा अथॉरिटी के प्लानिंग विभाग की रिपोर्ट
दरअसल, नोएडा अथॉरिटी के प्लानिंग विभाग के मुताबिक, 4 साल में 12 ग्रुप हाउसिंग के नए प्रॉजेक्ट सामने आए है. लेकिन हैरानी वाली बात ये है कि इन सभी प्रॉजेक्ट में 3, 4 और 5 बीएचके के ही फ्लैट शामिल है. इतना ही नहीं बल्कि इस ग्रुप के 36 और प्रॉजेक्ट पहले से चल रहे हैं, जिसमें भी 1 बीएचके का कोई भी फ्लैट शामिल नहीं है.
अधिकारियों का कहना है कि अगर 2 बीएचके की बात करें तो 6 हजार फ्लैट के नक्शे पास हुए है. लेकिन इनमें 2 बीएचके 300 से भी कम है. एक भी फ्लैट 1 बीएचके का नहीं है. जबकि नोएडा में एक समय ऐसा था कि जब 1 बीएचके का कई प्रॉजेक्ट आते थे. ऐसे में साफ पता चलता है कि अब नोएडा में छोटे फ्लैट यानी की 1 और 2 बीएचके की डिमांड कम होती जा रही है.
जानें क्या है कारण
कहा जा रहा है कि कोरोना काल के बाद लोगों की जिंदगी में काफी बदलाव आया है. कोरोना के दौरान वर्क फ्रॉम होम का कल्चर ज्यादा चल गया है. जिसके बाद से ही लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं. ऐसे में उनकी डिमांड अब छोटे घर नहीं बल्कि बड़े घर है. ताकि उन्हें काम करने में कोई दिक्कत ना हो. जिसके चलते 1 और 2 बीएचके फ्लैट के बजाए 3,4 और 5 बीएचके के फ्लैट चाहिए. जिसके बाद से साफ कहा जा सकता है कि इसमें कोई संदेह नहीं कि आने वाले समय में हाई रेंज वाली प्रोपर्टी की मांग और बढ़ेगी और छोटे घरों की मांग और बिक्री में और कमी आएगी.
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