सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी और यूपी एसटीएफ के एनकाउंटर में मारे गए बहुचर्चित मंगेश यादव का केस एक बार फिर चर्चा में है। मंगेश की मां शीला ने पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर, एसटीएफ प्रभारी डीके शाही व अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या व हत्या षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए जौनपुर सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है। सीजेएम ने वाद दर्ज करते हुए 11 अक्टूबर 2024 की तिथि नियत करते हुए थानाध्यक्ष बक्सा से रिपोर्ट तलब किया है। मंगेश यादव जौनपुर के बक्शा गांव का रहने वाला था।
घर से बेटे को उठाकर ले गई पुलिस और कर दी हत्या
शीला देवी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से सीजीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए आरोप लगाया कि 2 सितंबर को उसके घर पुलिस पहुंची और बेटे को उठा ले गई। इसके बाद सुल्तानपुर एसपी, एसटीफ प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। मेरा बेटा निर्देश है। वहीं, एनकाउंटर मामले की मजिस्टेरियल जांच अभी चल रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, परिवार के साथ खड़ी है सपा
वहीं, नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने कहा कि मंगेश के परिजनों के साथ समाजवादी पार्टी है। जब तक इस घटना में शामिल पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हो जाती तब तक पार्टी परिवार के साथ मजबूती से न्याय दिलाने के लिए खड़ी है। बता दें कि बीते 23 सितंबर को उन्नाव में एसटीएफ टीम और थाना पुलिस संयुक्त टीम के द्वारा 100000 की इनामी अनुज प्रताप सिंह को मुठभेड़ मार गिराया गया था। इस दौरान मृतक के परिजनों का आरोप था कि अब अखिलेश यादव को शांति मिल गई। जिस पर नेता प्रतिपक्ष से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह मंगेश यादव की हत्या को दबाने को लिए के लिए उन्नाव में मुठभेड़ की गई। वहीं एनकाउंटर की परिभाषा बताते हुए कहा कि जब दोनों तरफ से गोलियां चल तो दोनों तरफ से घायल हो उसे एनकाउंटर कहा जाता है। इस सरकार में पुलिस मुठभेड़ नहीं हत्या कर रही है और जब तक ऐसे हत्यारे पुलिस कर्मियों को सजा नही मिलती तब तक पार्टी यूपी में इनकाउंटर पर सवाल उठाती रहेगी।
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